गुरुवार, 16 जनवरी 2020

प्रेम प्रसंग में हुई रीतेश चौधरी की हत्या : एसपी

रीतेश चाौधरी हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा 

प्रेम प्रसंग में हुई रीतेश की हत्या : एसपी

गिरिडीह :  पुलिस नें बनखन्जो में हुये रीतेश चौधरी हत्याकांड की गुत्थी घटना के 24 घण्टे के भीतर सुलझाने में कामयाब रही। पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दो नाबालिग आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस ने हत्या में शामिल किए गए बाईक के साथ खून लगा हुआ लकडी का कुंदा भी जब्त कर लिया है।

गुरुवार को जिले के पुलिस कप्तान सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस वार्ता कर इस बावत जानकारी देते हुये बताया कि रीतेश की हत्या प्रेम प्रसंग में हुई है। उन्होंने मामले का खुलासा करते हुये बताया कि
रीतेश की हत्या का कारण जो लड़की बनी है वह नाबालिग है। वंही उसकी हत्या में शामिल रीतेश का दोस्त सिद्धार्थ कुमार वर्मा और छोटू यादव भी नाबालिग है।

पुलिस कप्तान ने बताया कि सिद्धार्थ और छोटू यादव ने मिलकर पहले रीतेश को झरियागादी में बालगोपाल यादव के घर गांजा पीलाया। इसके बाद दोनों रीतेश को लेकर बाजार गए फिर  तिलकूट खरीद कर बनखंजो पहुंचे। जहां सिद्धार्थ और छोटू यादव ने रीतेश के साथ पहले जमकर मारपीट किया। उसके बाद सिद्धार्थ ने लकड़ी के कुंदे से बनखंजो पहाड़ के पीछे उसकी हत्या कर दी।

उन्होंने बताया कि रीतेश की हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने मामले को सड़क हादसे में बदलने का प्रयास करते हुए पचंबा थाना पुलिस को भ्रम में डालने का प्रयास किया। लेकिन वह उसमे कामयाब नही हो पाये।  पचंबा थाना पुलिस ने छोटू यादव को जहां बरगंडा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। वहीं दुसरे आरोपी सिद्धार्थ को पुलिस ने बेंगाबाद थाना क्षेत्र के चितमाडीह गांव से दबोचने में सफलता पाई।

प्रेसवार्ता में एसपी सुरेन्द्र झा,के अलावे डीएसपी संतोष मिश्रा, पुलिस निरीक्षक सहदेव प्रसाद समेत अन्य कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

स्वर्ण कारोबारी के रूप में हुई लावारिश लाश की पहचान

लापता स्वर्ण कारोबारी के रूप में हुई लावारिश लाश की पहचान 

न्यूज़ अपडेट, पटना : बीते 10 जनवरी को किडनैप किए गए स्वर्ण कारोबारी के पूरे मामले का खुलासा हो गया है. अपहरण के दिने ही कुछ ही घंटे बाद अपराधियों ने कारोबारी की हत्या कर दी थी और शव को ठिकाने लगाने की नियत से मोतिहारी के चिरैया थाना इलाके में फेंक दिया गया था. 

बताया जाता है कि 11 जनवरी को ही चिरैया थाना के बैधनाथ पुर और खोड़ा गांव के बीच सड़क किनारे एक व्यक्ति का लावारिस शव मिला था. मोतिहारी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराने के बाद 72 घंटे तक रखने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया.

16 जनवरी को फोटो देखकर पटना पुलिस ने लावारिस की पहचान स्वर्ण कारोबारी के रुप में की, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ.

बता दें कि 10 जनवरी को दानापुर इलाके के खड़ंजा रोड में ज्वेलरी की दुकान चलाने वाला स्वर्ण व्यवसायी मुकेश कुमार गुप्ता लापता हो गया था. जिसके बाद उसके घरवाले ने अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी.

