सोमवार, 14 अक्टूबर 2019

"काम छोड़ो नाम जोड़ो" दो दिवसीय अभियान 19 व 20 को

18 व 19 को चलेगा जिले में चुनाव के मद्देनजर काम छोड़ो नाम जोड़ो अभियान

*घर घर जाकर बीएलओ महिला मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट में करेंगे शामिल*

*गिरिडीह- विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर महिला एवं पुरुष मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल कराने हेतु जिले में अगामी 19 एवं 20 अक्टूबर को *काम छोड़ो नाम जोड़ो* अभियान चलाया जायेगा।
           इस अभियान  के दौरान सभी बीएलओ (बुथ लेवल ऑफिसर) घर घर जाकर वैसी महिलाएं व पुरुष जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं है उनके नाम जोड़ने हेतु उनका फॉर्म प्राप्त करेंगी। ताकि कोई भी महिला व पुरुष वंचित न रहे।

3114 निर्वाचन कर्मियों को दिया गया चुनाव सम्बन्धी प्रशिक्षण

चुनाव के मद्दे नजर 3114 निर्वाचन कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण*

गिरिडीह- विधानसभा निर्वाचन 2019 के निमित्त मतदान कर्मियों का अनुमंडल स्तरीय प्रशिक्षण सोमवार से प्रारंभ हुआ। जिसमे सोमवार के प्रशिक्षण में 3114 मतदान कर्मियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
           गौरतलब है कि निर्वाचन कार्य को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण हेतु जिले के सभी अनुमण्डल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया गया है। जिसमे गिरिडीह अनुमण्डल हेतु सर जे सी बालिका उच्च विद्यालय में प्रशिक्षण केन्द्र बनाया गया है। जंहा आज पहले दिन के प्रशिक्षण में कुल 850 प्रशिक्षणार्थियो ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
      वंही बगोदर सरिया अनुमण्डल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र +2 उच्च विधालय बगोदर में बनाया गया है जिसमे 653, डुमरी अनुमंडल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र +2उच्च विधालय डमरी में 650 एवं खोरीमहुआ अनुमंडल स्तरीय बनाये गये प्रशिक्षण केंद्र +2 उच्च विधालय धनवार में 961 प्रशिक्षणार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
       प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षक मुन्ना कुशवाहा, आनन्द सिन्हा एवं बिजेंद्र सेठ ने मुख्य रूप से evm vvpat पर मतदान कर्मियों को अभ्यास कराया। वंही प्रशिक्षको ने कर्मियों को पोलिंग प्रोसेस, मतदान पदाधिकारियों की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण, मतदान के पूर्व के क्रियाकलाप, मतदान के दिन की तैयारी, नॉक पोल सम्पन्न कराना के अलावे विभिन्न प्रकार के वोटर्स की जानकारी, नियमानुकुल मतदान पदाधिकारियों के कार्य व दायित्व की जानकारी प्रदान की गयीं। वंही ईवीएम मशीन के ऑपरेटिंग का ऑरल और प्रेक्टिकली जानकारियों से भी प्रशिक्षणार्थियों को अवगत कराया गया।
        मतदान के दौरान ईवीएम मशीन में उतपन्न होने वाली तकनीकी समस्या एवं उसके समाधान की भी जानकारी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षकों के द्वारा दिया गया। इस दौरान मतदान कर्मियों के कार्य दायित्व, मतदान पूर्व ,मतदान के दौरान एवं समाप्ति के उपरांत किये जाने वाले आवश्यक कार्यों पर भी चर्चा किया।
          सदर अनुमण्डल स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र सर जे सी बोस बालिका उच्च विद्यालय में प्रशिक्षण स्थल पर आज पहले दिन के प्रशिक्षण का उप विकास आयुक्त द्वारा अनुश्रवण किया गया। जबकि प्रशिक्षण कार्य मे मास्टर ट्रेनर के रूप में आशुतोष कुमार, उमेश कुमार सिन्हा,आदित्य कुमार झा, मो सलीम अंसारी, नवीन कुमार, दीपक राय, सुधीर गुप्ता, सुधीर कुमार सिंह, परमानन्द महतो एवं सुधीर कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। 

