रविवार, 30 अगस्त 2020

सांसद साक्षी महाराज मामले का हुआ पटाक्षेप, मिली वापस जाने की अनुमति

सांसद साक्षी महाराज मामले का हुआ पटाक्षेप, मिली वापस जाने की अनुमति
गिरिडीह: भाजपा के उत्तर प्रदेश के उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज को गिरिडीह में कोरेंटाइन किए जाने के मामले का हुआ पटाक्षेप।  उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा से जिले के भाजपाइयों की हुई वार्ता के बाद इस मामले में पूर्णविराम लग गया और उन्हें वापस जाने की अनुमति मिल गयी है। 

गौरतलब है कि संसद साक्षी महाराज शनिवार को गिरिडीह एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। कार्यक्रम पश्चात आश्रम में बीमार माता जी से सहित अन्य भक्तों से मुलाकात कर वह वापस लौट रहे थे। उनके गिरिडीह आगमन की सूचना जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को पूर्व में ही मिल चुकी थी। इस बाबत एसपी के गोपनीय कार्यालय से एक आदेश पत्र भी निर्गत किया गया था। जिसमे स्पष्ट है कि कार्यक्रम की समाप्ति के बाद संसद साक्षी महाराज सड़क मार्ग से धनबाद जंक्शन के लिये प्रस्थान करेंगे।

उनके गिरिडीह से वापसी के क्रम में पीरटांड़ थाना के समीप बाकायदा बेरिगेटिंग लगा कर उनके वाहन को रोक दिया गया।  SDM प्रेरणा दीक्षित के नेतृत्व में पुलिस ने सरकार के निर्देशों का हवाला देते हुये उन्हें वापस गिरिडीह ले आयी और शान्ति भवन आश्रम में 14 दिनों के लिये कोरेण्टाइन कर दिया।

इस घटना के बाद गिरिडीह का सियासी पारा परवान चढ़ गया। और राजनीतिक गलियारे में भूचाल आ गया। राजनीतिक गलियारे में जिले से लेकर प्रदेश तक यह मुद्दा सियासी तौर पर दिनभर चलता रहा।

 वंही गिरिडीह के भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने साक्षी महाराज के मामले को लेकर आज रविवार को स्थानीय झंडा मैदान में धरना प्रदर्शन करने का निर्णय ले लिया लेकिन एसड़ीएम प्रेरणा दीक्षित ने सरकार के आदेशों का हवाला देते हुए उन्हें धरना प्रदर्शन की अनुमति नही दी।

जिले के भाजपाइयों को रोष पुनः परवान चढ़ गया। जिले के भाजपाइयों ने झारखण्ड सरकार पर कोविड19 के नियमो को लेकर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया। भाजपाई इसे द्वेष की राजनीति के तहत की गयी कार्रवाई बता रहे थे।

बाद में पूर्व विधायक निर्भय शाहबादी की अगुवाई में संगठन के पदाधिकारियों ने उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा समेत उच्च पदाधिकारियों से वार्ता की। जिला प्रशासन ने सूझबूझ का परिचय देते हुए साक्षी महाराज को जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके पूर्व उनका कोरोना जांच किया गया, स्वाब लिया गया साथ ही ट्रुनेट जांच किया गया। जिसमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आया है। सासंद को वापस जाने की अनुमति मिलने के बाद इस मामले में पूर्ण विराम लग गया।