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बुधवार, 8 जुलाई 2020
सड़क हादसे में घायल ट्रक ड्राइवर की इलाज के दौरान मौत

हजारीबाग : दहेज की बलि चढ़ गयी गिरिडीह की बेटी शिवानी
दहेज की बलि चढ़ गयी गिरिडीह की बेटी शिवानी
हजारीबाग/चलकुसा : दहेज दानवों की प्रताड़ना से परेशान 22 वर्षीय विवाहिता शिवानी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत के मामले में चलकुसा पुलिस चौबे गांव पहुँच कर शव को अपने कब्जे में ले मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
गिरिडीह नगरथाना क्षेत्र के धरियाडीह निवासी मृतक के पिता के शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 304 बी 34 भादवी के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी पति अच्युतानंद पांडेय, त्रिभुवन पांडेय, सदानन्द पांडेय, परमानंद पांडेय और मृतक की गोतनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया तथा शव को अंत्यपरीक्षण हेतु भेज दिया है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक इस मामले में किसी भी नामजद अभियुक्त की गिरफ़्तारी नही हुई है।
बताते चले कि दहेज दानवों की प्रताड़ना से परेशान चौबे की नवविवाहिता शिवानी देवी की संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई। ससुराल पक्ष के लोगों ने मृतका द्वारा फांसी लगाने की बात कह कर उसे इलाज हेतु चिकित्सालय ले जाने की बातें बता रहे है। ससुराल वालों के अनुसार चिकित्सालय ले जाने के क्रम में रास्ते मे ही उसकी मौत हो गयी।
मृतका के पिता ने बताया कि एक वर्ष पूर्व चौबे निवासी त्रिभुवन पांडेय के पुत्र अच्युतानंद पांडेय के साथ उनकी पुत्री शिवानी का विवाह हुआ था। उस वक्त दहेज के रूप में साढ़े तीन लाख रुपया नगद व एक बुल्लेट गाड़ी दी गयी थी। लेकिन विवाह के कुछ दिन बाद से ही ससुराल वालों द्वारा बोलेरो गाड़ी की मांग होने लगी। जिसे पूरा नही कर पाने के कारण शिवानी के साथ ससुराल वालों ने कई बार मारपीट कर मायके पहुँचा दिया गया था।
बीते दिनों मृतका के दादी सास की मौत हो गयी थी। उसी श्राद्ध कर्म में शामिल होने सप्ताह भर पूर्व ही मृतका अपनी ससुराल आयी थी और यह घटना घटी। बहरहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

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मंगलवार, 7 जुलाई 2020
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22वीं शहादत दिवस पर दी गयी शहीद मथुरा मंडल समेत दस लोगों को श्रद्धाजंलि
22वीं शहादत दिवस पर दी गयी शहीद मथुरा मंडल समेत दस लोगों को श्रद्धाजंलि
घोषणा के 22 वर्ष बाद भी नही मिला आश्रितों को सरकारी नौकरी : नागेंद्र महतो
गिरिडीह/बगोदर : बगोदर प्रखंड के अटका बस पड़ाव मैदान में मंगलवार को शहीद मथुरा मंडल समेत दस लोगों का 22वां शहादत दिवस सादगी पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बगोदर के पूर्व विधायक नागेंद्र महतो व विशिष्ठ अतिथि के रूप में भाजपा नेता शत्रुधन मंडल उपस्थित थे।
कार्यक्रम में सबसे पहले शहीद मथुरा मंडल पत्नी शांति देवी ने शहीद वेदी पर माल्यार्पण कर की। बाद में मुख्य अतिथि बगोदर के पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो शत्रुधन मंडल पुत्र दीपु मंडल समेत दर्जनों लोगों ने बारी बारी से माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि दी।
मौके पर पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने कहा कि आज ही के दिन 22 वर्ष पूर्व एकीकृत बिहार के समय मथुरा मंडल समेत दस लोगों की हत्या उग्रवादियों ने कर दी थी। उस समय के तत्कालीन बिहार सरकार ने सभी मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी एक-एक लाख मुआवजे व इंदिरा आवास देने की घोषणा की थी।परन्तु मुआवजे व इंदिरा आवास तो मिल गया था। लेकिन पीडित परिवार को सरकारी नौकरी आज तक नहीं मिली।
उन्होंने कहा कि मैंने विधानसभा में भी यह मामला उठाया था। परन्तु उस समय सरकार ने कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया था कि यह घटना एकीकृत बिहार की है। कार्यक्रम में कुलदीप साव लक्षमण मंडल जीवाधन मंडल राजु सिंह जगदीश महतो भूनेश्वर मोदी अशोक सोनी रवि सिंह रामकिशुन मेहता समेत दर्जनों लोग शामिल थे।

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