गिरिडीह (GIRIDIH)। गिरिडीह के 57 मजदूरों से उड़ीसा में 2 साल से भी अधिक समय तक काम करवाकर करीब 4 लाख 30 हजार रुपया बकाया रख लिया गया है। ठेकेदारों द्वारा पैसे के लिए लगातार टालमटोल करने पर थक-हारकर मजदूरों ने पूर्व जिप सदस्य सह फॉरवर्ड ब्लॉक नेता राजेश यादव को इसकी जानकारी दी जिसके बाद उनकी अगुवाई में इस मामले का संज्ञान श्रम अधीक्षक गिरिडीह को देकर पैसे का भुगतान कराने की गुहार लगाई गई है।
इस बाबत पीड़ित में से 21 मजदूरों का हस्ताक्षर युक्त एक आवेदन श्री यादव ने श्रम अधीक्षक को सौंपी तथा उनसे बात भी की। श्रम अधीक्षक ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिया है। फॉरवर्ड ब्लॉक नेता ने कहा कि, बिना प्रवासी मजदूरों का पंजीयन कराए ठेकेदारों द्वारा इस तरह मजदूरी के लिए दूसरे प्रदेशों में ले जाना और फिर काम करवाकर पैसा नहीं देना बड़ा अन्याय है। ऐसा सरकार की गलत श्रम नीतियों के कारण ही संभव हो पा रहा है। इस तरह के मामलों मजदूरों के हक में कड़े कानून होने चाहिए, ताकि कोई मजदूरी मारने जैसी जुर्रत नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि, फॉरवर्ड ब्लॉक से जुड़े ट्रेड यूनियन की उड़ीसा यूनिट को भी इसकी जानकारी देकर मदद की अपील की जा रही है। हम किसी भी तरह मजदूरों का बकाया भुगतान कराने का प्रयास या जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करेंगे।
श्रम अधीक्षक के नाम आवेदन प्रस्तुत करते समय पार्टी नेता मनोज कुमार यादव, शंकर वर्मा, शंभू तुरी सहित मजदूर रीतलाल दास, सोनू दास, गोकुल कु दास, नारायण दास, राजू दास, दिनेश राम, दामोदर यादव, राजू शर्मा, शमशुद्दीन अंसारी, कांग्रेस रवानी, आफताब अंसारी, जमीर अंसारी, अविनाश कुमार, सुनील साव, रमेश रवानी, चंदन रवानी, बीरू दास, विक्की कुमार, सहदेव दास, भुनेश्वर दास एवं जीतू रवानी मौजूद थे।