रविवार, 13 अक्टूबर 2019

गोल्डेनकार्ड बनाने में युद्धस्तर पर जुटा है जिला प्रशासन

आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डेनकार्ड निर्माण की दिशा में युद्ध स्तर पर जुटा है जिला प्रशासन

*गिरिडीह-*  केंद्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत एक जन आरोग्य योजना है अर्थात यह एक स्वास्थ्य योजना है। यह योजना 1 अप्रैल 2018 से देश मे लागू किया गया है। जिसके तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारकों) को स्वास्थ्य बीमा मुहैय्या कराना है। इस योजना के अंतर्गत आने वाले परिवार को 5 लाख तक केशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है।
           इस योजना के लागू होने के बाद से गिरिडीह जिला प्रशासन इस दिशा में कार्य कर रही है। प्रारम्भिक दौर में इस योजना के तहत लाभुकों का निबंधन सदर अस्पताल में शुरू हुआ बाद में प्रज्ञाकेन्द्रों पर भी इसका निबन्धन शुरू हुआ। लेकिन प्रज्ञा केंद्र संचालक इस दिशा में काफी उदासीनता बरतने लगी। परिणामतः जिले को प्राप्त 20 लाख 97 हज़ार 519 लाभुकों का निबन्धन कर उनका गोल्डेनकार्ड बनाने के लक्ष्य के अनुरूप कार्य नही हो पाया। तब जिला प्रशासन ने इस कार्य मे पीडीएस संचालकों को लगा कर युद्ध स्तर पर गोल्डन कार्ड बनवाने की दिशा मे कार्य प्रारंभ की। जिसका परिणाम यह निकला कि अब तक लक्ष्य के अनुरूप 20 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त कर लिया और जिले के 4 लाख 26 हज़ार 609 कार्ड धारियों का गोल्डन कार्ड निर्मित करा लिया।


          हालांकि जिला प्रशासन लक्ष्य के अनुरूप शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने की दिशा में अभी भी युद्ध स्तर पर जुटा है। इसके लिये जंहा उपयुक्त गिरिडीह राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के सभी बीडीओ को आवश्यक निर्देश दिया है। वंही जिला आपूर्ति पदाधिकारी पवन कुमार मण्डल ने जिले के जमुआ, तिसरी, देवरी, गांवा, बगोदर, सरिया, बिरनी, गांडेय एवं बेंगाबाद प्रखंड में पीडीएस डीलरों, सीएससी संचालकों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक कर सबों को गोल्डेनकार्ड निर्माण में तेजी लाने निर्देश दिया है और बढ़चढ़ कर इस कार्य मे सहयोग करने की अपील भी किया है।
                वंही 100 से अधिक वैसे सीएससी संचालकों जिन्होंने इस कार्य मे असहयोग किया और अरुचि दिखायी है उनका आईडी ब्लॉक कर दिया है। साथ ही भविष्य में उन्हें तथा उनके परिवार के किसी भी सदस्य को सीएससी संचालन के कार्य से वंचित रखने का निर्देश जिला सीएससी मैनेजर को दिया है।
       गोल्डन कार्ड निर्माण के लिये जिला प्रशासन द्वारा सभी जनप्रतिनिधियों खास कर पंचायत के मुखिया से यह अनुरोध किया गया है कि वह अपने पंचायत के सभी लाभुक परिवारों का गोल्डन कार्ड निर्माण कराने में सहयोग करें और जिन मुखिया के पंचायत में शतप्रतिशत उपलब्धि प्राप्त होगी उन्हें सम्मानित किया जायेगा।

