गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

गिरिडीह के जवान की पाकुड़ सदर अस्पताल में मौत

गिरिडीह के जवान की पाकुड़ सदर अस्पताल में मौत
गिरिडीह :  जिले के बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गहिरजोर गाँव निवासी बाबूराम हंसदा उर्फ जोपाल पाकुड़ जिले के महेशपुर थाने में पदस्थापित था। 

खबर के मुताबिक उक्त जवान की तबियत आचानक बिगड़ी  उसे तत्काल पाकुड़ सदर अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया। जंहा इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस जवान बाबूराम के मौत का कारण स्पस्ट नही हो पाया। 

घटना की सूचना मिलने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। लेकिन लॉक डाउन जारी रहने के कारण सूचना मिलने के बाद भी मृतक जवान बेंगाबाद थाना क्षेत्र के गहिरजोर गाँव निवासी बाबूराम हंसदा उर्फ जोपाल के कोई भी परिजन उसका पार्थिव शरीर लेने पाकुड़ नही गया। परिजन  घर पर ही पार्थिव शरीर आने का इंतजार कर रहे हैं।

रामनवमी को ले हनुमान मंदिर के समीप जुटे थे राम भक्त, डीसी ने थामा कमान, डंडा ले लोगों को खदेड़ा

डीसी ने थामा कमान, डंडा ले लोगों को खदेड़ा
रामनवमी को ले हनुमान मंदिर के समीप जुटे थे राम भक्त


गिरिडीह :  गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान सुरेन्द्र झा गुरुवार को शहर के सभी सड़कों के साथ कई मुहल्लों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने सड़कों पर निकले लोगों को खुद खदेड़ा। 

गौरतलब है कि गुरुवार को महारामनवमी का त्यौहार होने के कारण गिरिडीह शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बजरंग बली मंदिरों में हनुमान जी की पूजा अर्चना काफी धूम धाम से होती है। शहर की हृदय स्थली कही जाने वाली बड़ा चौक स्थित हनुमान मंदिर पर इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। वंही अन्य मंदिरों में भी जमघट लगता है। लेकिन इस इस पाबन्दी लगायी गयी है। बाबजूद इसके काफी संख्या में राम भक्त बड़ा चौक स्थित हनुमान मंदिर के समीप एकत्रित हो गये थे। तब उपायुक्त श्री सिन्हा ने स्वंय हाथों में डण्डा थाम लिया और सभी राम भक्तों को खदेड़ दिया। 

जिला मुख्यालय में रामनवमी त्यौहार के मौके पर विभिन्न पूजा समितियों और अखाड़ा दलों द्वारा अहले  सुबह और सन्ध्या पहर जुलूस लेकर बड़ा चौक पहुंचते रहे है। इसके लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी अखाड़ा दलों को लाइसेंस भी निर्गत करती है। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के मद्दे नजर जिला प्रशासन ने किसी भी अखाड़ा दल को लाइसेंस नहीं दिया। नतीजतन रामनवमी के त्यौहार काफी फीका हो गया। 
बता दें कि अखाड़ा दलों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत भी किये जाने की परम्परा रही है। इतना ही नहीं पूजा समितियों द्वारा इस मौके पर आकर्षक झांकियां भी निकाली जाती थी। जिसमे भी जिला प्रशासन उन्हें पुरस्कृत करती थी। लेकिन इस वर्ष इन सारे चीजों पर जिला प्रशासन ने एक तरफ देशव्यापी लॉक डाउन और दूसरी तरफ जिले में लागू निषेधाज्ञा के कारण स्पष्ट तौर पर इन पर प्रतिबंध लगा दिया। 

दूसरी ओर गुरुवार को माँ दुर्गा के मंदिरों में नवमी पूजन को लेकर श्रद्धालु भक्त पहुंचे लेकिन वँहा से भी उन्हें जल्दी हंटाया गया। यधपि नवमी के दिन मंदिरों में कुंवारी कन्याओं को भोग लगाया जाता है। जिसमे भी काफी भक्त सरीक होते रहे हैं। लेकिन इस वर्ष कोरोना ने सबों की मंशा पर पानी फेर दिया। पूजन अर्चन तो अवश्य हुआ लेकिन उसमें उत्साह की खासा कमी रही।

सिमडेगा में महुआ चुनने में आपसी विवाद में झड़प तीन की मौत,एक घायल

सिमडेगा में महुआ चुनने में आपसी विवाद में झड़प तीन की मौत,एक घायल 
सिमडेगा। जिले के कुरडेग थाना क्षेत्र के महुआडीह टोली गांव में गुरुवार की सुबह हुए आपसी विवाद में तीन लोगों की मौत हो गई और एक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

