मंगलवार, 7 जुलाई 2020

जमुआ विधायक के विरुद्ध ग्रामीणों ने फूंका बिगुल, शुरू किया अनिश्चितकालीन आमरण अनशन

जमुआ विधायक के बिरोध में ग्रामीणों ने फूंका बिगुल, शुरू किया अनिश्चितकालीन आमरण अनशन 

 गिरिडीह/ जमुआ :  मंगलवार को जमुआ अंचल कार्यालय के समक्ष कारोडीह गांव के कुछ लोगो द्वारा जमुआ विधायक और उनके परिजनों के द्वारा खतियानी रैयती जमीन पर मकान बनाकर कब्जा करने के खिलाफ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन प्रारंभ किया गया  है। आमरण अनशन करने वालों में गोपाल यादव, प्रभु यादव, शंकर यादव, अशोक कुमार यादव, अर्जुन महतो, सोमर महतो आदि शामिल है । 

बताया गया कि कारोडीह गांव के प्रदीप यादव,देवनंदन यादव, नरेश यादव आदि के जमीन पर मकान बन रहा है, जिसके विरोध में उक्त लोगों ने अधिकारियों को भी पत्र लिखा है। इनका कहना है कि इनका खतियानी जमीन पर मकान बन रहा है, निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाए। इनके समर्थन में भाकपा माले के अशोक पासवान, विजय पाण्डेय, ललन यादव, असगर अली , राजेश दास आदि अनशन स्थल पर आकर कहा कि अविलंब निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाए  अन्यथा माले सड़क पर आंदोलन करेगी । 

 मामले का निराकरण अदालत से सम्भव : सीओ 

इस संदर्भ में जमुआ अंचलाधिकारी रामबालक कुमार ने कहा कि अनशनकारियों के पूर्वज ने उक्त जमीन विधायक के परिजनों को उपलब्ध कराया है ।  उक्त जमीन पर 100 वर्षों से विधायक के परिजनों का कब्जा है ।  उक्त जमीन का निराकरण अदालत में ही होगा।

विधायक को बदनाम करने की साजिश : परिजन

इस मामले में विधायक के भाई परमेश्वर हजरा , लड्डू हाजरा और भुनेश्वर हाजरा ने कहा कि वे लोग उक्त जमीन को 100 वर्षों से जोत आबाद कर रहे हैं । उक्त जमीन विधायक केदार हजरा के जन्म के पहले 1928 से उनके परिवार के लोगों का कब्जा है । जिन लोगों ने जमीन कब्जा करने का आरोप मढ़ा है उन्हीं के पूर्वज ने 1928 में  हुकुमनामा बनाकर दिया है यह सब विधायक के परिवार के लोगों को बदनाम करने की साजिश है ।

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