शुक्रवार, 15 मार्च 2019

बंधु तिर्की बनाये गये राष्ट्रीय खेल घोटाला का आरोपी

एसीबी ने बनाया बंधु तिर्की को राष्ट्रीय खेल घोटाला का आरोपी


चार्ज शीट दायर करने व अभियोजन चलाने की मांगी अनुमति 

34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले की आग में आखिरकार तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की भी झुलसते हुए नज़र आ रहे हैं। एसीबी ने उन्हें अप्राथमिकी अभियुक्त बनाते हुए सक्षम प्राधिकार से बंधु तिर्की के खिलाफ चार्ज शीट दायर करने व अभियोजन चलाने की अनुमति मांगी है। 

गौरतलब है की इस मामले में तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की छठे अप्राथमिकी अभियुक्त हैं जिनके खिलाफ चार्जशीट दायर किया जा रहा है। बंधु के अलावा खेल सामग्री के टेंडर कमिटी के सदस्य सुविमाल मुखोपाध्याय, एच एल दास, प्रेम कुमार चौधरी, सुकदेव सुबोध गांधी और अजीत जोईस लकड़ा को भी अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया है।

विदित हो कि इसी मामले में एसीबी ने पहले ही तीन नामजद अभियुक्त पीसी मिश्रा, एस एम हासमी व मधुकांत पाठक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुका है। जबकि चौथे नामजद अभियुक्त आर के आनंद के खिलाफ चार्जशीट दायर करने व अभियोजन चलाने की अनुमति मांगी गई है। खेल विभाग ने अनुमति दे दी है अब मामला विधि विभाग के पास है।

महिला मतदाताओं को जागरूक करने चापानलों पर लगाया पोस्टर

चापानलों पर पोस्टर चिपका महिलाओं को मतदान के लिए एसडीएम कर रहे प्रेरित


धनबाद जिले में लोकसभा चुनाव में महिला मतदाताओं की मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए एसडीएम राज महेश्वरम ने गांधी सेवा सदन समेत जिले के कई इलाकों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया। 
इस अवसर पर गांधी सेवा सदन में चापाकल पर मतदाता जागरूकता अभियान से संबंधित स्टीकर व परिसर में पोस्टर, बैनर लगाकर अभियान के सफलता की कामना की गई।

मौके पर एसडीएम  ने कहा कि चुनाव को लेकर लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।इसी कड़ी में आज जिले के सभी चापाकल पर पोस्टर, बैनर, फ्लेक्स इत्यादि लगाया जा रहा है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में यह अभियान चलाया जा रहा है।

 उन्होंने कहा कि मतदान में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं की सहभागिता कम रही है। महिलाएं चापाकल का इस्तेमाल अधिक करती हैं। इसलिए महिलाओं को जागरूक करने के लिए चापाकल पर स्टीकर, पोस्टर लगाया जा रहा है।  उम्मीद ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि इस कार्यक्रम से अधिक से अधिक महिलाएं मतदान करने के प्रति जागरूक होगी।

अग्रवाल ब्रदर्स दोहरे हत्याकांड में एक गिरफ्तार, तीन है फरार

अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड मामले में लोकेश चौधरी का बॉर्डीगार्ड सुनील सिंह गिरफ्तार



   राजधानी रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर 1 में बीते 6 मार्च को हुए चर्चित अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड में शामिल लोकेश चौधरी के बॉडीगार्ड सुनील सिंह को पुलिस ने बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है।

        सुनील सिंह की गिरफ्तारी और उनके बयान के आधार पर पुलिस ने कांड में प्रयुक्त लाइसेंसी रिवाल्वर,19 चक्र गोली, घटनास्थल का सीसीटीवी का डीवीआर के अलावे हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल के मोबाइल का जला हुआ अवशेष बरामद किया है। वंही पुलिस ने सुनील सिंह के बोकारो स्थित आवास और धुर्वा डैम जाने वाले रास्ते से अभियुक्त सुनील सिंह का टी शर्ट और एम के सिंह के बॉर्डीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी के शर्ट का जला हुआ अवशेष जिसे घटना के वक़्त पहना था, वह भी बरामद किया है।

