सोमवार, 20 जनवरी 2020

पटना में जन्मे, पले, बढ़े और पढ़ें हैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा

बिहार से जुड़े है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा  


***पटना में जन्मे, पले, बढ़े और पढ़ें हैं नड्डा

न्यूज़ अपडेट डेस्क (राजेश कुमार) : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये गये जगत प्रकाश नड्डा खाटी बिहारी हैं. इनका पटना के भिखना पहाड़ी इलाके में जन्म हुआ.

 सेंट जेवियर स्कूल और कुछ दिनों के लिए राममोहन राय सेमिनरी में स्कूली शिक्षा हुई. सेंट जेवियर स्कूल से मैट्रिक पास करने के बाद पटना काॅलेज में इंटर में नामांकन कराया. 1980 के दशक में यहीं से ग्रेजुएट हुए.

 हाल के दिनों में वह पटना आये थे, तो पटना विवि परिसर भी गये थे. यहां वह अपनी पुरानी यादों में खो गये थे.  

हिमाचल प्रदेश के विलासपुर इलाके के मूल निवासी जेपी नड्डा के पिता एनएल नड्डा पटना विवि में काॅमर्स विभाग में शिक्षक थे. यहां वे विभागाध्यक्ष और बाद में प्राचार्य भी हुए. उनके पिता 1980 के आसपास रिटायर्ड हुए और उनके हिमाचल लौटने के कारण जेपी नड्डा भी अपने गृह राज्य में आ गये. यहां उन्होंने हिमाचल विवि से विधि में स्नातक किया. इस दौरान छात्रसंघ के अध्यक्ष भी बने. 1994 के आसपास वह पहली बार विधायक बने और नेता प्रतिपक्ष का दर्जा भी मिला.

2012 में राज्यसभा पहुंचे और कई संसदीय समितियों में रहे. तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की टीम में राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता रहे. अपने सौम्य स्वभाव, सादगी और मेहनतकश छवि से उन्होंने भाजपा में अलग नाम बनाया है. संगठन से लेकर चुनाव मैनेजमेंट में उन्होंने महारत हासिल कर ली है. आगे अगर वह अमित शाह की जगह लेने जा रहे हैं तो इसके पीछे उनके द्वारा शाह जैसा कारनामा कर दिखाना भी बड़ी वजह है. बीते पांच बरसों में भाजपा में नड्डा ने कई जिम्मेदारियां सफलतापूर्वक निभाई हैं.

2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी मुख्यालय से देशभर में पार्टी के अभियान की निगरानी की थी तो 2019 में उनके पास उत्तर प्रदेश का प्रभार था. जाहिर है जिम्मेदारी बहुत बड़ी थी, जिसमें वे सफल भी रहे. सपा-बसपा गठबंधन के बाद जहां भाजपा को यूपी में आधी सीटें मिलने के आसार जताए जा रहे थे, वहां पार्टी ने 62 सीटें जीतीं. इस चुनाव में वह फिर से कुशल रणनीतिकार साबित हुए और पार्टी को 49. 6 फीसदी वोट दिलाने का करिश्मा कर दिखाया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के साथ नड्डा के नजदीकी  रिश्ते रहे हैं. मोदी जब हिमाचल के प्रभारी हुआ करते थे तब से दोनों के बीच अच्छे समीकरण बने रहे हैं. दोनों अशोक रोड स्थित भाजपा मुख्यालय में बने आउट हाउस में रहते थे. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्रालय भी संभाला.

इस बार जब उन्होंने शपथ नहीं ली तो लगभग तय माना जा रहा था कि पार्टी अध्यक्ष का पद जगत प्रकाश नड्डा के लिए ही रखा गया है, जिस पर आज सोमवार को मुहर भी लग गई. एक नई पारी के साथ 59 वर्षीय नड्डा सबसे शक्तिशाली दल के शीर्ष पर पहुंच गए हैं. उनके लिए पहली सबसे बड़ी चुनौती पश्चिम बंगाल में भाजपा के सरकार बनाने के मिशन को पूरा करना रहेगा.

निर्माणाधीन आवासों का महापौर ने किया निरीक्षण

महापौर सुनील पासवान ने किया भवन निर्माण कार्य का निरीक्षण

गिरिडीह : नगर निगम के महापौर सुनील कुमार पासवान सोमवार को करहरबारी में भूमिहीनों के लिए निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया। मौके पर उन्होंने कार्य के संवेदक को कई आवश्यक निर्देश भी दिया।

विदित हो कि शहरी विकास एवं आवास विभाग झारखण्ड सरकार के तत्वाधान में गिरिडीह नगर निगम के द्वारा करहरबारी में 193 वन बी एच के फ्लेट्स के निर्माण कार्य चल रहा है।  जिसके कार्य का निरीक्षण करने सोमवार को महापौर स्थल पर पहुंचे थे।  उपरोक्त निर्माण कार्य एजेंसी के माध्यम से किया जा रहा है जिसे वर्ष 2021 के मध्य तक पूर्ण हो जाना है।

 नगर निगम गिरिडीह के द्वारा उक्त फ्लेट्स हेतु इच्छुक लाभुकों से 5000रू के ड्राफ्ट के साथ आवेदन मांगा गया है। आवेदन सम्बंधित सारी जानकारी समाचार पत्रों के माध्यम से शीघ्र प्रकाशित की जायेगी।

हालाँकि महापौर ने जानकारी देते हुये बताया कि वैसे भूमिहीन लाभुक जो अपना घर लेने की इच्छा रखते हैं और नगर निगम क्षेत्र में 2014-15 से नगर निगम क्षेत्र में रह रहे हैं ,आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया निगम द्वारा बनाये जा रहे 193 फ्लेट्स से अधिक लाभुकों का आवेदन प्राप्त होने पर लोटरी के माध्यम से फ्लेट्स का आवंटन किया जाएगा।

  बताया कि प्रति फ्लेट्स की निर्माण लागत लगभग साढ़े सात लाख का होगा जिसमें से लगभग दो लाख पचास हजार रुपए प्रधानमंत्री आवास मद से भुगतान किया जाएगा शेष राशि लाभुक को बैंक के माध्यम से लोन दिलाया जाएगा। जिसे लाभुक इंस्टालमेंट में भुगतान कर सकेंगे। 


निरीक्षण के दौरान महापौर के साथ निगम के अर्बन प्लानर मंजूर आलम तथा मोतीलाल उपाध्याय भी मौजूद थे।