अदालत ने कहा है कि मेडिकल जांच में मोतियाबिंद, डाइबीटीज, ब्लड प्रेशर तथा अन्य बीमारियों की चिकित्सीय जांच कराकर समुचित इलाज की व्यवस्था की जाये.बेंच ने यह भी आदेश दिया है कि जेल अदालत के दिन झालसा यह सुनिश्चित करेगा कि मेडिकल जांच कैंप लगे तथा कोई भी जागरूकता कार्यक्रम जो कारागृह में झालसा एवं डालसा के द्वारा आयोजित किया जायेगा, तो उसमें सभी वृद्ध एवं बीमारियों से ग्रसित बंदियों के लिए निश्चित रूप से मेडिकल जांच कैंप भी आयोजित किया जायेगा.
झालसा ने सभी कारागृह से रिपोर्ट मंगायी है. 70 वर्ष से अधिक उम्र के बंदियों की संख्या 164 है, तथा गंभीर बीमारी से ग्रसित बंदियों की संख्या 11 है. झालसा ने सभी डालसा को निर्देश दिया कि उनकी मेडिकल जांच सुनिश्चित करें तथा उन्हें तत्काल आवश्यकतानुसार चिकित्सीय सहायता प्रदान करें.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें