शुक्रवार, 27 मार्च 2020

जुम्मे की नमाज में नही दिखी मस्जिदों में भीड़ भाड़

जुम्मे की नमाज में नही दिखी मस्जिदों में भीड़ भाड़
        फोटो : जमुआ जामा मस्जिद में पसरा सन्नाटा

जमुआ / गिरिडीह : महामारी कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश मे चल रहे लॉक डाउन को देखते हुवे जमुआ में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज मस्जिदों में नही पढ़ सभी लोग अपने अपने घरों में पढ़ें। प्रखंड के मस्जिदों में जुम्मे के दिन जहां सैकड़ों की संख्या में लोग इक्कठा होकर पढ़ते थे नमाज जहां आज सन्नाटा पसरा रहा ।

जानकारी के मुताबिक प्रखंड के सभी मस्जिदों में सामान्य दिनों की तरह जुम्मे की अजान भी हुई और बाकायदा जमात के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुवे नमाज भी पढ़ी गई लेकीन मात्र चार से पांच लोग ही रहें। जहां अक्सर मस्जिदों में देखा गया कि मस्जिद के ईमाम, मौअज्जिन के अलावे दो तीन बुजुर्ग ही रहे बाकी सभी लोग अपने अपने घरों में ही नमाज को अदा किए।

ज्ञात है कि मस्जिदों में जुम्मे की नमाज नही पढ़ी जाने को लेकर सरकारी फरमान तथा अपने एवं देश वासियों के हित को देखते हुवे संबंधित ग्रामों के औहदेदार, अंजुमन के सदर सेक्रेटरी, ईमाम, मुखिया, पंसस सहित समाजसेवियों ने आगे बढ़ कर सभी मस्जिदों एवं कमिटी के लोगों के बीच जनसंपर्क चला कर सरकारी आदेशों का पालन करने एंव करवाने हेतु सक्रिय दिखे ओर खुद से आगे बढ़ कर लोगों को पालन करते हुवे अपने अपने घरों में नमाज अदा करने की अपील करते दिखे।

    इस बाबत शहिद शेख भिखारी मदरसा रांची के मोहतमिम मुफ़्ती अब्दुल कुद्दुश,जमुआ जामा मस्जिद के ईमाम मौलाना महमूद आलम,मुखिया चीना खान,समाजसेवी मो.जहीद,अबुजर नोमानी,असगर अली, महशर ईमान, जुल्फिकार अली,असरार आलम,
इसराइल अंसारी,मो.अफरोज आलम,आदि  ने बताया कि अभी देश के हालात को देखते हुवे हम सभी देश हित मे काम करें और सरकारी आदेशों का पालन करते हुवे अपने तथा अपने देश वासियों को इस महामारी से बचायें।कहा कि नमाज पढ़नी है बस,ऐसा नही की मस्जिद में ही नमाज होगी।

कहा कि देश मे लगे लॉक डाउन के बाद आज पहला जुमा था जिसे सभी जगहों में इसका मुस्तेद से पालन किया गया।और सभी लोग अपने अपने घरों में ही नमाज पढ़ें,उपरोक्त ने अपने प्रखंड सहित उन सभी भाइयों को मुबारक बाद दिए जिन्होंने सरकारी आदेशों को पालन करते हुवे मस्जिदों में भीड़ लग कर नमाज नही पढ़ीं।

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