मां अलंकार ज्वेलर्स के मालिक मुकेश के भाई राकेश कुमार गुप्ता ने शिकायत में बताया था कि उसके भाई का अपहरण हो गया है. किसी ने उसे ऑडर लेने के लिए सगुना मोड़ बुलाया था और वहां से वह वापस नहीं लौटा. वहीं उसके भाई ने फोन पर कुछ लोग को दूकान पर भेज मंगल सूत्र और अंगूठी के साथ कुछ ज्वेलरी देने की बात कही थी. उसके कुछ देर बाद ही दो लोग दूकान से ज्वेलरी ले गए और फिर कारोबारी का नंबर बंद हो गया था.

लड़कियों को अगवा कर किया गैंगरेप

खूंटी में लड़कियों को अगवा कर किया गैंगरेप


न्यूज़ अपडेट,झारखंड : खूंटी में एक साथ 4 लड़कियों के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है. सभी लड़कियां मेला देखकर लौट रही थी. इस दौरान ही सभी 6 आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने सभी लड़कियों को मेडिकल के लिए भेज दिया है.

मेला देखकर लौट रही थी घर

घटना के बारे में बताया जा रहा है कि सभी लड़कियों एक साथ मकर संक्रांति के मौके पर लगने वाले रंग रोड़ मेला देखने गई थी. सभी मेला से एक साथ लौट रही थी. इस दौरान दिन दिनदहाड़े सभी आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया.

आरोपियों के चंगुल से भागी दो लड़कियां

बताया जा रहा है कि इस दौरान आरोपियों के चुंगल से दो लड़कियां चुंगल से भागकर घर पहुंची और इसके बारे में बताया. जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. सभी पीड़ित लड़कियां आदिवासी समाज की है.

सभी आरोपी लड़कियों के स्कूल के

इस घटना में शामिल सभी आरोपियों की पुलिस ने पहचान कर ली है. सभी आरोपी लड़कियों के साथ स्कूल में ही पढ़ाई करते है. सभी गांव छोड़कर फरार हो गए है. आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी जारी है. जिस जगह पर घटना हुई है वह सुनसान इलाका है. इसका ही सभी आरोपियों ने फायदा उठाते हुए इस घटना को अंजाम दिया है.

सीबीआई की अदालत में लालू यादव से पूछे गये कुल 34 सवाल

चारा घोटाला कांड : सीबीआई की अदालत में लालू यादव से पूछे गये कुल 34 सवाल 

न्यूज़अपडेट,रांची : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में अपना बयान दर्ज करा दिया है. लालू यादव से सीबीआई कोर्ट ने कुल 34 सवाल पूछे हैं. लालू ने अदालत में इन सभी सवालों का जवाब बारी-बारी से दिया. वहीं लालू प्रसाद अपना बयान दर्ज कराने के बाद कोर्ट से निकल गए हैं. कोर्ट में पेशी के बीच लालू प्रसाद यादव करीब दो घंटे तक कोर्ट में रहे.

आपको बता दें कि 139 करोड़ के इस घोटाले में लालू ने गुरुवार को अपना बयान रांची की विशेष सीबीआइ अदालत में दर्ज कराया. इससे पहले चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव पेशी के लिए दिन के 10 बजे रांची की सीबीआइ अदालत पहुंचे. यहां सीबीआइ अदालत के जज सुधांशु कुमार शशि के मौजूद नहीं होने से उन्‍हें करीब आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा. इस बीच लालू को टायलेट भी ले जाया गया.

बता दें कि लालू ने 110 वें आरोपित के रूप में डोरंडा कोषागर मामले में कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया. कोर्ट कैंपस में भारी सुरक्षा की व्‍यवस्‍था की गई. लालू के वकील ने बताया कि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में आइपीसी की धारा 313 के तहत बयान दर्ज कराया है. कड़ी सुरक्षा के बीच लालू यादव को सीबीआई के विशेष जज एसके शशि की अदालत में लाया गया.