सोमवार, 13 जनवरी 2020

प्रख्यात आलोचक कॉ खगेन्द्र ठाकुर का हुआ निधन

 हिन्दी साहित्य जगत के प्रख्यात आलोचक कॉ खगेन्द्र ठाकुर का हुआ निधन


न्यूज़ अपडेट, रांची : हिन्दी साहित्य के प्रख्यात आलोचक डॉ खगेंद्र ठाकुर का सोमवार को निधन हो गया। वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की राज्य कार्यकारिणी सदस्य और  प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे।

उनके निधन पर भाकपा झारखंड राज्य परिषद ने शोक संवेदना जारी किया है। जारी शोक संवेदना में भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेन्द्र पाठक ने कहा है कि कॉमरेड ठाकुर के निधन से भाकपा को अपूरणीय क्षति हुई है।

झारखंड के गोड्डा जिला के मालिनी गांव में 9 सितंबर 1937 को जन्मे खगेन्द्र ठाकुर भागलपुर विश्वविद्यालयों में प्रध्यापक के पद पर कार्यरत रहे। बाद में इस पद से इस्तीफा देकर वे पार्टी के सक्रिय राजनीति में जुड़ गये और आजन्म पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे।

भाकपा झारखंड राज्य परिषद की ओर से जारी बयान में कहा गया कि खगेंद्र ठाकुर लंबे समय तक राष्ट्रीय परिषद के सदस्य तथा झारखंड राज्य के सहायक सचिव रहे हैं। वे पार्टी के बौद्धिक स्तंभ थे और दैनिक क्रिया-कलापों में लगातार शामिल होते थे।

उनके निधन से देश के प्रगतिशील सांस्कृतिक व साहित्यिक आन्दोलन को गहरी क्षति हुई है। उन्होंने मार्क्सवाद और वर्त्तमान राजनीति से संबंधित कई पुस्तकों का सृजन किया।

डॉ खगेन्द्र ठाकुर के निधन पर उनके सम्मान में पार्टी के राज्य कार्यालय का झंडा झुका दिया गया है।

जिला प्रशासन निष्पक्ष जाँच कर दोषियों के विरुद्ध करे कार्रवाई

जिला प्रशासन निष्पक्ष जाँच कर दोषियों के विरुद्ध करे कार्रवाई : विधायक


गिरिडीह, 13 जनवरी:  रविवार को उपद्रवियों द्वारा तिरंगा यात्रा के दौरान किये गये पथराव के मामले को लेकर विधायक सुदिव्य कुमार सोमवार को उपायुक्त से मिले। 

समाहरणालय स्थित उपयुक्त कार्यालय पहुंच विधायक ने उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान सुरेन्द्र झा से मुलाक़ात की और रविवार की घटना पर चिंता जताते हुये मामले की निष्पक्ष तरीके से जाँच करने की मांग किया।


उन्होंने पदाधिकारी द्वय से स्पष्ट कहा कि जाँच पूरी तरह भेदभाव पूर्ण हो और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई हो। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि कोई निर्दोष इसके चपेटे में न आये, प्रशासन इस बात पर अवश्य ताकित रखे।

विधायक ने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से भी बात हुई है। उन्होंने भी जिला प्रशासन को निष्पक्ष जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा कि रविवार की घटना पर कतिपय राजनीतिक पार्टी राजनीति करना चाह रही है। लेकिन उनके सारे मन्शुबे पर पानी फेर दिया जायेगा और दोषियों को कदापि नहीं बख्सा जायेगा।

सेक्स रेकेट चला रहे चार पत्रकार धराये

सेक्स रेकेट चला रहे चार पत्रकार धराये

कानपुर : एसएसपी अनंत देव तिवारी से मिले निर्देश के बाद एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने सेक्स रैकेट चला रहे पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। ये तथाकथित पत्रकार पत्रकारिता की आड़ में रैकेट चला रहे थे। पुलिस ने पकड़े गए चार पत्रकारों के पास से आईकार्ड व माईक आईडी भी बरामद की है।

दूसरे जिलों से आईं दो लड़कियां भी पकड़ी गई हैं। ये लड़कियां पत्रकारों के साथ देहव्यापार में लिप्त थीं।

बर्रा पुलिस द्वारा मुखबिर की सटीक सूचना पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के पीछे मेहरबान सिंह का पुरवा में छापा मारा गया। यहां किराए का मकान लेकर पत्रकार लोग देहव्यापार करवा रहे थे। तथाकथित पत्रकार इंटरनेट के जरिए वाट्सएप ग्रुप बनाकर ग्राहक जोड़ते थे। गिरफ्तारी में मौके से 2 लड़कियों और 4 तथाकथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है।

