सोमवार, 15 अप्रैल 2019

झामुमो नेता राजकिशोर राम की हृदयगति रुकने से निधन

झारखण्ड आंदोलन में सक्रिय रहे झामुमो नेता राजकिशोर राम का निधन

 गिरिडीह। झारखंड आंदोलनकारी सह झामुमो नेता राजकिशोर राम का सोमवार की शाम हृदयगति रूकने से निधन हो गया। वह विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे। दो दिन पूर्व उनकी तबीयत कुछ अधिक बिगड़ने के कारण उन्हें जीडी बगेड़िया हास्पिटल में  भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान आज शाम उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर फैलते ही रिश्तेदारों व करीबियों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के लोग काफ संख्या में अस्पताल पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। 


स्व० राम एक परिचय

स्व० राम झारखंड अलग राज्य की मांग को लेकर चलाये गये आंदोलन में काफी सक्रिय थे। वह लम्बे समय तक झामुमो के जिला सचिव और बाद में  केन्द्रीय समिति सदस्य के दायित्व का भी निर्वहन किया। उन्होंने तत्कालीन नगरपालिका में पचम्बा वार्ड के वार्ड आयुक्त भी रहे। वर्ष 2002 से 2017 तक अर्थात 15 वर्षी तक माहुरी समाज द्वारा संचालित सामाजिक संगठन माहुरी वैश्य महामंडल के केंद्रीय अध्यक्ष का दायित्व भी उन्होंने बखूबी सम्हाला। उनके कार्यकाल में समाज के उत्थान के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किये।

कई ने व्यक्त की शोक संवेदना

स्व० राम की मौत की खबर सुनने के बाद उनके जानने और चाहने वालों की भीड़ उनके पचंबा स्थित आवास पर जमा हो गई। जिसमे माहुरी वैश्य महामंडल के वर्तमान अध्यक्ष सुबोध प्रकाश, उपाध्यक्ष प्रकाश सेठ, राजेश सेठ, राजेंद्र तर्वे, रवि कपिसवे, महिला आयोग की सदस्य पूनम प्रकाश, सुशील कंधवे, उमाचरण पहाड़ी, रश्मि गुप्ता, मधुर चरनपहारी, शंकर गुप्ता, प्रदीप कुमार, मनीष विनायक, विक्की कुमार, परमानंद कंधवे, अशोक भदानी, पूनम गुप्ता, ब्रज किशोर गुप्ता, अनिल गुप्ता, राम रतन राम, मीना गुप्ता, कंचन गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे। जिन्होंने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। वंही विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं और सामाजिक कार्यकताओं ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त किया और उनके निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।



कोडरमा : बाबूलाल के नामांकन में यूपीए महागठबंधन ने दिखायी एकजुटता

झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने किया नामांकन

गिरिडीह। झाविमो सुप्रीमो सह यूपीए महागठबंधन के कोडरमा प्रत्याशी बाबूलाल मंराडी ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी सह उपयुक्त गिरिडीह के समक्ष अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इस दौरान निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में बाबूलाल मंराडी के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार एवं झाविमो के केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद मुख्य रूप से मौजूद थे। जिनके साथ श्री मंराडी ने तीन सेटों में अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया।

कई दिग्गज हुए शामिल

वंही आज बाबूलाल मरांडी के नामांकन कार्यक्रम में यूपीए महागठबंधन की एकजुटता गिरिडीह में देखने को मिली। झाविमो सुप्रीमो के नामांकन में यूपीए घटक दल के प्रतिनिधि के रूप में झामुमो की ओर से जंहा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे थे, वंही कांग्रेस के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, रांची के पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता डा सरफराज अहमद भी मौजूद थे। मौके पर झाविमो केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद के साथ घटक दलों के अन्य कई दिग्गज नेता भी मौजूद देखे गये।

एनडीए को हराना यूपीए का मकसद : हेमंत

नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए ही हम सभी दल के नेता बाबूलाल जी के नामांकन में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए महागठबंधन का एकमात्र  मकसद एनडीए प्रत्याशी को पराजित करना है। कहा कि कोडरमा में महागठबंधन की जीत तय करने के लिए गठबंधन के सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह उसकी बानगी है। 

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक जवान शहीद, तीन नक्सली ढेर

गिरिडीह में पुलिस- नक्‍सली मुठभेड़, एक जवान शहीद, तीन नक्‍सली ढेर



गिरिडीह : जिले के देवरी प्रखंड स्थित एक जंगल में नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच सोमवार को मुठभेड़ हुई।  इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया वहीं सीआरपीएफ ने तीन नक्‍सलि‍यों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ देवरी प्रखण्ड अंतर्गत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के धरपहरि गांव के (भथुआपुरा जंगल) में हुई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बथुआपुरा जंगल में नक्सलियों का एक जत्था की किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से बैठक कर रहे हैं। इस सूचना के आलोक में  पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

ज्योंहि नक्सलियों की नजर पुलिस पर पड़ी नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई करते हुई पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं। जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि तीन नक्सली भी ढेर हो गए।

 मारे गए तीनों नक्सली गिरिडीह जमुई के हार्डकोर माओवादी सिद्धू कोड़ा दस्ते के सदस्य बताये जाते है। जिनकी पहचान की जा रही है। तीनों के शव पुलिस ने बरामद कर लिये गये हैं। मुठभेड़ के बाद जान बचाकर भागे नक्सली घटनास्थल पर ही भारी मात्रा में असलहा विस्फोटक छोड़कर फरार हो गए। जिनमे एक एके-47 राइफल, तीन मैग्जीन और चार पाइप बम पुलिस ने बरामद कर लिया है।

सूचना मिलने के बाद गिरिडीह के एसपी सुरेंद्र कुमार झा, सीआरपीएफ के अनिल भारद्वाज, एसएसपी दीपक कुमार समेत कई पुलिस जवान घटनास्थल पर पहुंच गये हैँ।