रविवार, 17 नवंबर 2024

महिला की सभा में महिलाओं ने ध्वनिमत से निर्भय शाहाबादी को जीताने का लिया संकल्प

गिरिडीह के स्वर्ण चित्र मन्दिर के सभागार में आयोजित हुआ महिला सम्मेलन सह जनसभा 

◆कार्यक्रम में शामिल हुई हजारों की संख्या में महिलाएं

गिरिडीह।  भाजपा के गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र के प्रधान कार्यालय में रविवार महिलाओं की एक सभा का आयोजन किया गया।  स्वर्ण चित्र मन्दिर के सभागार में आयोजित इस महिला सम्मेलन सह जनसभा कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा, कोडरमा विधायक नीरा यादव, राजस्थान के भरतपुर के पूर्व सांसद रंजित कोहली, भाजपा के गिरिडीह प्रत्याशी निर्भय शाहबादी मुख्य रूप से मौजूद थे।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा वक्ताओं ने  महिलाओं को महिला सुरक्षा, फ्री सिलेंडर, गोगो दीदी योजना सहित कई विषयों से अवगत कराया। इस दौरान वक्ताओं ने झामुमो सरकार द्वारा संचालित मइया सम्मान योजना पर निशाना भी साधते हुए कहा कि यह योजना सिर्फ महिलाओं को ठगने के लिए शुरू किया गया है।


 वक्ताओं ने कहा कि हेमन्त सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल में सिर्फ 3 माह मइया सम्मान योजना के तहत एक- एक हजार रुपए देकर महिलाओं को ठगने का काम कर रही है। जबकि हेमन्त सोरेन ने चुनाव जीतने से पहले महिलाओं, युवाओं और आम लोगों से बड़ी बड़ी घोषणाएं की थी।

लेकिन उनकी सारी घोषणाएँ और वादे नक्कार खाने की तूती बन कर रह गयी। यह सरकार सिर्फ झारखण्ड की महिलाओं और युवाओं को ठगने का काम किया। जब चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हुई तो महिलाओं को एक एक हजार देकर उन्हें लुभाने का प्रयास की है। 

वक्ताओं ने कहा कि झामुमो के लोक लुभावन बातों को दरकिनार कर इस बार पूरे प्रदेश में सत्ता परिवर्तन की लहर उठी है। आप सब भी भाजपा को वोट दे और गिरिडीह के प्रत्याशी निर्भय कुमार शाहाबादी को भारी मत देकर विजयी बनाएं।

कार्यक्रम में भाजपा नेत्री शालिनी वैशखियार, सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव समेत कई भाजपा नेता व हजारों की संख्या में महिलाएं मौजूद थी।

गांडेय के फारवर्ड ब्लॉक प्रत्याशी ने चलाया जनसम्पर्क, मांगा लोगों से वोट

गिरिडीह। गांडेय विधानसभा क्षेत्र में फॉरवर्ड ब्लॉक प्रत्याशी राजेश यादव ने रविवार को जनसंपर्क अभियान चला लोगों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील किया।

फारवर्ड ब्लॉक प्रत्याशी ने इस दौरान बेंगाबाद प्रखण्ड के सोनबाद के अलावे गांडेय प्रखंड के पंडरी, ताराटांड़, बदगुंदा आदि पंचायतों के दर्जनाधिक गांवों के लोगों से घर घर जाकर सम्पर्क किया और लोगों से जात धर्म से ऊपर उठ कर गांडेय विधानसभा क्षेत्र के जन सवालों को लेकर गोलबंद होकर बदलाव के लिए मतदान करने की अपील किया। 


उन्होंने लोगों से कहा कि, लाखों-करोड़ों खर्च करने वाले जो भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में आज नजर आ रहे हैं, वे सब 23 नवम्बर के बाद जनता को उनके हाल पर छोड़ देंगे। इसलिए क्षेत्र की जनता को अपनी चिंता करते हुए मतदान करते हुए जो हर समय साथ रहेगा उसे मतदान करने की अपील किया।

जनसंपर्क कार्यक्रम में नवीन पाण्डेय, शंभू तुरी, मोहन कोल, सुरेश यादव, टेकलाल वर्मा, शोभा चौधरी, दशरथ पंडित, विजय कुमार, लखी सिंह आदि मौजूद थे।

