लोकोक्ति:-
"सिरफिरे ही इतिहास लिखते हैं"
जो सिरफिरे होते हैं ।।
इतिहास -
वही तो लिखते हैं।
समझदार लोग तो,
सिर्फ -
उनके बारे में,
पढते हैं......।।
परख अगर हीरे की करनी है
तो अंधेँरे-
का इन्तजार करो......,,,
वर्ना धूप मे तो
काँच के टुकडे भी
चमकते है".....।।
समय एक सा नहीं रहता
यारों,
सबका बदलता है...
जो कपडे अंग्रेजों के गवर्नर
पहनकर
लोगों को डराते थे...
वो कपड़े आज ....
हमारे बैंडबाजा वाले पहनते है।।
"सिरफिरे ही इतिहास लिखते हैं"
जो सिरफिरे होते हैं ।।
इतिहास -
वही तो लिखते हैं।
समझदार लोग तो,
सिर्फ -
उनके बारे में,
पढते हैं......।।
परख अगर हीरे की करनी है
तो अंधेँरे-
का इन्तजार करो......,,,
वर्ना धूप मे तो
काँच के टुकडे भी
चमकते है".....।।
समय एक सा नहीं रहता
यारों,
सबका बदलता है...
जो कपडे अंग्रेजों के गवर्नर
पहनकर
लोगों को डराते थे...
वो कपड़े आज ....
हमारे बैंडबाजा वाले पहनते है।।