सोमवार, 13 जनवरी 2020

प्रख्यात आलोचक कॉ खगेन्द्र ठाकुर का हुआ निधन

 हिन्दी साहित्य जगत के प्रख्यात आलोचक कॉ खगेन्द्र ठाकुर का हुआ निधन


न्यूज़ अपडेट, रांची : हिन्दी साहित्य के प्रख्यात आलोचक डॉ खगेंद्र ठाकुर का सोमवार को निधन हो गया। वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की राज्य कार्यकारिणी सदस्य और  प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे।

उनके निधन पर भाकपा झारखंड राज्य परिषद ने शोक संवेदना जारी किया है। जारी शोक संवेदना में भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेन्द्र पाठक ने कहा है कि कॉमरेड ठाकुर के निधन से भाकपा को अपूरणीय क्षति हुई है।

झारखंड के गोड्डा जिला के मालिनी गांव में 9 सितंबर 1937 को जन्मे खगेन्द्र ठाकुर भागलपुर विश्वविद्यालयों में प्रध्यापक के पद पर कार्यरत रहे। बाद में इस पद से इस्तीफा देकर वे पार्टी के सक्रिय राजनीति में जुड़ गये और आजन्म पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे।

भाकपा झारखंड राज्य परिषद की ओर से जारी बयान में कहा गया कि खगेंद्र ठाकुर लंबे समय तक राष्ट्रीय परिषद के सदस्य तथा झारखंड राज्य के सहायक सचिव रहे हैं। वे पार्टी के बौद्धिक स्तंभ थे और दैनिक क्रिया-कलापों में लगातार शामिल होते थे।

उनके निधन से देश के प्रगतिशील सांस्कृतिक व साहित्यिक आन्दोलन को गहरी क्षति हुई है। उन्होंने मार्क्सवाद और वर्त्तमान राजनीति से संबंधित कई पुस्तकों का सृजन किया।

डॉ खगेन्द्र ठाकुर के निधन पर उनके सम्मान में पार्टी के राज्य कार्यालय का झंडा झुका दिया गया है।

जिला प्रशासन निष्पक्ष जाँच कर दोषियों के विरुद्ध करे कार्रवाई

जिला प्रशासन निष्पक्ष जाँच कर दोषियों के विरुद्ध करे कार्रवाई : विधायक


गिरिडीह, 13 जनवरी:  रविवार को उपद्रवियों द्वारा तिरंगा यात्रा के दौरान किये गये पथराव के मामले को लेकर विधायक सुदिव्य कुमार सोमवार को उपायुक्त से मिले। 

समाहरणालय स्थित उपयुक्त कार्यालय पहुंच विधायक ने उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और पुलिस कप्तान सुरेन्द्र झा से मुलाक़ात की और रविवार की घटना पर चिंता जताते हुये मामले की निष्पक्ष तरीके से जाँच करने की मांग किया।


उन्होंने पदाधिकारी द्वय से स्पष्ट कहा कि जाँच पूरी तरह भेदभाव पूर्ण हो और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई हो। हालाँकि उन्होंने यह भी कहा कि कोई निर्दोष इसके चपेटे में न आये, प्रशासन इस बात पर अवश्य ताकित रखे।

विधायक ने कहा कि इस मुद्दे पर उनकी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से भी बात हुई है। उन्होंने भी जिला प्रशासन को निष्पक्ष जांच करने को कहा है। उन्होंने कहा कि रविवार की घटना पर कतिपय राजनीतिक पार्टी राजनीति करना चाह रही है। लेकिन उनके सारे मन्शुबे पर पानी फेर दिया जायेगा और दोषियों को कदापि नहीं बख्सा जायेगा।

सेक्स रेकेट चला रहे चार पत्रकार धराये

सेक्स रेकेट चला रहे चार पत्रकार धराये

कानपुर : एसएसपी अनंत देव तिवारी से मिले निर्देश के बाद एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता ने सेक्स रैकेट चला रहे पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। ये तथाकथित पत्रकार पत्रकारिता की आड़ में रैकेट चला रहे थे। पुलिस ने पकड़े गए चार पत्रकारों के पास से आईकार्ड व माईक आईडी भी बरामद की है।