24 घण्टा मिलेगी बिजली, बिल कभी नहीं आयेगा : हेमन्त सोरेन

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पहुंचे गिरिडीह, किया सुदीव्य कुमार के पक्ष में चुनावी सभा 

गिरिडीह। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन रविवार को गिरिडीह के बोड़ो हवाई अड्डा के समीप स्थित मैदान में गिरिडीह के झामुमो प्रत्याशी सुदीव्य कुमार के पक्ष में एक चुनावी सभा किया।


सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने लोगों का बिजली बिल माफ किया है। अब यदि किसी के खिलाफ बिजली को लेकर मुकदमा हुआ होगा तो उसका भी निपटारा कराया जाएगा। उन्होंने गिरिडीह की जनता से वादा कि इस बार पुनः इंडी गठबंधन के प्रत्याशी को जिताये आपको 24 घण्टे बिजली मिलेगा लेकिन बिल कभी नहीं आएगा।

वहीं उन्होंने सरकार के पांच साल के कार्यकाल उपलब्धियों को जिक्र करते हुए कहा कि इतनी उपलब्धि और योजनाएं है कि उसे गिनाने में काफी समय लग जायेगा। हालांकि उन्होने पुनः दुहराते हुए कहा कि गठबंधन की सरकार बनी तो सरकार द्वारा मइया सम्मान के तहत दी जा रही एक हजार की राशि को बढ़ा कर 2,500/- किया जायेगा। सभा को गिरिडीह विधानसभा के झामुमो प्रत्याशी सुदीव्य कुमार ने भी सम्बोधित किया।

कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद डॉ सरफराज अहमद के अलावे झामुमो एवं सहयोगी दलों के नेता व कार्यकर्ता काफी संख्या में मौजूद थे।

अंधविश्वास में डूबी एक मां ने अपनी बेटी की बलि देकर किया ममता को कलंकित

महिला ने अपनी डेढ़ साल की बेटी की हत्या कर उसकी छाती चीरकर दिल निकाल उसे पकाकर खाया और तांत्रिक को भी खिला

पलामु। झारखंड के पलामु से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए एक महिला तांत्रिक की बहकावे में आकर इस कदर अंधविश्वास में डूबी की उसने अपनी डेढ़ साल की बेटी की बलि देकर ममता को कलंकित कर दिया।  

इतना ही नहीं महिला अपनी डेढ़ साल की बेटी की हत्या कर उसकी छाती चीरकर उसका दिल निकाल लिया। फिर उसे पकाकर खुद भी खाया और प्रसाद के तौर पर तांत्रिक को भी खिला दिया। बाद में महिला बलि स्थल के समीप नग्न धड़ंग हो खूब नाची।

घटना पलामु के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खड़पर गांव की है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने आरोपी महिला गीता देवी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस  बिहार के सासाराम के रहने वाले उस तांत्रिक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है, जिसके बहकावे में आकर महिला ने अपनी बेटी की बलि दी है।


कौन है ममता को कलंकित करने वाली गीता देवी :

जानकारी के अनुसार हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खड़पर गांव दलित परिवारों बाहुल्य गांव है। इस गांव में कुल 50 घर हैं। इसी गांव की निवासी है 35 वर्षीय  गीता देवी। जिसके पति का नाम अरुण राम है। अरुण का परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था। महिला का पति अरुण राम दिल्ली में काम करता है, जबकि उसकी पत्नी गीता देवी अपनी सास कौशल्या देवी और चार बच्चों के साथ खड़पर गांव में रहती थी। इसी बीच बिहार के सासाराम से एक तांत्रिक गांव में आया। वह गांव में घूम-घूम कर लोगों को अपनी तांत्रिक विद्या के बारे में बताता था। गीता देवी तांत्रिक के जाल में फंस गई।

कब की है घटना :

