बुधवार, 16 अक्टूबर 2019

घुस लेते गांवा थाना के दरोगा गिरफ्तार

घुस लेते गांवा थाना के एएसआई रंगेहाथ गिरफ्तार

गिरिडीह :-  जिले के गांवा थाना में एएसआई के पद पर पदस्थापित सत्येंद्र सिंह को धनबाद की एसीबी टीम ने बुधवार की दोपहर भरे बाजार से दो हजार रुपये घुस लेते गिरफ्तार कर अपने साथ धनबाद ले गयी।
        घटना के सम्बंध में मिली जानकारी के अनुसार गांवा निवासी किरण देवी नामक एक महिला की उसके गोतिया के साथ 5 माह पूर्व मारपीट की घटना घटित हुई थी। इस बाबत गांवा थाना में एक मामला दर्ज किया गया था। जिस पर कार्रवाई करते हुये गांवा पुलिस ने  दोनों पक्षों के एक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

 *रिम्स से इंजुरी रिपोर्ट मंगाने और केश डायरी कोर्ट भेजने के लिये मांगा था घुस*

          उस मामले में रांची रिम्स से इंजुरी रिपोर्ट मंगाने और केश डायरी कोर्ट भेजने के लिये एएसआई सत्येंद्र सिंह ने महिला किरण देवी से दो हजार रुपये की मांग काफी दिनों से कर रहा था।

*महिला ने की एसीबी से शिकायत*
 
       लम्बे समय से सत्येंद्र सिंह द्वारा घुस की मांग किये जाने पर महिला किरण देवी ने एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) धनबाद में मामले की शिकायत की। जिसके आलोक में उक्त कार्रवाई हुई।

*एसीबी के एसआई  के एन सिंह के नेतृत्व में हुई कार्रवाई*

      भ्रष्टाचार निरोधक ब्योरो धनबाद के एसआई के एन सिंह के नेतृत्व में बुधवार को एसीबी की टीम गांवा पहुंची और महिला किरण देवी के माध्यम से गांवा हाट बाजार में घुस की राशि देने एएसआई सत्येन्द्र सिंह को बुलवाया और उसे घुस लेते रँगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की इस कार्रवाई की सूचना गांवा थाना की पुलिस को तब हुई जब एसीबी की टीम उसे लेकर धनबाद के लिये निकल गयी।

बैठक में हुई एसबीएम कर्मियों के संविदा विस्तार पर चर्चा

जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों पर हुआ चर्चा


            गिरिडीह-  जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक बुधवार को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
         बैठक में गिरिडीह नगर के कुटिया रोड में स्थित गोयनका सेवा सदन में होने वाले तीन दिवसीय सुजल एवं स्वच्छ गांव विषयक प्रशिक्षण शिविर पर चर्चा किया गया। इस प्रशिक्षण में मुखिया, जल सहिया एवं स्वच्छाग्राहियों को प्रशिक्षण दिया जाना है।
    वंही 15 अक्टूबर से शुरू हुई स्वच्छता से पोषण सप्ताह कार्यक्रम जो आगामी 21 अक्टूबर तक चलेगा। जिसमे मुख्यतः खुले में शौच मुक्त होने के बाद जिन पांच चीजों पर ध्यान देना जरूरी है उस अहम बिंदु "हाथ धुलाई कार्यक्रम" को लेकर जन जागरूकता पर गहन अभियान चलाने पर चर्चा हुई। यह कार्यक्रम आँगनबाड़ी केंद्रों, स्वास्थ्य केंद्रों और विद्यालयों के साथ साथ समुदायिक स्तर पर चलाना है।

*एसबीएम कर्मियों के संविदा विस्तार पर हुई चर्चा*

     बैठक में SBM-G अन्तर्गत कार्यरत प्रखंड समन्वयक, सोशल मोबलाइजर एवं frontline सक्रिय कर्मियों के Rapid Action Learning Plan कर उनके प्रशिक्षण पर चर्चा किया गया।  वंही निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के पत्रांक 1125 दिनांक 09/10/19 के आलोक में एसबीएम कर्मियों यथा DPMU/BPMU के संविदा विस्तार पर भी चर्चा किया गया।
   बैठक में अन्य कई बिन्दुओ पर भी चर्चा हुई जिसमें स्वच्छ विधालय पुरस्कार, स्वस्थ्य केंद्रों पर स्वच्छता की स्थिति आदि शामिल है।

