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गुरुवार, 4 अप्रैल 2019
चित्रगुप्त प्रकटोत्सव मनायेगा कायस्थ समाज 19 को

नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग : राबड़ी देवी
राबड़ी देवी ने शुरू की चुनाव प्रचार एनडीए पर जमकर हमला बोला
कहा- नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग
राबड़ी देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ठग हैं। इन लोगों ने जनता को ठगने का काम किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं काे ठगा है।
नवादा के रोह स्थित इंटर विद्यालय के मैदान में राजद प्रत्याशी विभा देवी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राबड़ी देवी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बात-बात में गिरिराज सिंह लोगों को पाकिस्तान भेजने की बात करते थे, लेकिन अब वे खुद नवादा से भाग कर बेगूसराय पहुंच गए। उन्हाेंने कहा कि लेकिन गिरिराज सिंह बेगूसराय में भी हारेंगे।
कहा- नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार दोनों हैं ठग
बिहार विधान परिषद की नेता व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। उन्होंने गुरुवार को बिहार के नवादा लोकसभा क्षेत्र में राजद प्रत्याशी विभा देवी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। राबड़ी देवी ने अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत गिरिराज सिंह को निशाना बनाया।
राबड़ी देवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ठग हैं। इन लोगों ने जनता को ठगने का काम किया है। नौकरी के नाम पर युवाओं काे ठगा है।
नवादा के रोह स्थित इंटर विद्यालय के मैदान में राजद प्रत्याशी विभा देवी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राबड़ी देवी ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पर भी जमकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बात-बात में गिरिराज सिंह लोगों को पाकिस्तान भेजने की बात करते थे, लेकिन अब वे खुद नवादा से भाग कर बेगूसराय पहुंच गए। उन्हाेंने कहा कि लेकिन गिरिराज सिंह बेगूसराय में भी हारेंगे।

सुप्रीम कोर्ट ने किया पूर्वमंत्री योगेन्द्र साव की सशर्त मिली जमानत रद्द
शर्त उल्लंघन के आरोप में पूर्वमंत्री योगेन्द्र साव व उनकी पत्नी की जमानत रद्द
दंगा भड़काने और भीड़ को उकसाने के आरोपी साव को कोर्ट ने भोपाल में रहने का आदेश दिया था। उनके झारखंड में दाखिल होने से मनाही थी। कोर्ट ने पाया कि वो झारखंड आए थे। योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी के ऊपर हजारीबाग में चल रहे मुकदमों को सुप्रीम कोर्ट ने रांची ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया।
18 मुकदमे हजारीबाग से रांची कोर्ट स्थानांतरित :-
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी निर्मला देवी के 18 मुकदमे हजारीबाग कोर्ट से रांची स्थानांतरित कर दिया। बता दे कि दिसंबर 2017 में जस्टिस एसए बोबड़े और जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने दोनों को सशर्त जमानत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोग झारखंड से बाहर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। साथ ही शर्त लगायी थी कि वह गवाहों से किसी सूरत में संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। इन्हें अपना पासपोर्ट भी जमा कराने के निर्देश दिये गये थे।
सरकारी काम में बाधा पहुंचाना और सुरक्षा बलों पर हमला कराने का है आरोप :-
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी पर हजारीबाग जिला के बड़कागांव में एनटीपीसी के प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने एवं सुरक्षा बलों पर भीड़ से हमला कराने का आरोप है। बता दे कि बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में 14 अगस्त 2015 को पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गयी थी। इस मामले में योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी दिसंबर 2017 में सशर्त जमानत:-
मिली जानकारी के अनुसार श्री योगेन्द्र साव ने हाइकोर्ट में अपील की और उन्हें वहां से जमानत दे दी गयी। झारखंड सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सरकार ने कहा कि झारखंड हाइकोर्ट ने केस डायरी देखे बगैर ही योगेंद्र साव और उनकी पत्नी को जमानत दे दी। झारखंड सरकार की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्री साव और निर्मला देवी की जमानत रद्द कर दी। साथ ही झारखंड हाइकोर्ट को आदेश दिया कि वह फिर से मामले की सुनवाई करे। दोबारा सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने इनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
हाइकोर्ट के आदेश को योगेंद्र साव और उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। दिसंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें सशर्त जमानत दे दी। उस जमानत को आज को कोर्ट ने रद्द कर दिया।
झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव की ज़मानत को सुप्रीम कोर्ट ने आज रद्द कर दिया। योगेंद्र साव और उनकी पत्नी कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को दिसंबर 2017 में मिली सशर्त जमानत को सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को रद्द कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने की वजह से उनकी जमानत रद्द कर दी।
दंगा भड़काने और भीड़ को उकसाने के आरोपी साव को कोर्ट ने भोपाल में रहने का आदेश दिया था। उनके झारखंड में दाखिल होने से मनाही थी। कोर्ट ने पाया कि वो झारखंड आए थे। योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी के ऊपर हजारीबाग में चल रहे मुकदमों को सुप्रीम कोर्ट ने रांची ट्रांसफर करने का भी आदेश दिया।
18 मुकदमे हजारीबाग से रांची कोर्ट स्थानांतरित :-
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी विधायक पत्नी निर्मला देवी के 18 मुकदमे हजारीबाग कोर्ट से रांची स्थानांतरित कर दिया। बता दे कि दिसंबर 2017 में जस्टिस एसए बोबड़े और जस्टिस एल नागेश्वर राव की पीठ ने दोनों को सशर्त जमानत दी थी। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोग झारखंड से बाहर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। साथ ही शर्त लगायी थी कि वह गवाहों से किसी सूरत में संपर्क करने की कोशिश नहीं करेंगे। इन्हें अपना पासपोर्ट भी जमा कराने के निर्देश दिये गये थे।
सरकारी काम में बाधा पहुंचाना और सुरक्षा बलों पर हमला कराने का है आरोप :-
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी पर हजारीबाग जिला के बड़कागांव में एनटीपीसी के प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने एवं सुरक्षा बलों पर भीड़ से हमला कराने का आरोप है। बता दे कि बड़कागांव के ढेंगा गांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के विरोध में 14 अगस्त 2015 को पुलिस के साथ ग्रामीणों की झड़प हो गयी थी। इस मामले में योगेंद्र साव और उनकी पत्नी निर्मला देवी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने दी थी दिसंबर 2017 में सशर्त जमानत:-
मिली जानकारी के अनुसार श्री योगेन्द्र साव ने हाइकोर्ट में अपील की और उन्हें वहां से जमानत दे दी गयी। झारखंड सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सरकार ने कहा कि झारखंड हाइकोर्ट ने केस डायरी देखे बगैर ही योगेंद्र साव और उनकी पत्नी को जमानत दे दी। झारखंड सरकार की दलील सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्री साव और निर्मला देवी की जमानत रद्द कर दी। साथ ही झारखंड हाइकोर्ट को आदेश दिया कि वह फिर से मामले की सुनवाई करे। दोबारा सुनवाई के बाद हाइकोर्ट ने इनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
हाइकोर्ट के आदेश को योगेंद्र साव और उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। दिसंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने इन्हें सशर्त जमानत दे दी। उस जमानत को आज को कोर्ट ने रद्द कर दिया।

