भारत बन्द के समर्थन में भाकपा माले ने निकाला प्रतिवाद मार्च, किया केंद्र सरकार का पुतला दहन
राजधनवार/गिरिडीह : केंद्र सरकार द्वारा देश के किसान एंव श्रमिक विरोधी बिल पास कराने के खिलाफ शुक्रवार को भाकपा माले प्रखण्ड सचिव के नेतृत्व में पूरे धनवार बाजार में प्रतिवाद मार्च निकाला गया। साथ ही धनवार के गाँधी चौक में भाजपा सरकार का पुतला दहन किया गया।
इस दौरान भाकपा माले प्रखण्ड सचिव किशोरी अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार देश के किसान एवं श्रमिक विरोधी दिल जबरन पास करा लिया है। जबकि इन मामले में इनके ही सरकार में शामिल मंत्री ने बिल के विरोध में इस्तीफा दे दिया है।
कहा कि सरकार की किसान और श्रमिक विरोधी नीति से देश के अधिकतर किसान श्रमिक एवं बेरोजगार हताश है। उनमें असंतोष तथा आक्रोश पनप रहा है जिसे सरकार नजर अंदाज कर रही है। देश के महत्वपूर्ण हवाई, रेल, चिकित्सा, बैंक और बीमा जैसी व्यवस्था को निजी हाथों में सौंपने का निर्णय आखिरकार किसके हित में है।
उन्होंने कहा कि केंद्र में सरकार देश के 120 करोड़ जनता चुनती है लेकिन उन देशवासी के हक और अधिकार के विरोध में नीति निर्धारित होना भारत के लोकतंत्र के साथ क्रूर मजाक है। सरकार पुरानी पेंशन योजना को बंद कर दी है। सभी खाली पदों पर बहाली नहीं हो रही है। इसका खामियाजा देश के बेरोजगार और आम-आवाम भुगत रही है। दूसरी ओर सरकार पूंजी पतियों तथा कॉरपोरेट घराने के लोगों को खुश करने में लगी हुई है। जो देश की जनता के लिए अन्याय है।
प्रतिवाद मार्च कार्यक्रम में भाकपा माले नेता विनय संथालिया, जिला परिषद सदस्य रेखा अग्रवाल, कौशल्या दास, राजकुमार दास, शंकर पासवान, गोपाल भदानी, नरेश यादव, संजय पांडेय, नारायण दास सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
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