दूसरे जिलों से आईं दो लड़कियां भी पकड़ी गई हैं। ये लड़कियां पत्रकारों के साथ देहव्यापार में लिप्त थीं।

बर्रा पुलिस द्वारा मुखबिर की सटीक सूचना पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के पीछे मेहरबान सिंह का पुरवा में छापा मारा गया। यहां किराए का मकान लेकर पत्रकार लोग देहव्यापार करवा रहे थे। तथाकथित पत्रकार इंटरनेट के जरिए वाट्सएप ग्रुप बनाकर ग्राहक जोड़ते थे। गिरफ्तारी में मौके से 2 लड़कियों और 4 तथाकथित पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया है।

बताया जा रहा था कि गिरफ्तार होने के समय इन लोगों ने पुलिस पर पत्रकारिता का रौब गालिब करना चाहा। पर पुलिस की सख्ती के चलते इनके तेवर ढीले हो गए। पुलिस ने इनके पास से 80 रुपये नकद, 3 पैकेट कण्डोम, 2 पैनकार्ड, 3 एटीएम कार्ड, 5 प्रेस की आईडी कार्ड व 8 मोबाईल फोन बरामद किए हैं।

पकड़े गए लोगों में मंगल पासवान उम्र 22 वर्ष, भारत एक्सप्रेस न्यूज का संपादक

विमलेश तिवारी उम्र 21 वर्ष, भारत न्यूज एक्सप्रेस का ब्यूरो चीफ

मुन्ना सिंह 21 वर्ष, भारत एक्सप्रेस न्यूज का स्टेट हेड

नीरेन्द्र सिंह 21 वर्ष, दैनिक अमरेश दर्पण का ब्यूरो चीफ

जनपद आगरा की रहने वाली दो लड़कियां भी पकड़ी गई हैं।

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आसनसोल में भाजपा का दफ्तर फूंका,

आसनसोल में भाजपा का दफ्तर फूंका, टीएमसी पर लगा आरोप



आसनसोल :: आसनसोल स्थित भारतीय जनता पार्टी के एक दफ्तर को रविवार की रात अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल में एक बार फिर भाजपा और टीएमसी आपने सामने हो गयी है। भाजपा नेताओं ने इस घृणित कुकर्म का आरोप सत्‍ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर लगाया है।  आसनसोल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है। 


विदित हो कि पश्चिम बंगाल में इससे पूर्व भी दोनों पार्टियों में कई हिंसक झड़प हो चुकी है। । बीते 30 नवंबर को तृणमूल और भाजपा के बीच कई जगहों पर झड़पें हुई थीं। जसमे कम से कम 13 लोग घायल हुए थे। वहीं बीते 2 दिसंबर को एक आरएसएस कार्यकर्ता को कोलकाता में गोली मार दी गई थी।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच गाहे बगाहे हिंसात्मक घटनाएं घटित होती रहती है। और, दोनों ही दल एक-दूसरे पर हिंसा का रास्‍ता अपनाने का आरोप लगाते रहे हैं। राज्‍य में सम्पन्न हुये बीते लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों के बीच खुनी हिंसा देखने को मिली थी।

आप ने किया यूपीए गठबंधन से किनारा

आप पार्टी ने किया यूपीए गठबंधन से किनारा

 कांग्रेस को नजर आ रही दिन में तारे


न्यूज़ अपडेट, दिल्ली :  बिहार और दिल्ली के चुनाव के पहले यूपीए गठबंधन को एक करारा झटका लगा है। पहले ममता बनर्जी ने मायावती ने साथ छोड़ा था और अरविंद केजरीवाल ने भी साथ छोड़ने का एलान कर दिया है। 

