शनिवार, 7 जनवरी 2023

16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सक कर्मी


सौंपा उपायुक्त और सिविल सर्जन को ज्ञापन

गिरिडीह : झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के अनुबंध कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में आगामी 16 जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। 

इस बाबत झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के गिरिडीह इकाई का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा और सिविल सर्जन डॉ एस सी मिश्रा से मुलाकात कर पारा मेडिकल नियमावली 2018 में आंशिक संशोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सभी पारा मेडिकल कर्मियों को वर्ष 2014 की तरह विभागीय समायोजन की प्रक्रिया अविलंब शुरू करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। संघ के प्रतिनिधि मंडल में प्रवीण कुमार, संदीप कुमार, सावित्री टोप्पो, प्रिया ज्योति मुर्मू, प्रणव पाठक, अल्बर्ट दाऊद मरांडी, सच्चिदानंद वर्मा, नीलम कुमारी आदि शामिल थे।

झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम कर वैश्विक महामारी कोरोना पर विजय प्राप्त की। हालांकि इस दौरान अधिकांश अनुबंध कर्मी कोरोना पॉजिटिव भी हुए। बाबजूद उन्होंने अपनी जान को जोखिम में डाल कर भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। 

कहा कि एएनएम, जीएनएम, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्स-रे टेक्निशियन, नेत्र सहायक आदि पारा मेडिकल कर्मी सरकार के कई महत्वपूर्ण योजना को अपनी जान जोखिम में डाल कर सफल बनाते रहे हैं। लेकिन उन्हें अल्प मानदेय की प्राप्ति होती है। जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण और बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाने में असमर्थ हैं। 

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के बाद भी यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो पारा मेडिकल कर्मी आगामी 17 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह के अध्यक्ष बने गोपाल दास भदानी और सचिव अरुण कुमार गुप्ता


गिरिडीह :  माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह का चुनाव भंडारीडीह स्थित माहुरी छात्रावास में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार 7 जनवरी को संपन्न हुआ। जिसमें गोपाल दास भादानी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी उमेश कुमार माथुर को 182 मतों से पराजित कर माहुरी वैश्य मंडल गिरिडीह के अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। वहीं पूर्व अध्यक्ष रहे मनीष कुमार एकघरा को मात्र 7 मतों पर ही संतोष करना पड़ा। बता दें कि अध्यक्ष के पद के लिए कुल तीन उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में खड़े थे। वही सचिव के पद पर अरुण कुमार गुप्ता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुदीप गुप्ता को 111 मतों से पराजित कर  निर्वाचित हुए। सचिव के पद पर भी तीन ही उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।

गिरिडीह माहुरी वैश्य मंडल का चुनाव सात सदस्यीय चुनाव पर्यवेक्षक दल की मौजूदगी में संपन्न कराया गया। चुनाव प्रयवेक्षकों में महामंडल के उपाध्यक्ष सह नगर निगम के उप महापौर प्रकाश राम सेठ, उमा शंकर चरनपहाड़ी, संगठन मंत्री प्रदीप कुमार, राजेंद्र तर्वे, अनिल कुमार, वार्ड पार्षद सुमित कुमार, और संजय कुमार कंधवे शामिल थे।

पूरी निष्पक्षता और लोकतांत्रिक तरीके से शनिवार सुबह से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमे गिरिडीह मंडल के 508 मतदाताओं में से 352 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान पश्चात मतगणना की प्रक्रिया शुरू हुई। जिसमें 354 मत वैध जबकि तीन मत अवैध घोषित किए गए।

मतगणना के दौरान अध्यक्ष पद उम्मीदवार गोपाल दास भदानी को 262 मत, उमेश कुमार माथुर को 80 मत और मनीष कुमार एकघरा को 07 मत मिले।वही सचिव के पद के उम्मीदवार अरुण कुमार गुप्ता को 214 मत, सुदीप गुप्ता को 103 मत और अजीत कुमार गुप्ता को 32 मत प्राप्त हुए।

चुनाव की पूरी प्रक्रिया की समाप्ति के बाद चुनाव पर्यवेक्षक प्रकाश सेठ ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि यह कोई राजनीतिक दल का चुनाव नहीं बल्कि सामाजिक संगठन का चुनाव था। उन्होंने नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि समाज ने उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी ही वे उसे पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे।

वहीं नव निर्वाचित अध्यक्ष गोपाल दास भदानी एवं सचिव अरुण गुप्ता ने कहा कि समाज के लोगों ने उनके कांधे जो जिम्मेवारी दी ही उसका वह अक्षरशः पालन करते हुए समाज को नई ऊंचाई दिलाने की दिशा में कार्य करेंगे।

