शनिवार, 12 सितंबर 2020

हैकरों ने किया मुखिया का फेसबुक अकाउंट हैक, रिश्तेदारों और मित्रों से किया रुपये की मांग

हैकरों ने किया मुखिया का फेसबुक अकाउंट हैक, रिश्तेदारों और मित्रों से किया रुपये की मांग
गिरिडीह:  फेसबुक एकाउंट हैक कर ठगी करने के प्रयास में इन दिनों जूटे है साइबर अपराधी। गिरिडीह के डीसी का फेसबुक अकाउंट हैक करने के बाद धनवार प्रखंड के एक मुखिया का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया है।

जिले के धनवार प्रखंड के भल्लूटांड पंचायत के मुखिया शंकर पासवान का फेसबुक अकाउंट किसी साइबर अपराधी ने हैक कर लिया। अपराधी मुखिया के रिश्तेदार, मित्रों और पंचायत की जनता से पैसे की मांग कर रहे हैं।  इस बाबत मुखिया ने धनवार थाना में एक लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग किया है।

आवेदन में मुखिया ने बताया है कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया है। गुरुवार तक फेसबुक आईडी पर उनका ही फोटो लगा था, लेकिन तो शुक्रवार को फेसबुक डीपी (फोटो) चेंज कर दिया गया है। मुखिया ने आवेदन में हैकर की फोटो आदि डिटेल उपलब्ध कराकर मामले की जांच और अपराधी के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है। धनवार थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह ने मामले को गम्भीरता से लिये है और मुखिया के आवेदन जांच के लिए साइबर थाना भेज अग्रसारित कर दिया है।

विदाई समारोह आयोजित कर दी गयी सेवानिवृत शिक्षक और सेविका को विदाई

विदाई समारोह आयोजित कर दी गयी सेवानिवृत शिक्षक और सेविका को विदाई

गिरिडीह : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में शनिवार को विदाई समारोह का आयोजन हुआ। विद्यालय के आचार्य अक्षयवट दूबे और सेविका राधा सोरेन की सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई दी गई।

प्रधानाचार्य संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि अक्षयवट दूबे 2015 से विद्यालय में सेवा दिए हैं । वे मृदुभाषी, शांत एवं सरल स्वभाव के थे। वहीं सेविका लगभग 15 वर्षों से सेवा देती रही। विद्यालय की ओर से दोनों को सेवानिवृत्ति के उपरांत उपादान में ग्रेच्युटी,अर्जित अवकाश,आकस्मिक अवकाश आदि का चेक द्वारा भुगतान किया गया। विद्यालय परिवार की ओर से अंग वस्त्र, बुके घड़ी, अंगूठी, वस्त्र आदि देकर सम्मानित किया गया। मौके पर आचार्य अजीत मिश्रा द्वारा काव्य पाठ किया गया।

वंही विदाई समारोह को सम्बोधित करते समिति कर उपाध्यक्ष डाॅ० सतीश्वर प्रसाद सिन्हा ने कहा किसी भी संस्था में सेवा देने के बाद एक निश्चित समय के उपरांत सेवानिवृत्ति होती है। किसी भी कार्यरत व्यक्ति की सेवानिवृत्ति के पश्चात उसका महत्व और बढ़ जाता है। व्यक्ति हमेशा उत्कर्ष की ओर जाता है। जब तक जीवन है हमें किसी न किसी रूप में कार्य निष्ठा पूर्वक करते रहना चाहिए। सृष्टि की यही सच्चाई है। 

वंही सेवानिवृत्त आचार्य श्री दूबे ने कहा कि संस्था से निवृत अवश्य हो रहा हूं किंतु विद्यालय ने हमें जो प्यार दिया है उसे भुलाया नहीं जा सकता। विद्यालय एवं आचार्य नित्य नई ऊंचाइयों को प्राप्त करें,ऐसी मेरी कामना है।

 मौके पर समिति सचिव दीपक कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष डॉ० पवन मिश्रा, प्रो०पुष्पा सिन्हा, मनोज छापरिया, लक्खीचंद किस्कू, प्रभात सेठी,मीडिया प्रभारी राजेंद्र लाल बरनवाल, अनिता मिश्रा, याज्ञवल्क्य शर्मा, अवधेश पाठक एवं समस्त आचार्य दीदी उपस्थित थे।

उपायुक्त ने किया आईआरबी हेड क्वार्टर हेतु चिन्हित भूमि का निरीक्षण

उपायुक्त ने किया आईआरबी हेड क्वार्टर हेतु चिन्हित भूमि का निरीक्षण 
गिरिडीह :  उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने शनिवार को पीरटांड़ प्रखण्ड के पालगंज में आईआरबी हेड क्वार्टर निर्माण हेतु चिन्हित किए गए भूमि का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।

मौके पर उपायुक्त ने आईआरबी हेड क्वार्टर के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द प्रारंभ करने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया साथ ही उनसे समय-समय पर स्थल का निरीक्षण करते रहने को भी कहा।
 उपायुक्त ने सभी  अधिकारियों व सभी कर्मियों को  कोविड-19 के प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुये अपने दायित्वों का निर्वहन करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त के साथ पुलिस अधीक्षक अमित रेनु, पीरटांड़ के प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। 

चोरी के सामान के साथ एक चोर गिरफ्तार

चोरी के सामान के साथ एक चोर गिरफ्तार
गिरिडीह : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के जीतपुर  स्थित पूनम वीडियो एंड प्रिंटिंग प्रेस में बीते 9 सितम्बर को हुए चोरी के मामले में पुलिस में एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। 

शनिवार को मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने बताया कि दुकान संचालक भुवनेश्वर प्रसाद वर्मा के लिखित शिकायत पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए थाना क्षेत्र के ही करमाटांड़ निवासी शकंर प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार किया है। जिसकी निशानदेही पर उसके घर से ही चोरी गये सामानो में  एक प्रिंटर, 11 बल्ब होल्डर, होम थियेटर, स्टेपलर, कैची बरामद किया गया है। 

शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

तीन दिनों के बाद गुजरात से गिरिडीह पहुंचा मृतक बजरंगी का शव, परिजनों के नही थम रहे आंसू

तीन दिनों के बाद गुजरात से गिरिडीह पहुंचा मृतक बजरंगी का शव, परिजनों के नही थम रहे आंसू
                मृतक बजरंगी फाइल फोटो

गिरिडीह : पचम्बा थाना क्षेत्र के चेताडीह कमरशाली निवासी नारायण राय के 25 वर्षीय पुत्र बजरंगी राय का शव शुक्रवार की दोपहर अहमदाबाद गुजरात से गिरिडीह लाया गया। शव देखने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। वंही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। 

विदित हो कि नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नम्बर 20 स्थित चेताडीह कमरशाली निवासी नारायण राय के तीन पुत्रों में सबसे बड़े पुत्र बजरंगी था। जो अहमदाबाद गुजरात मे एक कम्पनी में कार्यरत थे। तीन दिनों पूर्व उसकी बिजली के चपेट में आने से मौत हो गयी।

 बताया जाता है गुजरात के गांधीनगर जिले में एक निर्माणधीन फैक्ट्री में बजरंगी कार्यरत था। उसी दौरान हाई टेंशन बिजली तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी। उस घटना में कुल 5 लोगों की मौत हुई थी तथा 3 लोग झूलस गये थे। जिनमे एक बजरंगी भी शामिल था। कम्पनी की ओर से उसकी मौत की खबर परिजनों को दी गयी थी।

 शुक्रवार को घटना के तीन दिनों उसका शव उसके पैतृक गांव कमरशाली लाया गया। बताया गया कि मृतक बजरंगी अविवाहित था। लेकिन घर का कमाऊ सदस्य था। उसकी मौत से परिजनों के समक्ष दुखों का पहाड़ टूट गया है। परिजनों के आंखों के आंसू थमने का नाम नही ले रहा है।

लोन देने के नाम पर सरिया के युवक से हुई 96 हजार 500 की ठगी

लोन देने के नाम पर सरिया के युवक से हुई 96 हजार 500 की ठगी


गिरिडीह :  जिले के सरिया थाना क्षेत्र के एक युवक से लोन देने के नाम पर एक व्यक्ति के नाम का कैंसिल चेक की मांग की गई। युवक लोन पाने के प्रलोभन में आ गया और जिस नाम से फोन पर कैंसिल चेक की मांग की गई थी। एक कैंसिल चेक उसी नाम से दे दिया। उसी कैंसिल चेक से उसके बैंक खाते से 96 हजार 500 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई। भुक्तभोगी ने सरिया थाने में एक आवेदन देकर उचित कार्रवाई की गुहार लगाया है।