अटकलों पर लगा पूर्णविराम: मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
सांसद रविंद्र पाण्डेय ने लगाया गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र की सभी अटकलों पर पूर्णविराम
मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
रवींद्र पांडेय ने कहा है कि वह आसन्न चुनाव में चुनाव का हिस्सा नहीं बनेंगे बल्कि पार्टी के सच्चे सिपाही बने रह कर पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि केंद्र में पुनः बीजेपी की सरकार बननेवाली है। इसलिये वह चुनाव में एनडीएन की सहयोगी दल आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे चंद्रप्रकाश चौधरी को हर संभव मदद करेंगे।
रवींद्र पांडेय बुधवार को राजधानी रांची स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे और झारखंड के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय से मुलाकात की। हालांकि मंगल पांडेय से उनकी क्या बात हुई इस बात की जानकारी उन्होंने नहीं दी। लेकिन साफ तौर पर यह कहा कि वो चुनाव में हर हाल में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ बने रहेंगे और उन्हें हर सम्भव मदद करेंगे।
गौरतलब है कि सांसद रवींद्र पांडेय का टिकट कटने के बाद से उनके समर्थक कई प्रकार की अटकलें लगा रहे थे। क्षेत्र में यह चर्चा आम हो गयी थी कि पाण्डेय झामुमो अथवा अन्य कोई दल या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने स्वयं ही सारे अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि पिछली चुनाव में भाजपा झारखंड के 14 में 12 सीट जीता था इस चुनाव में सहयोगी दल आजसू के साथ मिलकर सभी 14 सीटों को जीतेगी।
मैं नहीं लड़ूंगा चुनाव बोले सांसद रवींद्र पांडेय
गिरिडीह लोकसभा सीट गठबंधन के तहत आजसू के खाते में जाने के बाद से ही क्षेत्र में कई तरह की अटकलें लगायी जा रही थीं कि लेकिन उन सभी अटकलों पर रवींद्र पांडेय ने विराम लगाते हुए साफ़ कह दिया कि वह बीजेपी से बगावत नहीं करेंगे।
रवींद्र पांडेय ने कहा है कि वह आसन्न चुनाव में चुनाव का हिस्सा नहीं बनेंगे बल्कि पार्टी के सच्चे सिपाही बने रह कर पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने पार्टी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि केंद्र में पुनः बीजेपी की सरकार बननेवाली है। इसलिये वह चुनाव में एनडीएन की सहयोगी दल आजसू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे चंद्रप्रकाश चौधरी को हर संभव मदद करेंगे।
रवींद्र पांडेय बुधवार को राजधानी रांची स्थित बीजेपी कार्यालय पहुंचे और झारखंड के लोकसभा चुनाव प्रभारी मंगल पांडेय से मुलाकात की। हालांकि मंगल पांडेय से उनकी क्या बात हुई इस बात की जानकारी उन्होंने नहीं दी। लेकिन साफ तौर पर यह कहा कि वो चुनाव में हर हाल में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ बने रहेंगे और उन्हें हर सम्भव मदद करेंगे।
बहरहाल रवींद्र पांडेय के इस बयान के बाद अब साफ हो गया है कि गिरिडीह लोकसभा सीट पर यूपीए प्रत्याशी जगरनाथ महतो और एनडीए प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के बीच आमने-सामने की टक्कर होगी।
गौरतलब है कि सांसद रवींद्र पांडेय का टिकट कटने के बाद से उनके समर्थक कई प्रकार की अटकलें लगा रहे थे। क्षेत्र में यह चर्चा आम हो गयी थी कि पाण्डेय झामुमो अथवा अन्य कोई दल या फिर निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने स्वयं ही सारे अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि पिछली चुनाव में भाजपा झारखंड के 14 में 12 सीट जीता था इस चुनाव में सहयोगी दल आजसू के साथ मिलकर सभी 14 सीटों को जीतेगी।

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