*बैठक में थे उपस्थित*
 इस बैठक में सिविल सर्जन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, कार्यपालक अभियन्ता जल एवं स्वच्छता प्रमंडल एक एवं दो एवं एसबीएम के डीपीएम मुख्य रूप से उपस्थित थे।

"सुजल एवं स्वच्छ गांव" विषयक तीन दिवसीय आवासीय कार्यशाला 17 से

सुजल एवं स्वच्छ गाँव विषयक तीन दिवसीय प्रशिक्षण 17 अक्टूबर से*

गिरिडीह-   अगामी 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर   तक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत *सुजल एवं स्वच्छ गांव* विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर गिरिडीह के आर आर सी गोयनका सेवा सदन में आयोजित है।
            इस तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर में खुले में शौच से मुक्त होने के बाद कि स्थिति मसलन खुले में शौच से मुक्त को स्थायित्व प्रदान करना , ODF Plus गतिविधियों के ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्ध से सम्बंधित कार्यों एवं ग्रामीण घरों को पाईप जलापूर्ति योजना से जोड़ने आदि बिंदुओं पर मुखिया, जलसहिया, प्रखंड समन्वयक एवं सोशल मोबलाईजर को प्रशिक्षित किया जायेगा।

*आवास और भोजन की रहेगी व्यवस्था*

 इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण स्थल पर ही तीनो दिनो तक रह कर प्रशिक्षण प्राप्त करना है। जिसके लिये आवास और भोजन की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी।

मंगलवार, 15 अक्टूबर 2019

जन आशीर्वाद यात्रा के तहत गिरिडीह पहुंचेंगे मुख्यमंत्री

*जन आशीर्वाद यात्रा के तहत 17 अक्टूबर को गांडेय, 20 को जमुआ और 23 को गिरिडीह पहुंचेंगे मुख्यमंत्री*

*गिरिडीह-* सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास जन आशीर्वाद यात्रा के तहत जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों का भ्रमण करेंगे और जनसभा कर जनता को सरकार की विकास की उपलब्धियों से अवगत करायेंगे।
     इसी के तहत मुख्यमंत्री अगामी 17 अक्टूबर को गांडेय पहुंचेंगे और गांडेय उच्च विधालय मैदान में 4:15 बजे एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। इसके पूर्व मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर द्वारा धनबाद पहुंचेंगे फिर सड़क मार्ग से गांडेय के लिये प्रस्थान करेंगे। इस दौरान गिरिडीह जिले की सीमा बराकर नदी पर जिले के भाजपाइयों द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया जायेगा। फिर अहिल्यापुर मोड़ और अहिल्यापुर गांव में पार्टी नेताओं व स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उनका स्वागत किया जायेगा। वंहा से मुख्यमंत्री सभा स्थल पहुंचेंगे और सभा पश्चात हेलीकॉप्टर द्वारा रांची के लिये प्रस्थान करेंगे।
     जबकि अगामी 20 अक्टूबर को मुख्यमंत्री गिरिडीह जिले के जमुआ विधानसभा क्षेत्र के रेम्बा मोड़ पर सुबह 10:30 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा पहुंचेंगे और रेम्बा मोड़ पर ही एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। वंहा से मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से जमुआ पहुंचेंगे जंहा पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया जायेगा। फिर चतरो में उनका स्वागत होगा और वंहा से मुख्यमंत्री देवरी होते हुये कोडरमा के लिये प्रस्थान करेंगे। इस दौरान मंडरो कोदम्बरी में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका स्वागत किया जायेगा। उसके मुख्यमंत्री कोडरमा के लिये प्रस्थान करेंगे।
       पुनः अगामी 23 अक्टूबर को मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर द्वारा गिरिडीह पहुंचेंगे। इस दिन मुख्यमंत्री 10:30 बजे झंडा मैदान में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। उसके बाद सड़क मार्ग से डुमरी प्रस्थान करेंगे। इस दौरान कोलडीहा  और बदडीहा में उनका स्वागत किया जायेगा। वंहा से मुख्यमंत्री चिरकी (पीरटांड़) पहुंचेंगे और वंहा एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे।
        फिर डुमरी पहुंचेंगे जंहा उनका स्वागत किया जायेगा। वंहा से बगोदर विधानसभा जाने के दौरान गोपालडीह और औंरा में भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया जायेगा। फिर मुख्यमंत्री बगोदर बस स्टैंड पहुंचेंगे और वंहा जनसभा को सम्बोधित करेंगे। उसके बाद मुख्यमंत्री राजधनवार के लिये प्रस्थान करेंगे। इस दौरान रास्ते में सरिया, बिरनी और मनसाडीह में उनका भाजपाइयों और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया जायेगा। उसके बाद मुख्यमंत्री 3:15 बजे धनवार हाई स्कूल मैदान पहुंचेंगे जंहा एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। उसके बाद हेलीकॉप्टर द्वारा रांची के लिये प्रस्थान करेंगे।

