शनिवार, 11 जनवरी 2025

गिरिडीह को कुपोषण और एनीमिया मुक्त जिला बनाने की बैठक में तैयार की गई रूपरेखा

गिरिडीह (Giridih)। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पोषण और समर अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर शनिवर को समाहरणालय सभा कक्ष में एक बैठक हुई। बैठक में गिरिडीह को कुपोषण और एनीमिया मुक्त  जिला बनाने की रूपरेखा तैयार की गई।

बैठक में उपायुक्त ने कुपोषण और एनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों, धात्री माताओं और गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने, पौष्टिक आहार प्रदान करने और नियमित रूप से उनका वजन-माप करने के निर्देश दिया। अतिकुपोषित बच्चों की सूची तैयार कर उन्हें नजदीकी एमटीसी में भर्ती कराने का निर्देश दिया।

बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सिविल सर्जन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, आंगनबाड़ी सेविका, एएनएम आदि मौजूद थे।

गिरिडीह सेंट्रल जेल की खाली जमीन पर खोले जायेंगे पेट्रोल पंप

गिरिडीह (Giridih)। झारखंड के जेलों को और अधिक सुविधा संपन्न बनाने के साथ साथ  सुरक्षित बनाने के लिए कई प्रयास के किए जा रहे हैं। इसी कड़ी मे जेल के बाहर खाली पड़ी जमीनों पर पेट्रोल पंप खोले जाएंगे। इस पेट्रोल पंप का संचालन जेल कर्मी ही करेंगे और इससे जो आमदनी होगी उससे जेल की कई कल्याणकारी योजनों पर काम किया जाएगा।

जेल आईजी सुदर्शन मंडल में बताया कि इंडियन ऑयल ने सरकार को प्रपोजल सौंपा था जिस पर विचार विमर्श किया गया जिसमें पहले झारखंड के  हुटवार जेल रांची, खूंटी जेल, दुमका जेल की जमीन पर इस योजना का काम शुरू कर दिया गया है। जेल आई जी दूरदर्शन मंडल पत्रकार से बात करते हुए बताया कि भारत पेट्रोलियम ने भी अपना सर्वे करके प्रस्ताव दिया है लेकिन उसका प्रस्ताव पेंडिंग है इंडियन ऑयल के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।

इंडियन ऑयल के तरफ से सर्वे प्रस्ताव में जेल ट्रेनिंग सेंटर हजारीबाग, डिस्ट्रिक्ट जेल साकची, डिविजनल जेल चाईबासा, सब जेल खूंटी, सेंट्रल जेल चाईबासा, सेंट्रल जेल दुमका के अलावे  गिरिडीह केंद्रीय कारा की खाली जमीन को चिन्हित कर प्रस्ताव भेजा गया है।

भाजपाइयों ने वृद्ध आश्रम में मनाया बाबुलाल मरांडी का जन्मदिन

गिरिडीह (Giridih)। राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के जन्मदिन के मौके पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेश साव ने शनिवार को शहर बस स्टेंड रोड स्थित स्नेहदीप वृद्ध आश्रम में रहने वाली वृद्धों के बीच चूड़ा, गुड, तिलकुट, लाई आदि खाद्य सामग्रियों के साथ-साथ कम्बल का वितरण किया। इस दौरान मौके पर सभी ने केक काटकर श्री मरांडी का जन्मदिवस भी मनाया गया।

मौके पर भाजपा नेता सुरेश साव ने कहा कि हम सभी कार्यकर्ता प्रत्येक वर्ष 11 जनवरी को बाबूलाल मरांडी के जन्मदिवस पर सेवा भाव से सामाजिक कार्य करते हैं, जिसके प्रभाव से उन्हें दीर्घायु होने का आशीर्वाद प्राप्त हो सके। कहा कि अपने राजनीतिक, सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में कई उतार-चढ़ाव के अनुभव से परिपूर्ण उनके शालीन जीवनशैली, दूरदर्शिता और कार्य के प्रति निरंतरता हम सबों को प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता और भविष्य में ओर भी बेहतर तरीके से राज्य का विकास हो, इसके लिए उनका स्वस्थ और दीर्घायु होना राज्य के लिए हितकर साबित होगा।

