शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2020

रेलवे की बैठक में मुख्यमंत्री ने उठाये कई सवाल

रेलवे के महाप्रबंधक के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने उठाये कई सवाल
दुमका-रांची इंटरसिटी और वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन में एसी फर्स्ट और एसी टू के कम्पोजिट कोच लगाए रेलवे : मुख्यमंत्री
 रांचीमुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि रेलवे दुमका-रांची ट्रेन और वनांचल एक्सप्रेस में एसी फर्स्ट और एसी टू के कम्पोजिट कोच लगाए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक के साथ हुई बैठक में उक्त बातें कही।

 उन्होंने कहा कि झारखंड की ट्रेनों में इस प्रकार की सुविधा दी जाए जिससे हर श्रेणी में यात्रियों को सुविधा हो। रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) सिंगल एंटिटी में अर्थात या केवल रेलवे अथवा केवल राज्य सरकार बनाये। 

कहा कि पुल रेलवे बनाती है और एप्रोच रोड राज्य सरकार द्वारा बनाया जाता है। इससे पुल और एप्रोच रोड का एलाइनमेंट भी बहुत सुगम नहीं रह पाता है और जनता को परेशानी होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे झारखंड को डंपिंग यार्ड ना बनाए। देश में झारखंड एक ऐसा राज्य है जो रेलवे को संसाधनों से सबसे अधिक लाभ देता है किंतु रेलवे अपनी ओर से ऐसा रेस्पॉन्स नहीं करती है। 

मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड के लोगों की सुविधा के अनुरूप ट्रेनों की संख्या नहीं है। जो ट्रेन हैं उनमें अधिकांश की गुणवत्ता में बहुत खराब है। एसी कोच वाली ट्रेन में जो एसी लगे होते हैं, कई में उनकी भी क्वालिटी अच्छी नहीं होती है।

बैठक में रेलवे अधिकारी समेत झारखण्ड सरकार कई पदाधिकारी शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने किया पर्यटन कैलेंडर का विमोचन

मुख्यमंत्री ने किया पर्यटन विभाग के कैलेंडर का विमोचन
सूबे के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने शुक्रवार को पर्यटन विभाग का वर्ष 2020 का बड़ा कैलेंडर और टेबल कैलेंडर का विमोचन किया।
पर्यटन विभाग के इस कैलेंडर में झारखंड के इको टूरिज्म व कला संस्कृति से जुड़े फोटोग्राफ को प्रमुखता से शामिल किया गया है।

रेशम कृषकों का प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन


बेंगाबाद के अग्र परियोजना केंद्र में कृषकों का प्रमंडलीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
उच्च कोटि की रेशम का होता है झारखण्ड प्रदेश में उत्पादन : उपायुक्त

 गिरिडीह:  जिले के बेंगाबाद प्रखंड स्थित अग्र परियोजना केंद्र में रेशम कृषकों का प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन  हस्तकरघा रेशम एवं हस्तशिल्प के निदेशक एवं उपायुक्त गिरिडीह ने संयुक्त रूप से दीपप्रज्जवलित कर किया ।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि रेशम उद्योग से संबंधित प्रमंडल स्तरीय यह कार्यशाला गिरिडीह में होना जिलेवासियों के लिए गौरव का विषय है। रेशम कार्य को उन्नत बनाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में प्रदेश के सभी परियोजना के पदाधिकारी एवं वैज्ञानिक यंहा उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में उच्च कोटि के रेशम का उत्पादन होता है परिणामतः रेशम उद्योग से जुड़कर लाखो लोग रोजगार प्राप्त कर आत्म निर्भर बने है।
उपायुक्त ने उत्पादन के साथ साथ उसकी प्रोसेसिंग और बाज़ार की आवश्यकताओं पर बल देते हुये कहा कि यदि यही तीनो कड़ी आपस मे मिल जायें तो किसानों को इसका पूरा फायदा प्राप्त हो सकता है। उपायुक्त  ने कार्यशाला में उपस्थित सभी किसानों से विभिन्न क्षेत्रों से आए हैं तकीनिक पदाधिकारियों से तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त करने एवं उत्पादन को कैसे बढ़ाएं इसकी भी जानकारी प्राप्त करने की अपील किया।

वंही सहायक निदेशक उद्योग ने अपने सम्बोधन मे कहा कि यह एक मात्र ऐसा उद्यम है जिससे संपूर्ण 84 प्रतिशत लाभ किसानों को एवं 16 प्रतिशत लाभ अन्य लोगों को जाता है। उन्होंने ग्रामीण इलाकों के लिए रेशम उद्योग काफी लाभदायक एवं फायदेमंद बताते हुये कहा कि रेशम उद्योग से किसानों के आय में दोगुनी वृद्धि होती है। जब धान की खेती की जाती है उसी समय रेशम का उत्पादन भी होता है। किसान मित्र अपनी धान की फसल के साथ साथ सखुआ के पेड़ पर रेशम किट को चढ़ा कर तीन महीने में 20 हजार से 1 लाख तक आय प्राप्त कर सकते हैं। सहायक निदेशक उद्योग ने बताया  कि मधुबन में भी हस्तशिल्प का प्रशिक्षण संचालित है जहां 500 से अधिक महिलाएं स्वरोजगार प्राप्त कर निर्भर बनी है। 

उपायुक्त ने किया स्टालों का भ्रमण

कार्यशाला के दौरान जंहा तकनीकी सत्र में वैज्ञानिकों के द्वारा रेशम पालन एवं उत्पादन की नवीन तकनीक की जानकारी से कृषकों को अवगत कराया गया। वंही रेशम विभाग द्वारा कार्यशाला स्थल पर लगाये गये विभिन्न स्टॉलों का उपायुक्त ने भ्रमण किया तथा रेशम से बनी वस्तुओं का जायजा लिया।

कार्यक्रम में थे उपस्थित

बेंगाबाद प्रखंड में आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला में निदेशक, हस्तकरघा रेशम एवं हस्तशिल्प, उप निदेशक, उद्योग विभाग, सहायक निदेशक, उद्योग विभाग, सहायक निदेशक, उद्योग विभाग, रांची, सहायक निदेशक, उद्योग विभाग, चाईबासा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, के अलावा तकनीकी पदाधिकारी सहित भारी संख्या में किसान मित्र उपस्थित थें। 

डुमरी में लाखों की लूट

दो सगे भाइयों के घर लाखों की लूट
 गिरिडीह : जिले के डुमरी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने बीते रात दो सगे भाइयों के घर धावा बोलकर हथियार के बल पर घर के लोगों को बंधक बनाकर जेवरात, नगद समेत कीमती कपड़े लेकर फरार हो गए। घटना डुमरी के नक्सल प्रभावित ढिबरा गांव की बतायी जाती है।

 बताया जाता है कि करीब 8 की संख्या में पहुंचे नकाबपोश अपराधियों ने के ढिबरा गांव निवासी  विजय रविदास और नागेश्वर रविदास के घर घुस कर घरवालों को बंधक बना लिया और घर में रखे करीब 2 लाख 60 हजार के जेवरात व एक लाख नगद लेकर फरार हो गये। अपराधियों ने घटना स्थल पर एक देसी कट्टा व बाइक छोड़ गये।  ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कट्टा व बाइक को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। 

बताया जाता है कि विजय रविदास की बेटी की शादी की तारीख पक्की हो गयी है। जिसके लिए गुरुवार को ही उन्होंने जेवरात की खरीददारी किया था। जिसे अपराधियों ने लूट लिया।  इस घटना से पूरा परिवार काफी आहत है। बहरहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।