मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

विक्षिप्त महिला की गला रेतकर हत्या

50 वर्षीय महिला की गला रेतकर कर हत्या, मामले के छानबीन में जुटी पुलिस

कांके में बंद बिजली बोर्ड के पुराना पावर हाउस में मिली महिला की लाश

राँची: कांके थाना क्षेत्र के बंद पड़े बिजली बोर्ड के पुराना पावर हाउस के अंदर 50 वर्षीय महिला की गला रेतकर हत्या कर दी गई। महिला की पहचान सुकुरहुट्टू की रहने वाली जीतन के रूप में  की गई है। महिला का शव देखने से आशंका जताई जा रही कि हत्या करने से पहले उसके साथ गलत किया गया। उसके बाद उसकी गला रेत कर हत्या कर दी गई। हालांकि इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन में जुट गई है।

 इधर उधर घूमते रहती थी महिला:-

मिली जानकारी के अनुसार सुकुरहुट्टू की रहने वाली मृतिका जीतन नाम की महिला अक्सर इधर उधर घूमते रहती थी बताया जा रहा है कि उसकी दिमागी हालत थोड़ा ठीक नहीं था। बुधवार को दोपहर स्थानीय लोगों ने बंद पड़े बिजली बोर्ड के पुराना पावर हाउस में महिला का शव देखा महिला का गला धारदार हथियार से काटा हुआ था। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर छानबीन में जुट गई है।

 दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका:-

कांके थाना क्षेत्र के बंद पड़े बिजली बोर्ड के पुराना पावर हाउस के अंदर सुकुरहुट्टू की रहने वाली 50 वर्षीय महिला जीतन का शव को देखने के बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उसके साथ पहले आरोपियों ने दुष्कर्म की घटना का अंजाम दिया फिर धारदार हथियार से गला रेत कर उसकी हत्या कर दी गई। दुष्कर्म के मामले में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस सभी मुख्य बिंदुओं को ध्यान में रखकर मामले की छानबीन में जुट गई है।

नहाय खाय के साथ चैती छठ पूजा शुरू

नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोकास्था का महापर्व चैती छठ पूजा शुरू


गिरिडीह: लोकआस्था का महापर्व चैती छठ पूजा का चार दिवसीय आयोजन आज नहाय खाय के साथ शुरू हुआ।
इस मौके पर मंगलवार को सुबह छठव्रतियों द्वारा पुरे विधिविधान के साथ पुरे घरों की साफ़ सफाई कर भोजन बनाया और भगवान सूर्य और माताछठी की उपासना कर उसे प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया। इस मौके कई छठव्रतियों के घर कद्दू की सब्जी और अरवा चावल का भात के अलावे चने की दाल बनाया गया। तो कई छठव्रतियों के घरों में विभिन्न प्रकार के भोजन पकाये गये। जिसमे पूड़ी सब्जी आदि भी शामिल थे।

यह प्रसाद छठव्रती के ग्रहण करने के उपरान्त घर के सभी सदस्यों के अलावे आस-पड़ोस के लोगों ने भी उक्त भोजन को प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया।

पर्व के दूसरे दिन यानि बुधवार को खरना का आयोजन होगा। जिसमे छठव्रती दिन भर का उपवास रख कर संध्या पहर मिष्टान भोजन जिसमे दूध और चीनी मिश्रित खीर और गुड़ का खीर आदि बनाकर पहले माँ छठी को भोग लगाएंगी और फिर स्वयं प्रसाद ग्रहण करेंगी। फिर यह प्रसाद सभी हित कुटुम्बों और आत्मीयजनों के बीच वितरित किया जायेगा।

वंही पर्व के तीसरे दिन यानि गुरुवार को अस्ताचल गामी सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। जिसमे छठव्रती दिन और रात का अखण्ड और निर्जला उपवास करेंगी और शाम के वक्त डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जाएगा। जबकि पर्व के चौथे और अंतिम दिन अहले सुबह उगते सूर्य को अर्ध्य अर्पित कर छठव्रती इस पर्व का पारण करेंगी।

इस पर्व के मौके पर अर्ध्य अर्पण हेतु छठ घाटों , नदियों, तालाबों की साफ़ सफाई का काम नगर निगम प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर किया जा रहा है ताकि छठव्रतियों की किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। इस त्यौहार का मुख्य आकर्षण का केंद्र गिरिडीह का अरगाघाट छठ घाट होगा। जंहा काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होकर अस्ताचलगामी और उदयमान सूर्य को अर्ध्य अर्पित करेंगे।

पलामू : कुल 23 प्रत्याशियों ने किया नामांकन

पलामू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए अंतिम दिन 14 प्रत्याशियों ने किया नामांकन



     लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर 13 पलामू (अ0जा0) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन 9 अप्रैल 2019 को 14 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया।

  अंतिम दिन नामांकन पत्र दाखिल करने वालों में अंजना भुईयां (बसपा), जोरावर राम (निर्दलीय), अमरिंद्र पासवान (भारतीय लोक सेवा दल), मदन राम (निर्दलीय), योगेन्द्र प्रसाद (पीपीआई), बबन भुईंया (जयप्रकाश जनता दल), बालकृष्ण पासवान (अंबेदकर नेशनल कॉग्रेस), श्रवण कुमार रवि (निर्दलीय), विजय कुमार (निर्दलीय), प्रयाग राम (पीएसएस), रामजी पासवान (निर्दलीय), हीराराम तुफानी (निर्दलीय), चंद्रमा कुमारी (निर्दलीय), उदय कुमार पासवान (जनसंघर्ष विराट पार्टी) शामिल हैं।


गौरतलब है कि बीते 2 अप्रैल को अधिसूचना जारी होने के बाद से पलामू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन पत्र दाखिल किये जाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। और आज अंतिम दिन तक जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त डॉ0 शांतनु कुमार अग्रहरि के समक्ष कुल 23 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया।

इसके पूर्व 5 अप्रैल को दो और 6 अप्रैल को सात प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किये थे। जिनमे विजय राम (निर्दलीय) और सत्येंद्र कुमार पासवान (भारतीय समानता समाज पार्टी) ने 5 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल किया था। जबकि दिनेश राम (निर्दलीय), घुरन राम (राजद), सुषमा मेहता (भाकपा), विष्णु दयाल राम (भाजपा), श्याम नारायण भुईंया (निर्दलीय), बृजमोहन पासवान (निर्दलीय) और उमेश कुमार पासवान (वोटर पार्टी इंटरनेशनल) ने
6 अप्रैल को नामांकन किया था।

विदित हो कि कल 10 अप्रैल को स्क्रूटनी ( नामांकन पत्रों की जांच) 12 अप्रैल को प्रत्याशी अपना नाम वापस ले सकेंगे। 29 अप्रैल को मतदान होना है और मतगणना 23 मई को होगी। 

सुरेश वाडेकर की आवाज में नितिन चन्द्रा की म्यूजिक वीडियो रिलीज

 सुरेश वाडेकर की आवाज से सजी नितिन चंद्रा की नई भोजपुरी म्यूज़िक वीडियो रिलीज


नितिन चंद्रा का नया भोजपुरी म्यूज़िक वीडियो यूट्यू पर रिलीज़ हो चूका है। जिसमें गाने का बोल है  'सन सन बहे बयार बसंती'।              अमरेंद्र राय के लिखे गीत को सुरेश वाडेकर ने स्वर दिया है और उसे मधुर संगीत से सजाया है आशुतोष सिंह ने।            म्यूज़िक वीडियो के निर्माता नीतू एन. चंद्रा, राहुल एस. यादव और नितिन नीरा चंद्रा तथा निर्देशक नितिन नीरा चंद्रा है।             इस म्यूज़िक वीडियो के कलाकार प्रतीक्षा रायऔर दीपक सिंह हैं। जिसे चम्पारण टॉकीज़ के  यूट्यूब चॅनेल 'बेजोड़' से रिलीज़ किया गया है। 


नितिन चंद्रा अपने प्रारम्भिक समय से ही भोजपुरी, मैथिलि, मगही इत्यादि भाषाओँ में कुछ बेहतर 
करने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। और इसका परिणाम भी अच्छा मिल रहा है। 
            वैसे तो ये आज किसी पहचान के मोहताज  नहीं हैं। लेकिन फिर भी आपको  बता दूँ की नितिन चंद्रा बिहार के एकमात्र निर्देशक हैं जिनकी भोजपुरी  फ़िल्म 'देसवा' का चयन इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया - गोवा में हुआ था।  ये एकमात्र निर्देशक हैं जिनके द्वारा बनायीं गयी मैथिलि फ़िल्म 'मिथिला मखान' को तत्कालीन  राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित  किया था।


भोजपुरी में जहाँ एक ओर अश्लीलता की भरमार है वंही दूसरी ओर नितिन चंद्रा द्वारा साफ़-सुथरा वीडियो तथा फिल्मे बनाकर उलटी दिशा में गंगा  बहाने की कोशिश करना प्रशंसनीय है।           ये बिहार की भाषाओं में अच्छी गुणवत्ता की म्यूज़िक वीडियो, शॉर्ट फ़िल्म तथा फीचर फ़िल्म बनाने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहते हैं।               उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इन्होने भोजपुरी में एक नया म्यूज़िक वीडियो बनाया है।आप सब इस गाने को ज़रूर सुनिए क्योंकि इस प्रकार का गीत-संगीत सुनना एक अलग अनुभव है और भोजपुरी में ऐसे गाने विरले ही मिलते हैं|