जानकारी के अनुसार बीते 12 नवंबर को गीता देवी अपनी सास कौशल्या देवी से यह कहकर घर से निकली कि वह अपनी बेटी को लेकर जपला बाजार जा रही है। हालांकि वह देर रात तक वह वापस नहीं लौटी। वहीं दूसरे दिन सुबह गीता अचानक नग्न अवस्था में घर पहुंच गई। उसकी हालत देखकर परिजनों ने किसी अनहोनी की आशंका जताई और पहले उसे कपड़े पहनाए, फिर पूरे मामले की जानकारी ली। जब बच्ची के बारे में पूछा गया तो महिला ने बताया कि उसकी बलि दे दी।


 ऐसा करने से मिलेगी सिद्धि

गीता देवी की बात सुन परिवार के लोग स्तब्ध रह गये। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस गांव पहुंची और महिला को गिरफ्तार कर लिया। ममता को कलंकित करने वाली पुलिस की गिरफ्त में आई महिला गीता देवी ने दावा किया कि अगर वह पकड़ी नहीं जाती तो अगले ही दिन बच्ची को जिंदा जला देती। ऐसा करने से उसे सिद्धियां मिलेंगी, जिससे उसके घर की आर्थिक स्थिति सुधर जाएगी।

माओवादियों ने पोस्टर चिपका दर्ज कराया अपनी उपस्थिति, पुलिस ने उखाड़ा


[राजेश कुमार]
गिरिडीह। आगामी 20 नवम्बर को होने वाले दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव को लेकर मोआवादी सक्रिय हो गए है। भाकपा माओवादियों ने वोट बहिष्कार का पोस्टर चिपका लोगों से वोट नहीं करने का अपील किया है।

भाकपा माओवादी द्वारा गिरिडीह सदर विधानसभा क्षेत्र के गिरिडीह डुमरी मुख्य पथ स्थित पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पालगंज मोड़ में पोस्टर चिपकाया गया था। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गयी और स्थल पर पहुंच माओवादियों के उस पोस्टर को उखाड़ लिया।

बता दें कि गिरिडीह जिले का पीरटांड़ प्रखण्ड क्षेत्र अति उग्रवाद प्रभावित इलाका है। अक्सर माओवादियों द्वारा कोई प्रचार प्रसार काफी सुगमता से इस इलाके में करती रही है। लेकिन पिछले कुछ समय से पुलिस की सक्रियता ने माओवादियों के किला जो इस अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में कायम था उसे ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं पुलिस ने कई कट्टर और दुर्दांत कहे जाने वाले एवं सरकार द्वारा इनामी घोषित माओवादियों को शिकंजे में जकड़ जेल की सलाखों में पहुंचाने का काम किया है। जिस कारण इस इलाके में अब माओवादियों की पकड़ ढीली पड़ गयी और उनके पैर उखड़ गये। हाल के दिनों में काफी संख्या में माओवादियों ने माओवाद का रास्ता छोड़ पुलिस प्रशासन के समक्ष आत्म समर्पण कर मुख्य धारा में भी जुड़ने का काम किया है। 

बाबजूद इसके गाहे बगाहे पारसनाथ पहाड़ की तराई वाले इस इलाके में माओवादी अपना फन उठाने का प्रयास करते है। जिस फन को पुलिस महकमा काफी मुस्तैदी से कुचनले का काम करती है। 


हालांकि पुलिस प्रशासन की इतनी सक्रियता के बाद भी भाकपा माओवादी द्वारा चुनाव बहिष्कार का पोस्टर इस इलाके चिपका कर लंबे समय के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की नाकाम कोशिश की है। माओवादियों द्वारा वोट बहिष्कार को लेकर लाल रंग से हस्त लिखित चिपकाये गये पोस्टर में लिखा है,"वोट का रास्ता दलाली का रास्ता, दलाली का रास्ता त्याग दे"। वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा है, "वोट वोट वही चिलाते हैं जिनको लूट, दमन, हत्या में हिस्सेदारी मिलता है।" दोनों ही पोस्टर में नीचे भाकपा माओवादी लिखा है।

हालांकि पालगंज मोड़ पर चिपकाये गये माओवादियों के इन दोनों पोस्टर को पुलिस प्रशासन ने उखाड़ दिया है। लेकिन लंबे समय के बाद इलाके में पुनः माओवादियों की इस उपस्थिति ने क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल उत्पन्न कर दिया है। लोग दहशतजदा हैं।