महेशमुण्डा में 77 वर्षों से अनवरत जारी है माता लक्ष्मी की पूजा

77 वर्षों से अनवरत जारी है महेशमुण्डा में माँ लक्खी की पूजा अर्चना

14 व 15 अक्टूबर को लगेगा दो दिवसीय मेला



गिरिडीह :-  जिले के बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत महेशमुण्डा रेलवे स्टेशन परिसर ऱघेयडीह में श्री श्री लक्ष्मी पूजा वर्ष 1942 से अनवरत जारी है। इस पूजा की शुरुआत ग्रामीण यदुनंदन गोस्वामी के द्वारा किया गया था। बताया जाता है कि उस समय सम्पूर्ण इलाके में आकाल पड़ी थी। खेतों में बोये गये धान के बिचड़े व खेत सब सूखने लगे थे। चहुंओर पानी के लिये हाहाकार मच गयी थी। उसी को दूर करने की मन्नत दिल मे लिये यदुनंदन गोस्वामी ने माता लक्की की पूरे भक्ति भाव से पूजा अर्चना किया था। कहते है कि उनकी श्रद्धा भक्ति से माता लक्ष्मी प्रसन्न हो गयी थी। परिणामस्वरूप सम्पूर्ण इलाके में अच्छी वर्षा हुई जिससे फसल भी काफी अच्छी हुई थी। और, लोगों पर छाये आकाल का संकट टल गया था। उस वक़्त से ही प्रत्येक वर्ष महेशमुण्डा में माता लक्खी की पूजा अर्चना बड़े ही धूमधाम से की जाती है।
          लक्की पूजा होने के बाद से लोग अपनी धान की फसल की कटाई शुरु करते हैं।

साम्प्रदायिक सौहार्द का मिशाल है यह पूजा

     महेशमुण्डा में हर वर्ष शरदपूर्णिमा की अर्ध रात्रि में होने वाली माता लक्खी की पूजा साम्प्रदायिक सौहार्द की एक बड़ी मिशाल है। इस पूजन का खासियत यह है कि यंहा माता की पूजा अर्चना न केवल हिंदू बल्कि मुस्लिम समुदाय के लोग भी बड़े ही धूमधाम से करते हैं। और, माता से दोनों ही समुदाय के लोग मन्नतें भी मांगते है। किवंदिति है कि यंहा माँ से मांगी गयीं हर मुराद अवश्य पूर्ण होती है।

क्या कहते है आयोजक

      माता लक्खी की पूजा अर्चना के बाबत पूजा समिति के अध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य धनंजय राणा ने बताते हैं कि माता की पूजा अर्चना करने के बाद ही हमलोग अपनी अपनी फसल की कटाई शुरु करते हैं। यह परम्परा हमारे पूर्वजों के द्वारा शुरू की गयी है। जिसका पालन हमलोग अब तक करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले यंहा एक दिवसीय पूजानोत्सव हुआ करता था। बाद में तीन दिवसीय आयोजन शुरू हुआ। जिसमें पहले दिन शरदपूर्णिमा की मध्यरात्रि में माँ लक्ष्मी की विधिवत पूजन होता है। उसके बाद दो दिवसीय मेला लगता है। जिसमे हर प्रकार के खेल तमासे, झूला, विभिन्न प्रकार की दुकानें आदि लगते है। दूर दराज के लोग इस मेला का लुत्फ उठाने व खरीददारी करने पहुंचते हैं। हम सबों का हमेशा बढ़-चढ़कर आकर्षक मेला लगाने का प्रयास रहता  हैं ताकि इस मेला के प्रति लोगों का आकर्षण बना रहे।

इनका रहेगा सराहनीय योगदान

इस वर्ष लक्खी पूजा मेला के सफल संचालन में मुख्य रूप से पूजा समिति के अध्यक्ष व जिप सदस्य अध्यक्ष धनंजय राणा, सचिव बैजनाथ राणा, उप सचिव विजय गोस्वामी, जितेंद्र सिंह, मैनेजर महतो, सदानंद राणा, गोपाल राणा, सुधीर यादव, मंदिर मिर्जा, जनार्दन दास, सुखदेव राणा, मनोज बैठा, धारा दास, राजू राणा, मथुरा बैठा, एजाज मिर्जा, विनोद राणा समेत रघेयडीह बंधाबाद के लोगों का अहम योगदान रहेगा।


"तुलसी कौन थी"

​*तुलसी कौन थी?*


तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था.

वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.

एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा –

स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप वापस नहीं आ जाते, मैं अपना संकल्प

नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गयी, उनके व्रत के प्रभाव से देवता भी जलंधर को ना जीत सके, सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास गये।
सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।

फिर देवता बोले – भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप ही हमारी मदद कर सकते है।
भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे

ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा, युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काट कर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?
उन्होंने पूँछा – आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ, और भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।
सभी देवता हाहाकार करने लगे लक्ष्मी जी रोने लगे और प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे

सती हो गयी।
उनकी राख से एक पौधा निकला तब

भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से

इनका नाम तुलसी है, और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में

बिना तुलसी जी के भोग

स्वीकार नहीं करुगा। तब से तुलसी जी कि पूजा सभी करने लगे। और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में

किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है !

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

अन्नपूर्णा देवी ने किया नामांकन, सभा में विपक्ष पर बरसे मुख्यमंत्री रघुवर

कोडरमा : भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने किया नामांकन


गिरिडीह : कोडरमा से भाजपा प्रत्याशी अन्नपूर्णा देवी ने अपना नामांकन का पर्चा मंगलवार को दाखिल कर दिया। गिरिडीह समाहरणालय में स्थित कोडरमा निर्वाची पदाधिकारी सह गिरिडीह उपायुक्त के कार्यालय में उन्होंने अपना नामांकन का पर्चा जमा किया। नामांकन के दौरान उनके साथ कोडरमा के निवर्तमान सांसद रवीन्द्र राय, जमुआ विधायक केदार हाजरा और भाजपा नेता प्रणव वर्मा मौजूद थे।

किया रोड शो , दिखायी ताक़त


 नामांकन से पहले पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रोड शो करते हुए अन्नपूर्णा देवी अपना नामांकन दाखिल करने गिरिडीह पहुंचीं। उनके काफिले में गांडेय विधायक जयप्रकाश वर्मा, जमुआ विधायक केदार हाजरा, कोडरमा विधायक सह शिक्षा मंत्री नीरा यादव, कोडरमा जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता, बगोदर विधायक नागेंद्र महतो और गिरिडीह विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी भी शामिल दिखे।

झंडा मैदान में सभा, पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर


नामांकन से ठीक पहले झण्डा मैदान में सीएम रघुवर दास के साथ अन्नपूर्णा देवी ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश को बदलने वाला है। स्थिर सरकार चुनकर आतंकवाद को खत्म करने का चुनाव है. पीएम ने देश का सर्वांगीण विकास किया है।आज देश मे काम बोल रहा है।
आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई हैं। कांग्रेस ने देश में वंशवाद की राजनीति शुरू की। कॉंग्रेस देश को जागीर समझता है।

लोकतंत्र के कारण एक गरीब का बेटा पीएम बना है।  सेना ने पुलवामा कांड का बदला लिया। 12वी से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की इच्छशक्ति के कारण भारतीय सेना से ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों को चुनचुन कर मारा। कहा कि महागठबंधन केवल मोदी को हटाने के लिए है। सेना पर उंगली उठाने वाले कांग्रेस, राजद व विपक्षी पार्टी को 6 मई को वोट देकर जबाब दे।

जिला कमेटी ने किया तलवार भेंट


स्थानीय झण्डा मैदान में आयोजित सभा में जिला भाजपा कमिटी की ओर से मुख्यमंत्री और अन्नपूर्णा देवी का पगड़ी और फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। कमिटी की ओर से दोनों को तलवार भी भेंट की गई। सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने लोगों से कोडरमा से भाजपा के पक्ष में मतदान करके अन्नपूर्णा देवी को भारी मतों से जिताने की अपील की। वंही अन्नपूर्णा देवी ने लोगों से अपने पक्ष में वोट का आशीर्वाद देने की मांग की।

सोमवार, 15 अप्रैल 2019

झामुमो नेता राजकिशोर राम की हृदयगति रुकने से निधन

झारखण्ड आंदोलन में सक्रिय रहे झामुमो नेता राजकिशोर राम का निधन

 गिरिडीह। झारखंड आंदोलनकारी सह झामुमो नेता राजकिशोर राम का सोमवार की शाम हृदयगति रूकने से निधन हो गया। वह विगत कई दिनों से बीमार चल रहे थे। दो दिन पूर्व उनकी तबीयत कुछ अधिक बिगड़ने के कारण उन्हें जीडी बगेड़िया हास्पिटल में  भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान आज शाम उनका निधन हो गया। उनके निधन की खबर फैलते ही रिश्तेदारों व करीबियों के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों के लोग काफ संख्या में अस्पताल पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। 


