गुरुवार, 16 जनवरी 2025

पिता की गलती और मोबाइल ने ले ली 11 महीने के मासूम की जान

हरियाणा (Hariyana)। हरियाणा के जींद शहर में पिता की एक गलती और मोबाईल दोनों ने मिलकर 11 महीने की मासूम की जान ले ली। अब उनके पास पछताने और रोने के सिवाय कोई चारा नहीं है। जिस घर में कभी बच्ची की किलकारी गुंजा करती थी, वहां अब मातम की चीखें गूंज रही है। 


आजकल के अधिकतर पेरेंट्स मोबाईल में इतने खो जाते हैं कि कई बार उन्हें बच्चे तक की सुध नहीं रहती। ऐसे में ये छोटे और नाजुक बच्चे किसी बड़े खतरे का शिकार हो जाते हैं। जींद की घटना जानकर न केवल आपका कलेजा फट जाएगा बल्कि आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे। आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि ऐसी गलती मुझ से भी न हो जाए। यह घटना सभी पेरेंट्स के लिए बड़ी सिख बनने वाली है।  जींद शहर की इंप्लाइज कॉलोनी में रहने वाले एक परिवार को ये सबक अपनी 11 माह की बच्ची की सांसे थमने के बाद सीखने को मिला। 


मासूम बेटी को नहलाने ले गया था पिता

दरअसल जींद शहर की इंप्लाइज कॉलोनी में रहने वाले विक्रम अपनी 11 महीने की बेटी को नहलाने के लिए बाथरूम में ले गए थे। यहां उन्होंने बेटी को नल के नीचे एक खाली टब में बैठा दिया। इस बीच विक्रम के मोबाईल पर किसी का कॉल आ गया। वह कॉल अटेंड करने बेटी को बाथरूम में अकेला छोड़ कमरे में चले गए। इस दौरान उनका 4 साल का बेटा बाथरूम में आया और नल चालू कर चला गया।  कुछ देर बाद विक्रम की पत्नी रेखा बाथरूम पहुंची तो वहां का नजारा देख उसकी चीख निकल पड़ी। उसने जो देखा वह बहुत हैरान करने वाला था।


पानी भरे टब में डूब चुकी थी मासूम

रेखा ने देखा कि उसकी 11 माह की मासूम पानी से भरे टब में डूब चुकी है। बेटी की ये हालत देख उसने तुरंत उसे टब से बाहर निकाला। परिजन बेटी को आनन फानन में नजदीकी अस्पताल ले गए। लेकिन अफसोस की तब तक बहुत देर हो चुकी थी। टब में डूबने के कारण 11 महीने की मासूम की सांसे हमेशा के लिए थम चुकी थी। डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। ये खबर सुन पूरे परिवार में दुख की लहर सी दौड़ गई। हर किसी का रो रो कर बुरा हाल है। आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।


सभी लापरवाह पेरेंट्स के लिये सबक

इस घटना का सबसे ज्यादा दुख पिता को है। वह बार बार रो रोकर बोल रहे हैं कि ये सब मेरी गलती से हुआ। मुझे अपनी फूल सी नाजुक बेटी को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए था। ये घटना उन सभी लापरवाह पेरेंट्स के लिए भी सबक है जो अपने बच्चों का ज्यादा ध्यान नहीं रखते हैं। इसलिए अपने बच्चों पर से नजर न हटाएं तो बेहतर होगा। बच्चे बहुत मासूम होते हैं। उन्हें एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। उनका पल पल पर ध्यान रखना चाहिये। आपकी एक छोटी सी गलती आपको भारी पड़ सकती है। बस आपकी एक लापरवाही से आपके मासूम बच्चे की जा सकती है जान।

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