रविवार, 7 अक्टूबर 2018

पारा शिक्षक की निर्मम हत्या , जांच में जुटी पुलिस



दारू में पारा शिक्षक की हत्या, जांच में जुटी पुलिस




झारखण्ड प्रदेश के हजारीबाग जिले दारू थाना क्षेत्र के बड़वार निवसी प्रदीप पासवान (48वर्ष) की खून से लथपथ लाश दिग्वार पंचयात के गडया जंगल से बरामद हुआ। हत्यारों ने प्रदीप के सिर पर टांगी से वार कर उसकी बड़ी ही बेहरहमी से हत्या कर दिया। 
हत्या की सूचना मिलते ही दारु थाना प्रभारी नथुनी यादव सदल बल घटना स्थल पर पहुच शव को अपनी अभिरक्षा में ले पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

     मृतक प्रदीप पासवान पिता चन्द्रदीप पासवान दिग्वार पंचायत के परतंगा मध्य विद्यालय में 2005 से पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत था। परिवार का वह एकलौता कमाऊ सदस्य था। मृतक प्रदीप के तीन बच्चे है। जिनमे दो बेटा और एक बेटी शामिल है। उसकी हत्या से परिजनों के समक्ष दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटना के सम्बन्ध में मृतक के पुत्र गौतम कुमार पासवान ने बताया कि हर दिन की तरह उसके पिता अहले सुबह करीब साढ़े पांच बजे बकरी के लिए पत्ता लाने जंगल गये थे। उनके साथ विनोद साव पिता टीभा साव भी जंगल की ओर गया था। 

उसने बताया कि हर दिन उसके पिता सात बजे के आस पास घर लौट आते थे लेकिन जब 10 बजे तक वह वापस नही लौटे तो परिजनों ने विनोद साव से इस बावत पूछताछ किया तो उन्होंने प्रदीप से सम्बंधित कोई भी जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर किया। यह भी कहा कि प्रदीप उनके साथ जंगल भी नही गया था।
 इसके बाद परिजन सशंकित हो गये और मुहल्ले के लोगों के साथ जंगल में प्रदीप को खोजने निकले।

 घर से लगभग एक किमी दूर गड़या जंगल में प्रदीप को खून से लथपथ मृत स्तिथि में देख लोग दंग रह गए। घटना जंगल में आग की तरह पुरे दारू क्षेत्र के फैल गयी और लोगों का हुजूम जंगल की ओर दौड़ पडा।

घटना के बावत थाना प्रभारी नथुनी यादव ने कहा कि यह एक हत्या का मामला है। अनुसन्धान के बाद ही पता चल पाएगा की हत्या किसने और किस कारण हुई। उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान में जुटी है।फोरेंसिक जांच टीम को बुलाया गया है।



     

हत्यारे की गिरफ्तारी की माँग पर एकजुट हुआ ब्रह्मर्षि समाज

जमुआ थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा ब्रह्मर्षि समाज



जमुआ/गिरिडीह :  जमुआ प्रखंड अंतर्गत नारोबाद गांव के हुए एक आठ वर्षीय बालक की मौत के मामले को ब्रह्मर्षि (भूमिहार ब्राह्मण) समाज ने गंभीरता से लिया है। घटना के बाद हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी नही होने और आरोपियों द्वारा मृतक के पिता को केस उठा लेने की लगातार मिल रही धमकी से आक्रोशित समाज के लोगों ने रविवार को नारोबाद में बैठक कर आगे की रणनीति तय की।