विदित हो कि आज 13 जनवरी सोमवार को दिल्ली में यूपीए गठबंधन की एक अहम बैठक 2 बजे दिन से होना निर्धारित था। लेकिन उस बैठक में शामिल होने से पहले तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी ने इनकार किया था। बाद में बसपा की मायावती ने भी। और अब आप के अरविंद केजरीवाल ने खुद को किनारा कर लिया है। जिससे कांग्रेस पार्टी काफी सकते में आ गयी है। उसे दिन में ही तारे नजर आने लगी है।

गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शनों के बीच साझा रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस ने समान विचारधारा वाली सभी विपक्षी पार्टियों को सोमवार को एक बैठक के लिए आमंत्रित किया है। आज दोपहर दो बजे विपक्षी दलों की बैठक होगी, जिसमें नागरिकता कानून, जेएनयू हिंसा और देश के राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी। मगर उससे पहले कांग्रेस की अगुवाई वाली विपक्षी एकता की कवायद को बड़ा झटका लगा है। इस बैठक में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी शामिल नहीं होगी।

नागरिकता कानून को लेकर विपक्षी दलों की कवायद को यह तीसरा झटका है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती भी बैठक में शामिल न होने का ऐलान कर झटका दे चुकी हैं। बता दें कि सीएए के खिलाफ एक संयुक्त रणनीति बनाने के लिए और छात्रों के खिलाफ पुलिस की कथित बर्बरता के विरोध में सभी विपक्षी दल आज दोपहर दो बजे संसद उपभवन में बैठक करेंगे।

रविवार, 12 जनवरी 2020

तिरंगा यात्रा के दौरान उपद्रवियों ने किया पथराव

तिरंगा यात्रा के दौरान उपद्रवियों ने किया पथराव

गिरिडीह (राजेश कुमार) : गिरिडीह जिला मुख्यालय में रविवार को नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के समर्थन में निकली गयी तिरंगा यात्रा पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। जिससे भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।  बाद में पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए उपद्रवियों पर लाठी चार्ज किया। और आँशु गैस के गोले भी छोड़े। स्थिति बिगड़ता देख मौके पर डीसी और एसपी भी पहुंच गए हैं।


विदित हो कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को युवा एकता दिवस के मौके पर भाजपा और इससे जुड़े संगठन पूरे राज्य में सीएए-एनआरसी के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं। इसी के आलोक में गिरिडीह में भी यह यात्रा निकाली गयी। इस तिरंगा यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।

बताया जा रहा है कि जब तिरंगा यात्रा शहर के मौलाना आजाद चौक और बीबीसी रोड के पास पहुंची तो उपद्रवियों ने पथराव करना शुरू कर दिया। यात्रा में लोगों की काफी भीड़ थी जिस कारण पथराव की घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल गया और भगदड़ जैसी स्थिति हो गई। इसके बाद पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठी चार्ज कर स्थिति को काबू में करने की कोशिश की। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर डीसी और एसपी भी पहुंच चुके हैं।


प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने एहतियान तिरंगा यात्रा को कालीबाड़ी चौक से टावर चौक के बीच ही रोक रखा है। लेकिन भीड़ आगे बढ़ने की जिद पर अड़ गई है। वहां पर मौजूद अधिकारी लगातार दोनों तरफ से भीड़ को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं तिरंगा यात्रा में शामिल लोग जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। इस घटना में कई वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की भी सुचना है। हालाँकि पुलिस स्थिति को संभालने का हर संभव प्रयास में जुटी है।

झारखण्ड मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, महिलाओं की हो सकती है सहभागिता

झारखण्ड मंत्रिमंडल का होगा विस्तार, महिलाओं की हो सकती है सहभागिता


न्यूज़अपडेट, रांची :  खरमास समाप्त होने को है। इसकी समाप्ति के बाद जंहा एक ओर झारखण्ड के राजनीतिक गलियारे में एक बार पुनः काफी हेर फेर की सम्भावना करवटें ले रही है। वंही दूसरी ओर झारखण्ड की नई सरकार के मंत्रिमंडल का भी विस्तार होना तय माना जा रहा है। 

