बुधवार, 11 दिसंबर 2024

26 घंटा बाद एनडीआरएफ की टीम ने निकाला तालाब में डूबे युवक का शव

प्रशासन के उदासीन रवैये से क्षुब्ध ग्रामीणों ने बुधवार सुबह किया सड़क जाम 
गिरिडीह।  जिले सरिया बाजार स्थित मैनेजर तालाब में मंगलवार के दोपहर लगभग एक बजे डूबे युवक का शव लगभग 26 घण्टे के बाद बुधवार को दोपहर बाद 3: 31 बजे एनडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत के बाद निकाला।


बता दें कि कोडरमा के गोहाल गांव निवासी सुभाष राणा का 20 वर्षीय पुत्र मोहित शर्मा उर्फ मोहित राणा सरिया प्रखंड कर बलीडीह गांव अपनी नानी के घर सूर्यजाही पर्व में शामिल होने आया था। मंगलवार को वह अन्य लोगों के साथ मैनेजर तालाब में स्नान करने पहुंचा था। नहाने के दौरान वह तैरकर दूसरी ओर जाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान वह तालाब के गहरे पानी मे समा गया और डूब गया। मोहित के तालाब में समा जाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने हल्ला मचाया। शोर सुन काफी संख्या में लोग तालाब के समीप पहुंचे। स्थानीय तैराकों ने अपने स्तर से तालाब में डूबे मोहित को खोजने का काफी प्रयास किया लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। 


घटना की सूचना मिलते ही बगोदर विधायक नागेंद्र महतो घटना स्थल पहुंचे और मृतक युवक के शोक संतप्त परिवार से मिल उन्हें ढांढस बंधाया। वही घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विधायक ने स्थानीय एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर उन्हें घटना की जानकारी दी और गोताखोर को मंगा कर शव निकालने का निर्देश दिया।


घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम संतोष गुप्ता, एसडीपीओ धनंजय राम के साथ सरिया थाना प्रभारी और बीडीओ भी तालाब पर पहुंचे। उनकी उपस्थिति में एक बार पुनः स्थानीय तैराकों ने मोहित को तालाब में ढूंढने की काफी कोशिश किया। लेकिन युवक का कुछ नहीं पता चल सका और स्थिति ढाक के तीन पात वाली बनी रही। बाद में स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम को इसकीं सूचना दी और उन्हें बुलावा भेजा। 


लेकिन मंगलवार शाम तक टीम के नहीं आने पर ग्रामीणों का गुस्सा प्रशासनिक अधिकारी को झेलना भी पड़ा। देर रात तक भी टीम नहीं पहुंची तो आक्रोशित लोगों ने बुधवार सुबह 8 बजे से सरिया थाना के समीप सड़क जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक पदाधिकारियों ने लोगों को समझा बुझा जाम हंटवाने का प्रयास किया। लेकिन जब तक टीम नहीं पहुंची लोगों ने सड़क जाम नहीं हटाया। लगभग 10 बजे झारखंड के बोकारो से झारखंड प्रोफेशनल रेस्क्यू ड्राइवर की 12 सदस्य टीम के पहुंचने के बाद लोगों ने सड़क जाम हटाया। बाद में टीम मैनेजर तालाब पहुंची और लगभग 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी टीम को कोई सफलता नहीं मिली। 


बाद में देवघर से पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने लाइफ जैकेट और बोट की मदद से तालाब को खंगालना शुरू किया और डूबे युवक की खोज बिन शुरू किया। टीम ने लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 3:31 बजे मृतक युवक मोहित राणा का शव को निकाला। बाद में स्थानीय पुलिस ने मृतक युवक के शव को अपनी अभिरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।  इस दौरान तालाब के चारों ओर कई प्रशासनिक अधिकारी के साथ हजारों लोगों की भीड़ जमा थी।  मैनेजर तालाब में डूबे मोहित का शव निकलने के बाद परिजनों में एक बार फिर कोहराम मच गया। उनका रो रो कर बुरा हाल था।

झारखंड में 95 हजार सरकारी पदों पर होगी नियुक्ति, महिलाओं को दिया जाएगा 33 प्रतिशत आरक्षण

रांची। झारखंड विधानसभा में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने बड़ा ऐलान किया है। बुधवार को षष्ठम विधानसभा के प्रथम सत्र के तीसरे दिन अपने अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकल्प किया है. इन घोषणाओं और संकल्पों में निम्नलिखित प्रमुख बिंदु शामिल हैं. जिसमें 95 हजार सरकारी पदों पर बहाली की बात कही.

संवैधानिक और विधायी सुधार

★मुंडारी और अन्य जनजातीय भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की पहल.

