विधानसभा की पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति ने किया गिरिडीह में फैक्ट्रियों का निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान हुई कई अनियमितता उजागर
समिति ने फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की। उन्हें कितनी मजदूरी मिल रही है इसकी जानकारी लिया और साथ ही साथ फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को दिए जा रहे सुविधाओं की भी जानकारी हासिल किया।
इसके पूर्व विधानसभा की यह समिति गिरिडीह पहुंच नये परिसदन भवन में जिले के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उसके बाद औद्योगिक इलाकों का जायजा लिया। इस समिति में मनोज यादव, जयप्रकाश भाई पटेल समेत कई अन्य सदस्य शामिल थे। फैक्ट्री निरीक्षण के बाद समिति के सदस्यों ने प्रेस से बातचीत में कहा कि समिति ने फैक्ट्रियों में काफी अनियमितता पायी है जिसकी जांचोंपरांत दोषियों के विरुद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान हुई कई अनियमितता उजागर
गिरिडीह: झारखंड विधानसभा का पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति सोमवार को सभापति मनोज यादव के नेतृत्व में गिरिडीह पहुंची और यँहा औधोगिक क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया। इस दौरान समिति ने कार्बन रिसोर्सेज, अतिवीर, बालमुकुंद, संतपुरिया समेत कई लौह, स्पंज समेत अन्य फैक्ट्रियों का निरिक्षण किया।
समिति ने फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की। उन्हें कितनी मजदूरी मिल रही है इसकी जानकारी लिया और साथ ही साथ फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को दिए जा रहे सुविधाओं की भी जानकारी हासिल किया।
पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा फैक्ट्री निरिक्षण के क्रम में फैक्ट्री संचालकों द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितता बरतने व फैक्ट्री एक्ट का उल्लंघन करने का मामला प्रकाश में आया। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूरों को सुरक्षा की कोई व्यवस्था प्रदान नहीं दी गई थी। मजदूरों को मास्क व हेलमेट भी नहीं दिया गया था। जैसे ही समिति ने फैक्ट्री के अंदर प्रवेश किया, वैसे ही मजदूरों को प्रबंधन द्वारा मास्क दे दिया गया। जिसे समिति ने देख लिया और मजदूरों से पूछताछ शुरू कर दी।
इसके पूर्व विधानसभा की यह समिति गिरिडीह पहुंच नये परिसदन भवन में जिले के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। उसके बाद औद्योगिक इलाकों का जायजा लिया। इस समिति में मनोज यादव, जयप्रकाश भाई पटेल समेत कई अन्य सदस्य शामिल थे। फैक्ट्री निरीक्षण के बाद समिति के सदस्यों ने प्रेस से बातचीत में कहा कि समिति ने फैक्ट्रियों में काफी अनियमितता पायी है जिसकी जांचोंपरांत दोषियों के विरुद्ध निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।