अफगानिस्तान से दो मजदुरों की रिहाई की खबर से अपहृत मजदुरो के परिजनों जगी हैं उमीद
बगोदर/ गिरिडीह : बगोदर प्रखंड क्षेत्र के तीन प्रवासी मजदूर जिन्हें अफगानिस्तान के बालगान प्रांत से अज्ञात बन्दूकधारी तालिबानियों ने अपहरण कर लिया था। जिनमे एक मजदुर तालिबानियों के चंगुल से पहले ही रिहाई हो चुका हैं। अपहृत रहे दो अन्य भारतीय मजदूरों की भी रिहाई की सूचना मिलने से दोनों मजदूरों के परिजनों की उम्मीदें जगी हैं।
पुर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने कहा कि न्यूज चैनल के माध्यम से पता चला की अफगानिस्तान से भारत के दो मजदुरो की रिहाई हुई हैं। मैंने भारत के तत्कालिन विदेश मंत्री को पत्र लिखकर उन मजदुरों की सकुशल रिहाई की मांग किया था।
अफगानिस्तान से अपहृत हुए दो मजदूरों की रिहाई होने से बगोदर के माहुरी के रहने वाले हुलास महतो और घाघरा के रहने वाले प्रसादी महतो के परिजनों में आश जगी हैं।
बता दें कि 6 मई 2018 को अफगानिस्तान के बालगान प्रांत से अज्ञात तालिबानियों के द्वारा 7 भारतीय प्रवासी मजदूरों को अपहरण कर लिया गया था। जिनमे बगोदर के तीन मजदूर जिसमें हुलास महतो, प्रसादी महतो और प्रकाश महतो शामिल है। इसमें प्रकाश महतो की एक साल पूर्व रिहाई हो चुकी है। हालांकि वह अब तक गांव नहीं आया है। इधर हुलास महतो और प्रसादी महतो की रिहाई नहीं होने से दोनों के परिजन काफी चिंतित थे। दो मजदूरों की रिहाई की खबर ने दोनों परिवारों की उम्मीद जगी हैं। परिजनों ने रिहाई होने वाले मजदूरों का नाम सार्वजनिक करने की मांग सरकार से की है।
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