क्षणिकाएँ:-
इस दुनिया में
लाखों लोग रहते हैं
कोई हँसता है तो कोई रोता है
पर दुनिया में
सुखी वही होता है
जो शाम को
दो पैग लगा कर सोता है।
इस दुनिया में
लाखों लोग रहते हैं
कोई हँसता है तो कोई रोता है
पर दुनिया में
सुखी वही होता है
जो शाम को
दो पैग लगा कर सोता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें