गुरुवार, 28 मई 2020

रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को एसीबी ने किया गिरफ्तार

रिश्वत लेते मुखिया व पंचायत सचिव को एसीबी ने किया गिरफ्तार

                    मुखिया शंकर पटेल

एसीबी की टीम दोनों गिरफ्तार जनप्रतिनिधियों को अपने साथ धनबाद ले गई      

 

              पंचायत सचिव अवधेश यादव      


गिरिडीह / बगोदर : बगोदर प्रखण्ड के जरमुने पश्चिमी पंचायत के प्रभारी मुखिया शंकर पटेल व पंचायत सचिव अवधेश यादव को धनबाद एसीबी टीम ने गुरुवार को आठ हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा। 


इस सबंध में एसीबी के इंस्पेक्टर केएन सिंह ने बताया की संतरूपी निवासी ललित पासवान से मुखिया तथा पंचायत सचिव द्वारा फाइबर ब्लॉक रोड निर्माण के एवेज में आठ हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। ललित पासवान ने इस बात की जानकारी एसीबी धनबाद को लिखित आवेदन के माध्यम से दिया।  

उक्त आवेदन के आलोक में ही एसीबी ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया और दोनों ही रिश्वत मांगने के आरोपियों को रंगे हाथ धर दबोचा। तय तिथि और निर्धारित समय पर ललित पासवान गुरुवार को आठ हजार रुपये रिश्वत देने पहुंचे। ज्योंहि जनप्रतिनिधियों ने रिश्वत की रकम पकड़ी। एसीबी की टीम ने दोनों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। बाद में एसीबी की टीम दोनों गिरफ्तार जनप्रतिनिधियों को अपने साथ धनबाद ले गई। 


विदित हो कि जरमुने पश्चिमी पंचायत के मुखिया संतोष रजक को 14वें वित्त की राशि के दुर उपयोग करने के मामले में दोषी करार देते हुये उनकी वित्तियशक्ति जब्त कर उन्हें तत्काल प्रभाव से मुखिया के पद से तीन माह पूर्व निलबिंत कर दिया गया था। मुखिया सन्तोष रजक के निलंबित होने के पश्चात पंचायत के उप मुखिया शंकर पटेल को जरमुने पश्चिमी के मुखिया का प्रभार मिला था। मुखिया का प्रभार लेने के बाद शंकर पटेल ने रिश्वत की मांग की और गुरुवार को एसीबी के हत्थे चढ़ गया।

मनरेगा ने घर लौटे प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर लायी खुशहाली

मनरेगा ने घर लौटे प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर लायी खुशहाली
सदर प्रखंड में मनरेगा अंतर्गत शुरू किए गए कई विकास कार्य


गिरिडीह : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए देशव्यापी तालाबंदी को 31 मई तक विस्तारित किया गया है। राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के सहयोग से देशव्यापी तालाबंदी के दौरान गिरिडीह जिले के बाहर फंसे हुए व्यक्तियों को उनके गृह जिला लाया जा रहा है। इसके अलावा राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को ग्रामीण स्तर पर शुरू किया गया है। 

जिनमें नीलांबर पीताम्बर योजना, जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना प्रमुख हैं। जिसका उद्देश्य जिले के लोगों को जिले में ही रोजगार देना है। इसी कड़ी में गुरुवार  को गिरिडीह प्रखंड में मनरेगा के अंतर्गत विकास कार्य शुरू किया गया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सदर प्रखंड में शुरू किए गए मनरेगा के अंतर्गत कार्यों का निरीक्षण किया गया। तथा मनरेगा में कार्यरत कर्मी के द्वारा सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया गया। 

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत फूलची में शशिभूषण राय के जमीन पर आम बागवानी योजना का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें प्रस्तावित राशि 3,94,700 है तथा इस योजना में पांच मजदूर कार्यरत है। इसके अलावा ग्राम पंचायत फुलची में अंजनी देवी के जमीन पर आम बागवानी योजना शुरू किया गया है। जिसमें 4 मजदूर कार्यरत हैं। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है। 