सरिया थाना क्षेत्र के चौधरीडीह निवासी पंचानंद पांडेय ने बताया कि टाटा कैपिटल के नाम से उसके मोबाइल पर एक फोन आया। जिसमें लोन देने की बात कहकर एक कैंसिल चेक की मांग की गई।  कैंसिल चेक मुकेश कुमार साव के नाम पर देने को कहा गया। उन्होंने मुकेश के नाम का बीते 5 अगस्त को कैंसिल चेक दिया। उसी कैंसिल चेक के जरिये बैंक ऑफ इंडिया की सरिया शाखा के उसके बैंक खाते से 96 हज़ार 500 रुपये की निकासी की गई।

भुक्तभोगी युवक ने बताया कि उसके मोबाइल पर रुपये की निकासी का मैसेज आने पर उसने बैंक से संपर्क किया। तब उसे पूरे मामले की जानकारी हुई।इस बाबत बैंक मैनेजर ने बताया कि बेयरर चेक होने के कारण पेमेंट की गई।  बहरहाल सरिया पुलिस पूरे मामले की छानबीन करने में जुटी है।

गिरिडीह में भाजपाइयों ने फूंका महाराष्ट्र सरकार का पुतला

गिरिडीह में भाजपाइयों ने फूंका महाराष्ट्र सरकार का पुतला


गिरिडीह : गिरिडीह के भाजपायियों ने शुक्रवार को  महाराष्ट्र सरकार का पुतला फूंका।  बाॅलीवुड एक्ट्रैस कंगना रनौट के कार्यालय तोड़े जाने के विरोध में शुक्रवार को भाजपा जिलाअध्यक्ष महादेव दुबे के नेतृत्व में जिला भाजपा के लोगों ने जेपी चौक पर महाराष्ट्र सरकार का पुतला दहन किया। इस दौरान कंगना समर्थक और भाजपा कार्यकर्ता उद्धव सरकार और शिवसेना सांसद संजय राउत के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी किया।

इसके पूर्व भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिलाअध्यक्ष के नेत्तृव में स्थानीय झंडा मैदान से एक जुलूस निकला। जुलूस के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में पार्टी का झंडा और कंगना के समर्थन में स्लोगन लिखी तख्तियां लिए शहर का भ्रमण भी किया।

जेपी चौक पर पहुंच यह जुलूस एक सभा मे तब्दील हो गया। जंहा वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में कंगना रनौट को देश की बेटी बताते हुए कहा कि कंगना रनौट के कार्यालय को तोड़ कर महाराष्ट्र के उद्धव सरकार ने खुद को कमजोर होने का प्रमाण दिया है। एक बाॅलीवुड एक्ट्रैस के खिलाफ ताकत दिखाना शिवसेना की सरकार को शोभा नहीं देता।
भाजपाईयों ने कंगना को राष्ट्रवादी फिल्म अभिनेत्री की संज्ञा देते हुए कहा कि कंगना शुरु से ही देशविरोधियों को जवाब देती रही है।

सभा पश्चात भाजपा कार्यकर्ताओं ने आक्रोश के साथ महाराष्ट्र सरकार का पुतला दहन किया। इस पुतला दहन कार्यक्रम में भाजपा नेता चुन्नूकांत, नुनूलाल मंराडी, मेयर सूनील पासवान, डिप्टी मेयर प्रकाश सेठ,  जिप उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान, पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, हरमिंदर सिंह बग्गा, मोती लाल उपाध्याय,संदीप डंगाईच,भाजपा नेत्री संजू देवी, रागिनी लहरी, संजीत सिंह पप्पू, प्रदीप साव, श्याम प्रसाद गुप्ता, डा. राजेश पोद्दार, संतोष गुप्ता समेत कई मौजूद थे।

प्रेमिका ने लगायी प्रेमी पर शादी का प्रलोभन दे यौन शोषण करने का आरोप

प्रेमिका ने लगायी प्रेमी पर शादी का प्रलोभन दे यौन शोषण करने का आरोप 

गिरिडीहः जिले के निमियाघाट थाना क्षेत्र के लक्ष्मणटुंडा गांव की एक युवती ने गांव के ही एक युवक पर शादी का प्रलोभन देकर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। युवती शुक्रवार को अपने पिता के साथ निमियाघाट थाना पहुंची और आरोपी युवक के विरुद्ध एक केस दर्ज करायी है।

