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शनिवार, 28 मार्च 2020
लाॅक डाउन में दिल्ली में फँसे झारखंडियों को आप के झारखण्ड प्रवक्ता कर रहे मदद

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शुक्रवार, 27 मार्च 2020
सुहागिनों ने की विधि पूर्वक गणगौर की पूजा-अर्चना
सुहागिनों ने की विधि पूर्वक गणगौर की पूजा-अर्चना
गिरिडीह : गिरिडीह में गणगौर की पूजा-अर्चना सुहागिनों द्वारा पूरे उत्साह के साथ किया जाता है। लेकिन इस वर्ष कोरोना को लेकर किये गये लॉकडाउन का खासा असर इस पूजन पर देखने को मिला। गिरिडीह में महिलाओं ने अपने घरों में ही पूजा अर्चना की और परम्परागत तरीके से शुक्रवार को व्रत का पारण किया।
बता दें कि होलिका दहन की राख से सुहागिन महिलाएं शिव-पार्वती की मूर्ति तैयार कर पूरे 16 दिनों का अनुष्ठान करती है। सुहाग की लंबी आयु की कामना करते हुये अंतिम दिन सुहागिन 16 श्रृंगार कर पूरे विधान से गणगौर की पूजा-अर्चना कर सुहागिनों द्वारा शिव-पार्वती की मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है।

कोरोना के खिलाफ जंग में बहादुरी से जुटे हैं अभिनेता "आनंद ओझा"

दूरदर्शन पर 28 मार्च से प्रसारित होगा 78 अपीडोड वाला धार्मिक सीरियल रामायण
दूरदर्शन पर 28 मार्च से प्रसारित होगा 78 अपीडोड वाला धार्मिक सीरियल रामायण
न्यूज़ अपडेट डेस्क : रामानंद सागर की रामाणय को पसंद करने वाले दर्शकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। जनता की मांग पर शनिवार 28 मार्च से 'रामायण' का प्रसारण पुनः दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर शुरू होगा। पहला एपिसोड सुबह 9.00 बजे और दूसरा एपिसोड रात 9.00 बजे प्रसारित होगा ।
बता दें कि रामानंद सागर की रामायण का प्रसारण साल 1987 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था। वहीं बीआर चोपड़ा की महाभारत का प्रसारण भी साल 1988 में पहली बार दूरदर्शन पर हुआ था। रामायण और महाभारत को लोग इतने चाव से देखते थे कि सड़कों पर एक दम सन्नाटा होता था। इन धार्मिक कार्यक्रमों के प्रसारण के वक्त बाहर सड़कों का माहौल एक दम कर्फ्यू की तरह ही होता था।
1987-88 में रामायण और महाभारत को लोग बड़े ही चाव से देखते थे। कहा जाता है कि उस दौर में अफसर से लेकर नेता तक किसी से मिलना तो क्या किसी का फोन भी उठाना पसंद नहीं करते थे। 78 एपिसोड वाले रामायण का प्रसारण जब होता था तो देश की सड़कों और गलियों में कर्फ्यू जैसा सन्नाटा छा जाता था। भारत के तमाम शहरों और गांवों में रामायण के टेलीकास्ट के समय लोग अगरबत्ती जलाकर बैठा करते थे। चप्पलें कमरे के बाहर उतार दी जाती थीं।
गौरतलब है कि रामायण में भगवान राम का किरदार अरुण गोविल ने निभाया था। वहीं सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया को आज भी सीता के रूप में ही याद किया जाता है। इसके साथ ही दारा सिंह ने हनुमान का रोल निभाया था। वहीं रावण का रोल निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने खासी लोकप्रियता बटोरी थी।

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