साथ ही ग्राम पंचायत फुलची में बिदेशी कोल के जमीन पर सिंचाई कूप का निर्माण कार्य शुरू किया गया है जिसमें 6 मजदूर कार्यरत है। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है। तथा ग्राम अश्वाडीह पंचायत फुलची में सोनालाल हेंब्रम की जमीन पर आम बागवानी निर्माण कार्य शुरू किया गया जिसमें 10 मजदूर कार्यरत है। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है। इसके अलावा ग्राम अश्वाडीह पंचायत फुलची में मनोज हेंब्रम की जमीन पर आम बागवानी योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया है जिसमें 10 मजदूर कार्यरत है। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है। साथ ही ग्राम अश्वाडीह पंचायत फुलची के रोहन हेंब्रम की जमीन पर आम बागवानी निर्माण कार्य योजना शुरू किया गया है जिसमें 8 मजदूर कार्यरत है। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है।

तथा ग्राम अश्वाडीह पंचायत फुलची के लखंग हेंब्रम के जमीन पर आम बागवानी योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया है जिसमें 12 मजदूर कार्यरत हैं। जिसकी प्रस्तावित राशि 3,59,059 है। सभी योजनाओं में कुल 57 मजदूर कार्यरत हैं। तथा कुल प्रस्तावित राशि 25,49,054 है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गिरिडीह प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा कार्यों के अंतर्गत जल संरक्षण का चयन कर इसके माध्यम से वृक्षारोपण तथा टीसीबी का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया है। 

इसके अलावा बाहर के राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को भी मनरेगा के कार्य से जोड़ा जाएगा। इसके लिए क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा करने वाले सभी प्रवासी मजदूरों को उनकी ग्राम पंचायत के आसपास ही रोजगार देने की योजना है। ताकि जिले के लोगों को जिले में रोजगार दिया जा सके और गांव के विकास का कार्य को बढ़ाया जा सके। 

भयंकर आंधी तूफान ने पहुंचाया मचाया पीरटांड़ में तबाही

भयंकर आंधी तूफान ने पहुंचाया मचाया पीरटांड़ में तबाही 
पीरटांड़/ गिरिडीह :   प्राकृतिक प्रकोप के रूप में आयी आंधी तूफान ने पीरटांड़ प्रखंड क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचाया है। इस आधी तूफान से स्थानीय लोगों के बीच काफी तबाही मची। बुधवार शाम आया भयंकर आंधी तूफान एवं बारिश ने पीरटांड़ के कई गांव में नुकसान पहुंचाया है।

 एक और जहां खुखरा में बिजली पोल गिर जाने के कारण संपूर्ण खुखरा अंधकार में डूबा हुआ है वहीं दूसरी ओर मधुबन के बेडी में मुख्य सड़क पर पेड़ गिर जाने के कारण आवागमन बाधित हुआ है । खुखरा के मुखिया अंबिका देवी ने बताया कि बुधवार शाम भयंकर आंधी तूफान बारिश के कारण खुखरा दुर्गा मंडप के पास बिजली का पोल गिर गया। जिससे पूरा गांव में अंधकार छा गया है। 

उन्होंने बताया कि इसकी सूचना बिजली विभाग को दे दी गई है । वहीं दूसरी ओर मधुबन के बेडी में पेड़ गिर जाने के कारण आवागमन बाधित हुआ है स्थानीय लोगों ने राहत कार्य में जुट गए हैं। पेड़ के डाली को काट के हटाया जा रहा है। काफी जद्दोजहद के बाद सड़क साफ किया गया और आवागमन बहाल हो पाया।