दर्ज प्राथमिकी में युवती ने बताया है कि आरोपी युवक इरफान अंसारी और वह एक ही गांव की रहने वाले है। एक ही गांव के होने के कारण दोनों की बीच जान पहचान हुई। फिर युवक उससे सम्पर्क कर उसके साथ शादी करने की इच्छा जताया। फिर दोनों एक दूसरे के सम्पर्क में आये और युवती उसके झांसे में आ गयी। इस दौरान युवक इरफान छह माह तक पीड़िता का यौन शोषण करता रहा। छह माह के दौरान जब भी पीड़िता उससे शादी की बात करती आरोपी युवक टालमटोल करता रहता।  कुछ दिनों पूर्व जब पीड़िता ने इरफान पर शादी करने का दवाब बनायी तो आरोपी युवक घर छोड़कर फरार हो गया। 

 पीड़िता के लिखित शिकायत के आलोक में निमियाघाट थाना की पुलिस ने थाने में एक कांड दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। 

एफसीआई का गायब चावल में 200 बोरा चावल हुआ बरामद, एक चावल व्यवसायी गिरफ्तार

एफसीआई का गायब चावल में 200 बोरा चावल हुआ बरामद, एक चावल व्यवसायी गिरफ्तार
 गिरिडीह:  पचंबा स्थित बाजार समिति से चावल लदा गायब ट्रक के मिलने के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुये बेंगाबाद थाना क्षेत्र के दूधिटांड स्थित एक चावल व्यवसायी के गोदाम में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से लगभग 200 बोरे से अधिक चावल बरामद किया है।

 वहीं गोदाम के बाहर से पुलिस ने चावल लदी एक पिकअप वैन भी बरामद किया है। पुलिस ने गोदाम में मिले चावल के साथ वाहन में लदे चावल को जब्त कर लिया है. वहीं गोदाम संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ करने में जुटी है। 

गौरतलब है कि बीते आठ अगस्त की रात ट्रक मालिक मनोज कुमार भदानी के दो ट्रक  रेलवे रैक से चावल लेकर बाजार समिति स्थित गोदाम पहुंचे थे. जहां एक ट्रक खाली हो गया जबकि दूसरा ट्रक खाली कराने के इंतजार में खड़ा रहा. बताया जाता है कि उक्त ट्रक में 420 बोरा चावल लोड था. 
ट्रक के चालक के अनुसार वह  ट्रक को खड़ा करने के बाद चाभी मालिक को सौंप दिया था। इसी दौरान बुधवार रात वह ट्रक बाजार समिति से गायब हो गया और गुरुवार की सुबह वह ट्रक बेंगाबाद थाना क्षेत्र के पारडीह मोड़ के समीप से बरामद किया गया लेकिन ट्रक में चावल नहीं था।

इस बाबत पचंबा थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने बताया कि  खाली ट्रक मिलने के बाद जांच पड़ताल में बेंगाबाद के दूधिटांड स्थित टोल प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो ट्रक लगभग 5 बजे अहले सुबह बेंगाबाद की ओर जाता हुआ पाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर चावल व्यवसायी के गोदाम पर छापा मारा गया।  बरामद चावल को जब्त कर लिया गया है। चावल व्यवसायी शम्भु राम एवं ट्रक चालक की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। जांच के बाद सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बताया कि ट्रक के मालिक के साथ चालक एवं व्यवसायी को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है।

बेंगाबाद और पचंबा थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
छापेमारी दल में बेंगाबाद थाना प्रभारी दीपक कुमार, पचंबा थाना प्रभारी शर्मानन्द सिंह, एसआई केसी सिंह, उमेश सिंह, इस्माइल मारण्डी एवं पुलिस बल के जवान शामिल थे।

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची जाने को निकले, एसपी ने समझा बुझा कर वापस लौटाया

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची जाने को निकले
गिरिडीह: आरक्षी पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। अब इनका आंदोलन तेज हो गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर गिरिडीह में कार्यरत 85 सहायक पुलिस के जवान गिरिडीह से पैदल रांची जाने के लिए निकले। हालांकि एसपी ने समझा बुझा कर उन्हें वापस लाने में सफल रहे।

सहायक पुलिस के जवान रांची में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए शुक्रवार की सुबह ही न्यू पुलिस लाइन से निकले थे। रांची जाने वाले जवानों में कई महिला पुलिस कर्मी भी शामिल थी। सारे जवान अभी पुलिस लाइन से निकल कर गिरिडीह-डुमरी रोड के बदडीहा के जोडपहाडी के पास ही पहुंचे थे। तभी मुफ्फसिल थाना प्रभारी रत्नेश ठाकुर सहायक जवानों को रोकने के लिए पहुंच गए।