मौके पर शैबाल घोष, राजेश जायसवाल, मनोज मौर्या, राजेश गुप्ता, अरविंद वर्णवाल, नागेश्वर दास, विनोद साव, रामबाबू साव, उज्ज्वल साव, प्रदीप राय समेत कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

रेलवे के उप महाप्रबंधक से मुलाकात कर भाजपा नेता ने सौंपा गिरिडीह के यात्रियों के हित मे मांग पत्र

गिरिडीह (Giridih)। ज़ोनल रेलवे यूज़र्स कंसल्टेटिव कमिटी के सदस्य सह भाजपा जिला कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार जालान ने पूर्वी रेलवे के उप महाप्रबंधक वेद प्रकाश से मुलाकात की।

इस दौरान उन्होंने गिरिडीह की जनता की विभिन्न मांगों से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने इस दौरान पूर्वी रेलवे के उप महाप्रबंधक वेद प्रकाश को ज्ञापन सौंपते हुए सलैया स्टेशन का नाम परिवर्तन कर पचम्बा रखने, आसनसोल राँची इंटरसिटी एक्सप्रेस का पचम्बा (बर्तमान सलैया) स्टेशन में ठहराव, सियालदह आसनसोल इंटरसिटी सुपरफास्ट का विस्तार गिरिडीह स्टेशन तक करने, गिरिडीह से कोलकाता तक सीधी रेल सेवा बहाल करने एवं गिरिडीह से आसनसोल के बीच सुबह और शाम को एक ट्रेन चलाने की मांग की।

इसके अलावे उन्होंने गिरिडीह रेलवे स्टेशन का सौंदर्यकरण कराने की भी मांग किया। पूर्वी रेलवे के उप महाप्रबंधक वेद प्रकाश ने ज़ोनल रेलवे यूज़र्स कंसल्टेटिव कमिटी के सदस्य सह भाजपा नेता मुकेश जालान के सभी माँगो पर उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।

झामुमो पार्टी कार्यालय में मनाया गया दिशोम गुरु शिबू सोरेन का 81वाँ जन्मदिन

गिरिडीह (Giridih)। झामुमो सुप्रीमो सह दिशोम गुरु शिबू सोरेन का 81वाँ जन्मदिन शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कार्यालय में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान राज्यसभा सांसद डॉ सरफराज अहमद व पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने केक काट कर दिशोम गुरु की लंबी आयु की प्रार्थना की और एक दूसरे को केक खिलाकर बधाईयां भी दी।


इस दौरान राज्यसभा सांसद डॉ सरफराज अहमद ने दिशोम गुरु की लंबी उम्र की कामना करते हुए कहा कि आज दिशोम गुरु के नेतृत्व में हुए आंदोलन के कारण ही झारखंड अलग राज्य बन पाया है। कहा कि पिछली बार भी दिशोम गुरु के दिशा निर्देश के बाद झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी थी और एक बार फिर झारखंड के लोगों का आशीर्वाद मिला और फिर गठबंधन के तहत यहां हेमंत सोरेन की सरकार बनी है। उन्हें पूरा उम्मीद है कि झारखंड सरकार लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगी।



वहीं जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि दिशोम गुरु का जन्मदिन पूरे झारखंड में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सभी लोगों ने उनके बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ लंबी आयु की कामना कर रहे हैं।

फाइलेरिया उन्मूलन के मद्देनजर जिलास्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की हुई बैठक

गिरिडीह (Giridih)। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के मद्देनजर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिलास्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक हुई। बैठक में उपायुक्त ने आगामी 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाए जाने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए उसके सफल क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनायी।

 इस दौरान उपायुक्त ने सभी चिकित्सकों, आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविका, स्वास्थ्य सहिया एवं स्वास्थ्य कर्मियों को गाइडलाइन का पालन करते हुए डीईसी तथा एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का निर्देश दिया। कहा कि फाइलेरिया बीमारी से प्रभावित अंग गंभीर रूप से फूल जाता है। इससे व्यक्ति को काफ़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर फाइलेरिया से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को बूथ पर ही दवा खिलाने का निर्देश दिया।


बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया के उपचार हेतु डी.ई.सी. गोली एवं अलबेण्डाजोल बहुत ही कारगर दवा है, जिसके उपयोग से एम०डी०ए० कार्यक्रम किया जाता है। लक्षित आबादी को डी.ई.सी. एवं अलबेन्डाजोल गोली की एक खुराक वर्ष में एक बार खिलाने पर 80 से 90 प्रतिशत तक इस बीमारी के प्रसार पर नियंत्रण किया जा सकता है। फाइलेरिया की दवा किसी भी स्थिति में खाली पेट नहीं लेनी चाहिए।


बैठक में 10 फरवरी को बूथ डे है। इस दिन सभी विद्यालय, सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थय केन्द्र, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पंचायत भवन, वार्ड कार्यालय आदि को बूथ बनाने एवं 11 फरवरी से 25 फरवरी तक सभी संबंधित कर्मियों द्वारा घर घर जा जाकर दवा पिलाने का निर्णय लिया गया।




बैठक में उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी, सदर अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत यशवंत विस्पुते, सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, उप नगर आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी बीडीओ, सीओ, एमओआईसी एवं सीडीपीओ उपस्थित थे।

झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र महतो पहुंचे गिरिडीह, किया समाहरणालय परिसर में पौधारोपण

गिरिडीह (Giridih)। झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र कुमार महतो शनिवार को गिरिडीह पहुंचे। समाहरणालय परिसर पहुंचने पर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने उन्हें गुलदस्ता भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने समाहरणालय परिसर में वृक्षा रोपण कर आम लोगों को वृक्ष लगाने का संदेश दिया। कहा कि पर्यावरण संरक्षण के वृक्षारोपण बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने आम लोगों से अपील किया कि किन्ही के पास खाली भूखंड है तो वे उसमे वृक्षारोपण अवश्य करें।



मौके पर विस अध्यक्ष ने जिला प्रशाशन की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत समाहरणालय परिसर में लगाये गये सेल्फी पॉइंट में फोटो खिंचवा गिरिडीह वासियों से यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की।





बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने झामुमो सुप्रीमो दिशोम गुरु शिबू सोरेन के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देते हुए उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की।  एक सवाल के जवाब ने उन्होंने कहा कि राज्य में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति कराना उनकी जिम्मेदारी नहीं है।विपक्ष खुद संवेदनशील बने, और जल्दी से नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करें।



उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष का नेता चुनने को लेकर उन्होंने पूर्व में आवाज उठाया था मगर यह बहसबाजी का मुद्दा बना था। अब इसे लेकर झारखंड उच्च न्यायालय ने सवाल उठाया है, जो लाजिमी है। क्योंकि बगैर नेता प्रतिपक्ष के राज्य में कई नियुक्तियां संभव नहीं हो पा रहा है।

विभिन्न स्कूलों के बच्चों के बीच बीडीओ ने किया साइकिल वितरण

गिरिडीह (Giridih)। प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक के हाथों सदर प्रखंड कार्यालय स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र के प्रांगण में शनिवार को विभिन्न विद्यालयों के छात्रों के बीच साइकिल वितरण किया गया। मौके पर संबंधित विद्यालयों के शिक्षक भी मौजूद थे। 

मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक ने कहा कि छात्रों के अध्ययन क्षमता बढ़ाने और इसे सुगम बनाने की उद्देश्य से झारखंड सरकार ने साईकिल वितरण योजना लायी है। स्कूली छात्र-छात्राओं में शिक्षा के प्रति ललक पैदा करने, एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और बच्चे सुगमता से अपने घर से विद्यालय तक पहुंच सके इस उद्देश्य से सरकार द्वारा लायी यह योजना काफी कारगर साबित हो रही है। 





इस दौरान उन्होंने अपने हाथों से दर्जनों स्कुलों के बच्चों को साईकिल वितरण किया।  प्रखंड विकास पदाधिकारी ने इस दौरान इस योजना से लाभान्वित हुए बच्चों को पढ़ाई में और अधिक मेहनत करने को कहा ताकि शिक्षा के स्तर में इजाफा हो सके। इस दौरान साइकिल प्राप्त किये स्कूली बच्चों में काफी हर्ष का माहौल देखा गया।



अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वर्षगांठ पर कबीर ज्ञान मंदिर में हुआ भव्य कार्यक्रम

