बुधवार, 25 अगस्त 2021

अनुसूचित जाति के छात्र का नामांकन नहीं लेने का प्रधानाध्यापक आरोप

प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को आवेदन देकर किया प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की मांग 

गिरिडीह : भारत में शिक्षा दर बढ़ाने तथा नौनिहालों के भविष्य को संवारने के लिए सरकार शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।  ऐसे में अगर विद्यालय में छात्र का नाम नामांकन ना हो तो इसमें दोषी किसे माना जाए ?ऐसा ही एक मामला सदर प्रखंड के कमला नेहरू कन्या मध्य विद्यालय में प्रकाश में आया है।

जानकारी के अनुसार आईसीआर रोड निवासी धीरज पासवान ने बीईओ को एक आवेदन देकर दोषी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन के माध्यम से उन्होंने कहा है कि बीते 16 अगस्त को मैं अपने पुत्र श्रेष्ठ रंजन कुमार का नामांकन को लेकर विद्यालय पहुंचे थे। विद्यालय में प्रधानाध्यापक श्रीकांत पांडेय से नामांकन को लेकर बातचीत की तो उन्होंने बच्चे का नामांकन लेने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि अनुसूचित जाति के बच्चों का नामांकन नहीं लिया जाना है सरकार का स्पष्ट निर्देश है।  

 इस बाबत जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विद्यासागर मेहता से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है। मामले की जांच कर दोषी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किया जाएगा। कहा कि इस तरह का मामला एक भी विद्यालय से आज तक नहीं आया था। विद्यालय में पहुंचने वाले सभी बच्चों का नामांकन किया जाना है। 

बहरहाल जो भी हो प्रधानाध्यापक एवं अभिभावक के इस विवाद में बच्चे का भविष्य अधर में लटक गया है। एक ओर जहां करोना काल में 2 वर्षों से विद्यालय में ताला लटका हुआ है। 

रिपोर्ट : देवानन्द कुमार

 

बिजली के चपेट में आने से बिजलीबथान गांव के युवक की हुई मौत

युवक को बचाने के क्रम में उसकी बुजुर्ग माँ को भी लगा बिजली का जोरदार झटका

बेंगाबाद(गिरिडीह) :  प्रखंड के कर्णपुरा पंचायत अंतर्गत बिजलीबथान गांव में बुधवार की सुबह बिजली के चपेट में आने से गांव के एक 36 वर्षीय नेमचंद प्रसाद वर्मा की मौत हो गई। 

जानकारी अनुसार मंगलवार की रात हुई बारिश के कारण शॉट शर्किट की वजह से गांव के कई लोगो का टीवी,पंखा समेत अन्य बिजली के उपकरण जल गये थे। बुधवार की सुबह नेमचंद जब मोटर चालू करने गया उसी क्रम में उसे बिजली का जोरदार झटका लगा और वह घटनास्थल पर ही बेहोश हो गया।  आनन् फानन में उसे इलाज हेतु गिरिडीह सदर अस्पताल लाया गया जंहा डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

बताया जाता है नेमचंद घर का इकलौता कमाऊ सदस्य था। वह मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी मौत से परिजनों पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा है। नेमचन्द अपने पीछे 30 वर्षीय पत्नी मंजू वर्मा, दो पुत्री 13 वर्षीया मधु कुमारी और 100 वर्षीया ख़ुशी कुमारी एवं 7 वर्षीय पुत्र निर्भय कुमार को छोड़ गया।
  

रिपोर्ट : दीपक कुमार वर्मा

भारतीय बुद्धिस्ट सोसाइटी महासंघ की बैठक सम्पन्न

कामेश्वर पासवान बने सोसाइटी के  जिलाध्यक्ष व बबलू भारद्वाज राष्ट्रीय सचिव

गिरिडीह :  भारतीय बुद्धिस्ट सोसाइटी महासंघ जिला कार्यकारिणी की एक बैठक गांधी चौक स्थित एक होटल में सम्पन्न हुआ। बैठक में जंहा संगठन की मजबूती पर चर्चा किया गया। वंही जिला समिति के अध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव के नामों की भी घोषणा की गई।