मनरेगा से स्वीकृत डोभा निर्माण की राशि निकाली गयी, लेकिन नही बना डोभा

मनरेगा से स्वीकृत डोभा निर्माण की राशि निकाली गयी, लेकिन नही बना डोभा
जमुआ/ गिरिडीह  : जिले के जमुआ प्रखंड अंतर्गत धुरैता पंचायत के शहरजाम में मनरेगा से स्वीकृत डोभा में 59 हजार की निकासी के बाद भी स्थल पर कुछ काम नहीं हुआ है। वर्ष 2019 में शहरजाम में जिबलाल यादव की जमीन पर डोभा निर्माण स्वीकृत हुआ था, जिसकी योजना संख्या 527 है। चयनित स्थल पर डोभा के लिए बोर्ड बनाकर जियो टैग किया गया था। उसके बाद उस जमीन पर डोभा निर्माण किया ही नहीं गया। बोर्ड भी किसी ने तोड़ दिया। 

खुलासा तब हुआ जब जिबलाल यादव की पत्नी के खाते में 17 मई 2020 को 2057 रुपये आए। रुपये खाते में आने के बाद यादव ने पत्नी धनेश्वरी देवी के खाते को खंगाला। इस दौरान पता चला कि मनरेगा के रुपये आए हैं। ज्ञात हुआ कि डोभा निर्माण की राशि मजदूरी के रूप में उसकी पत्नी के खाते में आई है। मजदूरों का मस्टर रोल की कॉपी निकाली गई तो उसमे कई मजदूरों के साथ उसकी पत्नी का भी नाम था। डोभा स्थल पर देखने गया वहां एक टूटा हुआ बोर्ड मिला। इसे लेकर यादव ने मनरेगा कार्यालय में 20 मई को आवेदन देकर जांच की मांग की है।

मनरेगा के बीपीओ हीरा महतो ने कहा कि चयनित जियो टैग स्थल पर कार्य नहीं कराया गया है। इसकी जांच की जा रही है। एक सप्ताह का समय लाभुक को दिया गया है। यदि पुन: जियो टैग स्थल पर कार्य नहीं हुआ तो राशि की वसूली की जाएगी। मुखिया तूफानी सिंह ने कहा कि मेठ ने काम नहीं कराया तो उस पर कार्रवाई होगी। कहा कि सिर्फ स्थल बदल दिया गया है कार्य हुआ है।

प्रधान जिला जज ने किया सेंट्रल जेल का औचक निरीक्षण, अव्यवस्था देख जेलर की लगाई फटकार

प्रधान जिला जज ने किया सेंट्रल जेल का औचक निरीक्षण, अव्यवस्था देख जेलर की लगाई फटकार


*दिया नए कैदियों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने का निर्देश


गिरिडीह : प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी ने सेंट्रल जेल प्रशासन से जेल आनेवाले सभी नए बंदियों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने को कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर  कोई भी बंदी बिना क्वारंटाइन में रहे आम बंदियों के साथ नहीं रह सकता है। सभी बंदियों को नियमित मास्क लगाने और हाथ धोते रहने को भी निर्देशित किया गया।

सेंट्रल जेल में बंदियों की जानकारी लेने प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी बुधवार को जेल का औचक निरीक्षण किया। न्यायिक अधिकारियों की टीम के साथ सुबह करीब दस बजे वे जेल परिसर पंहुचे। वहां बंदियों के लिए खाना बनाए जानेवाले बिखरे पड़े सामानों को देख भड़क उठे। इस बाबत उन्होंने प्रभारी जेल अधीक्षक धीरेंद्र कुमार को कड़ी फटकार लगायी तथा कई आवश्यक निर्देश दिये। 

निरीक्षण के क्रम में प्रधान जिला जज ने जेल के किचेन, भंडारगृह और जेल अस्पताल का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में रोगी बंदियों से मिलकर भोजन, भोजन की गुणवत्ता और  चिकित्सा व्यवस्था के बारे मे भी जानकारी ली।

इसी क्रम में सेंट्रल जेल के अंदर लगाई गई शिकायत पेटी खोलकर कुछ शिकायत पत्र अपने साथ ले लिए। इन शिकायत पत्रों को दो दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद खोला जाएगा। इन शिकायत पत्रों से जेल की अंदरूनी बातें और स्थिति पता चल पाएगी कि बंदियों को कोई आंतरिक परेशानी तो नहीं है। विदित हो कि पिछले साल दो बंदियों ने आत्महत्या कर ली थी।