गिरिडीह (Giridih)।  अयोध्या नगरी में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर कबीर ज्ञान मंदिर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे भजन-कीर्तन पश्चात महाआरती, प्रसाद वितरण एवं भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। 

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सतगुरु मां ज्ञान ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बन जाने से सभी हिंदुओं का सपना पूरा हुआ है। इस राम मंदिर से लोगों का मंगल, आपसी प्रेम और शांति का विकास होगा। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम हमें मर्यादा के सीढ़ी से महानता के उसे शिखर तक पहुंचने का संदेश देते हैं।



सतगुरु मां ज्ञान ने कहा कि आज चमत्कार को नमस्कार करने वाले बहुत हैं, लेकिन श्रीराम चमत्कार से मुक्त हैं, अपने मानवीय गुण के कारण आज वे जगत पूज्य हैं, विश्व में उनका जय जयकार होता है।विपरित परिस्थितियों में भी हमें नहीं घबराकर धर्म के साथ जीवन कैसे जीना चाहिए यह संदेश श्री राम देते हैं। आज लोग अलग अलग तरीके राम को पूजते हैं और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। हमें श्रीराम के आदर्श को मानने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे लिये गर्व का विषय है, कि हमारा जन्म इस भारत भूमि में सनातन धर्म में हुआ है। जहां राम जैसे पूर्वज है और अयोध्या जैसा धाम! 


सद्गुरु मां ने  कहा कि पहले हमने शपथ खाया था की *"शपथ राम की खाते हैं मंदिर वहीं बनाएंगे"* आज मंदिर बन गया। अब हमें यह शपथ लेनी है की *"शपथ राम खाते हैं हृदय में तुम्हें बसाएंगे और तेरी मर्यादा अपने जीवन में हम अपनाएंगे"*


सनकी पति ने टांगी से गला काटकर उतारा अपनी पत्नी को मौत के घाट

औरंगाबाद (Bihar)। बिहार के औरंगाबाद में एक सनकी पति ने आपसी विवाद अपनी 40 वर्षीय पत्नी की धारदार टांगी से गला काटकर उसे मौत के घाट उतार दिया. घटना ओबरा प्रखंड के जम्होर थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव की है.मृतका की पहचान उक्त गांव निवासी रमेश मौर्या की पत्नी लालती देवी के रूप में हुई है. आरोपी ने सबूत छिपाने के लिए शव को कंबल में लपेटकर उसमें आग लगा दी थी. लेकिन सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.


बेटी ने बताया पिता ने की मां की हत्या

घटना के बारे में मृतका की पुत्री जुली कुमारी ने बताया कि शुक्रवार की रात को खाना खाने के बाद पूरा परिवार घर में सोया हुआ था. रात में ही किसी बात को लेकर मां और पापा के बीच विवाद हुआ. शनिवार की अहले सुबह करीब तीन बजे उसकी मां ने बाहर जाने के लिए दरवाजा खोलने को कहा. लेकिन उसके पिता दरवाजा नही खोला. वो अंदर रोने लगे. जिसपर मां ने कहा- ‘ठीक है दरवाजा मत खोलिए, मैं बाहर नही जाऊंगी.’ लेकिन उसकी मां को पिता बुरी तरह पीटने लगा. इस दौरान घर में रखे टांगी पर रमेश की नजर पड़ गयी. आवेश में रमेश में टांगी उठाया और लालती के गला को काट दिया.




सबूत मिटाने लाश को किया आग के हवाले

चीखने-चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. आरोप है कि सनकी रमेश हत्या का साक्ष्य छुपाने के लिए लालती को कम्बल में लपेट दिया और उसने उसमें आग लगा दी. कुछ देर बाद जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो वह डर से कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर लिया. घटना की सूचना पर जम्होर थाना की पुलिस पहुंची और सनकी रमेश को दरवाजा खोलने को कहा, लेकिन उसने दरवाजा नही खोला. इसके बाद पुलिसबलों ने दरवाजा तोड़कर उसे हिरासत में लिया.

 
जांच में जुटी पुलिस

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों से जरूरी पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. इधर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया. जम्होर थानाध्यक्ष ने बताया कि रघुनाथपुर गांव में एक सनकी पति द्वारा टांगी से पत्नी का गला काटने से मौत हुई है. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराकर दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया है. आरोपित पति रमेश को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है.



