सोमवार, 30 दिसंबर 2024

नशे में धुत मोटरसाइकिल सवार ने खड़े ट्रक को मारा टक्कर, मोटरसाइकिल सवार गम्भीर

गिरिडीह (GIRIDIH)। सड़क किनारे खड़ी एफसीआई के चावल लोड ट्रक को शराब के नशे में धुत एक मोटरसाइकिल सवार ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया। हादसे में मोटरसाइकिल सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना NH 114 बेंगाबाद- गिरिडीह मुख्य मार्ग महदैया मोड़ के समीप रविवार रात की है। इस हादसे में घायल मोटरसाइकिल सवार बेंगाबाद थाना क्षेत्र के बघरा गाँव निवासी सुरेश यादव है।


घटना के संबंध में बताया गया कि न्यू गिरिडीह रेलवे रैक पॉइंट से एफसीआई का चावल लोड कर उक्त ट्रक मोतीलेदा स्थित गोदाम जा रहा था। महदैया मोड़ के समीप उक्त ट्रक का डीजल खत्म हो गया जिस कारण ट्रक के चालक ने ट्रक को सड़क किनारे खड़ा कर दिया था। इसी दौरान गिरिडीह से बेंगाबाद की ओर जा रहे शराब के नशे में धुत तेज रफ्तार मोटरसाइकिल सवार ने सड़क किनारे खड़ी उस ट्रक को पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया।


 टक्कर इतना जबरदस्त था कि मोटरसाइकिल सवार मोटर साइकिल समेत दूर जा गिरा और गंभीर रुप से घायल हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आनन फानन में घायल को गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया। इधर, घटना की सूचना मिलते ही बेंगाबाद थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दुर्घटनाग्रस्त वाहन को अपने कब्जे में ले लिया और जांच पड़ताल में जुट गई।

सिविल सोसाइटी गठन हेतु बनी प्रारूप समिति, निर्मल झुनझुनवाला बने संयोजक और सुनील खंडेलवाल उप संयोजक

गिरिडीह (GIRIDIH)।  “हमारा गिरिडीह” संस्था के तत्वावधान में गिरिडीह शहर के सुव्यवस्थित विकास और नागरिकों के कर्तव्यों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें काफी संख्या में शहर प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित होकर गिरिडीह में सिविल सोसाइटी का गठन करने पर विचार विमर्श किया।


चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला के अध्यक्षता एवं सुनील खंडेलवाल के संचालन में हुई इस बैठक में नागरिकों ने अतिक्रमण मुक्त मार्ग, व्यवस्थित यातायात व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, प्रदूषण रहित वातावरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर नगर निगम और नागरिकों के कर्तव्यों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी।


वहीं बैठक के दौरान एक सशक्त सिविल सोसाइटी गठन हेतु सात सदस्यीय प्रारूप समिति का गठन किया गया। जिसका संयोजक निर्मल झुनझुनवाला एवं उपसंयोजक सुनील खंडेलवाल को बनाया गया। वहीं इस प्रारूप समिति में शिवेंद्र कुमार सिन्हा, शंकर पांडेय, राजेंद्र त्रिपाठी, महेश्वर प्रसाद सहाय और लखन लाल को बतौर सदस्य शामिल किया गया हैं। निर्णय लिया गया कि यह प्रारूप, समिति का बायोलॉज निर्माण करेगी। बायोलॉज में समिति का उद्देश्य और कर्तव्य बिंदुवार अंकित होगी। बायोलॉज निर्माण होने के बाद सबों का सुझाव लेकर एक माह के भीतर सिविल सोसाइटी का गठन किया जाएगा। 


इस बैठक में श्रवण कुमार, अमित केसरी, डॉ. तारकनाथ, देवराज आनंद, बी अगस्त क्रांति कुमार शर्मा, अनिल अग्रवाल, आलोक छापरिया, सुधीर कुमार, कौशल खंडेलवाल, विशाल कुमार, दीपक कुमार शर्मा (सोनू), राम बाबू गुप्ता सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। बैठक के अंत में देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पटना महावीर मंदिर के मुख्य प्रबंधक किशोर कुणाल के निधन पर शोक सभा कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी।

सोमवती आमावश्या आज, करें यह उपाय, आर्थिक स्थिति होगी मजबूत

सोमवती आमावश्या आज, करें यह उपाय, आर्थिक स्थिति होगी मजबूत


[विशेष ज्योतिषीय आलेख ज्योतिष शास्त्री के अनुसार]

पौष माह में पड़ने वाली अमावस्या काफी महत्वपूर्ण होती है। इस बार अमावस्या सोमवार 30 दिसंबर को पड़ रही है इसलिए इसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है।  अमावस्या की तिथि सोमवार या शनिवार को पड़ जाए, तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत रुप से पूजा की जाती है। इस दिन पितरों का तर्पण भी किया जाता है। 



सोमवती अमावस्या के दिन ये उपाय करने से आर्थिक स्थिति होगी मजबूत और मानसिक शांति मिलेगी।

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि अमावस्या के दिन पूजा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वहीं, भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करने से साधक को सुख-शांति प्राप्त होती है। 


आर्थिक लाभ के लिए उपाय
ज्योतिष के अनुसार, इस दिन को लेकर कुछ नियम का पालन करना जरुरी है। इस दिन भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र जाप करना जरुरी है। इसके साथ ही भगवान शिव को जलाभिषेक करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।



स्नान-दान का समय 
30 दिसंबर को सुबह से ही अमावस्या तिथि लग रही है, इसलिए 30 दिसंबर को दिनभर स्नान-दान करना जरुरी है।

पूजा-विधि
सुबह जल्दी स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद आप पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं और गंगाजल अर्पित करें। वृक्ष की 108 बार परिक्रमा करें और ऊँ नम: शिवाय या ऊँ विष्णवे नम: का जाप करें। इसके अलावा पीपल को कच्चा दूध, जल, हल्दी और चावल अर्पित करें। आखिर में आप हाथ जोड़कर परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना करें। पूजा में सच्ची श्रद्धा और आस्था रखें। नकारात्मक विचारों से बचें और दूसरों की भलाई का संकल्प लें।