प्रधान जिला जज ने किया सेंट्रल जेल का औचक निरीक्षण, अव्यवस्था देख जेलर की लगाई फटकार
*दिया नए कैदियों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने का निर्देश
गिरिडीह : प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी ने सेंट्रल जेल प्रशासन से जेल आनेवाले सभी नए बंदियों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रखने को कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर कोई भी बंदी बिना क्वारंटाइन में रहे आम बंदियों के साथ नहीं रह सकता है। सभी बंदियों को नियमित मास्क लगाने और हाथ धोते रहने को भी निर्देशित किया गया।
सेंट्रल जेल में बंदियों की जानकारी लेने प्रधान जिला जज दीपकनाथ तिवारी बुधवार को जेल का औचक निरीक्षण किया। न्यायिक अधिकारियों की टीम के साथ सुबह करीब दस बजे वे जेल परिसर पंहुचे। वहां बंदियों के लिए खाना बनाए जानेवाले बिखरे पड़े सामानों को देख भड़क उठे। इस बाबत उन्होंने प्रभारी जेल अधीक्षक धीरेंद्र कुमार को कड़ी फटकार लगायी तथा कई आवश्यक निर्देश दिये।
निरीक्षण के क्रम में प्रधान जिला जज ने जेल के किचेन, भंडारगृह और जेल अस्पताल का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में रोगी बंदियों से मिलकर भोजन, भोजन की गुणवत्ता और चिकित्सा व्यवस्था के बारे मे भी जानकारी ली।
इसी क्रम में सेंट्रल जेल के अंदर लगाई गई शिकायत पेटी खोलकर कुछ शिकायत पत्र अपने साथ ले लिए। इन शिकायत पत्रों को दो दिनों तक क्वारंटाइन में रखने के बाद खोला जाएगा। इन शिकायत पत्रों से जेल की अंदरूनी बातें और स्थिति पता चल पाएगी कि बंदियों को कोई आंतरिक परेशानी तो नहीं है। विदित हो कि पिछले साल दो बंदियों ने आत्महत्या कर ली थी।
इस निरीक्षण के दौरान प्रधान जिला जज के साथ फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजना अस्थाना, सीजेएम मिथिलेश कुमार सिंह, एसीजेएम मनोरंजन कुमार, डालसा के सचिव संदीप कुमार बर्तम और रजिस्ट्रार निशिकांत शामिल थे।
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