स्व० राम एक परिचय

स्व० राम झारखंड अलग राज्य की मांग को लेकर चलाये गये आंदोलन में काफी सक्रिय थे। वह लम्बे समय तक झामुमो के जिला सचिव और बाद में  केन्द्रीय समिति सदस्य के दायित्व का भी निर्वहन किया। उन्होंने तत्कालीन नगरपालिका में पचम्बा वार्ड के वार्ड आयुक्त भी रहे। वर्ष 2002 से 2017 तक अर्थात 15 वर्षी तक माहुरी समाज द्वारा संचालित सामाजिक संगठन माहुरी वैश्य महामंडल के केंद्रीय अध्यक्ष का दायित्व भी उन्होंने बखूबी सम्हाला। उनके कार्यकाल में समाज के उत्थान के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किये।

कई ने व्यक्त की शोक संवेदना

स्व० राम की मौत की खबर सुनने के बाद उनके जानने और चाहने वालों की भीड़ उनके पचंबा स्थित आवास पर जमा हो गई। जिसमे माहुरी वैश्य महामंडल के वर्तमान अध्यक्ष सुबोध प्रकाश, उपाध्यक्ष प्रकाश सेठ, राजेश सेठ, राजेंद्र तर्वे, रवि कपिसवे, महिला आयोग की सदस्य पूनम प्रकाश, सुशील कंधवे, उमाचरण पहाड़ी, रश्मि गुप्ता, मधुर चरनपहारी, शंकर गुप्ता, प्रदीप कुमार, मनीष विनायक, विक्की कुमार, परमानंद कंधवे, अशोक भदानी, पूनम गुप्ता, ब्रज किशोर गुप्ता, अनिल गुप्ता, राम रतन राम, मीना गुप्ता, कंचन गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे। जिन्होंने उनके निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। वंही विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं और सामाजिक कार्यकताओं ने भी उनके निधन पर संवेदना व्यक्त किया और उनके निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।



कोडरमा : बाबूलाल के नामांकन में यूपीए महागठबंधन ने दिखायी एकजुटता

झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने किया नामांकन

गिरिडीह। झाविमो सुप्रीमो सह यूपीए महागठबंधन के कोडरमा प्रत्याशी बाबूलाल मंराडी ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी सह उपयुक्त गिरिडीह के समक्ष अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इस दौरान निर्वाची पदाधिकारी के कक्ष में बाबूलाल मंराडी के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार एवं झाविमो के केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद मुख्य रूप से मौजूद थे। जिनके साथ श्री मंराडी ने तीन सेटों में अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया।

कई दिग्गज हुए शामिल

वंही आज बाबूलाल मरांडी के नामांकन कार्यक्रम में यूपीए महागठबंधन की एकजुटता गिरिडीह में देखने को मिली। झाविमो सुप्रीमो के नामांकन में यूपीए घटक दल के प्रतिनिधि के रूप में झामुमो की ओर से जंहा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे थे, वंही कांग्रेस के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, रांची के पूर्व सांसद सुबोधकांत सहाय, एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता डा सरफराज अहमद भी मौजूद थे। मौके पर झाविमो केन्द्रीय उपाध्यक्ष डा सबा अहमद के साथ घटक दलों के अन्य कई दिग्गज नेता भी मौजूद देखे गये।

एनडीए को हराना यूपीए का मकसद : हेमंत

नामांकन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए ही हम सभी दल के नेता बाबूलाल जी के नामांकन में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूपीए महागठबंधन का एकमात्र  मकसद एनडीए प्रत्याशी को पराजित करना है। कहा कि कोडरमा में महागठबंधन की जीत तय करने के लिए गठबंधन के सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यह उसकी बानगी है। 

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में एक जवान शहीद, तीन नक्सली ढेर

गिरिडीह में पुलिस- नक्‍सली मुठभेड़, एक जवान शहीद, तीन नक्‍सली ढेर



गिरिडीह : जिले के देवरी प्रखंड स्थित एक जंगल में नक्सलियों और सीआरपीएफ के बीच सोमवार को मुठभेड़ हुई।  इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया वहीं सीआरपीएफ ने तीन नक्‍सलि‍यों को ढेर कर दिया है। यह मुठभेड़ देवरी प्रखण्ड अंतर्गत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के धरपहरि गांव के (भथुआपुरा जंगल) में हुई है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि बथुआपुरा जंगल में नक्सलियों का एक जत्था की किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की नियत से बैठक कर रहे हैं। इस सूचना के आलोक में  पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