★पिछड़ा वर्ग को 27%, आदिवासियों को 28%, और दलितों को 12% आरक्षण देने का विधेयक पारित कर केंद्र सरकार को भेजा.

★आदिवासी धर्म कोड को केंद्र सरकार की स्वीकृति दिलाने का प्रयास.

कानून व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा

★जमाबंदी की जमीनों पर रह रहे परिवारों को मान-सम्मान के साथ जीने का अधिकार.

★सहारा इंडिया से पीड़ित निवेशकों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष. पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का वादा.



शिक्षा और रोजगार

★हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज और अनुमंडल स्तर पर पॉलिटेक्निक संस्थानों की स्थापना.

★10वीं के बाद छात्रों को स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जोड़ते हुए 15 लाख रुपये तक की शिक्षा ऋण उपलब्धता.

★60 हजार शिक्षकों और 15,000 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति.

★क्षेत्रीय और जनजातीय भाषाओं के शिक्षकों के लिए 10,000 पद सृजित किए जाएंगे.

★महिलाओं को 33% आरक्षण और स्वरोजगार के लिए 15,000 करोड़ रुपये की सहायता.

कृषि और श्रमिक कल्याण

★किसानों के लिए मनरेगा के तहत कृषि ऋण.

★मनरेगा मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी ₹350 सुनिश्चित करने के लिए राज्य निधि से सहायता.

★जल संसाधनों का सदुपयोग और सिंचाई व्यवस्था के लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश.

स्वास्थ्य और जनकल्याण

★सभी जरूरतमंद परिवारों को 15 लाख रुपये की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से जोड़ना.

★गरीबों को प्रति माह 7 किलो चावल और 2 किलो दाल.

★25 लाख गरीब परिवारों को तीन कमरों का आवास उपलब्ध कराना.


खेल और पर्यटन विकास

★अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों की सरकारी पदों पर सीधी नियुक्ति.

★राज्य में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना.

★फुटबॉल, हॉकी और अन्य खेलों में प्रतिभाओं के विकास के लिए प्रशिक्षण संस्थान.

★वन क्षेत्रों में पर्यटन संरचनाओं का निर्माण और संचालन.

महिला सशक्तिकरण

★महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजनाओं में 15 लाख रुपये तक का क्रेडिट उपलब्ध.

★हर ग्राम संगठन को 0% ब्याज दर पर सहायता.


5161 वें गीता जयंती पर कबीर ज्ञान मन्दिर में अखंड गीता पाठ के साथ शुरू हुआ दो दिवसीय आयोजन

गिरिडीह। 5161 वें गीता जयंती के अवसर पर दो दिवसीय आयोजन का शुभारम्भ बुधवार से कबीर ज्ञान मंदिर में हुआ। आयोजन के पहले दिन आज सदगुरु मां ज्ञान ने श्रीमद्भगवतगीता के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मंगलाचरण उद्बोधन के साथ माँ ज्ञान ने 1001 व्रतियों के साथ सम्पूर्ण गीता का सस्वर अखंड पाठ की। इस दौरान भव्य पूजन कार्यक्रम भी आयोजित हुआ।


मौके पर अपने उद्बोधन में मां ज्ञान ने कहा कि गीता साकार और निराकार का संगम है। गीता जयंती के अवसर पर गीता का अखंड पाठ कर व्यक्ति ग्रहदोष, पितृदोष आदि अनेकानेक ताप-दुःखों से मुक्त होकर परम सौभाग्य को प्राप्त कर सकता है। कहा कि आज  मानव- जीवन अशांति और अज्ञान का पर्याय बन गया है। ऐसे में गीता वह संजीवनी बूटी है, जो मानव को दुःखों से निकालकर सुख और शांति प्रदान करने की क्षमता रखती है।

उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता के समान कोई ग्रंथ नहीं, गीता ज्ञान के समान कोई पंथ नहीं, गीता वाणी के समान कोई मंत्र नहीं, गीता उपदेश में वह सब कुछ है, जो मानव समुदाय को शांत, सुखी, संतृप्त बना सकता है।

गीता जयंती के अवसर पर आयोजित इस दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन काफी संख्या में कबीर के अनुयायी, सनातनी समुदाय से जुड़े महिला व पुरुष उपस्थित होकर इस आयोजन को सफल बनाया। 

वहीं कार्यक्रम के दूसरे कल गुरुवार को गीता ज्ञान यज्ञ का आयोजन होगा, ततपश्चात आरती हवन उपरांत प्रसाद वितरण कर इस दो दिवसीय आयोजन का समापन होगा।