झारखण्ड में पांचवी विधानसभा के गठन के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के दो और राजद के एक विधायक ने मंत्रीपद की शपथ ली थी। लेकिन सरकारी कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने हेतु अब इसका विस्तार आवश्यक हो गया है।


मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन रविवार की शाम को इस सिलसिले में ही नई दिल्ली जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सोमवार को यूपीए दलों की होने वाली बैठक में भी शामिल हो सकते हैं। नई दिल्ली में यूपीए की बैठक में बिहार से राजद के सीनियर नेता भी पहुंच रहे हैं। बैठक में ही कांग्रेस के वरीय नेताओं से भी मुख्यमंत्री की मुलाकात होगी।

मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने पार्टी आलाकमान को अधिकृत कर दिया है। समझा जा रहा है कि कांग्रेस अब अनुभवी और युवा नेताओं को आगे बढ़ाएगी और इनमें महिलाओं को भी हिस्सा मिलेगा।

कांग्रेस से चार महिला विधायक विधानसभा में पहुंची हैं और उनमें से भी एक को मौका मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार इनमें महागामा की दीपिका पांडे सिंह का नाम आगे चल रहा है जबकि रामगढ़ से जीतकर पहुंची ममता देवी और बड़कागांव की सबसे कम उम्र की युवा विधायिका अम्बा प्रसाद भी इस दौड़ में शामिल हैं। अब ऊंट किस करवट बैठेगा यह वक़्त ही बतायेगा।

बहरहाल सोमवार को होने वाली यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में ही उन लोगों के नाम तय हो जाएंगे जिन्हें कांग्रेस कोटा से मंत्रिमंडल में शामिल करना है।


शनिवार, 11 जनवरी 2020

गोलियों की तड़तड़ाहट से फिर गूंजा धनबाद

गोलियों की तड़तड़ाहट से फिर गूंजा धनबाद, दहशत में लोग

न्यूज़ अपडेट, धनबाद : एक बार फिर शुक्रवार की देर रात धनबाद गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी. वर्चस्‍व को लेकर गोन्दुडीह आउटसोर्सिंग में बम-गोली चली. 

जानकारी के मुताबिक हिलटॉप हाई राइज कंपनी में दहशत फैलाने के उद्देश्य से अज्ञात लोगों ने गोलीबारी की. साथ ही कंपनी में खड़े हाइवे में भी तोड़फोड़ की. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर केंदुआडीह पुलिस पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल में जुटी.

 हालाँकि घटना को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गये. घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है. साथ ही कंपनी में कार्यरत मजदूर और कर्मचारी भी दहशत में हैं. 

विदित हो कि धनबाद में वर्चस्व की लड़ाई का सिलसिला लम्बे समय से चली आ रही है. इस खेल में अब तक कइयों ने जान तक गंवा दिया है. बाबजूद इसके इस खेल पर अब तक अंकुश नही लग पाया है. बीते रात की घटना ने एक बार फिर धनबाद वासियों को सकते में डाल दिया है।

शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

तीन साल से अधिक समय तक एक ही स्थान पर नहीं रहेगा कोई क्लर्क

 तीन साल से अधिक समय तक एक ही स्थान पर नहीं रहे कोई क्लर्क


शिक्षा विभाग ने जिलों को दिया निर्देश

आदेश नहीं मानने वाले क्लर्कों को दी जाये अनिवार्य सेवानिवृत्ति


न्यूज़ अपडेट,रांची :  स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रमंडल, जिला और अन्य कार्यालयों के अलावा स्कूलों में कार्यरत कोई भी क्लर्क तीन साल से अधिक समय तक एक ही जगह पदस्थापित नहीं रहेगा। विभाग ने ऐसे सभी लिपिकों की पहचान कर उनका तबादला करने का आदेश दिया है। 

यह भी कहा गया है कि जो क्लर्क व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए तबादले के बाद नवपदस्थापन जगह पर योगदान देने से इन्कार करते हैं तो उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने पर विचार किया जाएगा।

