रविवार, 2 फ़रवरी 2025

पत्नी की हत्या कर फरार हुआ पति, डेढ़ माह पूर्व अपनी मर्जी से किया था ब्याह

हत्यारोपी पति गिरफ्तार, पूछ ताछ करने में जुटी है पुलिस

बोकारो (Bokaro)। जिले के गांधीनगर थाना अंतर्गत जरीडीह बस्ती रविदास टोला में रोहित दास (38 वर्ष) की पत्नी मोनिका कुमारी (20 वर्ष) की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी। रोहित ने अपनी मर्जी से मोनिका के साथ 10 दिसंबर 24 को मोनिका के साथ शादी की थी।  


सूचना पाकर थाना प्रभारी पिंटू महथा, एएसआइ श्रीकांत दरवे, राजेश छतरी सहित सशस्त्र बल के जवान पहुंचे और जांच पड़ताल की। मृतका की सास कौशल्या देवी ने बताया कि शनिवार सुबह जब वह उठी और बहू को जगा हुआ नहीं पाया तो उसके कमरे में गयी। कंबल हटाया तो वह मृत पड़ी थी। रोहित वहां नहीं था। मोनिका के गले में निशान था और मुंह से खून में निकल रहा था। मामले की जानकारी मिलने के बाद मृतका के मायके वाले धनबाद के टुंडी से जरीडीह पहुंचे। मां द्रोपदी देवी, भाई सुमित रविदास और जीजा रंजीत रविदास ने कहा कि मोनिका की गला घोट कर हत्या की गयी है। इसमें ससुराल के अन्य लोगों की भी संलिप्तता है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेज दिया।


शव के पास मिला नोट

 जांच के दौरान पुलिस को मोनिका के शव के पास एक कागज मिला है। इसमें लिखा है कि सादर प्रणाम, मैं रोहित एवं मोनिका, हम लोग दोनों अपनी मर्जी से मार रहे हैं। इसमें घर वालों का कोई हाथ नहीं है और बाहर वालों को कोई हाथ नहीं है। हम लोग जी नहीं सके, मर तो सकते हैं साथ में। नीचे दोनों का नाम है। लोग आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि शायद रोहित भी अपनी जान देना चाहता होगा, परंतु पत्नी की हत्या करने के बाद उसका मन बदल गया और वह भाग गया।


पति पर लगा हत्या का आरोप 

पत्नी की संदिग्ध मौत के बाद उसका पति रोहित फरार हो गया था। मृतका की सास के बयान और मायके वालों के आरोप पर पुलिस मृतका के फरार पति रोहित की तलाश में जुट गयी। पुलिस ने पत्नीहन्ता पति रोहित को नावाडीह थाना क्षेत्र के सुरही से गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी पति रोहित पकड़ा गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।


 12 वर्ष जेल में रहा है रोहित

आरोपी की मां ने बताया कि उसके तीन पुत्र हैं। रोहित सबसे बड़ा है। दो बेटा बाहर रह कर रोजगार करता है। दूसरा बेटा चंदन दास फिलहाल यहां पर है, जो शुक्रवार की रात अलग कमरे में सोया हुआ था। रोहित की मां कौशल्या देवी और चाचा रामू दास ने बताया कि रोहित हत्या के आरोप में 12 साल बाद हजारीबाग सेंट्रल जेल से अक्टूबर 2023 में ही बेल पर छुटा था। 


तीन बच्चों की माँ को चाकू मार किया था हत्या

वर्ष 2010 में रोहित का प्रेम प्रसंग जागेश्वर बिहार के समीप बड़गांव में रहने वाली एक महिला के साथ चल रहा था। वह महिला तीन बच्चों की मां थी। रोहित उस पर शादी करने और पति को छोड़ने का दबाव बना रहा था। महिला तैयार नहीं हुई थी। चार सितंबर 2012 को रोहित बड़ागांव के उस विद्यालय में पहुंचा, जहां वह महिला एमडीएम बनाने का काम करती थी। उसे बाहर बुलाया और चाकू मार पर हत्या कर दी। स्वयं को भी चाकू मार लिया था। इसके बाद वह बेहोश हो गया था। उस वक्त वहां उसकी पिटाई भी हुई थी। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। ठीक होने के बाद वह जेल चला गया था। वर्ष 2020 में उसे सजा सुनायी गयी थी। चाचा ने बताया कि रोहित सनकी मिजाज का है।

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