विलुप्तप्राय आदिम जनजाति बिरहोर समुदाय का शिविर लगा किया गया स्वास्थ्य जाँच

उचित स्वास्थ्य परामर्श के साथ दी गई निःशुल्क दवाएं

गिरिडीह। विलुप्तप्राय आदिम जनजाति बिरहोर हासिये पर ख़डी एक जनजाति समुदाय है जिसका संवर्धन और विकास आवश्यक है। बिरहोर जन जीवन में स्वास्थ्य क़े प्रति जागरूकता का आभाव है। अन्य समुदाय क़े अपेक्षाकृत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर अधिक है। स्वास्थ्य विभाग क़े साथ गैर सरकारी संगठन बनवासी विकास आश्रम द्वारा बिरहोर समुदाय की स्थिति में सुधार लाने हेतु लगातार प्रयास जारी है।


इसी कड़ी में बनवासी विकास आश्रम के तत्वावधान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बगोदर द्वारा बुधवार को बिरहोर समुदाय के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य सर स्वास्थ्य जांच शिविर का सफल आयोजन किया गया। 


शिविर में विशेषज्ञ डॉक्टर रमापति एवं उनकी टीम में शामिल एएनएम नीलम कुमारी, सीएचओ विकास कुमार व अर्चना कुमारी, एमएसडब्लयु धर्मेंद्र सिंह व प्रेमा कुमारी, लैब टेक्नीशियन प्रदीप कुमार ने बुढा़चांच बिरहोर टंडा के 45 लोगों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें उचित परामर्श दिया। शिविर में 7 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, 3 महिलाओं में मधुमेह पाया गया जबकि एक अन्य महिला को आंखों की दृष्टि से संबंधित समस्या पाई गई। जिन्हें उचित परामर्श दिया गया। शिविर में पुरुषों व महिलाओं के साथ बच्चों का भी सामान्य स्वास्थ्य जांच, ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल की जांच की गई एवं बच्चों की पोषण जांच कर सबों को निःशुल्क दवाइयां भी उपलब्ध कराई गई। 

 
बनवासी विकास आश्रम के कार्यक्रम समन्वयक उत्तम कुमार ने बताया कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाना और चिकित्सा सेवाओं को उन क्षेत्रों तक पहुंचाना है, जहां सुविधाओं की कमी है। जांच शिविर में सामुदायिक कार्यकर्ता कृष्णा हेम्ब्रम, रवि पासवान  की भूमिका सराहनीय रही। 

एक बार फिर चुटूपालू घाटी में दो लोगों की हुई दर्दनाक मौत

रामगढ़। चुटूपालू घाटी में आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की दिशा अब तक एनएचएआई और जिला प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गयी है। हर बार सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिला प्रशासन एनएचएआई को निर्देशित करती रही है। लेकिन एनएचएआई पर आदेशों का असर नहीं हो रहा है। नतीजतन वाहनों के चालक और राहगीर असमय मौत के गाल में समा रहे है। यधपि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में डीसी ने कई बार एनएचएआई के अधिकारियों को सड़क की एलाइनमेंट से लेकर लाइटों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है।

बावजूद इसके एनएचएआई के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है। एनएचएआई के अधिकारी अपनी कानों में रुई डाले बैठे है कि घाटी में जो भी हो रहा होने दो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।


फिर गयी चुटूपालू घाटी में दो लोगों की जान

रांची-पटना मुख्यमार्ग अंतर्गत फोरलेन के चुटूपालू घाटी में एक बार फिर सड़क दुर्घटना में ट्रेलर चालक और खलासी ने अपनी जान गवा दी है। जानकारी के अनुसार रांची से रामगढ़ की ओर से आ रही सरिया लदा ट्रेलर संख्या पीबी 04एए 9328 का अचानक ब्रेक फेल हो जाने से ट्रेलर चालक ने सड़क किनारे किसी तरह रोकना चाहा, लेकिन उसे क्या पता था कि सड़क किनारे स्थित गड्ढा काल बनकर उनके सामने खड़ी है।

गड्ढे में गिरते ही ट्रेलर का केबिन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। जिस कारण चालक और खलासी केबिन में फंस रह दोनों ने दम तोड़ दिया। जब तक पुलिस वहां पहुंची वहां तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। तत्काल पुलिस ने घटना की जानकारी वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी।


कोठार ओवर ब्रिज के पास पलटी कार, बाल बाल बचे लोग

वही, एक दूसरी घटना रांची-पटना मुख्य मार्ग अंतर्गत फोरलेन के कोठार ओवर ब्रिज के पास एक कार पलट गई। हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। कार में सवार लोग बाल बाल बच गए। इधर, घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने सड़क पर पलटी कार को स्थानीय लोगों की मदद से हटवाया। जानकारी के अनुसार हजारीबाग से रांची की ओर जा रही डीएल 1 सीटी 6130 कार अचानक डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। कार सवार सभी लोग बाल बाल बच गए।