गिरफ्तार हुए अभियुक्त सुनील सिंह  के हथियार से चली थी दो गोली-

एसएसपी अनीश गुप्ता ने सुनील सिंह की गिरफ्तारी के बाद प्रेस से बातचीत में बताया कि गिरफ्तार  अभियुक्त सुनील कुमार के रिवाल्वर से दो गोली चली थी। गिरफ्तार अभियुक्त सुनील कुमार का रिवाल्वर और लाइसेंस पुलिस ने बरामद कर लिया है और उससे घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली जा रही है।
हालांकि हत्या किस वजह हुई , इस बारे में पुलिस अब भी कुछ बताने से इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद ही हत्या के पीछे का सही कारण सामने आ पाएगा।

हत्याकांड का मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी समेत तीन फरार:-

अग्रवाल ब्रदर्स हत्याकांड के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी के अलावे एमके सिंह और उनका बॉडीगार्ड धर्मेंद्र तिवारी अभी भी फरार है। इन तीनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम लगातार छापेमारी कर रही है।  एसएसपी अनीश गुप्ता ने कहा कि जल्द ही तीनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।



साजिश के तहत दिया गया हत्या को अंजाम:-

अग्रवाल ब्रदर्स की हत्या कांड को एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। दोनों भाई को अशोक नगर स्थित साधना न्यूज़ के बन्द पड़े कार्यालय में बुलाया गया फिर दोनों भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई। एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि फरार आरोपी एमके सिंह खुद को आईबी ऑफीसर बता कर अग्रवाल ब्रदर्स से रुपया ठगने की कोशिश कर रहे थे।

लेन-देन के विवाद में हुई थी हत्या:-

मामले के सम्बन्ध में  सुविज्ञ सूत्र बताते है कि लोकेश चौधरी और अग्रवाल ब्रदर्स के बीच पैसों का लेन-देन हुआ था। कई दिनों से अग्रवाल ब्रदर्स लोकेश से अपना पैसा वापस मांग रहे थे। लोकेश हर बार पैसा लौटाने में बहानेबाजी करता था। पैसे को लेकर दोनों पक्षों में कई बार तू-तू मैं-मैं भी हुई है। बताया जा रहा है कि हेमंत और महेंद्र ने लोकेश से 6 मार्च की शाम को बात की।  लोकेश ने उन दोनों को अशोक नगर स्थित चैनल कार्यालय में बुलाया। उसके बाद से ही दोनों भाई गायब चल रहे थे और 7 मार्च को दोनों भाइयों के शव साधना न्यूज के बंद कार्यालय से बरामद हुआ था।

मुस्लिम संगठन ने फूंका यूपीए का पुतला ,किया दो सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की मांग

यूपीए गठबंधन के खिलाफ मुस्लिम संगठनों का फूटा गुस्सा, किया महागठबंधन का पुतलादहन


*वोट चाहिए तो उम्मीदवार देना होगा

*आबादी के अनुपात में गोड्डा समेत दो लोकसभा सीट  पर हो मुस्लिम उम्मीदवार


       आसन्न 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड के 14 लोकसभा सीट के लिए यूपीए महागठबंधन दल के कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम राजद दल द्वारा निर्मित सूची में एक भी मुस्लिम प्रत्याशी के नाम नही होने से नाराज मुस्लिम समाज के युवकों ने आज झारखंड की राजधानी के पुरानी रांची एवं ग्रामीण क्षेत्र के चान्हो, बेड़ो, कांके में महागठबंधन दल का सामुहिक पुतला दहन किया।

   इस पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे आमया संगठन के अध्यक्ष एस.अली ने कहा की राज्य में निवास करने वाले 50 लाख से अधिक भारतीय  मुसलमानो को राजनीतिक हंसिये पर डालने की साचिश एनडीए के तर्ज़ पर यूपीए गठबंधन कर रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन दल के कांग्रेस, जेएमएम, जेवीएम, राजद वोट तो हमारा चाहते है लेकिन उम्मीदवार बनाना नही चाहतें। जिसे बार्दशत नही किया जाएगा।

