प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को आवेदन देकर किया प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की मांग
गिरिडीह : भारत में शिक्षा दर बढ़ाने तथा नौनिहालों के भविष्य को संवारने के लिए सरकार शिक्षा के क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। ऐसे में अगर विद्यालय में छात्र का नाम नामांकन ना हो तो इसमें दोषी किसे माना जाए ?ऐसा ही एक मामला सदर प्रखंड के कमला नेहरू कन्या मध्य विद्यालय में प्रकाश में आया है।
जानकारी के अनुसार आईसीआर रोड निवासी धीरज पासवान ने बीईओ को एक आवेदन देकर दोषी प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन के माध्यम से उन्होंने कहा है कि बीते 16 अगस्त को मैं अपने पुत्र श्रेष्ठ रंजन कुमार का नामांकन को लेकर विद्यालय पहुंचे थे। विद्यालय में प्रधानाध्यापक श्रीकांत पांडेय से नामांकन को लेकर बातचीत की तो उन्होंने बच्चे का नामांकन लेने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि अनुसूचित जाति के बच्चों का नामांकन नहीं लिया जाना है सरकार का स्पष्ट निर्देश है।
इस बाबत जब प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विद्यासागर मेहता से पुछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है। मामले की जांच कर दोषी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई किया जाएगा। कहा कि इस तरह का मामला एक भी विद्यालय से आज तक नहीं आया था। विद्यालय में पहुंचने वाले सभी बच्चों का नामांकन किया जाना है।
बहरहाल जो भी हो प्रधानाध्यापक एवं अभिभावक के इस विवाद में बच्चे का भविष्य अधर में लटक गया है। एक ओर जहां करोना काल में 2 वर्षों से विद्यालय में ताला लटका हुआ है।
रिपोर्ट : देवानन्द कुमार
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