मौके पर सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार तथागत और प्रदेश अध्यक्ष राधा चरण सिंह ने भारतीय बुद्धिस्ट सोसाइटी का जिलाध्यक्ष के रूप में कामेश्वर पासवान एवं राष्ट्रीय सचिव के पद पर बबलू भारद्वाज के नामों की घोषणा की। मौके पर दोनों  नवनियुक्त पदाधिकारियों को फूल माला और बुके देकर उनका स्वागत किया गया।

 इस दौरान नव नियुक्त जिलाध्यक्ष कामेश्वर पासवान ने कहा कि वह जिले के सभी प्रखण्डों के साथ साथ नगर निगम क्षेत्र में संगठन को मजबूत बनाने की दिशा अहम भूमिका अदा करेंगे। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेंद्र कुमार तथागत ने दोनों को शुभकामना देते हुए सोसाइटी के प्रति कार्य करने का निर्देश दिया।

 वही मौके पर जिला उपाध्यक्ष उमेश दास, हीरो दास, मथुरा दास, मोहन दास, काली दास, मंतोष राणा, रंजीत रंजन,  धर्मनाथ रविदास, संजय पासवान, राजकुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।

रिपोर्ट : देवानन्द कुमार

उदनाबाद में सम्पन्न हुआ तुरी समाज का मिलन समारोह

समाज के लोगों ने लिया समाज से कुरीतियों को दूर करने का संकल्प

गिरिडीह : झारखंड प्रदेश तुरी समाज द्वारा बुधवार को उदनाबाद में भिखारी तुरी के प्रागण में तुरी समाज मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिला तुरी समाज के जिलाध्यक्ष कृष्णा तुरी की अध्यक्षता एवं प्रदीप तुरी के संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि धनबाद जिला तुरी समाज के जिलाध्यक्ष तपेन्द्र तुरी उपस्थित थे। 


कार्यक्रम का शुभारंभ आगत अतिथियों द्वारा समाज के पूर्वजों के तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया।कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने अन्य लोगों ने एक स्वर में समाज मे फैली कुरूतियो को दूर करने और शिक्षा के क्षेत्र में समाज के बच्चों को सही मार्ग दर्शन देने का संकल्प दुहराया। मौके पर आगामी चुनाव में तुरी समाज की भूमिका भी अहम होने सम्बन्धी एक रणनीति भी तैयार की गईं। इस दौरान बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। जिसका उपस्थित लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया और कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों का हौसला अफजाही कर उनके उज्ज्वल भविष्य की भी कामना किया।

कार्यक्रम में देवघर से आये अनिल दयाल, भाजपा नेता गोविंद तुरी, महेश राम, ब्रजमोहन तुरी, प्रभा देवी, किरण देवी, भिखारी तुरी ने जंहा उपस्थित होकर मंच की शोभा बढ़ाया। वंही कार्यक्रम को सफल बनाने में छोटू तुरी, दिनेश तुरी, कृष्णदेव तुरी, नकुल तुरी, नेमचंद तुरी, भुनेश्वर तुरी, अशोक तुरी, जागेश्वर तुरी, तुलसी तुरी, मीना देवी, रीमा देवी, ममता देवी, उमेश तुरी आदि की भूमिका सराहनीय रही।

रिपोर्ट : श्याम कुमार

11 हजार की बिजली तार के चपेट में आ बिजली मिस्त्री गम्भीर, हुई मौत

हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से बिजली मिस्त्री झुलसा, हुई मौत