मौके पर नवनिर्वाचित दोनों पदाधिकारियों को सुजीत कपिस्वे, हब्लू गुप्ता, संजीत तर्वे, सुजय भदानी, पारितोषिक एकघरा, आलोक कुमार, विपिन गुप्ता, आशीष कुमार, मीना गुप्ता, शालिनी वेश्खियार, रेनू देवी, उमा देवी, सुषमा चंद्रा आदि ने फूलमाला पहना उन्हें बधाई दी।

वाटर हीटर रॉड का करें एहतियात के साथ इस्तेमाल


  न्यूज़ डेस्क : सर्दी में अक्सर ठंडे पानी से नहाने का डर होता है. ठंड से बचने के लिए कुछ लोग तो गीजर फिट कराते हैं. लेकिन ज्यादातर लोग पानी गर्म करने के लिए अभी भी वॉटर हीटर रॉड का इस्तेमाल ही करते हैं. वॉटर हीटर रॉड को इस्तेमाल करने के लिए काफी एहतियात बरतना पड़ता है. इसको काफी रिस्की टास्क माना जाता है. चूके एक छोटी सी गलती भी नुकसानदायक साबित हो सकती है. अगर आपके घर में भी वॉटर हीटर रॉड हैं. हम आपको कुछ सेफ्टी टिप्स बताने जा रहे हैं. अच्छी तरह से करें यूजवॉटर हीटर रॉड काफी लंबे समय तक चलते हैं. यह सालों-साल खराब नहीं होते हैं. लेकिन 2 साल पुराने हीटर रॉड को यूज करने में काफी ज्यादा खतरा होता है. इससे करंट भी लग सकता है. कई लोकल वॉटर हीटर रॉड भी होते हैं.जो ज्यादा बिजली की खपत करते हैं. अगर आप भी खरीदने जा रहे हैं तो ओरिजनल ही खरीदें.

 बाल्टी में डालने के बाद ही करें ऑन

कई लोग गलत तरीके से रॉड का इस्तेमाल करते हैं. ऑन करने के बाद उसे बाल्टी में डालते हैं. लेकिन इससे करंट करने का खतरा होता है. समझदारी है कि सबसे पहले पानी से भरी बाल्टी में रॉड डालें और फिर इसे ऑन करें.

 रॉड की करते रहें सफाई

Water Heater Rod को समय-समय पर साफ करते रहें. खराब होने पर रॉड पानी को ज्यादा गर्म नहीं कर पाती है. ऐसे में जब आप रॉड गंदी दिखे या मिट्टी जम जाए तो उसको आप साफ कर लें.

 प्लास्टिक की बालटी का करें इस्तेमाल

कई लोग लोहे की बाल्टी का इस्तेमाल करते हैं. वॉटर हीटर रॉड को डालने के बाद करंट लगने का डर होता है. ऐसे में सिर्फ प्लास्टिक की बाल्टी का ही इस्तेमाल करें.

रालोजपा ने की मुख्यमंत्री से सीएनटी एक्ट में संशोधन करने की मांग

गिरिडीह :  राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज ने सीएनटी एक्ट को संशोधित करने की मांग सूबे के मुख्यमन्त्री हेमन्त सोरेन से की है।
उन्होंने कहा है कि सीएनटी एक्ट में जिन जातियों को रखा गया है उन जातियों की जमीन का भाव कौड़ी का हो गया है। उनके बच्चों के लिए एजुकेशन लोन में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। यहां तक कि सीएनटी में आने वाले जातियों में चंद्रवंशी समाज, अनुसूचित जाति एवं नाई समाज के लोग बच्चियों की शादी के लिए जमीन बेचना चाहते हैं लेकिन उसका उचित दाम नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है।  उन्होंने कहा कि सूबे की सरकार से इन जातियों के प्रतिनिधि मंडल ने कई बार मिलकर ज्ञापन भी दिया है लेकिन अब तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल सीएनटी एक्ट का संशोधन कर थाना क्षेत्र एवं जातियों के बंधन से इसे मुक्त कराया जाये। साथ ही एजुकेशन लोन, होम लोन के लिए सरकार के तरफ से बैंकों को भी निर्देश जारी किया जाय। ताकि सीएनटी एक्ट में शामिल जातियों को उनके परेशानियों से मुक्ति मिल सके।
श्री राज ने कहा की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सूबे के मुख्यमंत्री एवं महामहिम राज्यपाल से मिलकर इस बावत एक ज्ञापन सौंपेगा और जरूरत पड़ी है तो आंदोलन करने को भी बाध्य होगा।