धनबाद की बेटी की बिहार के नवादा में समोसा खाने से हुई संदिग्ध मौत

धनबाद (Dhanbad)। झारखण्ड के धनबाद निवासी अनिल कुमार सिन्हा की पुत्री वंदना कुमारी (32 वर्ष) की बिहार के नवादा में संदिग्ध स्थिति में मौत हो गयी। घटना नवादा के नगर थाना क्षेत्र के राजेन्द्र नगर मोहल्ले की बतायी जाती है। मृतका वंदना कुमारी राजेन्द्र नगर निवासी अभिनव कुमार की पत्नी थी।

सूचना पर मायके वाले पहुंचे नवादा

पुलिस द्वारा दी गयी सूचना पर पिता अनिल कुमार सिन्हा व अन्य परिजन देर रात धनबाद से नवादा पहुंचे। इस मामले में नगर थाने में मृतका के पिता अनिल कुमार सिन्हा के आवेदन पर अप्राकृतिक मौत (यूडी) का मामला दर्ज किया गया है। नगर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष राजू कुमार के मुताबिक पिता ने पति द्वारा लाये गये समोसा खाने के बाद तबियत बिगड़ने व उल्टी के बाद मौत होने की बात कही है। किसी पर कोई आरोप नहीं है। यूडी केस दर्ज कर मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।


समोसा खाने से हुई मौत 

मृतका वंदना की शादी करीब डेढ़ माह पूर्व 22 नवम्बर 2024 को नवादा के राजेन्द्र नगर मोहल्ले के निवासी अभिनव कुमार से हुई थी। अभिनव पेशे से प्राइवेट शिक्षक हैं और वे शहर के एक निजी स्कूल में पढ़ाते हैं। परिजनों के मुताबिक शाम में उसने समोसा खाया। जिसके बाद उसे उल्टी होने लगी। तबियत अधिक बिगड़ने पर उसे सदर अस्पताल लाया गया। जहां उसकी मौत हो गयी। डॉक्टरों के मुताबिक उसे मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया। 


पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव सौंपा

अस्पताल द्वारा दी गयी सूचना पर नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव अपने कब्जे में ले लिया। घटना की सूचना मृतका के मायके वालों को भी दी गयी। इस बीच शव का अन्वीक्षण रिपोर्ट तैयार कर ससुराल व मायके वालों की उपस्थिति में सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गयी।

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चिता पर लेटी विवाहिता के शव को आग देने से डोम ने किया इंकार, शमशान घाट में मचा हड़कंप

श्मसान घाट पहुंच पुलिस ने शव को चिता से निकाल  भेजा पोस्टमार्टम हेतु अस्पताल

मुग्सलसराय (Mugalsarai)। जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के कैली गंगा घाट पर उस समय हड़कंप मच गया जब जलाने के लिए लगाई गई चिता में डोम राजा ने शव में कुछ ऐसा देखा कि शव जलाने के लिए आग देने से मना कर दिया। उसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया, तब जाकर मामला खुला कि, चिता में सजाई गई महिला की फांसी के फंदे से झूल कर मौत हुई है। गले में फांसी के फंदे का निशान देखकर डोम ने आग़ देने से मना कर दिया था।

 मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के भोगवार गांव में शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की फांसी के फंदे लटकता हुआ शव मिला था।परिजनों ने मायके व पुलिस को बिना सूचना दिए ही अंतिम संस्कार करने के लिए कैली गंगा घाट पहुंच गए। इसकी जानकारी होने पर मायके पक्ष के काफी विरोध के बाद पहुंची पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।



जानकारी के अनुसार अलीनगर थाना क्षेत्र के तारापुर गांव निवासी मेवालाल की पुत्री रितु 25 वर्ष की शादी 2021 में भोगवार गांव निवासी जयप्रकाश से हुई थी। इन दोनों से तीन बच्चे हैं। शुक्रवार को जयप्रकाश मजदूरी करने मुगलसराय चला गया। इसी दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता फांसी के फंदे पर लटकी हुई पड़ी थी। जानकारी होने पर पति भी घर पहुंच गया। मायके पक्ष के लोगों को बिना बताए ही अंतिम संस्कार करने के लिए ससुराल पक्षके लोगों ने कैली गंगा घाट पहुंच गए। 