समाज के जिलाध्यक्ष गौरीशंकर सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में इस मामले को लेकर आंदोलन की रणनीति बनायी गयी। निर्णय लिया गया कि 15 दिनों के भीतर प्रशासन अगर रौशन हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी नही करेगा तो ब्रह्मर्षि समाज आगामी 23 अक्टूबर को जमुआ बाजार में प्रतिवाद मार्च कर थाना के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रौशन की हत्या बीते 25 सितंबर को कर दी गयी। हत्या के बाद आरोपियों के परिजन ने मृतक के पिता सहित गांव के अन्य लोगों के खिलाफ लूटपाट की प्राथमिकी जमुआ थाना में दर्ज करायी जो समझ से परे है। कहा कि पुलिस को जांच पड़ताल कर ऐसे झूठे मुकदमे का मामला दर्ज करना चाहिए।
वक्ताओं ने इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाते हुए वरीय पदाधिकारियों से जांच पड़ताल की मांग की।

बैठक में निर्णय हुआ कि थाना के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में समाज के लोग एकत्रित हों। इसके लिए जिले से सभी प्रखंडों में बैठक की जायेगी।

वक्ताओं ने एक स्वर में हत्या आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र करने, मृतक के पिता के उपर  किये गए झूठे मुकदमे को वापस लेने और इस हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने की मांग की। 
बैठक में समाज के सुरंजन सिंह, सुबोध सिंह, बबलू भारद्वाज, जयप्रकाश सिंह, सुधीर सिंह, अशोक सिंह, राहुल सिंह, जनार्दन राय, शिवकुमार राय, सदानंद राय, सुरेश सिंह, शक्ति सिंह , सहदेव सिंह, त्रिलोकी पंडित, टिकैत सिंह, सत्यदेव राय, शंकर सिंह, रोहित सिंह सहित गांव के कई शामिल थे।

अवैध शराब की मिनी फैक्ट्री का उद्भेदन

धनबाद :अवैध शराब फैक्ट्री का उद्भेदन, भारी मात्रा में शराब व अन्य सामग्री जब्त 

   

         झारखण्ड प्रदेश के धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी के पातकोल गांव में छापामारी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में उत्पाद विभाग द्वारा छापेमारी कर एक अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया।

अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में की गयी इस छापामारी के दौरान उक्त शराब फैक्ट्री से 20 लीटर अवैध शराब के 10 जार, 200 लीटर स्प्रिट, 375 एमएल के दो कार्टून, खाली बोतल से भरे हुए 100 कार्टून, कोर्क तथा कैप पुलिस ने बरामद किया है।

इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त स्थान पर अवैध मिनी शराब फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। सुचना के आलोक में उत्पाद विभाग तथा पुलिस पदाधिकारियों के सहयोग से अवैध मिनी शराब फैक्ट्री में छापा मारा गया।

उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने दारुल साहनी, अमर दत्ता, विजय बत्ता तथा वृंदावन नामक व्यक्तियों  के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

         

जिला अधिवक्ता संघ का चुनाव सम्पन्न, दुबारा बने दुर्गा पाण्डेय अध्यक्ष व चुन्नुकांत सचिव

अधिवक्ता संघ : अध्यक्ष बने दुर्गा पाण्डेय और चुन्नू कान्त दुबारा सचिव

 16 पदों के लिए चुनाव में खड़े थे 56 प्रत्याशी

700 मतदाताओं ने किया मताधिकार का प्रयोग



गिरिडीह। जिला अधिवक्ता संघ का चुनाव शनिवार को काफी गहमा गहमी के साथ सम्पन्न हुआ। देर शाम गये तक चुनाव परिणाम भी घोषित हो गया। जिसमे दुर्गा प्रसाद पाण्डेय अध्यक्ष निर्वाचित हुए तो चुन्नुकान्त दुबारा सचिव के पद पर काबिज हुए।

गौरतलब है कि जिलाधिवक्ता संघ के 16 पदों के लिए कुल 56 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। जिनके भाग्य का फैसला 700 पंजीकृत अधिवक्ताओं ने किया। जिसमें
अध्यक्ष पद के प्रत्यासी दुर्गा पाण्डेय अपने निकटम प्रतिद्वन्दी श्रीकृष्ण मुरारी को 55 मतों से पराजित कर चुनाव जीत गये।  दुर्गा पाण्डेय को जंहा 249 मत प्राप्त हुए वंही श्रीकृष्ण मुरारी को 194 मत मिले।  इस पद पर तीसरे स्थान पर रहे महेंद्र प्रसाद को 183 मत पर ही संतोष करना पड़ा।