सोमवार, 14 अक्टूबर 2019

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने किया निर्वाचन की तैयारी की समीक्षा

 मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर किया विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा*

*गिरिडीह-  मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झारखण्ड ने वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जिले में चल रही विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर तैयारी की सोमवार को समीक्षा किया।
       इस दौरान उन्होंने उन्होंने जंहा सेक्टर गठन , सेक्टर ऑफिसर की नियुक्ति, मतदान कार्य मे लगने वाले मतदान कर्मियों की डाटा इंट्री, ईवीएम मशीन की उपलब्धता, मतदान के दिन मतदान केंद्रों तक मतकर्मियों के पहुंचने और उनकी वापसी की तैयारी की समीक्षा की वंही शान्तिपूर्ण वातावरण में निष्पक्ष मतदान सम्पन्न कराने सम्बन्धी कई आवश्यक निर्देश भी दिये।
       मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,झारखण्ड के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा सहित पुलिस उपाधीक्षक एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में बनेगा ईवीएम वेयर हाउस

उपायुक्त ने किया गिरिडीह कॉलेज और ईवीएम वेयर हाउस निर्माण स्थल का निरीक्षण, दिये कई निर्देश

*गिरिडीह- उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा सोमवार को गिरिडीह कॉलेज एवं गिरिडीह प्रखंड मुख्यालय का भ्रमण किया और डिस्पेच सेंटर व ईवीएम वेयर हाउस के निर्माण स्थल के निरीक्षण किया।
विदित हो कि विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर गिरिडीह कॉलेज में चार विधान सभा क्षेत्रों 29 बगोदर, 30 जमुआ, 31 गांडेय एवं 32 गिरिडीह का निर्वाचन डिस्पेच सेंटर बनना है। उपायुक्त ने डिस्पेच सेंटर में कर्मियों के बैठने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
           इसी क्रम में उपायुक्त ने गिरिडीह प्रखंड कार्यालय परिसर का भी निरीक्षण किया। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण होना है।
       निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के साथ कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी व निर्वाचन विभाग के कर्मी मुख्य रूप से शामिल थे।

वोटरों के लिये बुथ पर होगा वेटिंग हॉल की व्यवस्था : उपायुक्त

मतदान केंद्रों पर अब लाइन में खड़ा नहीं रहेंगे मतदाता,  वेटिंग हॉल में बैठ करेंगे अपनी टोकन नम्बर का इंतज़ार - उपायुक्त*


*गिरिडीह-  अगामी विधासनसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर मतदान करने पहुंचने वाले वोटर अब लाइन में खड़े नहीं रहेंगे। उनके लिये मतदान केंद्र पर वेटिंग हॉल की व्यवस्था रहेगी। जंहा उन्हें टोकन नम्बर दिया जायेगा। वेटिंग हॉल मे बैठ कर  मतदाता अपने नम्बर आने की प्रतीक्षा करेंगे।
               उक्त बातें जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सोमवार को समाहरणालय सभाकक्ष में अगामी विधान सभा चुनाव के मद्देनजर जिले के सभी अंचलाधिकारी के साथ हुई बैठक के दौरान कही। उन्होंने इस दिशा में सभी अंचलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। वंही उन्होंने सभी मतदान केंद्रों पर महिला एवं पुरुष मतदाताओं के लिये स्थायी शौचालय निर्माण कराने का भी निर्देश दिया।
        इसके पूर्व उपायुक्त ने चुनाव की तैयारियों से सम्बंधित प्रखंडवार समीक्षा किया और सेक्टर ऑफिसर की नियुक्ति, कलस्टर का माईक्रोप्लानिंग, कलस्टर पर पेयजल की समुचित व्यवस्था, कलस्टर पर मतदान कर्मियों एवं पुलिस कर्मियों के रुकने हेतु कमरे की समुचित व्यवस्था आदि की बिन्दुवार समीक्षा कर कई आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिया कि जंहा चापाकल लगे लेकिन खराब पड़े हैं उन्हें तत्काल मरम्मत कराया जाय और जंहा चापाकल नहीं हैं वंहा तुरन्त नया चापाकल लगाया जाय।
           उपायुक्त ने सभी अंचलाधिकारी को टीम के साथ जिम्मेवारी पूर्वक चुनाव कार्य सम्पन्न कराने का निर्देश दिया साथ ही उन्हें स्वयं ही सभी बूथों का विजिट करने तथा मतदान के बाबत जन जागरूकता का कार्य सुचारू ढंग से चलाने का भी निर्देश दिया। ताकि शांति पूर्ण वातावरण में जिले में विधासनसभा का चुनाव सम्पन्न हो सके।
            बैठक में उपविकास आयुक्त मुकुंद दास, उप निर्वाचन पदाधिकारी राजीव कुमार के अलावे सभी प्रखण्डों के अंचलाधिकारी व निर्वाचन कार्यालय के कर्मी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

"काम छोड़ो नाम जोड़ो" दो दिवसीय अभियान 19 व 20 को

18 व 19 को चलेगा जिले में चुनाव के मद्देनजर काम छोड़ो नाम जोड़ो अभियान

*घर घर जाकर बीएलओ महिला मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में करेंगे शामिल*

*गिरिडीह- विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर महिला एवं पुरुष मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल कराने हेतु जिले में अगामी 19 एवं 20 अक्टूबर को *काम छोड़ो नाम जोड़ो* अभियान चलाया जायेगा।
           इस अभियान  के दौरान सभी बीएलओ (बुथ लेवल ऑफिसर) घर घर जाकर वैसी महिलाएं व पुरुष जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है उनके नाम जोड़ने हेतु उनका फॉर्म प्राप्त करेंगी। ताकि कोई भी महिला व पुरुष वंचित न रहे।

3114 निर्वाचन कर्मियों को दिया गया चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण

चुनाव के मद्दे नजर 3114 निर्वाचन कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण*

गिरिडीह- विधानसभा निर्वाचन 2019 के निमित्त मतदान कर्मियों का अनुमंडल स्तरीय प्रशिक्षण सोमवार से प्रारंभ हुआ। जिसमे सोमवार के प्रशिक्षण में 3114 मतदान कर्मियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
           गौरतलब है कि निर्वाचन कार्य को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण हेतु जिले के सभी अनुमण्डल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया गया है। जिसमे गिरिडीह अनुमण्डल हेतु सर जे सी बालिका उच्च विद्यालय में प्रशिक्षण केन्द्र बनाया गया है। जंहा आज पहले दिन के प्रशिक्षण में कुल 850 प्रशिक्षणार्थियो ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
      वंही बगोदर सरिया अनुमण्डल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र +2 उच्च विधालय बगोदर में बनाया गया है जिसमे 653, डुमरी अनुमंडल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र +2उच्च विधालय डमरी में 650 एवं खोरीमहुआ अनुमंडल स्तरीय बनाये गये प्रशिक्षण केंद्र +2 उच्च विधालय धनवार में 961 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
       प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक मुन्ना कुशवाहा, आनन्द सिन्हा एवं बिजेंद्र सेठ ने मुख्य रूप से evm vvpat पर मतदान कर्मियों को अभ्यास कराया। वंही प्रशिक्षको ने कर्मियों को पोलिंग प्रोसेस, मतदान पदाधिकारियों की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण, मतदान के पूर्व के क्रियाकलाप, मतदान के दिन की तैयारी, नॉक पोल सम्पन्न कराना के अलावे विभिन्न प्रकार के वोटर्स की जानकारी, नियमानुकुल मतदान पदाधिकारियों के कार्य व दायित्व की जानकारी प्रदान की गयीं। वंही ईवीएम मशीन के ऑपरेटिंग का ऑरल और प्रेक्टिकली जानकारियों से भी प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया गया।
        मतदान के दौरान ईवीएम मशीन में उतपन्न होने वाली तकनीकी समस्या एवं उसके समाधान की भी जानकारी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षकों के द्वारा दिया गया। इस दौरान मतदान कर्मियों के कार्य दायित्व, मतदान पूर्व ,मतदान के दौरान एवं समाप्ति के उपरांत किये जाने वाले आवश्यक कार्यों पर भी चर्चा किया।
          सदर अनुमण्डल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र सर जे सी बोस बालिका उच्च विद्यालय में प्रशिक्षण स्थल पर आज पहले दिन के प्रशिक्षण का उप विकास आयुक्त द्वारा अनुश्रवण किया गया। जबकि प्रशिक्षण कार्य मे मास्टर ट्रेनर के रूप में आशुतोष कुमार, उमेश कुमार सिन्हा,आदित्य कुमार झा, मो सलीम अंसारी, नवीन कुमार, दीपक राय, सुधीर गुप्ता, सुधीर कुमार सिंह, परमानन्द महतो एवं सुधीर कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। 

रविवार, 13 अक्टूबर 2019

गोल्डेनकार्ड बनाने में युद्धस्तर पर जुटा है जिला प्रशासन

आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डेनकार्ड निर्माण की दिशा में युद्ध स्तर पर जुटा है जिला प्रशासन

*गिरिडीह-*  केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत एक जन आरोग्य योजना है अर्थात यह एक स्वास्थ्य योजना है। यह योजना 1 अप्रैल 2018 से देश मे लागू किया गया है। जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारकों) को स्वास्थ्य बीमा मुहैय्या कराना है। इस योजना के अंतर्गत आने वाले परिवार को 5 लाख तक केशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है।
           इस योजना के लागू होने के बाद से गिरिडीह जिला प्रशासन इस दिशा में कार्य कर रही है। प्रारम्भिक दौर में इस योजना के तहत लाभुकों का निबंधन सदर अस्पताल में शुरू हुआ बाद में प्रज्ञाकेन्द्रों पर भी इसका निबन्धन शुरू हुआ। लेकिन प्रज्ञा केंद्र संचालक इस दिशा में काफी उदासीनता बरतने लगी। परिणामतः जिले को प्राप्त 20 लाख 97 हज़ार 519 लाभुकों का निबन्धन कर उनका गोल्डेनकार्ड बनाने के लक्ष्य के अनुरूप कार्य नही हो पाया। तब जिला प्रशासन ने इस कार्य मे पीडीएस संचालकों को लगा कर युद्ध स्तर पर गोल्डन कार्ड बनवाने की दिशा मे कार्य प्रारंभ की। जिसका परिणाम यह निकला कि अब तक लक्ष्य के अनुरूप 20 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त कर लिया और जिले के 4 लाख 26 हज़ार 609 कार्ड धारियों का गोल्डन कार्ड निर्मित करा लिया।


          हालांकि जिला प्रशासन लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने की दिशा में अभी भी युद्ध स्तर पर जुटा है। इसके लिये जंहा उपयुक्त गिरिडीह राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के सभी बीडीओ को आवश्यक निर्देश दिया है। वंही जिला आपूर्ति पदाधिकारी पवन कुमार मण्डल ने जिले के जमुआ, तिसरी, देवरी, गांवा, बगोदर, सरिया, बिरनी, गांडेय एवं बेंगाबाद प्रखंड में पीडीएस डीलरों, सीएससी संचालकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक कर सबों को गोल्डेनकार्ड निर्माण में तेजी लाने निर्देश दिया है और बढ़चढ़ कर इस कार्य मे सहयोग करने की अपील भी किया है।
                वंही 100 से अधिक वैसे सीएससी संचालकों जिन्होंने इस कार्य मे असहयोग किया और अरुचि दिखायी है उनका आईडी ब्लॉक कर दिया है। साथ ही भविष्य में उन्हें तथा उनके परिवार के किसी भी सदस्य को सीएससी संचालन के कार्य से वंचित रखने का निर्देश जिला सीएससी मैनेजर को दिया है।
       गोल्डन कार्ड निर्माण के लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों खास कर पंचायत के मुखिया से यह अनुरोध किया गया है कि वह अपने पंचायत के सभी लाभुक परिवारों का गोल्डन कार्ड निर्माण कराने में सहयोग करें और जिन मुखिया के पंचायत में शतप्रतिशत उपलब्धि प्राप्त होगी उन्हें सम्मानित किया जायेगा।

महेशमुण्डा में 77 वर्षों से अनवरत जारी है माता लक्ष्मी की पूजा

77 वर्षों से अनवरत जारी है महेशमुण्डा में माँ लक्खी की पूजा अर्चना

14 व 15 अक्टूबर को लगेगा दो दिवसीय मेला



गिरिडीह :-  जिले के बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत महेशमुण्डा रेलवे स्टेशन परिसर ऱघेयडीह में श्री श्री लक्ष्मी पूजा वर्ष 1942 से अनवरत जारी है। इस पूजा की शुरुआत ग्रामीण यदुनंदन गोस्वामी के द्वारा किया गया था। बताया जाता है कि उस समय सम्पूर्ण इलाके में आकाल पड़ी थी। खेतों में बोये गये धान के बिचड़े व खेत सब सूखने लगे थे। चहुंओर पानी के लिये हाहाकार मच गयी थी। उसी को दूर करने की मन्नत दिल मे लिये यदुनंदन गोस्वामी ने माता लक्की की पूरे भक्ति भाव से पूजा अर्चना किया था। कहते है कि उनकी श्रद्धा भक्ति से माता लक्ष्मी प्रसन्न हो गयी थी। परिणामस्वरूप सम्पूर्ण इलाके में अच्छी वर्षा हुई जिससे फसल भी काफी अच्छी हुई थी। और, लोगों पर छाये आकाल का संकट टल गया था। उस वक़्त से ही प्रत्येक वर्ष महेशमुण्डा में माता लक्खी की पूजा अर्चना बड़े ही धूमधाम से की जाती है।
          लक्की पूजा होने के बाद से लोग अपनी धान की फसल की कटाई शुरु करते हैं।

साम्प्रदायिक सौहार्द का मिशाल है यह पूजा

     महेशमुण्डा में हर वर्ष शरदपूर्णिमा की अर्ध रात्रि में होने वाली माता लक्खी की पूजा साम्प्रदायिक सौहार्द की एक बड़ी मिशाल है। इस पूजन का खासियत यह है कि यंहा माता की पूजा अर्चना न केवल हिंदू बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़े ही धूमधाम से करते हैं। और, माता से दोनों ही समुदाय के लोग मन्नतें भी मांगते है। किवंदिति है कि यंहा माँ से मांगी गयीं हर मुराद अवश्य पूर्ण होती है।

क्या कहते है आयोजक

      माता लक्खी की पूजा अर्चना के बाबत पूजा समिति के अध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य धनंजय राणा ने बताते हैं कि माता की पूजा अर्चना करने के बाद ही हमलोग अपनी अपनी फसल की कटाई शुरु करते हैं। यह परम्परा हमारे पूर्वजों के द्वारा शुरू की गयी है। जिसका पालन हमलोग अब तक करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले यंहा एक दिवसीय पूजानोत्सव हुआ करता था। बाद में तीन दिवसीय आयोजन शुरू हुआ। जिसमें पहले दिन शरदपूर्णिमा की मध्यरात्रि में माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजन होता है। उसके बाद दो दिवसीय मेला लगता है। जिसमे हर प्रकार के खेल तमासे, झूला, विभिन्न प्रकार की दुकानें आदि लगते है। दूर दराज के लोग इस मेला का लुत्फ उठाने व खरीददारी करने पहुंचते हैं। हम सबों का हमेशा बढ़-चढ़कर आकर्षक मेला लगाने का प्रयास रहता  हैं ताकि इस मेला के प्रति लोगों का आकर्षण बना रहे।

इनका रहेगा सराहनीय योगदान

इस वर्ष लक्खी पूजा मेला के सफल संचालन में मुख्य रूप से पूजा समिति के अध्यक्ष व जिप सदस्य अध्यक्ष धनंजय राणा, सचिव बैजनाथ राणा, उप सचिव विजय गोस्वामी, जितेंद्र सिंह, मैनेजर महतो, सदानंद राणा, गोपाल राणा, सुधीर यादव, मंदिर मिर्जा, जनार्दन दास, सुखदेव राणा, मनोज बैठा, धारा दास, राजू राणा, मथुरा बैठा, एजाज मिर्जा, विनोद राणा समेत रघेयडीह बंधाबाद के लोगों का अहम योगदान रहेगा।


"तुलसी कौन थी"

​*तुलसी कौन थी?*


तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था.

वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.

एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा –

स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप वापस नहीं आ जाते, मैं अपना संकल्प

नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गयी, उनके व्रत के प्रभाव से देवता भी जलंधर को ना जीत सके, सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास गये।
सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।

फिर देवता बोले – भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप ही हमारी मदद कर सकते है।
भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे

ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा, युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काट कर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?
उन्होंने पूँछा – आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ, और भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।
सभी देवता हाहाकार करने लगे लक्ष्मी जी रोने लगे और प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे

सती हो गयी।
उनकी राख से एक पौधा निकला तब

भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से

इनका नाम तुलसी है, और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में

बिना तुलसी जी के भोग

स्वीकार नहीं करुगा। तब से तुलसी जी कि पूजा सभी करने लगे। और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में

किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है !