थाना प्रभारी रत्नेश ठाकुर ने जवानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन सहायक जवान मानने को तैयार नहीं थे। थाना प्रभारी की मौजूदगी में ही सारे सहायक पुलिस जवान जोडपहाड़ी के पास सड़क किनारे बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

गिरिडीह डुमरी पथ पर सीएम ढाबा व जोड़ापहाड़ी के   डीएसपी टू, सार्जेंट मेजर की अगुवाई में इन सहायक कर्मियों को समझाने व रोकने का प्रयास किया गया। भारी संख्या में बलों को बुलाया गया। इसके बाद ये सहायक पुलिसकर्मी बीच सड़क पर ही धरना पर बैठ रहे। सहायक पुलिसकर्मी का साफ कहना था कि राज्य सरकार उनके साथ सही नहीं कर रही है।

 उनका कहना है कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची एवं पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 25 सौ सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है।  जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है। नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है। इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है। बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने व हड़ताल में जाने के बाद भी सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया है। इसलिए आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वे लोग रांची के लिए निकले हैं।

 इस बीच जानकारी मिलने के बाद एसपी अमित रेणु और डीएसपी बिनोद रवानी भी मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने सहायक जवानों को समझाया। उनके समझाने के बाद सभी जवान मान गये. इस दौरान एसपी के निर्देश पर बस मंगवा कर सहायक जवानों को वापस पुलिस लाइन भिजवाया गया.

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र निर्धारित समय सीमा पर हर हाल में निर्गत हो: महापौर सुनील पासवान

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र निर्धारित समय सीमा पर हर हाल में निर्गत हो:  महापौर सुनील पासवान

निगम सभागार में हुई जन्म-मृत्यु सम्बन्धी समीक्षा बैठक

गिरिडीह:  नगर निगम के सभागार मे शुक्रवार को महापौर सुनील कुमार पासवान की अध्यक्षता मे जन्म-मृत्यु से सम्बंधित एक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक के दौरान महापौर श्री पासवान ने सभी वार्ड प्रभारियों को स्पष्ट हिदायत दिया कि जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये आवेदन प्राप्त करने के समय ही आवेदक से सारे कागजात प्राप्त कर लें। आवेदक को बार बार परेशान न करें और निर्धारित समय सीमा के अंदर प्रमाण पत्र आवेदक को सुपुर्द करें।  

इसके पूर्व जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र की समीक्षा के यह बात सामने आयी कि माह अगस्त मे 29 मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन नगर निगम कार्यालय मे आया है जिसमे 11 आवेदन ऐसा है जिसमें मृतक की मृत्यु निगम क्षेत्र से बाहर होने का उल्लेख है। निगम क्षेत्र से बाहर जिन मृतकों के मृत्यु प्रमाणपत्र का आवेदन प्राप्त हुआ उनका प्रमाण पत्र निगम से निर्गत नहीं हो सकता। शेष आवेदन का प्रमाण पत्र जल्द कार्यालय से निर्गत हो जायेगा।

वंही बैठक के दौरान पुनः जल समस्या पर चर्चा करते हुए महापौर ने संबंधित ठीकेदार को मामले का संज्ञान में लेकर त्वरित करवाई करते हुये उसे दुरुस्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

 महापौर की निगम क्षेत्र के लोगों की समस्या निदान के प्रति किये जा सकारात्मक पहल से अब यह उम्मीद जगने लगी है कि इसका लाभ शहर वासियों को मिलेगा। और निगम की लचर व्यवस्था में कुछ हद तक सुधार होगा।

बैठक में उपमहापौर प्रकाश सेठ,  उप नगर आयुक्त राजेश प्रजापति,  कार्यालय सहायक राम कुमार सिन्हा , नोडल अधिकारी अरविंद मोदी समेत सभी वार्ड प्रभारी, वार्ड तहसीलदार मुख्य रूप से उपस्थित थे।



आज है गिरिडीह जिले के घटित हुई भेलवाघाटी सामूहिक नरसंहार की बरसी

आज है गिरिडीह जिले के घटित हुई भेलवाघाटी सामूहिक नरसंहार की बरसी

गिरिडीह : आज है भेलवाघाटी में घटित हुई सामूहिक नरसंहार की बरसी। पन्द्रह साल पूर्व आज ही के दिन अर्थात 11 सितम्बर 2005 को प्रतिबंधित नक्सली भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते ने 17 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। 