जबकि सचिव के पद पर चुन्नुकांत ने ऐतिहासिक जीत हासिल किया। उन्होंने अपने प्रतिद्वन्दी कामेश्वर प्रसाद यादव को 261 मतों से शिकस्त दे कर लगातार दूसरी बार सचिव के पद पर काबिज हुए। चुन्नुकांत को जंहा 414 मत प्राप्त हुए वंही कामेश्वर प्रसाद यादव को मात्र 153 मत ही प्राप्त हुये।  सचिव के पद पर खड़ी पूर्व सचिव कंचनमाला को मात्र 68 मतों पर ही संतोष  करना पड़ा।

उपाध्यक्ष के पद पर बालगोविंद साहू और कोषाध्यक्ष के पद पर मीरा कुमारी ने चुनाव जीता। उपध्यक्ष के लिए चुनाव में उतरे सञ्जीवन कुमार सिन्हा सिन्हा को 122 और राजीव सिन्हा को 153 मत मिले जबकि बालगोविंद साहू को 249 मत प्राप्त हुए।


वंही कोषाध्यक्ष पद पर रनर रहने के लिए दो प्रत्याशियों में काफी खींच तान हुई। और दोनों ही प्रत्याशी शिव कुमार गुप्ता और उदय शंकर सिन्हा 159 -159 मत प्राप्त कर रनर घोषित हुए जबकि 174 मत प्राप्त कर मीरा कुमारी कोषाध्यक्ष पद पर विनर घोषित हुई। जबकि इस पद के लिए खड़े बिमल कुमार खेतान को 145 मत मिले।

सहायक कोषाध्यक्ष के पद पर काफी दिलचस्प मुकाबला हुआ। इस पद के लिए ज्योतिष कुमार सिन्हा और तुलसी प्रसाद गुप्ता के बीच कॉंटे की टक्कर हुई। जिसमे ज्योतिष सिन्हा ने तुलसी गुप्ता को एक मत से पराजित करने में कामयाबी हासिल किया। ज्योतिष सिन्हा को जंहा 198 मत मिले वंही तुलसी गुप्ता को 197 मत प्राप्त हुए। तीसरे स्थान पर रहे कमलेश्वर प्रसाद नारायण को 159 मत मिले।


जिला अधिवक्ता संघ के संयुक्त सचिव (एडमिनिस्ट्रेशन) के पर दशरथ प्रसाद  और संयुक्त सचिव (लाइब्रेरी) के पद पर शिवेंद्र कुमार सिन्हा काबिज हुए। संयुक्त सचिव (प्रशासन) के लिए दशरथ प्रसाद को 249 मत प्राप्त हुए। जबकि पंचानन्द कुमार मुनि और चन्द्रमोहन प्रसाद को क्रमशः 153  और 104 मत मिले। जबकि संयुक्त सचिव ( लाइब्रेरी) के लिए शिवेंद्र कुमार सिन्हा को 249 मत मिले वंही मो परवेज आलम और सुबोनिल सामन्तों को क्रमशः 195 और 112 मत मिले।


अधिवक्ता संघ के कार्यकरिणी सदस्य  के रूप में उर्मिला शर्मा (386), दिनेश कुमार राणा ( 381), अमित कुमार सिन्हा (366), विशाल आनंद (361), बिनोद कुमार यादव ( 285), मो शमसुल होदा ( 270), शालिनी सिन्हा (268), बिनोद कुमार बिंदु (248) और चन्दन कुमार सिन्हा 237 मत लाकर निर्वाचित हुए।