गुरुवार, 26 नवंबर 2020

डाक कर्मचारियों के हड़ताल से डाक सेवा को भारी नुकसान, सरकारी राजस्व की हुई हानि

डाक कर्मचारियों के हड़ताल से डाक सेवा को भारी नुकसान, सरकारी राजस्व की हुई हानि
गिरिडीह : पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत नेशनल फैडरेशन ऑफ पोस्टल इम्पलाई एसोशिएशन के बैनर तले अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी, पोस्टमैन व जीडीएस ने गुरूवार को प्रधान डाकघर गिरीडीह के मुख्य द्वार पर केन्द्र सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में एक दिवसीय हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन कर काम काज ठप किया।

हालॉकि डाक कर्मचारी के तीन ग्रुप में बंट जाने के कारण राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ व कुछ कर्मचारी के भारतीय मजदूर संघ में शामिल होने के कारण कोयलांचल झेत्र में हड़ताल का ब्यापक असर रहा जबकि शहर के कई उपडाकघर एवं शाखा डाकघरों में भी हड़ताल का मिला जुला असर रहा। प्रधान डाकघर में आम दिनों की तरह काम हुआ  लेकिन ग्राहकों की उपस्थिति सामान्य से कम रही।

 कर्मचारी नेता उमापति भास्कर ने कहा कि हड़ताल का मुख्य उद्देश्य है कि केन्द्र सरकार नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुराने पेंशन को लागू करने, ट्रेड यूनियन के अधिकारों पर हमला बन्द करने, रिक्त पदों पर बहाली, कर्मचारियों के समयबद्ध प्रौन्नति करने, डाकघरों में मूलभूत सुविधा व संसाधन को उपलब्ध कराना।डाककर्मियों के हड़ताल का भारतीय डाक व पेंशनर्स एसोशिएशन ने भी साथ दिया।

 हड़ताल को सफल करने में उमापति भास्कर, अवधेश बर्मा, दशरथ प्रसाद, छत्रधारी महतों, सुरेन्द्र ठाकुर, संजीवन दास, सोनू बेसरा  जलेश्वर मंडल जीडीएस के रामाकान्त गोविन्द, बंशीधर यादव, चेतलाल राम, सुदामा हलवाई, अजय कुमार, पेंशनर एसोशिएसन के नवीन सिन्हा, कमला प्रसाद, रामदुलार मिस्त्री, सुन्दर लाल पाठक समेत कई डाक कर्मियों ने हड़ताल का समर्थन किया।