लेकिन गर्दन में फांसी का निशान देख डोम ने चीता मे आग देने से मना कर दिया। इसी दौरान मायके पक्ष को लोगों को भी इसकी भनक लग गई। कैली गंगा घाट पर मायके पक्ष के लोगों द्वारा पहुंचकर चिखने चिल्लाते हुए इसका जमकर विरोध किया। देखते ही देखते आसपास के लोगों की काफी भीड़ एकत्रित हो गई। लगभग एक घंटे चली पंचायत के बाद भी मामला नहीं सुलझा तो‌ मायके पक्ष के सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर कोतवाल विजय बहादुर सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

मंईयां सम्मान योजना का लाभ नहीं मिलने से नाराज महिलाओं ने किया हंगामा

जमशेदपुर (Jamshedpur)। मंईयां सम्मान योजना का पैसा न मिलने से नाराज महिलाओं ने  जमशेदपुर प्रखंड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं का आरोप है कि योजना का लाभ पाने के लिए वे तीन महीने से प्रखंड और अंचल कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन अब तक निराशा ही हाथ लगी है।

महिलाओं ने बताया कि सरकार ने लाखों महिलाओं के खातों में योजना की पांच किस्तें भेज दी हैं, लेकिन उनके खातों में अब तक एक भी किस्त नहीं आई। शुक्रवार को जब वे प्रखंड कार्यालय पहुंचीं, तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। इससे नाराज होकर महिलाओं ने प्रखंड कार्यालय परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी।

प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि सरकार ने चुनाव के समय वादा किया था कि हर पात्र महिला को योजना का लाभ मिलेगा, लेकिन अब उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रखंड और अंचल कार्यालय के कर्मचारी फार्म में त्रुटि का बहाना बनाकर उन्हें टालते रहे हैं। महिलाओं ने मांग की कि यदि फार्म में कोई गलती है, तो इसकी सूचना देकर सुधार का मौका दिया जाए।


महिलाओं ने यह भी बताया कि वे उपायुक्त कार्यालय भी गई थीं, लेकिन वहां से उन्हें अंचल कार्यालय भेज दिया गया। इस भटकाव और लापरवाही से परेशान महिलाओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करेंगी।


पीड़ित मानवता के उद्धारक संत थे लंगटा बाबा, समाधि पर्व पर बाबा की पालकी यात्रा आज


महिलाओं ने सरकार से मांग की है कि योजना का लाभ सभी पात्र महिलाओं को दिया जाए, अन्यथा झारखंड की किसी भी महिला को योजना का लाभ न मिले। उनका कहना है कि जब वोट लेने के लिए नेता घर-घर आ सकते हैं, तो उनकी समस्याओं का समाधान क्यों नहीं किया जा सकता? अब वे इस मुद्दे को लेकर बड़ा कदम उठाने के लिए तैयार हैं।