ज्योंहि नक्सलियों की नजर पुलिस पर पड़ी नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। जवाबी कार्रवाई करते हुई पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चलीं। जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि तीन नक्सली भी ढेर हो गए।

 मारे गए तीनों नक्सली गिरिडीह जमुई के हार्डकोर माओवादी सिद्धू कोड़ा दस्ते के सदस्य बताये जाते है। जिनकी पहचान की जा रही है। तीनों के शव पुलिस ने बरामद कर लिये गये हैं। मुठभेड़ के बाद जान बचाकर भागे नक्सली घटनास्थल पर ही भारी मात्रा में असलहा विस्फोटक छोड़कर फरार हो गए। जिनमे एक एके-47 राइफल, तीन मैग्जीन और चार पाइप बम पुलिस ने बरामद कर लिया है।

सूचना मिलने के बाद गिरिडीह के एसपी सुरेंद्र कुमार झा, सीआरपीएफ के अनिल भारद्वाज, एसएसपी दीपक कुमार समेत कई पुलिस जवान घटनास्थल पर पहुंच गये हैँ। 

रविवार, 14 अप्रैल 2019

डीएसपी गिरफ्तार, भेजा गया जेल

नाबालिग से अश्लील हरकत करने के आरोप में डीएसपी गिरफ्तार

 
धनबाद: 12 वर्षीय नाबालिक लड़की के साथ अश्लील हरकत करने के आरोप में दुमका डीआईजी ऑफिस में डीएसपी एडमिन के पद पर पदस्थापित सुरेश प्रसाद पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और डीएसपी सुरेश पासवान को आज जेल भेज दिया जाएगा। 

डीएसपी के द्वारा किए गए अश्लील हरकत की शिकायत नाबालिग ने सरायढेला थाने में की थी। लडकी के आवेदन के आधार पर पुलिस ने आरोपी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है मामला :-

जानकारी के अनुसार नाबालिक लड़की ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार को वह स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। सरायढेला थाना मोड़ के पास डीएसपी सुरेश पासवान उसे मिला। उसने छात्रा से हालचाल पूछा और नाबालिग लड़की के साथ अश्लील हरकत करने लगा। जब नाबालिग ने विरोध किया तो सुरेश ने धमकी दी कि इस घटना के संबंध में किसी से कुछ नहीं कहना, वरना बुरे परिणाम भुगतने होंगे।

परिजनों को दी घटना की जानकारी:-

 स्कूल से घर लौटकर नाबालिग घर मे बैठ कर रो रही थी उसकी मां ने जब उससे पूछी तो उसने अपने साथ हुए घटना की जानकारी अपनी मां को बतायी। जिसके बाद नाबालिग लड़की के परिजनों ने शुक्रवार की रात में ही मामले की लिखित शिकायत सरायढेला थाने में की थी।

त्वरित कार्रवाई :-

 शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। आरोपी डीएसपी को थाने बुलाया गया। लेकिन डीएसपी ने बाहर होने के बात कह मामले को टाल गया। शनिवार को डीएसपी को हिरासत में लेकर थाना लाया गया। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया।

1984 बैच का दारोगा हैं डीएसपी सुरेश पासवान:-

मिली जानकारी के अनुसार  सुरेश प्रसाद पासवान 1984 बैच का दारोगा है। राज्य अलग होने के बाद कैडर विभाजन में वह झारखंड आया। प्रमोशन पाकर इंस्पेक्टर बना। 25 मई 2015 को सुरेश को प्रमोट कर डीएसपी बनाया गया था। आईआरबी-2 मुसाबनी से इसी साल 28 फरवरी को सुरेश प्रसाद का तबादला दुमका डीआईजी कार्यालय किया गया था। वह परिवार के साथ धनबाद में ही जगजीवन नगर डाक्टर कॉलोनी स्थित बीसीसीएल क्वार्टर में रहता है।

 भेजा गया जेल :-

मामले की पुष्टि करते हुए धनबाद एसएसपी कौशल किशोर ने बताया कि आरोपी डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया गया है उसे आज जेल भेज दिया जाएगा।

संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ चोट करें, अभी है माकूल वक्त : माले

भाकपा माले ने दी डॉ भीमराव अंबेडकर की 128 वीं जयंती पर श्रधांजलि

संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ अभी निर्णायक चोट करने का वक्त : माले
 गिरिडीह :भाकपा माले नेताओं ने गिरिडीह अंबेडकर चौक स्थित बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर उनके 128 वीं जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया। 

 मौके पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए माले के राज्य कमेटी सदस्य राजेश यादव एवं जिप सदस्य मनोवर हसन बंटी ने कहा कि देश के दबे-कुचले तथा हर तबके के लोगों को भारत के संविधान में जो बराबरी का दर्जा हासिल है उसे फासिस्टवादी शक्तियां खत्म कर मनुवाद पर आधारित संविधान थोपने की जो साजिश कर रही है। नेता द्वय ने कहा कि संविधान पर हमला करने वालों के खिलाफ अभी निर्णायक चोट करने का वक्त आ गया है।
कहा कि बाबा साहब ने शिक्षित, संगठित होकर अपने हक-अधिकारों के लिए संघर्ष करने का जो रास्ता अभिवंचित वर्ग के लोगों को दिखाया था, उसके ठीक विपरीत मौजूदा सरकार की नीतियों से वह वर्ग शिक्षा समेत अपने तमाम अधिकारों से वंचित होता जा रहा है।

 कहा कि आम लोगों को उनके सवालों से भटका कर यह सरकार उन्हें गैरजरूरी सवालों पर उलझाने हर रोज साजिशें कर रही हैं जिससे सचेत रहने की जरूरत है।
 इस श्रधांजलि सभा के मौके पर वहां बड़ी तादाद में भाकपा माले से जुड़े लोग मौजूद थे।


शनिवार, 13 अप्रैल 2019

वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का हुआ निधन

गिरिडीह की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आकस्मिक निधन

गिरिडीह : जिला अधिवक्ता संघ की पूर्व सचिव सह जिले की वरिष्ठ महिला अधिवक्ता कंचनमाला का आज दोपहर बाद कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गयी। वह न केवल तेज़ तर्रार और बेबाक महिला अधिवक्ता थी बल्कि सर्वसमाज की चहेती अधिवक्ता भी थी। उनके आकस्मिक निधन से पुरे शहर में शोक की लहर दौड़ गयी है। 

पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं और कोलकाता में उनका इलाज चल रहा था। कोलकाता के एक अस्पताल में उनका गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ था। लेकिन आपरेशन के बाद उन्हें होश नहीं आया और आज दोपहर बाद उन्होंने अस्पताल में ही दम तोड़ दी।

विदित हो कि तेज़ तर्रार और निर्भीक व्यक्तित्व की स्वामिनी कंचन माला गिरिडीह जिला अधिवक्ता संघ को लगातार दो बार सचिव रहीं। उनके कार्यकाल में जिला अधिवक्ता संघ को एक अलग ही पहचान मिली थी।

 गिरिडीह के जाने माने अधिवक्ता रहे स्व विद्या शंकर सहाय की दो पुत्रियों में बड़ी कंचनमाला अपने पिता के ही पदचिन्हों पर चल गिरिडीह में वकालत शुरू की तो उनकी छोटी बहन जया धनबाद अधिवक्ता संघ से जुड़ कर धनबाद बार में प्रेक्टिस कर रही हैं। अधिवक्ता कंचनमाला के पति गिरिडीह के जाने माने मवेशी चिकित्सक हैं वंही उनकी छोटी बहन अधिवक्ता जया के पति भी धनबाद के नामचीन हड्डीरोग विशेषज्ञ चिकित्सकों में शामिल हैं। वह पीएमसीएच धनबाद में पद्स्थापित हैं साथ ही उनका गोविंदपुर में अपना निजी नसिंग होम "जसलोक" संचालित है।

कंचन माला के आकस्मिक निधन से उनके परिजनों के साथ साथ तमाम जानने वाले और अधिवक्तागण शोकाकुल हैं। बताया जाता है कि उनका पार्थिव शारीर देर रात गिरिडीह के शास्त्रीनगर स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा।