गुरुवार, 4 जून 2020

बगोदर प्रखंड के बगोदरडीह पश्चिमी के अंबाडीह में शुरू हुआ पानी रोको पौधा रोपो अभियान

बगोदर प्रखंड के बगोदरडीह पश्चिमी ग्राम अंबाडीह में शुरू हुआ पानी रोको पौधा रोपो अभियान

गिरिडीह : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न बेरोजगारी तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने हेतु राज्य सरकार द्वारा विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की गई है।  नीलांबर पितांबर योजना, जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना एवं शहीद फोटो हो खेल विकास योजना की शुरुआत की गई है। 

इसी आलोक में गुरुवार बगोदर प्रखंड के बगोदरडीह पश्चिमी ग्राम अंबाडीह पंचायत में प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में "पानी रोको पौधा रोपों" की शुरुआत की गई। ग्रामीण स्तर पर इन योजनाओं की शुरू हो जाने से काफी लोगों को रोजगार मिलेगा। तथा जल एवं मृदा संरक्षण कार्यो से गांव का पानी गांव एवं खेत का पानी खेत में ही रोका जा सकेगा। तथा इसका उद्देश्य जल संरक्षण के साथ-साथ रोजगार सृजन एवं ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके अलावा मनरेगा अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर भी शुरू किया गया है ताकि लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके। 
प्रखंड विकास पदाधिकारी, बगोदर ने उक्त स्थल का निरीक्षण कर विभिन्न योजनाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बगोदर प्रखंड के बगोदरडीह पश्चिमी ग्राम अंबाडीह पंचायत में बिरसा ग्राम हरित योजना के तहत "पौधा रोपो पानी रोको" अभियान के तहत आम बागवानी एवं टीसीबी का निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया। इसका उद्देश्य प्रवासी मजदूरों को उनके ग्राम पंचायत में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाना है। पानी रोको पौधा रोपो अभियान के तहत बगोदर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी के नेतृत्व में मनरेगा अंतर्गत बिरसा हरित ग्राम योजना पंचायत बगोदरडीह पश्चिमी ग्राम अंबाडीह में खीरोधर महतो के जमीन में बिरसा हरित आम बागवानी, टहली देवी के जमीन में विरसा हरित आम बागवानी, कार्तिक महतो के जमीन में विरसा हरित आम बागवानी योजना का शुभारंभ किया गया। जिसमें लगभग 30 मजदूर कार्यरत हैं। 

योजना का प्राक्कलित राशि 3,59,059 रुपए हैं। इसके अलावा प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा बगोदर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा कार्यों के अंतर्गत जल संरक्षण का चयन कर इसके माध्यम से वृक्षारोपण तथा टीसीबी का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया है। इसके अलावा बाहर के राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को भी मनरेगा के कार्य से जोड़ा जाएगा। इसके लिए क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को उनकी ग्राम पंचायत के आसपास ही रोजगार देने की योजना है। ताकि जिले के लोगों को जिले में रोजगार दिया जा सके और गांव के विकास का कार्य को बढ़ाया जा सके। 

1 लाख 51 हजार 199 गरीब व असहाय परिवारों को कराया गया गर्म भोजन

01 लाख 51 हजार 199 गरीब व असहाय परिवारों को कराया गया गर्म भोजन  
 गिरिडीह : कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कोविड-19 के बढ़ते प्रसार के बचाव एवं रोकथाम हेतु जिला प्रशासन के द्वारा कई तरह कदम उठाए जा रहे हैं। 

गिरिडीह जिले में कोविड-19 को लेकर उत्पन्न परिस्थितियों से प्रभावित गरीब व असहाय/निर्धन परिवारों तथा बाहर राज्यो से आए हुए मजदूर भाईयो को खाली पेट न सोना पड़े, इसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह कटिबद्ध है। जिले के कोई भी गरीब/असहाय व निर्धन परिवार भूखा न रहें, इसके मद्देनजर सामुदायिक किचन के द्वारा जिले के सभी गरीब व असहाय एवं निर्धन परिवारों को गर्म एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

जिले में संचालित सामुदायिक किचन के द्वारा नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था जिले के विभिन्न क्षेत्रों की गई है। अभी तक 17 सामुदायिक किचेन के जरिए गरीब व निर्धन परिवारों को गर्म भोजन मुहैया कराया गया। ताकि जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। 

ज्ञात हो कि जिले में संचालित 17 सामुदायिक किचन के द्वारा करीब 1 लाख 51 हजार 199 गरीब एवं निर्धन परिवारों को दो समय का नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया है।

भू-माफियाओं पर सख्त हुआ गिरिडीह जिला प्रशासन

भू-माफियाओं पर सख्त हुआ गिरिडीह जिला प्रशासन 
18 हजार से अधिक अवैध जमाबंदी चिन्हित


गिरिडीह: सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले गिरिडीह के भू-माफियाओं से जमीन को मुक्त कराने की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के तहत डीसी राहुल सिन्हा के निर्देश पर एसी विल्सन भेंगरा ने पूरे जिले में 18 हजार तीन सौ से अधिक अवैध जमाबंदी को चिन्हित किया है।

जिला प्रशासन ने सभी अवैध जमाबंदी कायम करने वाले भू-माफियाओं को प्लॉट खाली करने का नोटिस  दिया है।  नोटिस मिलते ही रियल स्टेट और भू-माफियाओं में दहशत का माहौल वयाप्त हो गया है। 

सूत्रों की माने तो जमीन के अवैध धंधेबाज नोटिस मिलने के बाद एक बार फिर प्रशासनिक निर्देशों का काट निकालने की तैयारी में जुट चुके हैं। लेकिन कहावत है- तू डाल डाल मैं पात पात की युक्ति जिला प्रशासन ने भी चरितार्थ कर दिया है। जिला प्रशासन को भू-माफियाओं की नये कारगुजारियों का अन्देशा पहले ही हो गया था। इसलिये डीसी राहुल सिन्हा द्वारा जारी नये आदेश के अनुसार 31 मई 1957 के पहले के जमींदारी हुकुमनामा के आधार पर कटे मालगुजारी के रसीद को ही रैयतदार माना गया है। और 1965 के बाद सीओ, एसडीएम और न्यायलय स्तर पर हुए जमाबंदी को भी रैयतदारों की सूची में शामिल करने की बात डीसी द्वारा कहा गया है।

 जानकारों की माने तो जिले में सरकारी जमीनों पर भू-माफियाओं का कब्जा होने के पीछे सबसे बड़ा कारण अवैध जमीन कारोबारियों को अधिकारियों का संरक्षण और सफेदफोश नेताओं का संरक्षण हासिल होना रहना है। जिनके पैरवी के बलबूते भू-माफिया रजिस्ट्री ऑफिस से लेकर सीओ ऑफिस तक मूल दस्तावेजों में फेरबदल कराकर सरकारी जमीनों पर कब्जा करने में सफल होते रहे हैं।

डीसी के निर्देश के आलोक में अवैध जमाबंदी चिन्हित किये गए है। जिले के अचंलाधिकारियों ने जितने अवैध जमाबंदी चिन्हित किए हैं, उसमें सदर प्रखंड में 1152, गांडेय में 1152, गांवा में 5916, डुमरी में 3082, तिसीर में 1072, देवरी में 380, धनवार में 926, पीरटांड में 1863, बेंगाबाद में 704, बगोदर में 444, बिरनी में 1323, सरिया में 432 अवैध जमाबंदी शामिल है। इन सभी प्रखंडों के चिन्हित किये गए जमीन कब्जाधारियों को नोटिस दिया जा चुका है।

प्रवासी मजदूरों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने पर दिया गया मनरेगा जॉब कार्ड

प्रवासी मजदूरों की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने पर दिया गया मनरेगा जॉब कार्ड 
आत्मनिर्भर जीवन का पथ प्रशस्त होगा: बीडीओ


गिरिडीह :  कोविड-19 के कारण उत्पन्न बेरोजगारी तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने हेतु राज्य सरकार द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की गई है। ताकि बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला में मनरेगा एवं अन्य संचालित महत्वाकांक्षी योजनाओं में काम दिया जाए।

 जिससे उनकी रोजमर्रा जिंदगी प्रभावित ना हो सके। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में विकास का कार्य सुचारू रूप से किया जा सके। इसी आलोक में आज प्रखंड विकास पदाधिकारी, जमुआ के नेतृत्व में ग्राम पंचायत खरगडीहा में बाहर से आए सभी प्रवासी मजदूरों को उनके क्वॉरेंटाइन अवधि के पश्चात मनरेगा अंतर्गत जॉब कार्ड दिया गया। 

प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए सभी मजदूरों को जॉब कार्ड प्रदान किया गया। ताकि उनको उनकी ग्राम पंचायत के नजदीक में रोजगार दिया जा सके। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा संचालित नीलांबर-पितांबर योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, जल समृद्धि योजना, आम बागवानी, टीसीबीे, पानी रोको पौधा रोपो तथा मनरेगा के अंतर्गत सभी प्रवासी मजदूरों को कार्य दिया जा रहा है। जिससे कि ग्राम पंचायतों में विकास के कार्यों को पूरा किया जा सके। 

वन विभाग ने की छापेमारी, 30 हजार कीमत की अवैध लकड़ी लदा एक ट्रैक्टर जब्त

वन विभाग ने की छापेमारी, 30 हजार कीमत की अवैध लकड़ी लदा एक ट्रैक्टर जब्त 
 
गिरिडीह : जिले के पीरटांड  प्रखंड के कठवारा स्थित खेताडाबर जंगल में बुधवार की रात वन विभाग के पदाधिकारियों ने छापेमारी की। इस दौरान पदाधिकारियों ने लगभग तीस हजार रुपये मूल्य की अवैध लकड़ी लदा एक ट्रैक्टर को जब्त किया है।

बताया जाता है कि कतिपय लकड़ी माफिया अवैध रूप से लकड़ी काटकर खपाने की तैयारी में जुटे थे। जिस पर ग्रामीणों की नज़र पड़ गयी। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वनरक्षी संजय महतो के नेतृत्व में वन विभाग की एक टीम गठित जंगल पहुंच छापामारी की। छापेमारी में वन विभाग के पदाधिकारियों ने ट्रैक्टर सहित लकड़ी को जब्त कर लिया। 
 इस छापेमारी दल में एंथनी हेम्ब्रम,रमेश टुड्डू, सुमित सिंह, संदीप मिश्रा, मनीष राय, प्रणव पांडेय आदि शामिल थे।

वनरक्षी संजय महतो ने बताया कि जब्त किया गया ट्रैक्टर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मटरुखा निवासी विक्रम तांती का है। जबकि अवेध तरीके से लकड़ी की कटाई का काम अंगइया निवासी लकफी व्यापारी हजाम दास द्वारा करायी गयी है। कहा कि  विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर  दोनों के ऐरुद्ध करवाई की जा रही है।

मूक बघिर वृद्धा के घर चोरी, जांच में जुटी पुलिस

मूक बघिर वृद्धा के घर चोरी, जांच में जुटी पुलिस
गिरिडीह : जिले के गांडेय प्रखंड के गांडेय बाजार स्थित दुर्गा मंदिर के समीप 88 वर्षीय मूक बधिर महिला गेंदा देवी के घर अपराधियों ने दिन के उजाले में घर में घुसकर चोरी की घटना को अंजाम दिया। 

अपराधियों ने घर में रखे बक्शे का ताला तोड़कर कुछ नकदी चोरी कर ली। बक्शे को खुला देख भुक्तभोगी गेंदा देवी ने शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग जुटे। सूचना पर गांडेय पुलिस भी घटना स्थल पहुंचकर मामले की जांच की। 

अपराधियों ने कितना राशि चोरी की है, इसका सही आकलन नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने बताया कि गेंदा देवी घर में अकेली रहती हैं। उसका एक बेटा उसे छोड़कर बाहर रहता है। सरकार की ओर से उसे पेंशन मिलती है। घटना के वक्त वह घर से पचास मीटर दूर एक चापाकल से पानी लाने गई थी। इस दौरान पहले से घात लगाए अपराधी उसके घर में घुसकर बक्शे में रखे रुपये की चोरी कर ली। 

अपराधी घटना को अंजाम दे जब भाग रहे थे, ठीक उसी समय भुक्तभोगी महिला पानी लेकर घर पहुंची। उसने कुछ लोगों को घर से भागते देखा। वह भागी-भागी अंदर घुसी। घर में रखे बक्शे को खुला पाया। यह देख वह जोर-जोर से रोने लगी। शोर सुनकर आसपास के लोग जुटे व प्रशासन को सूचना दी।

 ग्रामीणों ने बताया कि उसके घर के बगल कुछ लोग हमेशा जुआ खेलते हैं। लोगों ने आशंका व्यक्त की है कि यह अराजक तत्वों की ही करतूत लग रही है। बहरहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

27 साल से खोया बेटा लॉकडाउन में वापस लौटा घर

27 साल से खोया बेटा लॉकडाउन में वापस लौटा घर 
           *परिवार में खुशियों की लौटी बहार


गिरिडीह : लॉक डाउन के दौरान पूरे देश मे अजीबो गरीब घटनाएं घटित हुई है। कई घटनाएं अखबारों और समाचारों की सुर्खियां भी बनी है। जिसे सुन कर लोग दंग व अचंभित भी हो रहे है।  उसी कड़ी में गिरिडीह जिले में घटित यह घटना भी काफी दिलचस्प है। 

जिले के डुमरी थाना क्षेत्र के खुदिसार गांव निवासी स्व. लाला दास का पुत्र छत्रबली दास अब से  27 वर्ष पूर्व जब वह महज 9 वर्ष का था। घर में हुए किसी बात से गुस्सा होकर घर से निकला गया था। परिजन उसकी काफी खोज बिन किये लेकिन उसका कंहा अता पता नही चला। बाद में परिजन उसके बारे में कुछ भी सोंचना बन्द कर दिया था। 

छत्रबली बताता है कि वह घर से भाग कर मुम्बई चला गया था। और वंही रहकर इतने दिन अलग अलग काम कर अपना जीविकोपार्जन कर रहा था। इस बीच 
मुम्बई मे रहते उसका 27 सालो बीत गया। लेकिन उसे कभी भी अपने घर परिवार की याद नही आयी।  
लेकिन कोविड 19 कोरोना महामारी के मद्दे नजर जब देश्वयापी लॉकडाउन शुरू हुआ तो उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया। काफी समय तक मुसीबत झेलने के बाद जब वह हिम्मत हार गया तो उसे घर की याद आई और सोचा कि ..चलो अब घर लौट चलें..।।
फिर अपने एक दोस्त की मदद से गिरिडीह आया और फिर लोगो से पुछते -पुछते अपना तक घर पहुंच गया।
उसके घर वापसी से परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गयी है। वंही वह भी अपने परिवार से मिलकर काफी खुश है। वह अभी अपने ही घर मे होम कोरेण्टाइन में है।

कोरोना जागरूकता अभियान सम्पन्न, मास्क बांट की दी गयी पहनने की चेतावनी

कोरोना जागरूकता अभियान सम्पन्न, मास्क बांट की दी गयी पहनने की चेतावनी
गिरिडीह : प्रखंड विकास पदाधिकारी गौतम भगत के नेतृत्व में सिहोडीह कॉलेज मोड़ के पास गुरुवार को कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया।  
इस दौरान लोगों के बीच मास्क व पंपलेट बांट कर लोगों को जागरूक किया गया। वहीं लोगों को बिना मास्क के बाहर नहीं निकलने और बगैर हेलमेट पहनकर बाइक चलाने की हिदायत दी गयी। 

मौके पर लोगों को बताया गया कि राज्य में मास्क नहीं पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों पर पुलिस सख्ती करेगी। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर पुलिस के द्वारा डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 की धारा 51, महामारी अधिनियम 1897 की धारा 3, आईपीसी की धारा 269, 270 और 188 के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी। 

मौके पर दण्डाधिकारी मनोज कुमार,ए एस आई प्रमोद प्रसाद दलबल के साथ मौजूद थे।

गुपचुप खाने से 35 लोग बीमार, अस्पताल में भर्ती

गुपचुप खाने से 35 लोग बीमार, अस्पताल में भर्ती
चतरा :चतरा में गुपचुप खाने से 35 लोग बीमार हो गए। जिन्हें आनन-फानन में उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला चतरा शहर के दर्जी बीघा मोहल्ला व पकरिया इलाके की है।

 जानकारी के अनुसार लॉक डाउन में छूट मिलने के बाद दर्जी मोहल्ला व पकरिया इलाके में ठेला पर गुपचुप बेचने वाला पहुंचा था। जिससे खरीद कर 33 लोगों ने गुपचुप खाया था। गुपचुप खाते ही सभी लोगों को उल्टी शुरू हो गया। जिसके बाद मोहल्ले वासियों ने गुपचुप वाले से इसकी शिकायत की। गुपचुप में गड़बड़ी की शिकायत पर गुपचुप विक्रेता और उसकी पत्नी ने भी मौके पर गुपचुप खा लिया। जिसके बाद उनकी भी स्थिति बिगड़ गई है। 

आनन-फानन में सभी को मोहल्ले वासियों के सहयोग से सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सक उनका इलाज कर रहे हैं। सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि मामला फूड प्वाइजनिंग का है, स्लाइनिंग किया जा रहा है। सभी की स्थिति सामान्य है, 24 घंटे में सभी बीमार लोग उम्मीद है ठीक हो जाएंगे। बीमार लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।