मंगलवार, 24 मार्च 2015

परिवार नियोजन



’’ परिवार नियोजन ’’

आवाज मेरा आप तक है
आपको इसे फैलाना होगा
है खुशियों का दामन परिवार नियोजन
आपको इसे अपनाना होगा।
तोडकर अंधविश्वास की बेडियों को
सामने आना होगा।
पडी है सामने आपकी खुशी
हर हाल मे इसे अपनाना होगा।
माना की दुनियां खुदा की देन है
पर जन्नत इसे स्वयं ही बनाना होगा
गर चाहते हैं, आपके बच्चे चमकें बनकर सितारे
तो परिवान नियोजन अपनाना होगा।
बढते रहे गर यूं ही बच्चे आपके
तो माना की सौ बच्चों को बाप आप कहलाओगे
पर रोयेंगे भूख से इस मंहगाई के आंचल मे-
तब क्या उनके भूख को आप मिटा पाओगे।
गर नहीं, तो अभी से कुछ सोंचो, कुछ अपनाओं
पडी है सामने आपकी खुशी, बढो और इसे गले लगाओ।
सच पूछते हो तो सुनो! दो ही बच्चे ठीक हैं आपके लिये
होकर बडे यही कल , बनेंगे सिपाही वतन के लिये।
आओ मिलकर हम वादा करें
हम परिवार नियोजन अपनायेंगे।
खुशियां ही हो हर तरफ
एक ऐसा माहौल बनायेंगे।
हम परिवार नियोजन अपनायेंगे।
हम परिवार नियोजन अपनायेंगे।।

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