  कहा कि आबादी के अनुपात में गोड्डा सहित दो लोकसभा सीट मे मुस्लिम उम्मीदवार देने की मांग को लेकर आज पुतला दहन किया गया है। 

यह भी बताया कि कल 16 मार्च को मेराहबादी रांची स्थिति महात्मा गांधी जी के प्रतिमा के समक्ष धरना दिया जाएगा । 

 आज के पुतला दहन कार्यक्रम में आमया संगठन के शाहिद अफरोज, अबरार अहमद, मो तमन, कांग्रेस अल्पसंख्यक  प्रखंड अध्यक्ष रमजान अंसारी, मो मिन्हाज, मो नदीम, मो नाहिद, मो इंन्जमाम, अमन रजा, जहांगीर अंसारी, मो सरफाज आदि शामिल थे।

शुरू हुआ खरमास , महीने भर नहीं होंगे मांगलिक कार्य

आज से शुरू हुआ खरमास, 14 अप्रैल तक वर्जित रहेगा शुभ कार्य




15 मार्च से 14 अप्रैल तक रहेगा खरमास
 खरमास (मलमास) आज 15 मार्च से शुरू हो गया है. इस मुहूर्त के लगते ही सभी शुभ कार्यों पर आज से ब्रेक लग जाएगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि खरमास को शुभ नहीं माना गया है. हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि मलमास या खरमास का महीना शुभ नहीं होता है. इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य करने से परहेज करना चाहिए.
इसे अधिकमास या पुरुषोत्तममास भी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक़, तीन साल बाद मलमास का महीना पड़ता है. जिस मास में सूर्य की संक्रांति नहीं होती है उस मास को मलमास माना जाता है. आइए जानते हैं इस दौरान कौन से काम नहीं करने चाहिए.

खरमास के दौरान क्या ना करें?

-खरमास में शादी जैसा शुभ कार्य बिल्कुल भी नहीं होता है.

-खरमास के दौरान कुछ नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण माना जाता है.

-खरमास के प्रारंभ होने के बाद घर या किसी अन्य भवन का निर्माण पूर्णतः वर्जित है. इस दौरान भवन निर्माण सामग्री लेना भी अशुभ होता है.

-विवाह और उपनयन जैसे शुभ संस्कार भी इस दौरान पूर्णतः वर्जित रहते हैं. इसके अलावा गृह प्रवेश जैसे कार्य भी इस दौरान नहीं होने चाहिए.

- इस महीने किसी संपत्ति अथवा भूमि की खरीद भी बेहद अशुभ होती है. इस महीने के दौरान इससे बचना चाहिए.

-खरमास की शुरुआत के बाद नया वाहन खरीदने से भी बचना चाहिए.

खरमास की अवधि किसी भी शुभ कार्य के लिए अशुभ मानी जाती है. इसी कारण इस दौरान सारे महत्वपूर्ण कार्य जैसे शादी, यज्ञोपवीत, गृहप्रवेश इत्यादि नहीं आयोजित किए जाते. खरमास का पालन मुख्य रूप से उत्तर भारत में बिहार झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में किया जाता है.

आखिर इसके पीछे क्या है कारण?
प्राचीन खगोलशास्त्र के अनुसार हिंदू पंचांग की गणना की जाती है. इसके अनुसार जब सूर्य 12 राशियों का भ्रमण करते हुए बृहस्पति की राशियों धनु और मीन में प्रवेश करता है, तो अगले 1 महीनों तक खरमास रहता है. इन 30 दिनों की अवधि को शुभ नहीं माना जाता है.
सूर्य प्रत्येक राशि में एक माह रहता है. इस हिसाब से 12 माह में वह 12 राशियों में प्रवेश करता है. सूर्य का भ्रमण पूरे साल चलता रहता है.