घर पर नकदी रखने के इनकम टैक्स का क्या है नियम ? आइए जानें

न्यूज अपडेट झारखण्ड डेस्क (NUJ डेस्क)। टैक्स चोरी और कालेधन पर रोक लगाने के लिए आयकर विभाग के सख्त नियम हैं। बाबजूद इसके बढ़ते डिजिटल लेनदेन के बाद भी कई लोग अभी भी विभिन्न कारणों से नकदी का उपयोग करना और रखना पसंद करते हैं।  
घर पर नकदी रखने के भी आयकर विभाग के नियम हैं। आइए जानते हैं :-
क्या आप घर पर नकदी रख सकते हैं?
आयकर नियम आपके द्वारा घर पर रखी जा सकने वाली नकदी की मात्रा पर एक सीमा निर्दिष्ट नहीं करते हैं। फिर भी:
  • आपको नकदी के स्रोत की व्याख्या करने में सक्षम होना चाहिए।
  • उचित दस्तावेज, जैसे आईटीआर घोषणा, को आपके द्वारा रखे गए धन का समर्थन करना चाहिए।
  • यदि नकद कानूनी रूप से अर्जित और घोषित किया गया है, तो राशि की परवाह किए बिना चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
आयकर विभाग कब कार्रवाई कर सकता है?
यदि आप जांच के दौरान अपने नकदी के स्रोत को सही नहीं ठहरा सकते हैं, तो इससे परेशानी हो सकती है:
  • अधिकारियों द्वारा जांच:
  • एजेंसियां नकदी की वैधता पर सवाल उठा सकती हैं।
  • आयकर विभाग आपकी कर घोषणाओं और भुगतानों की समीक्षा करेगा।
अघोषित नकदी के लिए दंड:
  • यदि नकदी का खुलासा नहीं किया जाता है, तो राशि का 137% तक कर और दंड के रूप में वसूला जा सकता है।
नकद लेनदेन के लिए नियम :-
50,000 से अधिक की निकासी:
  • आपको एक बार में 50,000 से अधिक नकद निकासी के लिए अपना पैन कार्ड प्रदान करना होगा।
बड़ी निकासी पर टीडीएस:
  • इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 194N के तहत, अगर आप निकासी करते हैं तो TDS लागू होता है:
  • 20 लाख से अधिक/वर्ष: गैर-ITR फाइलर्स के लिए 2% TDS (पिछले 3 वर्ष)।
  • 1 करोड़ रुपये से अधिक/वर्ष: गैर-आईटीआर फाइलर्स के लिए 5% टीडीएस; आईटीआर फाइलर्स के लिए 2% टीडीएस.
  • आईटीआर फाइलर्स बिना टीडीएस के सालाना 1 करोड़ रुपये तक निकाल सकते हैं।
क्रेडिट/डेबिट कार्ड से नकद लेनदेन:
  • एक बार में 1 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन जांच का कारण बन सकता है।
  • 2 लाख से अधिक का सामान खरीदना:
  • 2 लाख रुपये से अधिक का नकद भुगतान तब तक प्रतिबंधित है जब तक कि पैन और आधार दोनों द्वारा समर्थित न हो।
  • आप घर पर कितनी नकदी रख सकते हैं, इसकी कोई निश्चित सीमा नहीं है, लेकिन उचित दस्तावेज आवश्यक है।
  • बड़ी या असत्यापित नकद राशि से जांच, दंड और अतिरिक्त कर वसूली हो सकती है।
  • कानूनी और वित्तीय जटिलताओं से बचने के लिए नकद लेनदेन नियमों का पालन करें।
    इन नियमों के बारे में सूचित रहने से आपको अपने नकदी को सुरक्षित और कानूनी रूप से प्रबंधित करने में मदद मिल सकती है।

पीड़ित मानवता के उद्धारक संत थे लंगटा बाबा, समाधि पर्व पर बाबा की पालकी यात्रा आज

पीड़ित मानवता के उद्धारक संत थे लंगटा बाबा


[लंगटा बाबा के समाधि पर्व पर उनके पालकी यात्रा पर विशेष]


राजेश कुमार
जगतगुरु वामदेव, लंगेश्वरी बाबा उर्फ लंगटा बाबा। बाबा के भक्तों में अमीर, गरीब, ऊंच नीच, हिन्दु मुसलमान, सिख सभी शामिल थे। बाबा अपने सभी भक्तों एक समान मानते थे। जहां अमीर की खीर पुड़ी सामने के कुएं में यह कहकर डलवा देते थे कि ठंबी करो महाराज, वहीं गरीब की सत्तु को भी बड़े चाव से ग्रहण कर लेते थे। यही वजह है कि बाबा के समाधि पर सभी धर्म और वर्ग के भक्त मत्था टेकते हैं, चादरपोशी करते हैं और मन्नतें मांगते हैं। कहते हैं कि पीड़ितों और फरियादियों के लिए बाबा हमेशा एक उच्च कोटि के संत और साधक की भूमिका अदा करते थे। बाबा के सानिध्य में जाते ही भक्तों की सभी समस्याएं दूर हो जाती थी।

बाबा का खरगडीहा आगमनः

1870 में देवघर जाने के क्रम में नागा साधुओं का एक दल विश्राम के लिए खरगडीहा थाना परिसर में रुक था। शेष साधु दुसरे दिन अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए पर एक साधु नग्न धड़ंग अवस्था में थाना परिसर में ही धुनी रमाये बैठे रहे। कालांतर में यही साधु लंगटा बाबा के रूप में विख्यात हुए।