गिरिडीह : जिले के देवरी प्रखंड के जरियाबागी नदी के समीप 11 हजार तार को ठीक करने बिजली के  पोल पर चढ़े बिजली मिस्त्री करंट के चपेट में आकर गम्भीर रूप से घायल हो गया। आननफानन में घायल मिस्त्री को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवरी लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने गिरिडीह रेफर कर दिया।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि देवरी थाना क्षेत्र के बजगुंदा निवासी 45 वर्षीय बिजली मिस्त्री शहादत अंसारी जिस स्थान पर बिजली ठीक करने पोल पर चढ़ा था। वँहा से बांसडीह और रायडीह फीडर दोनों का तार गुजरा है। शहादत ने भूल वश बांसडीह फीडर का शर्टडॉउन लेकर रायडीह फीडर में काम करने लगा। जिस कारण वह बिजली करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया। 

गिरिडीह में इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज हेतु धनबाद रेफर कर दिया। लेकिन धनबाद ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। बिजली मिस्त्री की मौत के बाद बिजली मिस्त्री के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

स्वर्गीय कैलाश यादव की प्रथम पुण्यतिथि पर किया गया प्रतिमा अनावरण

शामिल हुए विभिन्न राजनीतिक दलों व समाज के प्रबुद्ध लोग


गिरिडीह :  राजद के कद्दावर नेता सह समाज सेवी स्वर्गीय कैलाश यादव की प्रथम पुण्यतिथि बुधवार को जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मोती लेदा गांव में समारोह पूर्वक मनाया गया। इस दौरान गांव में उनकी प्रतिमा का भी अनावरण किया गया। 


राष्ट्रीय यादव सेना द्वारा आयोजित इस प्रतिमा अनावरण सह श्रद्धांजलि समारोह में न केवल स्वजातीय समाज के लोग बल्कि विभिन्न समाज के लोग और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेतागण शामिल हुये और उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उंन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव, गोडडा के पूर्व विधायक संजय यादव, धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, भाकपा माले नेता राजेश यादव एवं राजेश सिन्हा मुख्य रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोतीलेदा पंचायत के मुखिया रामकुमार वर्मा एवं संचालन धर्मेंद्र यादव ने किया। जबकि आगत अतिथियों का स्वागत भाजपा नेता सह पूर्व जिप उपाध्यक्ष छोटे लाल यादव ने किया।

गौरतलब है कि स्वर्गीय कैलाश यादव की एक वर्ष पूर्व 25 अगस्त को अपराधियों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। स्वर्गीय यादव क्षेत्र में वयाप्त जाति विशेष की दबंगई के खिलाफ बेंगाबाद थाने में अर्जी देकर अपनी बाइक से गांव लौट रहे थे। तभी पूर्व से घात लगाये दबंगों ने उन पर हमला बोल दिया था। जिसमे कैलाश यादव की मौत हो गई थी जबकि उनके साथ बाइक पर सवार इंद्र लाल वर्मा गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। 


इस घटना के बाद पूरे जिले में गांव से लेकर शहर तक हर वर्ग के लोगों ने आक्रोश वयाप्त हो गया था।  सर्व समाज के लोगों ने हत्या के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हेतु आवाज बुलंद किया था। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पुलिस मुख्य हत्यारे को गिरफ्तार कर पाने में नाकामयाब रही है। यधपि राष्ट्रीय यादव सेना की अगुवाई में यादव समाज के लोग अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार आंदोलन जारी रखा हुआ है। इसी आंदोलन को गति देने के लिए स्वर्गीय कैलाश यादव के पहली पुण्यतिथि पर उनके प्रतिमा का अनावरण किया गया साथ ही साथ उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। 


कार्यक्रम में झारखंड सरकार में मंत्री रहे सुरेश पासवान, बगोदर के पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो, भाजपा युवा मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष प्रो बिनीता कुमारी, सांसद प्रतिनिधि महेंद्र यादव, सुरेंद्र यादव,ओम प्रकाश यादव, सरयू प्रसाद वर्मा, बाली यादव, वासुदेव यादव, रामजी यादव, राजेंद्र यादव, किशन यादव समेत काफी संख्या में महिलाएं व अन्य समाज के कई प्रबुद्ध लोग शामिल थे।