इस निरीक्षण के दौरान प्रधान जिला जज के साथ  फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजना अस्थाना, सीजेएम मिथिलेश कुमार सिंह, एसीजेएम मनोरंजन कुमार, डालसा के सचिव संदीप कुमार बर्तम और रजिस्ट्रार निशिकांत शामिल थे।

क्वारनटाइन सेंटरों में सूखे राशन के पैकेट्स का किया गया वितरण

क्वारनटाइन सेंटरों में सूखे राशन के पैकेट्स का  किया गया वितरण
गिरिडीह :  बाहर के राज्यों से गृह जिला लाये जा रहे सभी प्रवासी मजदूरों, व्यक्तियों का स्वास्थ्य जांच कर उन्हें क्वारनटाइन भेजा जा रहा है। सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा सूखे राशन के पैकेट्स तैयार कर क्वारनटाइन किए गए व्यक्तियो के बीच वितरण किया जा रहा है।
  गुरुवार को जिले के डुमरी एवं बिरनी प्रखंडों के क्वारनटाइन सेंटरों में सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए सूखे राशन के पैकेट्स का वितरण किया गया। सूखे राशन के पैकेट्स में प्रति 10 किलो चावल, 2 किलो दाल,1 किलो तेल तथा 1 किलो नमक की व्यवस्था की गई है। 

ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। इसके अलावा सभी क्वारनटाइन किए गए मजदूरो, व्यक्तियों को क्वारनटाइन के नियमों का अनुपालन करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। ताकि इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकें।

दाल भात केंद्रों से अब तक लगभग 13 लाख गरीबों व जरूरतमंदो को मिला है भोजन

दाल भात केंद्रों से अब तक लगभग 13 लाख गरीबों व जरूरतमंदो को मिला है भोजन
गिरिडीह : लॉक डाउन घोषित दौरान जिलावासियों को सहज रूप से हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य जारी है। जिले में संचालित दाल भात केंद्रों के माध्यम से असहाय, बेसहारा, दिव्यांग, बीमार तथा मजदूर वर्ग के लोगो को दोपहर का भोजन कराया जा रहा है। 

दाल भात केंद्र के अलावे सभी थानों में सामुदायिक किचन के माध्यम से ताजा एवं गर्म खाना परोसा जा रहा है। जिले में संचालित 86 दाल भात केंद्रों के माध्यम से अब तक कुल 12 लाख 85 हजार 285 गरीब व जरूरतमंद लोगों को गर्म एवं पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया है। 

महेशपुर एडब्लूसी में टीकाकरण का हुआ आयोजन

महेशपुर एडब्लूसी में टीकाकरण का हुआ आयोजन 
पीरटांड़/ गिरिडीह : स्वास्थ्य विभाग द्वारा महेशपुर एडब्लूसी में  टीकाकरण का आयोजन किया गया। साथ ही विटामिन ए की दवा बच्चों को पिलाई गई। बच्चों में बीमारियों से लड़ने की क्षमता हेतु और बच्चों को गंभीर बीमारी नहीं हो इसके लिए बच्चों एवं गर्भवती माताओं का  टीकाकरण लगाया गया ड्यू लिस्ट में जो बच्चे थे उन्हें टीकाकरण किया गया।

 वहीं गर्भवती माताओं का जांच भी किया गया। मौके पर लोगों को विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी और टीकाकरण से होने वाले लाभ के बारे में भी बताया गया। इस अवसर पर गर्भवती माताओं का होम्यो ग्लोबिन, मलेरिया, एचआईवी जांच की गई। 

वहीं लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक भी किया गया। बताया गया कि दिन भर में लगभग 10 बार साबुन से हाथ धोएं एवं घर के अंदर रहें जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकले, साथ ही सामाजिक दूरी बनाए रखें तब ही हम कोरोना को हरा सकते हैं ।कार्यक्रम में सहिया,एएनएम, लाभार्थी, गर्भवती माताओं सहित कई लोग मौजूद थे ।