गुरुवार, 16 जनवरी 2025

चमत्कार : चिता पर लेटाने के पूर्व ही जीवित हुआ मृत युवक, मची श्मसान घाट में भगदड़

बनारस (Banaras)। यह दुनिया चमत्कार से भरी पड़ी है। यहां आये दिन कुछ न कुछ चमत्कार होते ही रहते हैं। उन चमत्कारों को खुली आंखों से देख कर भी लोग उस पर विश्वास नहीं कर पाते। ऐसा ही एक चमत्कार बनारस में हुआ जब एक मृत व्यक्ति को चिता पर लेटाने से पहले ही वह जिंदा हो गया। जिसे देखकर उसके नाते रिश्तेदार सब अचंभे में पड़ गए। 

 
सड़क हादसे में हुई थी युवक की मौत

श्मशान घाट मे लाये 21 साल के युवक को वापिस  जीवित देख आसपास के लोग हैरान रह गए और श्मशान घाट में भगदड़ मच गई। बताया गया कि 21 साल के युवक को सड़क दुर्घटना में बहुत गंभीर चोटें आई थी जिसके बाद बीएचयू अस्पताल में डॉक्टर ने इलाज के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। उसके मृत होने के बाद उसके नाते-रिश्तेदारों से चार कंधों पर लेकर श्मशान घाट पहुंचे। वहां जाकर उसके अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की गई। उस दौरान युवक के कम उम्र में मौत से नाते-रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा था।


चलने लगा मृत युवक के हाथ पैर 

बनारस के गंगा घाट पर बुधवार की शाम को उसके पार्थिव शरीर को चिता पर लेटाने से पहले गंगा जी में नहलाया गया। जैसे ही उसे पानी में ले गए वैसे ही उसके हाथ पैर चलने लगे और मानो की शरीर में सांस लौट आई थी। उसके शरीर में कुछ हरकतें देख उस के नाते रिश्तेदार खुश हो गए और जल्दी से उसे लेकर BHU हॉस्पिटल के ट्रामा सेंटर पहुंचे।


हैरान रह गये परिजन

BHU में तुरंत डॉक्टर हरकत में आया और उसका इलाज शुरू कर दिया और जैसे ही उसका इलाज शुरू किया मात्र 15 मिनट बाद वह दोबारा से मृत घोषित कर दिया गया। अबकी बार डॉक्टर से पूरी तरह से जांच पड़ताल कर लेने के बाद ही यह घोषित किया कि वह पूरी तरह से मृत हो चुका है। उस के नाते रिश्तेदारों ने माना जैसे कि मात्र 15 मिनट के लिए ही उसकी जान वापस आई थी यह कोई चमत्कार से कम नहीं है। जिसे देखते हैं और उस के नाते रिश्तेदार जितने दुखी हुए हैं उतने ही हैरान भी हो गए।

            मृतक युवक का फाइल फोटो

 शादी ब्याह में पानी सप्लाई करता था युवक 

मृतक 21 वर्षीय युवक विकास बनारस में शादियों में पानी की सप्लाई किया करता था। जिस दिन उसका एक्सीडेंट हुआ उस दिनों वह अपने काम के दौरान ही कहीं जा रहा था। इसी दौरान हादसा हुआ जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद उसे मड़ुआडीह स्थित एक नामी अस्पताल में भर्ती कराया गया।  2 दिन तक उसे हॉस्पिटल में रख चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। 


परिजन लगा रहे डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

मृतक विकास के माता-पिता इस घटना से बहुत नाराज हैं। उंनका आरोप है कि हॉस्पिटल की लापरवाही से उनके बेटे की जान चली गयी। उनका कहना है कि अस्पताल में विकास को सही इलाज मिलता तो वह आज जिंदा होता। उसके माता-पिता अब अस्पताल प्रबंधन और ड्यूटी में तैनात चिकित्सक पर केस करना चाहते हैं। उनका कहना है यदि विकास को किसी और हॉस्पिटल में ले जाते तो शायद विकास आज जिंदा होता।

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