अंग्रेज अधिकारी ने मांगा था गलती की क्षमाः 

उस जमाने में खरगडीहा में अंग्रेज पुलिस का थाना था और परगना कार्यालय था। यहां अंग्रेज अधिकारियों का आना जाना लगा रहता था। एक बार एक अंग्रेज अधिकारी ने बाबा को थाना से अन्यत्र जाने का फरमान सुना दिया। तब बाबा ने उस अंग्रेज अधिकारी से कहा कि जा महाराज आकाश निर्मल है। जब वह अंग्रेज अधिकारी वापस लौट रहा था तो उसे रास्ते मे अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अंग्रेज अधिकारी लौट कर खरगडीहा आया और बाबा से माफी मांगी। जानकारों की माने तो खरगडीहा प्रवास के दौरान बाबा ने अनेक लीलाएं की और पीड़ितों के कष्टों का निवारण भी किया। बाबा वर्ष 1910 के पुष पूर्णिमा को देह त्याग कर महासमाधि में प्रवेश कर गये।


हर वर्ष उमड़ता है बाबा की समाधि पर श्रद्धालुओं का सैलाबः 

तब से प्रत्येक वर्ष पूस पूर्णिमा के मौके पर बाबा के समाधि पर चादरपोशी के लिए न केवल झरखण्ड और बिहार के अपितु अन्य प्रान्तों के भक्तों का खरगडीहा में सैलाब उमड़ता है। बाबा के समाधि पर पहला चादरपोशी जमुआ के थानेदार द्वारा किया जाता है। वंही पहले पहर हिन्दू और दूसरे पहर मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा चादर पोशी की जाती है। 


 चादरपोशी के लिये प्रशासन चौकस

बाबा के समाधि पर्व को लेकर सेवादार समाधि स्थल की भव्य साज सज्जा करने में जुटे हैं। पूरा का पूरा बाबा का समाधि परिसर आकर्षक फूलों से सजाया जा रहा है। सेवादारों द्वारा विशाल लंगर सेवा की व्यवस्था की गई है। बाबा के भक्तों का खरगडीहा आने का सिलसिला आरम्भ हो गया है। कई भक्त और साधु संत यहां महीनों से डेरा डाले हैं। चादरपोशी हो इसके लिए प्रशासन पुरी तरह चौकस है।



भव्य मेला का होगा आयोजन

लंगटा बाबा के समाधि पर्व के अवसर पर लंगटा बाबा के समाधि स्थल खरगडीहा में भव्य मेला का भी आयोजन होगा। जिसमें खाने पीने के सामानों के साथ  विभिन्न प्रकार के घरेलू व साज श्रंगार की आकर्षक दुकानें सजेगी। वहीं मनोरंजन हेतु विभिन्न प्रकार आकर्षक झूले आदि भी रहेंगे। जिसका यहां पहुंचने वाले लोग भरपूर लुत्फ उठाएंगे। मेला के दौरान किसी प्रकार की कोई अनहोनी घटना घटित न हो इसके लिये प्रशासन पुरो तरह से सचेत है। पूरे मेला परिसर की निगरानी सीसीटीवी से की जाएगी। साथ ही भीड़ को कंट्रोल करने के लिये प्रशासन द्वारा ब्रेकेटिंग भी की गई है।


आज निकलेगी बाबा की पालकी

यूं तो समाधि पर्व पौष पूर्णिमा के दिन अर्थात 13 जनवरी को होगी। उस दिन बाबा के समाधि पर अहले 3 बजे से चादरपोशी की जाएगी। लेकिन इस समाधि पर्व के मौके पर आज 11 जनवरी को बाबा की भव्य पालकी यात्रा निकाली जाएगी। जिसमे काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। वहीं कल अर्थात 12 जनवरी को संध्या पहर महाआरती का आयोजन होगा। जबकि 13 जनवरी को चादरपोशी के साथ महालंगर भंडारा का आयोजन होगा। वहीं 14 जनवरी को खिचड़ी महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा। जबकि 15 जनवरी को साधु संतों के बीच चादर का वितरण किया जाएगा।।