बताया जा रहा था कि गिरफ्तार होने के समय इन लोगों ने पुलिस पर पत्रकारिता का रौब गालिब करना चाहा। पर पुलिस की सख्ती के चलते इनके तेवर ढीले हो गए। पुलिस ने इनके पास से 80 रुपये नकद, 3 पैकेट कण्डोम, 2 पैनकार्ड, 3 एटीएम कार्ड, 5 प्रेस की आईडी कार्ड व 8 मोबाईल फोन बरामद किए हैं।

पकड़े गए लोगों में मंगल पासवान उम्र 22 वर्ष, भारत एक्सप्रेस न्यूज का संपादक

विमलेश तिवारी उम्र 21 वर्ष, भारत न्यूज एक्सप्रेस का ब्यूरो चीफ

मुन्ना सिंह 21 वर्ष, भारत एक्सप्रेस न्यूज का स्टेट हेड

नीरेन्द्र सिंह 21 वर्ष, दैनिक अमरेश दर्पण का ब्यूरो चीफ

जनपद आगरा की रहने वाली दो लड़कियां भी पकड़ी गई हैं।

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आसनसोल में भाजपा का दफ्तर फूंका,

आसनसोल में भाजपा का दफ्तर फूंका, टीएमसी पर लगा आरोप



आसनसोल :: आसनसोल स्थित भारतीय जनता पार्टी के एक दफ्तर को रविवार की रात अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में एक बार फिर भाजपा और टीएमसी आपने सामने हो गयी है। भाजपा नेताओं ने इस घृणित कुकर्म का आरोप सत्‍ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर लगाया है।  आसनसोल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। 


विदित हो कि पश्चिम बंगाल में इससे पूर्व भी दोनों पार्टियों में कई हिंसक झड़प हो चुकी है। । बीते 30 नवंबर को तृणमूल और भाजपा के बीच कई जगहों पर झड़पें हुई थीं। जसमे कम से कम 13 लोग घायल हुए थे। वहीं बीते 2 दिसंबर को एक आरएसएस कार्यकर्ता को कोलकाता में गोली मार दी गई थी।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच गाहे बगाहे हिंसात्मक घटनाएं घटित होती रहती है। और, दोनों ही दल एक-दूसरे पर हिंसा का रास्‍ता अपनाने का आरोप लगाते रहे हैं। राज्‍य में सम्पन्न हुये बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों के बीच खुनी हिंसा देखने को मिली थी।

आप ने किया यूपीए गठबंधन से किनारा

आप पार्टी ने किया यूपीए गठबंधन से किनारा

 कांग्रेस को नजर आ रही दिन में तारे


न्यूज़ अपडेट, दिल्ली :  बिहार और दिल्ली के चुनाव के पहले यूपीए गठबंधन को एक करारा झटका लगा है। पहले ममता बनर्जी ने मायावती ने साथ छोड़ा था और अरविंद केजरीवाल ने भी साथ छोड़ने का एलान कर दिया है। 

विदित हो कि आज 13 जनवरी सोमवार को दिल्ली में यूपीए गठबंधन की एक अहम बैठक 2 बजे दिन से होना निर्धारित था। लेकिन उस बैठक में शामिल होने से पहले तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी ने इनकार किया था। बाद में बसपा की मायावती ने भी। और अब आप के अरविंद केजरीवाल ने खुद को किनारा कर लिया है। जिससे कांग्रेस पार्टी काफी सकते में आ गयी है। उसे दिन में ही तारे नजर आने लगी है।

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शनों के बीच साझा रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस ने समान विचारधारा वाली सभी विपक्षी पार्टियों को सोमवार को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। आज दोपहर दो बजे विपक्षी दलों की बैठक होगी, जिसमें नागरिकता कानून, जेएनयू हिंसा और देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी। मगर उससे पहले कांग्रेस की अगुवाई वाली विपक्षी एकता की कवायद को बड़ा झटका लगा है। इस बैठक में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी शामिल नहीं होगी।

नागरिकता कानून को लेकर विपक्षी दलों की कवायद को यह तीसरा झटका है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती भी बैठक में शामिल न होने का ऐलान कर झटका दे चुकी हैं। बता दें कि सीएए के खिलाफ एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए और छात्रों के खिलाफ पुलिस की कथित बर्बरता के विरोध में सभी विपक्षी दल आज दोपहर दो बजे संसद उपभवन में बैठक करेंगे।