उस जघन्य सामूहिक नरसंहार की घटना में भेलवाघाटी निवासी मजीद अंसारी, मकसूद अंसारी, मंसूर अंसारी, रज्जाक अंसारी, सिराज अंसारी, रामचन्द्र हाजरा, गणेश साव, अशोक हाजरा, जेनस मुर्मू, मुंशी मियां और उनके बेटे जमाल अंसारी, कलीम मियां, हमीद मियां, चेतन सिंह, दिलमुहम्मद अंसारी, युसूफ अंसारी आदि की माओवादियों ने नृशंस हत्या कर दी थी। उस नरसंहार कांड में मारे गए सभी 17 लोग ग्रामरक्षा दल के सदस्य थे। 

माओवादियों के हथियार बन्द दस्ते ने उस सबों की हत्या जनअदालत लगा कर किया था। माओवादियों के दस्ता 11 सितबंर 2005 की रात भेलवाघाटी गांव पर धावा बोला था और पूरे गांव को अपने कब्जे में कर लिया था। इस दौरान माओवादियों ने गांव के मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से पूरे गांव में जनअदालत लगाने का एलान किया था। और सभी ग्रामीणों को जनअदालत में पहुंचने को कहा था। माओवादियों के उस एलान के बाद गांव के ग्रामीणों के साथ ग्राम रक्षादल के कुछ सदस्य जनअदालत स्थल पर पहुंचे लेकिन कई लोग नहीं पहुंचे। ग्रामरक्षा दल के जो सदस्य जनअदालत में शरीक नहीं हुये माओवादियों उन एक-एक सदस्य को खोज कर जनअदालत पर लाया और और सभी की पहले पिटाई की फिर उनके हाथ-पांव बांधकर उनकी नृशंस हत्या कर दी थी।

15 साल पुरानी उस खूनी रात को भेलवाघाटी गांव के ग्रामीण आज भी याद कर काफी ख़ौफ़ज़दा हो जाते हैं। उनके सामने वह मंजर किसी चलचित्र की तरह घुमने लगती है। उस घटना में माओवादियों ने कई ग्रामीणों के घरों को भी विस्फोट कर उड़ा दिया था।


गौरतलब है कि भेलवाघाटी इलाके में माओवादियों को बढ़ते जनाधार को देख गांव के ग्रामीणों ने माओवादियों से लोहा लेने के लिए ग्राम रक्षा दल का गठन किया था। ग्राम रक्षा दल के इन सदस्यों को माओवादियों से लोहा लेने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा टार्च, लाठी समेत कई हथियार भी उपलब्ध कराये गये थे। ग्राम रक्षा दल के सदस्य रतजग्गा कर गांव में पहरा देना शुरू कर दिया था। जिससे गांव में माओवादियों की इंट्री पर रोक लग गयी थी। ग्रामरक्षा दल के सदस्यों के इस पहरा से बौखलाए माओवादियों  ने 11 सितबंर 2005 की रात भेलवाघाटी गांव पर धावा बोला और पूरे गांव को अपने कब्जे में कर सामूहिक नरसंहार की नृशंस घटना को अंजाम दिया था।

हालांकि उक्त सामूहिक नरसंहार की घटना के 15 साल बीत चुके हैं। लेकिन इन 15 सालों के दौरान उक्त नरसंहार में मारे गये ग्राम रक्षा दल के सदस्यों के परिजनों की सुध लेने वाला कोई नही है। सरकारी स्तर पर भी उन मृतकों के परिजनों को कोई सरकारी लाभ अब तक नहीं मिल पाया है।

जबकि घटना के दूसरे दिन सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री के अलावे राज्य के कई बड़े मंत्री, विपक्षी दलों के नेता और अधिकारियों का काफिला भेलवाघाटी गांव पहुंचा था जहां कई बड़ी घोषनाएं हुईं थीं। जिसमें मृतक के आश्रितों को नौकरी, पांच लाख का मुआवजा, मृतक के वृद्ध परिजनों को पेंशन, बच्चों को मुफ्त शिक्षा, पूरे गांव को एक आदर्श गांव बनाने जैसी घोषणाएं शामिल थीं।

इन 15 सालों के दौरान सिर्फ भेलवाघाटी में थाना खुल पाया है और आवागमन को सुगम बनाने हेतु फतेहपुर मोड़ से लेकर भेलवाघाटी तक सड़क का निर्माण कार्य जारी है। गांव के बच्चों की शिक्षा के लिए आश्रम का भवन बन रहा है। लेकिन मृतक के आश्रितों को नौकरी, मृतक के परिजनों को मुआवजा और पेंशन की घोषणाएं आज भी अधूरी पड़ी हुई है।