मंगलवार, 18 फ़रवरी 2025

देवघर बाबा मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारी शुरू, आज उतारे जाएंगे कई मंदिरों से पंचशूल

सबसे पहले गणेश मंदिर का उतरा गया पंचशूल

देवघर (Deoghar)। देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में महाशिवरात्रि की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. बाबा मंदिर परिसर स्थित मंदिरों से पंचशूल उतारने की कार्रवाई शुरू हो गई है. सबसे पहले मंदिर परिसर स्थित गणेश मंदिर का पंचशूल उतारा गया. पंचशूल के दर्शन व स्पर्श के लिए परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इसी प्रकार क्रमवार बाकी सभी मंदिरों से पंचशूल उतारे जाएंगे. मां संध्या मंदिर, महाकाल भैरव मंदिर, हनुमान मंदिर, मां सरस्वती मंदिर से आज मंगलवार को पंचशूल को उतारे जाएंगे. सबसे अंत में बाबा मंदिर व माता पार्वती मंदिर के शिखर से पंचशूल उतारे जाएंगे.


महाशिविरात्रि से एक दिन पहले 25 फरवरी को फाल्गुन कृष्ण द्वादशी तिथि को पंडित गुलाब नंद ओझा के निर्देशन में पंचशूलों की विशेष पूजा की जाएगी. इसके बाद सभी मंदिरों के शिखर पर पंचशूल स्थापित किर दिए जाएंगे. मौके पर मंदिर के प्रबंधक रमेश परिहस्त, भोला भंडारी, सुबोध वर्मा आदि मौजूद थे. 


इस बीच देवघर एसडीओ रवि कुमार ने सोमवार को मंदिर परिसर का निरीक्षण किया. उन्होंने महाशिवरात्रि के दिन निकलने वाली शिव बारात की रूटलाइन में सुरक्षा समेत अन्य व्यस्थाओं व तैयारियों का जायजा लिया. उनके साथ एसडीपीओ अशोक कुमार भी थे.

रात्रि गश्ती के दौरान वन विभाग की टीम ने की कार्रवाई, अवैध लकड़ी लदा दो ट्रक जब्त

चाईबासा (Jharkhand)।  जिले के सायतवा बरकेला नरसंडा रोड में वन विभाग की टीम ने अवैध लकड़ी लदा दो ट्रक पकड़ा है.रात्रि गश्ती के दौरान वन विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की है. पुलिस को आता देख दोनों ट्रक के चालक मौके से फरार हो गए.वही टीम ने दोनों ट्रकों को जब्त कर वन क्षेत्र परिसर ले आयी. बताया गया कि ट्रकों से जब्त लकड़ी की कीमत 3 लाख रुपये से भी अधिक हैं.



कोल्हान वन प्रमंडल पदाधिकारी कुलदीप मीणा के निर्देशानुसार सायतवा वन प्रक्षेत्र बरकेला के द्वारा सायतवा नरसंडा रोड में रात्रि गश्ती के दौरान एक टाटा एलपीटी ट्रक को रोका गया. गाड़ी को रोकने के दौरान गश्ती दल को देखकर गाड़ी ड्राइवर और उसका क्लीनर गाड़ी से उतरकर भागने लगा. भागने के क्रम में उनका पीछा किया गया, लेकिन अंधेरे का लाभ उठाकर दोनों भागने में सफल हो गए. उसके बाद रोड पर आकर गाड़ी की जांच की जाने लगी.


उसी दौरान देखा गया कि पहली गाड़ी के पीछे और एक गाड़ी लगी हुई थी. उसकी भी जांच की गई तो दोनों गाड़ी में अवैध साल का बोटा पाया गया. जांच के दौरान गाड़ी में वन पदार्थ से संबंधित किसी प्रकार का कागजात नहीं पाया गया. दोनों ट्रकों को जब्त कर अपने अभिरक्षा में लेते हुए दोनों गाड़ी को बरकेला स्थित वन क्षेत्र कार्यालय परिसर बरकेला सुरक्षित लाया गया.

मामले में डीएफओ और वन क्षेत्र पदाधिकारी ने कहा कि यह गश्ती का कार्यक्रम लगातार चलती रहेगी तथा भविष्य में भी अन्य मार्गों पर गश्ती कर ऐसे अवैध कार्यों को रोकने का प्रयास किया जाएगा. जब्त लकड़ी का अनुमानित कीमत लगभग 3 लाख से अधिक की आंकी जा रही है.छापेमारी में वन क्षेत्र पदाधिकारी शंकर भगत के साथ-साथ प्रभारी वनपाल बरकेला उपेंद्र नाथ सोरेन एवं प्रभारी वनपाल खूंटपानी संतोष कुमार बेदिया तथा सभी वनरक्षक मंगल सिंह पिंगुआ,अमन सुंडी,विल्फ्रेड केरकेट्टा,चोकरो हायबुरू,बुधराम जोंको,नरेश मरांडी,वन विभाग के चालक संजय लकड़ा और जूरिया गगराई,तुरी लागुरी शामिल थे.