तालाब में डूबे युवक की तलाश करने आज बालीडीह पहुंचेगी बेरमो से एनडीआरएफ की टीम

गिरिडीह। जिले के सरिया थाना क्षेत्र के बलीडीह गांव स्थित मैनेजर तलाब में नहाने के दौरान मंगलवार को एक युवक तालाब के गहरे पानी मे समा गया था। तालाब में डूबे युवक की तलाश करने आज बुधवार को बेरमो से एनडीआरएफ टीम बलीडीह गांव पहुंचेगी और युवक के शव की तलाश करेगी।


बता दें कि कोडरमा के गोहाल गांव निवासी सुभाष राणा का 20 वर्षीय पुत्र मोहित शर्मा उर्फ मोहित राणा सरिया प्रखंड कर बलीडीह गांव अपनी नानी के घर मे रहता था। मंगलवार को वह अन्य लोगों के साथ मैनेजर तालाब में स्नान करने पहुंचा था। नहाने के दौरान वह तैरकर दूसरी ओर जाने की कोशिश कर रहा था। इसी दौरान वह तालाब के गहरे पानी मे समा गया और डूब गया। फिर उसका कुछ भी पता नहीं चल पाया। 


मोहित के तालाब में समा जाने के बाद वहां मौजूद लोगों ने हल्ला मचाया। शोर सुन काफी संख्या में लोग तालाब के समीप पहुंचे। स्थानीय तैराकों ने अपने स्तर से तालाब में डूबे मोहित को ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया।


मैनेजर तालाब में डूबने से मोहित राणा की हुई आकस्मिक मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया। उनका रो रो कर बुरा हाल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही बगोदर विधायक नागेंद्र महतो घटना स्थल पहुंचे और मृतक युवक के शोक संतप्त परिवार से मिल उन्हें ढांढस बंधाया। वही घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए विधायक ने स्थानीय एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से फोन पर वार्ता कर उन्हें घटना की जानकारी दी और प्रशिक्षत गोताखोर को मंगा कर शव निकालने का निर्देश दिया। 

घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीएम संतोष गुप्ता, एसडीपीओ धनंजय राम के साथ सरिया थाना प्रभारी और बीडीओ भी तालाब पर पहुंचे। उनकी उपस्थिति में एक बार पुनः स्थानीय तैराकों ने मोहित को तालाब में ढूंढने की काफी कोशिश किया। लेकिन युवक का कुछ नहीं पता चल सका और स्थिति ढाक के तीन पात वाली बनी रही। बाद में स्थानीय प्रशासन ने एनडीआरएफ टीम को इसकीं सूचना दी और उन्हें बुलावा भेजा। प्रशासन के बुलावे पर आज बुधवार को बेरमो से एनडीआरएफ टीम बलीडीह पहुंचेगी। टीम मैनेजर तालाब डूबे युवक मोहित शर्मा उर्फ मोहित राणा के शव को निकालने की कोशिश करेगी।

राज्य के सभी जेलों में हेल्थ कैंप लगा बंदियों का इलाज कराने का हाईकोर्ट ने दिया आदेश

रांची। झारखंड हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए झालसा (झारखंड लीगल सर्विस अथारिटी) एवं डालसा (डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथारिटी) को राज्य के सभी जेलों में हेल्थ कैंप लगाकर बंदियों का समुचित इलाज कराने का आदेश दिया है.हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद एवं जस्टिस नवनीत कुमार के कोर्ट ने यह आदेश दिया है. 


अदालत ने कहा है कि मेडिकल जांच में मोतियाबिंद, डाइबीटीज, ब्लड प्रेशर तथा अन्य बीमारियों की चिकित्सीय जांच कराकर समुचित इलाज की व्यवस्था की जाये.बेंच ने यह भी आदेश दिया है कि जेल अदालत के दिन झालसा यह सुनिश्चित करेगा कि मेडिकल जांच कैंप लगे तथा कोई भी जागरूकता कार्यक्रम जो कारागृह में झालसा एवं डालसा के द्वारा आयोजित किया जायेगा, तो उसमें सभी वृद्ध एवं बीमारियों से ग्रसित बंदियों के लिए निश्चित रूप से मेडिकल जांच कैंप भी आयोजित किया जायेगा. 


झालसा ने सभी कारागृह से रिपोर्ट मंगायी है. 70 वर्ष से अधिक उम्र के बंदियों की संख्या 164 है, तथा गंभीर बीमारी से ग्रसित बंदियों की संख्या 11 है. झालसा ने सभी डालसा को निर्देश दिया कि उनकी मेडिकल जांच सुनिश्चित करें तथा उन्हें तत्काल आवश्यकतानुसार चिकित्सीय सहायता प्रदान करें.