डीईओ और डीएसई को दिया गया निर्देश

विभाग के संयुक्त सचिव आदित्य कुमार आनंद ने इस आशय का आदेश जारी करते हुए सभी क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशकों, जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा जिला शिक्षा अधीक्षकों को इसे अविलंब लागू करने को कहा है। उन्होंने पांचों प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशकों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोई भी लिपिक एक कार्यालय में तीन वर्ष से अधिक समय तक पदस्थापित न रहे।
           तबादले में कैबिनेट विभाग द्वारा 8 दिसंबर 2017 को जारी आदेश लागू होगा। अर्थात ऐसा तबादला अगले जून माह में ही होगा। तबतक ऐसे लिपिकों की पहचान के अलावा अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

एक ही स्थान पर जमे रहने से क्लर्क करते हैं मनमानी 

संयुक्त सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को स्कूलों में कार्यरत लिपिकों को भी इसी के अनुरूप तबादला करने को कहा है। यह भी कहा गया है कि इसकी मॉनीटरिंग विशेष सचिव सह माध्यमिक शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में प्रमंडलीय नोडल पदाधिकारियों के साथ की जाएगी। विभाग का मानना है कि एक जगह बहुत दिन तक यदि कोई क्लर्क रहता है तो वह मनमानी करने लगता है। वह अपनी सुविधा के अनुसार चीजें थोपने लगता है।

होगी बाबू वाली संस्कृति का खात्मा

इस आदेश के बाद ऐसे क्लर्क पर नकेल कसेगी। विभाग के कामकाज में भी सुधार होगा। बाबू वाली संस्कृति भी खत्म होगी। 

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के समक्ष संताल प्रमंडल में लिपिकों के स्थानांतरण में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। वहां लिपिकों के तबादला करने के बाद फिर से पुराने पदस्थापित स्थल पर उनका नियम विरुद्ध प्रतिनियोजन कर दिया गया है। यह मामला सामने आने के बाद ही विभाग ने उक्त आदेश जारी किया।

भाजपा विधायक ढुल्लू महतो की विधायकी खतरे में

भाजपा विधायक ढुल्लू महतो की विधायकी खतरे में

भाजपा को लग सकता है बड़ा झटका


बियाडा के पूर्व चेयरमैन ने स्पीकर को लिखा है पत्र, किया ढुल्लू महतो का निर्वाचन रद्द करने की मांग  

सुप्रीम कोर्ट द्वारा केरल के विधायक के मामले में दिये फैसले का दिया है हवाला 


न्यूज़ अपडेट, रांची : बाघमारा से भाजपा के विधायक ढुल्लू महतो की विधायकी खतरे में है। बोकारो इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (बियाडा) के पूर्व चेयरमैन और सामाजिक कार्यकर्ता बिजय कुमार झा ने झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने श्री महतो का निर्वाचन रद्द करने की मांग की है। श्री झा ने केरल के एक विधायक के निर्वाचन को रद्द करनेवाले सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संविधान पीठ के फैसले का हवाला भी दिया है।

ढुल्लू महतो को हो चुकी है कुल 72 महीने की सजा

श्री झा ने अपने आवेदन के साथ वर्ष 2005 में केरल के विधायक पी जयराजन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले की प्रति भी संलग्न की है। साथ ही कहा है कि ढुल्लू महतो को अलग-अलग मामलों में कुल 72 महीने की सजा हो चुकी है। चूंकि केरल के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट विधायक के निर्वाचन को रद्द कर चुका है। इसलिए ढुल्लू महतो की भी विधायकी खत्म होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी मामले में दो साल से अधिक की सजा हो जाती है, तो वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं रह जाता।

रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल एक्ट की कराया है स्पीकर का ध्यानाकृष्ट 

