शनिवार, 30 मई 2020

ससुराल में हुए अपमान से आहत व्यक्ति साइकिल से चल दिया अपने घर प्रदेश प्रदेश

ससुराल में हुए अपमान से आहत व्यक्ति साइकिल से चल दिया अपने घर प्रदेश प्रदेश

         ◆पत्नी और तीन बच्चे भी है साथ


गिरिडीह:  एक कहावत काफी प्रचलित है कि दामाद ससुराल में तभी तक पूजनीय है। जब तक वह दामाद बन कर रहे। अर्थात वह ससुरल जाए जरूर लेकिन वँहा ज्यादा दिनों तक रुके नही। ससुराल को कभी अपना पैतृक घर न समझे। अन्यथा उसका ऐसा अपमान होगा कि वह जिंदगी भर भूल नही पायेगा।  कुछ ऐसा ही वाक्या घटित हुआ एक पचपन वर्षीय दामाद अमित तिवारी के साथ। 

ससुराल में उसके साथ अपमान ऐसा हुआ कि वह सह नहीं पाया और लॉक डाउन के दौरान ही वह साइकिल के सहारे तीन बेटी और पत्नी को लेकर लगभग साढ़े छह सौ किलोमीटर मध्य प्रदेश के मैहर के लिए निकल पड़ा।  अमित तिवारी का पैतृक  घर मध्य प्रदेश के मैहर में है। मार्च महीने में ही बच्चों के साथ वह बोकारो नवाडीह स्थित कोठी गांव ससुराल पहुंचे थे। इसी बीच लॉकडाउन की घोषणा हो गई। 

मजबूरन उन्हें ससुराल में ही रहना पड़ा। इधर, ससुराल में लंबे समय तक रहने पर किसी बात को लेकर ससुराल वालों से विवाद हो गया। जिसे देख लगा कि अब ससुराल में रहना उचित नहीं है। यात्री वाहन नहीं चलने के कारण अमित तिवारी ने गांव के एक व्यक्ति से साइकिल खरीदी और पत्नी व तीनों बच्चों के संग अपने घर मध्य प्रदेश मैहर के लिए निकल गया। 

पत्नी बबीता तिवारी ने बताया कि पति का अपमान वह कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। मायके में पति के साथ हुए अपमान से मैं दुखी हूं लेकिन आत्मसम्मान के लिए मैं अपने बच्चों व पति के साथ साइकिल के सहारे ही ससुराल जाना उचित समझा। हालांकि, बबीता ने बताया कि इस दौरान उसके रिश्तेदारों ने रोकने की कोशिश की और समझाया भी, लेकिन आत्मसम्मान ने यहां रुकने की इजाजत नहीं दी। 

जिले के डुमरी क्षेत्र पहुंचने पर जब इस दम्पति के बाबत डुमरी बीडीओ सोमनाथ बंकीरा को जानकारी हुई तो उन्होंने कहा कि दंपती अगर यहां डुमरी में रुकना चाहें तो उनके लिए कस्तूरबा विद्यालय में रहने की व्यवस्था की जाएगी। लॉकडाउन टूटने के बाद उसे किसी गाड़ी से उसके गंतव्य स्थान तक भेजे जाने की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन दंपती ने किसी की नही सुनी और अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गया। 

अमित ने अपनी साइकिल के स्टैंड पर फल वाली टोकरी बांध रखी है। जिसमें दोनों बच्चियों को बैठाए रखा है। जबकि पत्नी दुधमंही बच्ची को गोदी पर लेकर चल दी। रास्ते में जिसकी भी नजर इस दंपती पर पड़ी वे उनके परिजनों को कोसते नजर आए।

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