स्वार्थ
उगोगे तो लोग डूबो देंगे
रूकोगे तो छोड के चल
देंगे
स्वार्थ के हमसफर सारे-
सध गयी तो मुंह फेर कर चल
देंगे।
विश्वास न कर इन पर,
ये तूझे-
गर्त मे फिर से डूबो
देंगे।
तुम इन्हें अपना समझोगे-
ये रोज तुम्हें एक गजल
देंगे।
फिर जानकर:अभागाः
तुम्हें-
उगने की प्रेरणा देंगे,
उस प्रेरणा को साकार करना
-
अपने भीतर ही खुशी का
इजहार करना।
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