श्री झा ने रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपुल एक्ट-1951 के सेक्शन 8(3) के उस प्रावधान की ओर स्पीकर का ध्यान आकृष्ट कराया है, जिसमें कहा गया है कि ‘न्यूनतम दो साल की सजा’ तय करते समय व्यक्ति को मिली पूरी सजा को जोड़कर देखा जायेगा। श्री झा का कहना है कि ढुल्लू महतो को भले एक मामले में दो साल से अधिक की सजा नहीं हुई हो, लेकिन उन्हें अलग-अलग मामलों में जो सजा हुई है। वह 72 महीने यानी छह साल हो जाती है। इस लिहाज से वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं रह जाते।

व्यवसायी निर्मल झुनझुनवाला से ठगी मामले में ठग गिरफ्तार

गिरिडीह के व्यवसायी निर्मल झुनझुनवाला से ठगी मामले में ठग गिरफ्तार

गिरिडीह : गिरिडीह के व्यवसायी निर्मल झुनझुनवाला से 80 लाख की ठगी मामले में गिरिडीह पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में एम यू हेनरी उर्फ डॉ. एलेक्स डेविड नामक एक ठग को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को बताया कि डॉ एलेक्स डेविड एक दवा कंपनी का प्रतिनिधि बनकर गिरिडीह के व्यवसायी से बीते वर्ष 2019 के 7 नवम्बर को राँची में मिला था। दोनों के बीच हुई मुलाकात के बाद रेमान्सिन ऑयल की सप्लाई के एवज में व्यवसायी निर्मल झुनझुनवाला से  80 लाख रुपये का ऑनलाइन पेमेंट लिया गया था।

 बाद में पुनः व्यवसायी झुनझुनवाला से 50 लाख रुपये की और मांग की गयी थी। जिससे शक होने पर व्यवसायी ने जब उसकी जाँच पड़ताल शुरू किया, तो पता चला कि फर्जी वेबसाइट के सहारे रुपये की ठगी की गई।

इस बावत व्यवसायी निर्मल झुंझनवाला ने गिरिडीह के साइबर थाना में 30 दिसम्बर 2019 को एक मामला दर्ज कराया था।

अमन हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी है पुलिस

अमन हत्याकांड का राज उगलवाने में जुटी है पुलिस


प्रेमिका व उसकी मां को हिरासत में ले जुटी है पूछताछ में 

गिरिडीह : पचंबा थाना क्षेत्र के पेठियाबागी शंकर माइका गली निवासी किशोर अमन कुमार शर्मा हत्याकांड मामले में पुलिस उसकी कथित प्रेमिका व प्रेमिका की मां को हिरासत में लेकर हत्या का राज उगलवाने में जुटी है। 

मृतक के पिता मनोज शर्मा के बयान के आधार पर पचंबा के अरबाज को हिरासत में लिया गया है। अरबाज का अमन के साथ झगड़ा होने के बाद हाल ही में फिर से दोस्ती हुई थी। मृतक अमन का देवघर जिले के मधुपुर की एक नाबालिग से प्रेम प्रसंग चल रहा था। घटना के दिन करीब चार बजे तक अमन की अपनी प्रेमिका से बातचीत हुई थी। उसके बाद शाम सात बजे के बाद किसी के बुलाने पर वह सब्जी की दुकान में मोबाइल चार्ज में लगा कर चला गया था।

रात भर घर नहीं लौटने के बाद बुधवार की सुबह बोड़ो करबला के नीचे रेलवे ट्रैक से चंद कदम पहले झाड़ियों के पास से अमन शर्मा उर्फ़ अमन राणा का पत्थर से चेहरा कूचा हुआ शव  बरामद किया गया था। पत्थर से कूचकर उसकी हत्या की गई थी।

 प्रेमिका से बातचीत होने के मामले की तहकीकात करते हुए पचंबा पुलिस की टीम बुधवार को देवघर जिले के मधुपुर पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से मृतक की प्रेमिका व उसकी मां को रात में ही हिरासत में लेते हुए पूछताछ के लिए पचंबा ले आयी है। पुलिस उक्त दोनों से गहन पूछ ताछ करने में जुटी है।