बता दे की गुरुवार की सुबह महुआ चुनने को लेकर हुए दो परिवारों के बीच झड़प हुई।और दोनों परिवार के लोगों ने एक दूसरे पर कुल्हाड़ी से हमला किया जिसमें एक महिला और दो पुरुष की मौत हो गई और एक लोग गंभीर रूप से घायल हैं।जिनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।दो की घटना स्थल पर हुई मौत एक इलाज के दौरान मौत हुई।

घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंच कर मामले की छानबीन में जुटी हुई है बताया जा रहा है कि घटना में शामिल आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है.पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुरडेग थाना क्षेत्र के महुआडीह टोली गांव में गुरुवार की सुबह दो यादव परिवार महुआ चुन रहे थे.इसी दौरान महुआ चुनने को लेकर दोनों परिवार के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गई.देखते देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों परिवार के लोग एक दूसरे पर हमला कर दिया.दोनों परिवार के बीच हुई झड़प में एक ही परिवार के तीन लोगों की धार धार कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी गई.घटना की पुष्टि करते हुए सिमडेगा एसपी संजीव कुमार ने बताया कि,महुआ चुनने को लेकर दो परिवार के बीच विवाद हुआ इसी में कुल्हाड़ी से मारकर 2 लोगों की हत्या कर दी गई है और 2 लोग गंभीर रूप से घायल हैं.घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है जिसमे एक और कि मौत हो गई।पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.

सोशल साइट पर अफवाह फैलाने वाला शक्स गिरफ्तार, भेजा गया जेल

सोशल साइट पर अफवाह फैलाने वाला शक्स गिरफ्तार, भेजा गया जेल


हजारीबाग : जिले के बरकट्ठा थाना अंतर्गत अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक व्यक्ति को जेल भेज दिया है. बता दें कि अफवाह फैलाने वाले व्यक्ति उदय चौधरी ने सोशल साइट्स के जरिए भ्रम और गलत जानकारी फैलाया था. जिसे लेकर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

बताया जा रहा है कि गिरफ्तार युवक उदय चौधरी ने कर्नाटक के 25 कोरोना से पीड़ित व्यक्ति के बरकट्ठा में गिरफ्तार किए जाने की गलत सूचना वायरल किया था. प्रशासन को ट्वीटर हैंडल से प्रसारित करने की सूचना प्राप्त हुई है. इसके साथ ही बरकट्ठा विधानसभा के चुगलामो पंचायत ग्रुप में गलत पोस्ट और कोरोना के संबंध में गलत सूचना एवं अफवाह फैलाने के लिए अपने मोबाइल का इस्तेमाल किया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उदय चौधरी को बरकट्ठा थाना कांड संख्या 35/2020 धारा 188, 67 IT एक्ट, झारखंड राज्य महामारी रोकथाम अधिनियम(COVID-19) की धारा-2/3/4 के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अभियुक्त उदय चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया.

पुलिस ने कार्रवाई करके स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले समय में अगर कोई भी व्यक्ति भ्रम फैलाता है या फिर गलत पोस्ट सोशल साइट पर करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस जुटी है मो कैफी को ढूंढने में, दुमका में होने की मिली है सुराग

पुलिस जुटी है मो कैफी को ढूंढने में
गिरिडीह:  दिल्ली के निजामुद्दीन पुलिस थाना स्थित मरकज से लौटे गिरिडीह के मो कैफी की तलाश  में गिरिडीह पुलिस जुटी है।  
विशेष शाखा द्वारा जारी की गयी सूची जिसमें  झारखण्ड के काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग मरकज में शामिल होने गये थे। उस सूची में गिरिडीह का भी एक व्यक्ति मो कैफी का नाम शामिल है। 
विशेष शाखा ने मो कैफी के दो दो मोबाइल नम्बर भी सूची में जारी किया है।  पुलिस सूत्रों की मानें तो मो कैफी के दोनों मोबइल नंबर का लोकेशन दुमका में होने की बात बयां कर रही है।

बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को अभाविप ने किया मदद

बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को अभाविप ने किया मदद

गिरिडीह : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद  की बेंगाबाद इकाई द्वारा गिरिडीह-देवघर बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्यकर्मियों एवं बॉर्डर पर रुके लोगों के बीच पानी, नास्ता व बिस्किट के साथ-साथ सेनिटाइजर वितरित किया गया।

गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी सीमा को सील किया गया है। वँहा चेकपोस्ट बनाया गया है। ताकि बाहर के जिलों से कोई भी वाहन और उस पर सवार लोगों की समुचित जांच पड़ताल हो सके। इसी क्रम में गिरिडीह-देवघर बॉर्डर पर डाक बंगला में चेक पोस्ट बनाया गया है। जंहा न केवल पुलिस कर्मी तैनात है बल्कि मेडिकल स्टाफ भी डिप्यूटेड हैं। जो लोगों की वंही जांच कर बगल में बनाये गए कोरेण्टाइन केंद्र पर रखते है। 

लॉक डाउन में उज्ज्वला गैस की कालाबाजारी

लॉक डाउन में उज्ज्वला गैस की कालाबाजारी
गिरीडीह : लॉक डाउन के दौरान गैस की कालाबाज़ारी का मामला सामने आया है। घटना जिले के जमुआ थाना क्षेत्र की है। हालांकि सूचना मिलने पर गैस की कालाबाजरी करने वाले को जमुआ पुलिस ने जमकर फटकार लगाया ।

विदित हो कि गैस की कालाबाजरी करने वाले एक शख्स ने गैस सिलिंडर को गैस गोदाम में रखने की बजाय मेडिकल की दुकान में रखा था। पुलिस ने जब ये पूछा की गैस की होम डिलीवरी करने का आदेश हुआ है तो फिर क्यों ये गैस गोदाम में न हो कर मेडिकल में रखा गया है। गैस रखने वाले ने पुलिस को गोल मटोल जवाब दिया जिससे पुलिस संतुष्ट नहीं हुई और जमकर फटकार लगते हुए गैस की होम डिलीवरी करने का आदेश दिया।
मालूम हो की केंद्र सरकार ने बीपीएल परिवारों को तीन महीनो तक उज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस देने का ऐलान किया है। लॉकडाउन होने की वजह से गैस एजेन्सियो को साफ निर्देश दिया गया है की गैस सिलिंडर को ग्राहकों के घरो तक होम डिलीवरी के माध्यम से पहुंचना है लेकिन कुछ लोग ऐसा करते हुए नहीं दिख रहे है।

बुधवार, 1 अप्रैल 2020

डीसी एसपी ने किया गांवा के मदरसा का निरीक्षण, ठहरे मिले आठ मौलाना

डीसी एसपी ने किया गांवा के मदरसा का निरीक्षण,  ठहरे मिले आठ मौलाना

‌गिरिडीह :  जिले के एसपी सुरेन्द्र झा और उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के गावां प्रखंड के पिहरा स्थित मानपुर मदरसा का निरीक्षण किया।

 पदाधिकारी द्वय को यह गुप्त सूचना मिली थी कि उक्त मदरसे में कुछ बाहरी लोग ठहरे हैं। सूचना के आलोक में पदाधिकारी द्वय ने पिहरा स्थित मानपुर मदरसा का निरीक्षण किया। जंहा निरीक्षण के दौरान  उक्त मदरसा में ठहरे मिले 8 मौलाना। अधिकारियों ने पिहरा के मस्जिद से जिन आठ मौलवियों को निकाल कर क्वारेंटाइन के लिए भेजा है उसमें शहर के भंडारीडीह निवासी मो नौशाद, पीरटांड थाना क्षेत्र के खूखरा निवासी मो शाहनवाज, खरपोका निवासी मो अरशद के अलावे गांवा थाना क्षेत्र के पिहरा निवासी मो अबू तल्हा, मो अरशद अंसारी, मो अहतेशाम, मो अहसान आलम और मो शोएब अख्तर शामिल हैं।पूछताछ के क्रम में उन मौलाना ने यह बताया कि वह सभी रांची के हिंदपीढ़ी मस्जिद गए थे और बीते 27 मार्च को वापस लौटने के बाद से मदरसा रुके हुए थे। हालांकि उन्होंने कोरोना संक्रमित विदेशी महिला के सम्पर्क में आने की बात से साफ इंकार किया है।
उन मौलाना के इस बयान से पूरे इलाके के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। क्योंकि झारखण्ड में पहला कोरोना का केश रांची के हिंदपीढ़ी मस्जिद में ही मिले हैं।

‌गांवा थाना के प्रभारी श्रीकांत ओझा ने बताया कि बीते 29 मार्च को पिहरा में भी एक जलसा का आयोजन होना था, जिसे लॉकडाउन के कारण ही रद्द कर दिया गया था। सम्भवतः वह सभी मौलाना उसी में सिरकत करने हेतु पिहरा के मदरसा में ठहरे थे।

 इस बीच यह भी खबर है कि दिल्ली के निजामुद्दीन पुलिस थाना स्थित मरकज से लौटे गिरिडीह के मो कैफी की तलाश भी की जा रही है जिसका नाम विशेष शाखा की सूची में शामिल है। पुलिस सूत्रों की मानें तो मो कैफी के दोनों मोबइल नंबर का लोकेशन दुमका में होने की बात बयां कर रही है।

बेंगाबाद और तीसरी में समुदायिक भोजनालय का हुआ शुभारम्भ

बेंगाबाद और तीसरी में समुदायिक भोजनालय का हुआ शुभारम्भ


गिरिडीह : अभिव्यक्ति फाउंडेशन, जिला प्रशासन और रेस्पोंसिबल माइका इनिशिएटिव (आरएमआई) के सहयोग से तिसरी प्रखंड के केन्दुआ और बेंगाबाद प्रखंड में  टोल गेट के पास सामुदायिक भोजनालय का संचालन कर रहा है। 


जिसमे गरीब तबके के लोगो, असहाय व अप्रवासी के लिए निशुल्क भोजन की  व्यवस्था की जा रही है।  सभी “सामुदायिक भोजनालय” में साफ सफाई, हाथ धोने और सामाजिक दुरी बनाए रखने जैसे सभी दिशा निर्देशों पर बिशेष ध्यान दिया जा रहा है और इसे बनाये रखने के लिये लोगो से आग्रह किया जा रहा है। 


सामुदायिक भोजनालय बेंगाबाद का उद्घाटन सी. ओ बेंगाबाद और प्रमुख रामप्रसाद यादव के द्वारा किया गया। संस्था के सचिव कृष्णा कान्त का कहना है की ये कठिन परिस्थिति है, समाज के सभी तबके के लोगो को आगे आना चाहिए और जरूरतमंद लोगो की मदत करनी चाहिए।  इस चुनौती पूर्ण समय में जहाँ संस्था के सभी कार्यक्रम रोक दिए गए है। उपायुक्त गिरिडीह की प्रेरणा से सामुदायिक भोजनालय का संचालन ग्राम स्तरीय स्वयं सेवको, और संस्था के ग्राम स्तरीय कार्यकर्ताओ के द्वारा मिलकर किया जा रहा है।


 तिसरी मे संजीव राय, बिनोद गोप, अमित यादव , जूही, सानिया, सुशीला, संजीव मुर्मू, संजू देवी, अरविन्द, दीपक तथा बेंगाबाल मे राजेश कुमार यादव, स्वयं सेवको सुनीता देवी, ललिता देवी, मुखिया राजकुमार पासी उपमुखिया महेश्वर यादव और उपप्रमुख उपेन्द्र गुप्ता का संचालन मे काफी सहयोग रहा।

बासंतिक नवरात्र के महाअष्टमी पर माँ के दर्शन को मंदिरों में जुटे श्रधालु

बासंतिक नवरात्र के महाअष्टमी पर माँ के दर्शन को मंदिरों में जुटे श्रधालु


गिरिडीह : बासंतिक नवरात्र के महाअष्टमी के मौके पर बुधवार को गिरिडीह जिले के विभिन्न दुर्गा मण्डपों पर श्रद्धालुओं की भीड़ माँ के दर्शन को जुटी दिखी। हालांकि कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में वह उत्साह नही दिखा जो अन्य वर्षों में दिखती थी। 


न कोई मेला, न लोगों के बीच ठेलम ठेला। श्रद्धालु शांति पूर्वक माँ की पूजा अर्चना किये। सबसे बड़ी बात इस वर्ष यह रही कि भक्तों के लिये मन्दिर का द्वार बंद रहा। भक्त बाहर से ही माँ के दर्शन और पूजन अर्चन किये।
मन्दिर के भीतर सिर्फ पुजारियों का ही प्रवेश था। पहले श्रद्धालु महिलाएं जो अष्टमी का उपवास करती थीं वह स्वयं माँ की प्रतिमा का स्पर्श कर माँ का श्रंगार करती थीं और उन्हें भोग स्वरूप प्रसाद चढ़ाती थीं। लेकिन इस बार महाष्टमी का त्यौहार की और उपवास रखी महिलाएं भी मन्दिर के बाहर से ही पूजा अर्चना करती दिखीं।
गिरिडीह शहरी क्षेत्र के गांधी चौक स्थित छोटी काली मण्डा में महाअष्टमी के मौके पर श्रद्धालुओं की खासी उपस्थिति रही। लेकिन सभी भक्त गण मन्दिर के बाहर से ही पूजा अर्चना करते दिखे। कोरोना को लेकर सोशल डिस्टेंस रखने की जारी अपील का भी यहां मख़ौल उड़ता दिखा। लोग कम थे पर आपसी डिस्टेंस नहीं था।

इसके पूर्व कल सप्तमी के मौके पर माँ का पट देर शाम गये खुला। उस वक्त सिवाय पुजारियों के इने चुने लोग ही मन्दिर परिसर में थे। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच माँ दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की गई। इस मौके पर पुजारी सतीश मिश्रा ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजन के साथ साथ कामाख्या मां काली की भी पूजा अर्चना की जा रही है। जिसमें मुख्य रूप से ज्वाला पूजन एवं संताप को संहार करने वाली संहार काली की उपासना, दस महाविद्या की उपासना की जा रही है। उन्होंने बताया कि यह पूजन अर्द्धरात्रि में विशेष तौर पर की जाती है। यह पूजा गुप्त रूप से ब्राह्मणों द्वारा की जा रही है।

नगर निगम की उदासीनता, गिरिडीह वासियों के लिये बनी दुखदायी, नसीब नही हो रही पानी

नगर निगम की उदासीनता, गिरिडीह वासियों के लिये बनी दुखदायी


गिरिडीह :  गिरिडीह के नगर निगम की उदासीनता और मनमानी पूर्व रवैये ने निगम क्षेत्र के लोगों को काफी परेशान कर दिया है। बुधवार को महाष्टमी का त्यौहार होने के बाद भी निगम द्वारा निगम क्षेत्र में लगाये गये नलों से पानी का एक बूंद भी नहीं नसीब हुआ। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 

वैसे चैती छठ महापर्व के दौरान भी यही स्थिति थी। नल से पानी का सप्लाई नही होने से व्रतियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।  सर्वाधिक भयावह स्थिति वार्ड नम्बर 27 के बाभनटोली इलाके में हो रही है। इस इलाके में बीते लगभग एक सप्ताह से लोग पेयजल के लिये त्रस्त हैं। लेकिन निगम को इसकी तनिक चिंता नही। निगम को सिर्फ नल के कनेक्शन का सिर्फ मासिक किराया चाहिये।

विदित हो कि जब से गिरिडीह निगम क्षेत्र बना है यहां समस्याओं का अम्बार ही लगा है। सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है। नाली गन्दे हैं। कचड़ों का अंबार है। लेकिन किसी को परवाह नही। वार्ड पार्षद भी चैन की बंसी बजा रहे हैं। निगम प्रशासन तो कुम्भकर्णी निंद्रा में सोई है।
एक तरफ पूरा देश कोरोना जैसे महामारी से त्रस्त है। ऐसे समय मे निगम द्वारा निगम क्षेत्र के घरों में बिलीचिंग युक्त पानी अथवा सैनिटाइजर का छिड़काव करना चाहिये था। लेकिन यंहा की निगम प्रशासन को भला निगम क्षेत्र के लोगों से क्या लेना देना। उन्हें तो सिर्फ टैक्स वसूली की फिकर रहती है। "जनता जाये भांड में"।

अभी गर्मी शुरू भी नही हुई है और पानी की समस्या अपना मुंह बाए खड़ी हो गयी है। निगम प्रशासन यदि नही जागा तो शहरी क्षेत्र में यह समस्या विकराल रूप धारण कर लेगी। तब लोगों का सब्र भी टूट जायेगा और लोग पानी के लिये आंदोलन तक को बाध्य होंगे।

सभी पंचायतों को मिला दस-दस हजार रुपये

सभी पंचायतों को मिला दस-दस हजार रुपये 
पीरटांड़/गिरिडीह :  पीरटांड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने एक पत्र जारी कर कहा है कि सांसद विकास निधि से कोरोना वायरस कोविंड19 के संक्रमण सुरक्षा, रोकथाम एवं इलाज हेतु राशि विमुक्त की अनुशंसा की गई है। 

सांसद से प्राप्त अनुशंसा के आलोक में पीरटांड़ प्रखंड के सभी मुखिया सभी पंचायत सचिव को कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण से उत्पन्न होने वाली जानलेवा महामारी के रोकथाम हेतु तथा इसके संक्रमण से बचने के लिए निरोधात्मक उपायों में प्रयुक्त होने वाली जीवन रक्षक दवाइयों पी पी ई कीट, मास्क, सैनिटाइजर, जीवाणु रोधी रसायन, भोजन सामग्री अनाज एवं उपकरण आदि की उपलब्धता हेतु सभी मुखिया को 10/10 हजार रुपए भेजा गया रहा है ।