शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

एफसीआई का गायब चावल में 200 बोरा चावल हुआ बरामद, एक चावल व्यवसायी गिरफ्तार

एफसीआई का गायब चावल में 200 बोरा चावल हुआ बरामद, एक चावल व्यवसायी गिरफ्तार
 गिरिडीह:  पचंबा स्थित बाजार समिति से चावल लदा गायब ट्रक के मिलने के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुये बेंगाबाद थाना क्षेत्र के दूधिटांड स्थित एक चावल व्यवसायी के गोदाम में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से लगभग 200 बोरे से अधिक चावल बरामद किया है।

 वहीं गोदाम के बाहर से पुलिस ने चावल लदी एक पिकअप वैन भी बरामद किया है। पुलिस ने गोदाम में मिले चावल के साथ वाहन में लदे चावल को जब्त कर लिया है. वहीं गोदाम संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ करने में जुटी है। 

गौरतलब है कि बीते आठ अगस्त की रात ट्रक मालिक मनोज कुमार भदानी के दो ट्रक  रेलवे रैक से चावल लेकर बाजार समिति स्थित गोदाम पहुंचे थे. जहां एक ट्रक खाली हो गया जबकि दूसरा ट्रक खाली कराने के इंतजार में खड़ा रहा. बताया जाता है कि उक्त ट्रक में 420 बोरा चावल लोड था. 
ट्रक के चालक के अनुसार वह  ट्रक को खड़ा करने के बाद चाभी मालिक को सौंप दिया था। इसी दौरान बुधवार रात वह ट्रक बाजार समिति से गायब हो गया और गुरुवार की सुबह वह ट्रक बेंगाबाद थाना क्षेत्र के पारडीह मोड़ के समीप से बरामद किया गया लेकिन ट्रक में चावल नहीं था।

इस बाबत पचंबा थाना प्रभारी शर्मानंद सिंह ने बताया कि  खाली ट्रक मिलने के बाद जांच पड़ताल में बेंगाबाद के दूधिटांड स्थित टोल प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो ट्रक लगभग 5 बजे अहले सुबह बेंगाबाद की ओर जाता हुआ पाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर चावल व्यवसायी के गोदाम पर छापा मारा गया।  बरामद चावल को जब्त कर लिया गया है। चावल व्यवसायी शम्भु राम एवं ट्रक चालक की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है। जांच के बाद सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बताया कि ट्रक के मालिक के साथ चालक एवं व्यवसायी को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है।

बेंगाबाद और पचंबा थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
छापेमारी दल में बेंगाबाद थाना प्रभारी दीपक कुमार, पचंबा थाना प्रभारी शर्मानन्द सिंह, एसआई केसी सिंह, उमेश सिंह, इस्माइल मारण्डी एवं पुलिस बल के जवान शामिल थे।

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची जाने को निकले, एसपी ने समझा बुझा कर वापस लौटाया

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने गिरिडीह के सहायक पुलिसकर्मी पैदल ही रांची जाने को निकले
गिरिडीह: आरक्षी पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। अब इनका आंदोलन तेज हो गया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर गिरिडीह में कार्यरत 85 सहायक पुलिस के जवान गिरिडीह से पैदल रांची जाने के लिए निकले। हालांकि एसपी ने समझा बुझा कर उन्हें वापस लाने में सफल रहे।

सहायक पुलिस के जवान रांची में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए शुक्रवार की सुबह ही न्यू पुलिस लाइन से निकले थे। रांची जाने वाले जवानों में कई महिला पुलिस कर्मी भी शामिल थी। सारे जवान अभी पुलिस लाइन से निकल कर गिरिडीह-डुमरी रोड के बदडीहा के जोडपहाडी के पास ही पहुंचे थे। तभी मुफ्फसिल थाना प्रभारी रत्नेश ठाकुर सहायक जवानों को रोकने के लिए पहुंच गए।

थाना प्रभारी रत्नेश ठाकुर ने जवानों को समझाने का प्रयास किया लेकिन सहायक जवान मानने को तैयार नहीं थे। थाना प्रभारी की मौजूदगी में ही सारे सहायक पुलिस जवान जोडपहाड़ी के पास सड़क किनारे बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

गिरिडीह डुमरी पथ पर सीएम ढाबा व जोड़ापहाड़ी के   डीएसपी टू, सार्जेंट मेजर की अगुवाई में इन सहायक कर्मियों को समझाने व रोकने का प्रयास किया गया। भारी संख्या में बलों को बुलाया गया। इसके बाद ये सहायक पुलिसकर्मी बीच सड़क पर ही धरना पर बैठ रहे। सहायक पुलिसकर्मी का साफ कहना था कि राज्य सरकार उनके साथ सही नहीं कर रही है।

 उनका कहना है कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची एवं पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 25 सौ सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है।  जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है। नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है। इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है। बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने व हड़ताल में जाने के बाद भी सरकार ने उनकी ओर ध्यान नहीं दिया है। इसलिए आंदोलन के तहत मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने वे लोग रांची के लिए निकले हैं।

 इस बीच जानकारी मिलने के बाद एसपी अमित रेणु और डीएसपी बिनोद रवानी भी मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने सहायक जवानों को समझाया। उनके समझाने के बाद सभी जवान मान गये. इस दौरान एसपी के निर्देश पर बस मंगवा कर सहायक जवानों को वापस पुलिस लाइन भिजवाया गया.

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र निर्धारित समय सीमा पर हर हाल में निर्गत हो: महापौर सुनील पासवान

जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र निर्धारित समय सीमा पर हर हाल में निर्गत हो:  महापौर सुनील पासवान

निगम सभागार में हुई जन्म-मृत्यु सम्बन्धी समीक्षा बैठक

गिरिडीह:  नगर निगम के सभागार मे शुक्रवार को महापौर सुनील कुमार पासवान की अध्यक्षता मे जन्म-मृत्यु से सम्बंधित एक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक के दौरान महापौर श्री पासवान ने सभी वार्ड प्रभारियों को स्पष्ट हिदायत दिया कि जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये आवेदन प्राप्त करने के समय ही आवेदक से सारे कागजात प्राप्त कर लें। आवेदक को बार बार परेशान न करें और निर्धारित समय सीमा के अंदर प्रमाण पत्र आवेदक को सुपुर्द करें।  

इसके पूर्व जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र की समीक्षा के यह बात सामने आयी कि माह अगस्त मे 29 मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन नगर निगम कार्यालय मे आया है जिसमे 11 आवेदन ऐसा है जिसमें मृतक की मृत्यु निगम क्षेत्र से बाहर होने का उल्लेख है। निगम क्षेत्र से बाहर जिन मृतकों के मृत्यु प्रमाणपत्र का आवेदन प्राप्त हुआ उनका प्रमाण पत्र निगम से निर्गत नहीं हो सकता। शेष आवेदन का प्रमाण पत्र जल्द कार्यालय से निर्गत हो जायेगा।

वंही बैठक के दौरान पुनः जल समस्या पर चर्चा करते हुए महापौर ने संबंधित ठीकेदार को मामले का संज्ञान में लेकर त्वरित करवाई करते हुये उसे दुरुस्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

 महापौर की निगम क्षेत्र के लोगों की समस्या निदान के प्रति किये जा सकारात्मक पहल से अब यह उम्मीद जगने लगी है कि इसका लाभ शहर वासियों को मिलेगा। और निगम की लचर व्यवस्था में कुछ हद तक सुधार होगा।

बैठक में उपमहापौर प्रकाश सेठ,  उप नगर आयुक्त राजेश प्रजापति,  कार्यालय सहायक राम कुमार सिन्हा , नोडल अधिकारी अरविंद मोदी समेत सभी वार्ड प्रभारी, वार्ड तहसीलदार मुख्य रूप से उपस्थित थे।



आज है गिरिडीह जिले के घटित हुई भेलवाघाटी सामूहिक नरसंहार की बरसी

आज है गिरिडीह जिले के घटित हुई भेलवाघाटी सामूहिक नरसंहार की बरसी

गिरिडीह : आज है भेलवाघाटी में घटित हुई सामूहिक नरसंहार की बरसी। पन्द्रह साल पूर्व आज ही के दिन अर्थात 11 सितम्बर 2005 को प्रतिबंधित नक्सली भाकपा माओवादी के हथियार बंद दस्ते ने 17 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। 

उस जघन्य सामूहिक नरसंहार की घटना में भेलवाघाटी निवासी मजीद अंसारी, मकसूद अंसारी, मंसूर अंसारी, रज्जाक अंसारी, सिराज अंसारी, रामचन्द्र हाजरा, गणेश साव, अशोक हाजरा, जेनस मुर्मू, मुंशी मियां और उनके बेटे जमाल अंसारी, कलीम मियां, हमीद मियां, चेतन सिंह, दिलमुहम्मद अंसारी, युसूफ अंसारी आदि की माओवादियों ने नृशंस हत्या कर दी थी। उस नरसंहार कांड में मारे गए सभी 17 लोग ग्रामरक्षा दल के सदस्य थे। 

माओवादियों के हथियार बन्द दस्ते ने उस सबों की हत्या जनअदालत लगा कर किया था। माओवादियों के दस्ता 11 सितबंर 2005 की रात भेलवाघाटी गांव पर धावा बोला था और पूरे गांव को अपने कब्जे में कर लिया था। इस दौरान माओवादियों ने गांव के मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से पूरे गांव में जनअदालत लगाने का एलान किया था। और सभी ग्रामीणों को जनअदालत में पहुंचने को कहा था। माओवादियों के उस एलान के बाद गांव के ग्रामीणों के साथ ग्राम रक्षादल के कुछ सदस्य जनअदालत स्थल पर पहुंचे लेकिन कई लोग नहीं पहुंचे। ग्रामरक्षा दल के जो सदस्य जनअदालत में शरीक नहीं हुये माओवादियों उन एक-एक सदस्य को खोज कर जनअदालत पर लाया और और सभी की पहले पिटाई की फिर उनके हाथ-पांव बांधकर उनकी नृशंस हत्या कर दी थी।

15 साल पुरानी उस खूनी रात को भेलवाघाटी गांव के ग्रामीण आज भी याद कर काफी ख़ौफ़ज़दा हो जाते हैं। उनके सामने वह मंजर किसी चलचित्र की तरह घुमने लगती है। उस घटना में माओवादियों ने कई ग्रामीणों के घरों को भी विस्फोट कर उड़ा दिया था।


गौरतलब है कि भेलवाघाटी इलाके में माओवादियों को बढ़ते जनाधार को देख गांव के ग्रामीणों ने माओवादियों से लोहा लेने के लिए ग्राम रक्षा दल का गठन किया था। ग्राम रक्षा दल के इन सदस्यों को माओवादियों से लोहा लेने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा टार्च, लाठी समेत कई हथियार भी उपलब्ध कराये गये थे। ग्राम रक्षा दल के सदस्य रतजग्गा कर गांव में पहरा देना शुरू कर दिया था। जिससे गांव में माओवादियों की इंट्री पर रोक लग गयी थी। ग्रामरक्षा दल के सदस्यों के इस पहरा से बौखलाए माओवादियों  ने 11 सितबंर 2005 की रात भेलवाघाटी गांव पर धावा बोला और पूरे गांव को अपने कब्जे में कर सामूहिक नरसंहार की नृशंस घटना को अंजाम दिया था।

हालांकि उक्त सामूहिक नरसंहार की घटना के 15 साल बीत चुके हैं। लेकिन इन 15 सालों के दौरान उक्त नरसंहार में मारे गये ग्राम रक्षा दल के सदस्यों के परिजनों की सुध लेने वाला कोई नही है। सरकारी स्तर पर भी उन मृतकों के परिजनों को कोई सरकारी लाभ अब तक नहीं मिल पाया है।

जबकि घटना के दूसरे दिन सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री के अलावे राज्य के कई बड़े मंत्री, विपक्षी दलों के नेता और अधिकारियों का काफिला भेलवाघाटी गांव पहुंचा था जहां कई बड़ी घोषनाएं हुईं थीं। जिसमें मृतक के आश्रितों को नौकरी, पांच लाख का मुआवजा, मृतक के वृद्ध परिजनों को पेंशन, बच्चों को मुफ्त शिक्षा, पूरे गांव को एक आदर्श गांव बनाने जैसी घोषणाएं शामिल थीं।

इन 15 सालों के दौरान सिर्फ भेलवाघाटी में थाना खुल पाया है और आवागमन को सुगम बनाने हेतु फतेहपुर मोड़ से लेकर भेलवाघाटी तक सड़क का निर्माण कार्य जारी है। गांव के बच्चों की शिक्षा के लिए आश्रम का भवन बन रहा है। लेकिन मृतक के आश्रितों को नौकरी, मृतक के परिजनों को मुआवजा और पेंशन की घोषणाएं आज भी अधूरी पड़ी हुई है।

बुधवार, 9 सितंबर 2020

अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा के झारखंड सह प्रभारी बनाये गए डॉ.अशोक वर्मा

 अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा के झारखंड सह प्रभारी बनाये गए डॉ.अशोक वर्मा

जमुआ/ गिरिडीह : अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा के झारखंड़ सह प्रभारी बनाये गए डॉ अशोक कुमार वर्मा। श्री वर्मा अपने जीवनकाल में अपने जाति समाज एवं समाज मे दबे कुचलों के लिए रात दिन संघर्ष करते रहें हैं। चाहे वह समाज सेवा हो या निःशुल्क चिकित्सकीय सेवा यह लगातार निस्वार्थ अपनी सेवा देते आएं हैं। अपने प्रखंड जिला एवं प्रदेश में समाज सेवा एवं चिकित्सा के क्षेत्र अपनी एक मजबूत पहचान स्थापित किये हैं। 

डॉ वर्मा को कुशवाहा समाज के अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सीताराम कुशवाहा ने झारखण्ड प्रदेश का सह प्रभारी के पद पर मनोनित किया है। 

डॉ अशोक कुमार वर्मा को अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा का झारखंड़ प्रदेश सह प्रभारी नियुक्त किये जाने पर जिला कुशवाहा संघ प्रबुद्ध मंच के जिला प्रभारी मनोज कुमार वर्मा, प्रभु वर्मा, कपिल वर्मा, झारखंड़ पिछड़ा चेतना मंच प्रदेश महिला महामंत्री पार्वती वर्मा, राखी सोनी, साक्षी श्रीवास्तव, गोपाल वर्मा, आदि ने बधाई दिया है। कहा कि अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा ने झारखंड़ में संगठन को काम करने वाले को स्थान दिया है इनके कार्यकाल मे संगठन को मजबूती मिलेगा।

 नवनियुक्त झारखंड़ सह प्रभारी डॉ अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि जिला स्तर पर संगठन को मजबूत कर जिला कुशवाहा संघ के साथ तालमेल कर संगठन को धारधार बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कैलाश यादव की निर्मम हत्या एवं भाजपा नेता इंद्रलाल वर्मा पर जान लेवा हमला करने वाले अभियुक्तों को फांसी की सजा मिले।  झारखंड़ सरकार पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा दें। अगर सरकार पीड़ित परिवार को आर्थिक रूप से मदद नही किया तो अखिल भारतीय कुशवाहा क्षेत्रीय महासभा के बैनर तले जोरदार आंदोलन किया जाएगा।

अवैध लकड़ी लदा ट्रैक्टर को पुलिस ने किया जब्त, चालक को लिया हिरासत में

अवैध लकड़ी लदा ट्रैक्टर को पुलिस ने किया जब्त, चालक को लिया हिरासत में
गिरिडीह : जिले के पीरटांड़ प्रखण्ड के खुखरा थाना क्षेत्र स्थित ग्राम चिरूडिह में बुधवार की सुबह अवैध सखुवा का लकड़ी लदे ट्रैक्टर को ग्रामीणों ने धर दबौचा और खुखरा पुलिस को सुपर्द किया। खुखरा थाना की पुलिस मौके पर से अवैध लकड़ी लदा ट्रैक्टर के साथ ट्रेक्टर चालाक को भी अपने साथ थाना ले गयी।

ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिदिन इस गांव से होकर अवैध लकड़ी लदा ट्रैक्टर निकाल रहा था। अंततः ग्रामीणों ने घात लगाकर उक्त ट्रैक्टर को पकड़ लिया और वन विभाग को सूचना दिया। लेकिन सूचना मिलने के बाद भी विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे। बाद में ग्रामीणों इसकी सूचना खुखरा पुलिस को दी। सूचना मिलते ही खुखरा पुलिस सदल बल मौके पर पहुंचकर लकड़ी लदे ट्रैक्टर अपने कब्जे में ले लिया  और खुखरा थाना ले आयी। 
इस बीच पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक वनपाल संजय राय ने ट्रैक्टर और लकड़ी को अपने कब्जे में लेकर वन कार्यालय पारसनाथ ले गये है।

बहु के साथ मारपीट का आरोपी ससुर और देवर गिरफ्तार, गया जेल

बहु के साथ मारपीट का आरोपी ससुर और देवर गिरफ्तार, गया जेल
गिरिडीह : जिले की तीसरी थाना की पुलिस ने महिला के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार के आरोपी सिंघो निवासी राजेन्द्र शर्मा और संजीत शर्मा को गिरफ्तार कर जेल  भेजा दिया है।

पीड़िता ने बताया कि दो माह पूर्व ही वह अपने ससुर राजेन्द्र शर्मा व देवर संजीत शर्मा पर मारपीट करने व प्रताड़ित करने का मामला तिसरी थाने में दर्ज करायी थी। लेकिन थाना स्तर से उसके मामले में कोई सुनवाई नहीं हुआ है। महिला जब भी थाने जाती उसे टाल मटोल कर वापस भेज दिया जाता। इस बीच आरोपियों का उसके ऊपर दवाब भी बढ़ता जा रहा था। 

अंततः पीड़िता थक हार कर मंगलवार को गिरिडीह के एसपी अमित रेनु से मिलकर गुहार लगायी। पीड़िता ने अपने साथ घटित हुई सभी घटनाओं से विस्तार पूर्वक एसपी को अवगत कराया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ खुद की सुरक्षा की भी मांग की। एसपी अमित रेनु ने पीड़िता के मामले को गम्भीरता से लिया और तीसरी थाना को आवश्यक निर्देश दिया।

एसपी के निर्देश के आलोक में तीसरी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गांवा के पूर्णा डाबर नदी में मिले शव की हुई पहचान

गांवा के पूर्णा डाबर नदी में मिले शव की हुई पहचान
मृतक मछली पकड़ने के दौरान अपने साथियों के साथ नदी में बह गया था

गिरिडीह : जिले के गांवां थाना क्षेत्र में बुधवार को पूर्णा डाबर नदी के किनारे झाड़ियों में मिले अज्ञात युवक के शव की पहचान हो गयी है। मृतक युवक की पहचान देवरी थाना क्षेत्र के खटोरी पंचायत के अमझर निवासी रामु बास्के के रूप में की गई। बताया गया कि रामू मछली पकड़ने के दौरान बीते सोमवार को बह गया था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

 बुधवार की सुबह लगभग 10 बजे जिले के गावां थाना क्षेत्र के पूर्णा डाबर नदी के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी थी। मृतक युवक का शव स्टेडियम के नीचे नदी किनारे झाड़ियों के बीच औंधेमुंह पड़ी थी। शव मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ घटना स्थल पर उमड़ पड़ी। शव मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। 

मृतक युवक की पहचान देवरी थाना क्षेत्र के खटौरी पंचायत अंतर्गत अमझर गांव के रामू बासके के रूप में की गई है. बताया गया कि सोमवार की दोपहर रामू बासके गांव के ही झरी मुर्मू, मनेल बासके के साथ गांव से दो किलोमीटर दूर कुंडा नदी उर्फ सकरी नदी में मछली पकड़ रहा था, इस दौरान नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। नदी में मछली मार रहे रामू बासके, झरी मुर्मू और मनेल बासके पानी के तेज बहाव में बहने लगे। इस दौरान झरी मुर्मू और मनेल बासके नदी में एक पेड़ पकड़कर अपनी जान बचा पाए लेकिन रामू नदी में बह गया।

घटना की जानकारी के बाद रामू के परिजन और ग्रामीण नदी में बहे युवक रामू बासके को खोज में निकल पड़े। इस बीच काफी खोजबीन की गई लेकिन शव कंही नहीं मिला। 2 दिन बाद बुधवार को गावां में रामू का शव मिला। रामू का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा पसर गया है।

जमुआ के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा के तहत लगाया गया योजना खोलो कैम्प

जमुआ के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा के तहत लगाया गया योजना खोलो कैम्प
जमुआ/ गिरिडीह :  मनरेगा के तहत जमुआ प्रखंड में हर दिन 15 हजार मजदूरों को दिया जायेगा काम। इस हेतु गरीब रोजगार कल्याण अभियान के तहत 9 एवं 10 सितंबर को जमुआ के विभिन्न पंचायतों में योजना खोलो अभियान कैम्प लगाया गया है। उक्त बातें जमुआ बीडीओ विनोद कुमार कर्मकार ने बुधवार को पत्रकारों से कहा।

उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु ही यह दो दिवसीय कैम्प का आयोजन किया गया है। कहा कि पंचायतों में जितना योजना संचालित होना चाहिए या जितने मजदूरों को काम दिया जाना चाहिए उतना नही हो पा रहा है। मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा काम मिले इसके लिए पंचायतों में योजना (अभिलेख) खोलो केम्प लगाया जा रहा है। बताया कि इसके लिए कर्मियों के साथ साथ प्रवेक्षक को भी लगाया गया है।

बीडीओ ने कहा कि जमुआ में प्रत्येक दिन कम से कम  15 हजार लोगों को मनरेगा के तहत काम मिले।  प्रत्येक पंचायत पर कम से कम 500 लोगों को रोजगार दिया जाए इसके लिए पर्याप्त मात्रा में योजनाओं की स्वीकृति भी अनिवार्य है।  इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए आज बुधवार से योजना खोलो अभियान की शुरुवात की गई है।

कहा कि अभियान में मुख्य रूप से टीसीबी,  मेढ़बंदी,  नाला जिनोद्धार,  खेल मैदान, मिट्टी रोड जैसी योजनाओं की स्वीकृति हेतु अभिलेख लिया जाना है।उक्त अभियान को सफल बनाने हेतु निम्न पदाधिकारी कर्मी की प्रतिनियुक्ति कि गयी हैं जिसमे मुख्य रूप से बदडीहा 1 पंचायत में टिंकू कुमार, बदडीहा 2 केदारनाथ प्रसाद,  बेरहाबाद जयनारायण चौधरी, बलगो नुनूराम हेम्ब्रम, चचघरा विद्या कुशवाहा, चकमंजो सूरज कुमार साहू, चरघरा संख्य किस्कु, चिलगा अभिजीत कुमार, चितरडीह विकाश कुमार, चोरगता रूपेश रजक, चुंगलखार रंजीत कुमार, चुंगलो अशोक दास, धर्मपुर नित्यानंद चौधरी , धोथो अनिल गोस्वामी , धुरेता सुभाष कुमार, धुरगड़गी रामशरण यादव , गोरो सहदेव सोरेन , हरला अमित कुमार, जगरनाथडीह केदार राय, जरीडीह मनोज कुमार , करिहारी संतोष कुमार , कारोडीह हरी किशोर , केन्दुआ कमरुल हुदा , खरगडीहा गौतम कुमार, कुरोहबिन्दो सचिन प्रसाद वर्मा, लताकी प्रकाश राणा , मगहाकला बबलू चौधरी, मलुवाटाड दिनेश्वर हाज़रा, मेढ़ोचपरखो हर्षित जालान, नावाडीह उमेश कुमार यादव, नवडीहा नुनूलाल रविदास, पालमो संजय कुमार , पाण्डेयडीह श्यामदेव राय, फतहा विश्वनाथ मुर्मू , पिंडरसोत मो सबीर ,पोबी सत्यनारायण यादव, प्रतापपुर शिकार मराण्डी, रेम्बा धर्मदेव राय, शाली शुशील आनन्द, सियाटाड जयराम विश्वकर्मा, तारा आनन्द शंकर एवं टिकामगहा छोटू कुमार आदि शामिल है।

राष्ट्रीय यादव सेना ने तिसरी एवं गांवां के गांवों में चलाया जनसम्पर्क अभियान, किया श्रद्धाजंलि सह संकल्प सभा को सफल बनाने की अपील

राष्ट्रीय यादव सेना ने तिसरी एवं गांवां के गांवों में चलाया जनसम्पर्क अभियान 
किया श्रद्धाजंलि सह संकल्प सभा को सफल बनाने की अपील

 गिरिडीह : राष्ट्रीय यादव सेना द्वारा बुधवार को जिले के तिसरी एवं गांवां प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों में जनसम्पर्क अभियान चला कर आगामी 13 सितंबर को बेंगाबाद के मोतीलेदा में आहूत शहीद कैलाश यादव की श्रद्धाजंलि सह संकल्प सभा कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील किया।

इस जनसम्पर्क अभियान के दौरान राष्ट्रीय यादव सेना के जिला कमिटी के सदस्यों के साथ स्थानीय प्रखण्ड कमिटी के सदस्य भी मुख्य रूप से शामिल थे। जिन्होंने गांवां प्रखण्ड के सीरी, चक, महेशपुर, नगवा, कोनी बाडीडीह,बगदेडीह, पंडरिया सहित कई गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाया और लोगों से 13 सितंबर को अधिक से अधिक संख्या में शहीद कैलाश यादव के पैतृक गांव मोतिलेदा पहुंचने और संकल्प सभा को सफल बनाने की अपील किया।

  इस दौरान यादव सेना के लोगों ने जिला पुलिस प्रशासन से कैलाश यादव के मुख्य हत्यारे मुकेश राय और राजेश राय की गिरफ्तारी की मांग के साथ ही तत्कालीन बेंगाबाद थाना प्रभारी प्रशांत कुमार का मोबाइल डिटेल्स भी सार्वजनिक करने की मांग किया है।

संगठन के लोगों ने कहा कि आगामी 13 सितम्बर तक यदि जिले की पुलिस द्वारा मुकेश राय और राजेश राय की गिरफ्तारी नहीं होती है तो राष्ट्रीय यादव सेना पूरे जिले में आर-पार की लड़ाई लदाने को बाध्य होगी।

 आज के जनसम्पर्क कार्यक्रम में राष्ट्रीय यादव सेना के जिलाअध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, जिला संरक्षक धनेश्वर यादव, जिला उपाध्यक्ष सकलदेव यादव, गांवा प्रखंड युवाध्यक्ष अखिलेश यादव,तिसरी प्रखंड अध्यक्ष लालू यादव, प्रखंड मीडिया प्रभारी प्रदीप यादव ,गांवां-तिसरी प्रखंड कमेटी के युवा सदस्य सहित काफी लोग शामिल थे l

फरार दुष्कर्मी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल

फरार दुष्कर्मी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल
गिरिडीह :  9 माह से फरार चल रहे दुष्कर्म के एक आरोपी को जिले की डुमरी पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

 पुलिस के अनुसार 22 वर्षीय आरोपी सिकंल मंडल गांव की ही एक युवती के साथ बीते वर्ष 2019 के नवंबर माह में दुष्कर्म किया था। घटना के दुसरे दिन पीड़िता ने डुमरी थाना में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराई थी। केस दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार चल रहा था।

घटना के सम्बंध में बताया गया कि पीड़िता के घर पर आरोपी ने अपना मोबाइल चार्ज करने के लिए लगाया था। चार्ज किए गए मोबाइल को लेने के बहाने आरोपी सिकंल मंडल उसके घर में घुसा और युवती को अकेला पा कर उसके साथ दुष्कर्म कर फरार हो गया था। 

पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार को डुमरी पुलिस ने आरोपी युवक को पूरनी गांव स्थित उसके घर से ही नौ माह बाद गिरफ्तार करने में सफलता पायी।

फरार हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये बेंगाबाद पुलिस ने झोंकी ताकत

फरार हत्यारों की गिरफ्तारी के लिये बेंगाबाद पुलिस ने झोंकी ताकत
गिरिडीह : राजद नेता के कैलाश यादव की हत्या और भाजपा नेता इन्द्रलाल वर्मा पर  पर जानलेवा हमले समेत दर्जन भर से अधिक अपराधिक मामलों में फरार चल रहे मोतीलेदा गांव निवासी राजेश राय और उसके भाई मुकेश राय को दबोचने के लिए गिरिडीह जिले की बेंगाबाद पुलिस ने अपना पूरा ताकत झोंक दिया है।

फरार चल रहे दोनों आरोपी भाईयों की गिरफ्तारी के लिये अब बेंगाबाद पुलिस ने भी तेवर कड़े कर लिए है। सदर एसडीपीओ कुमार गौरव के निर्देश पर पुलिस जल्द ही दोनों आरोपी भाईयों के घर फरार होने का इश्तिहार चस्पा कर सकती है। इसके बाद भी दोनों फरार रहे, तो उनके घर की कुर्की जब्ती का वांरट गिरिडीह कोर्ट से ले सकती है। इसके लिए बेंगाबाद थाना पुलिस ने कोर्ट से इश्तिहार निर्गत कराने के लिए प्रे कर दिया है। कोर्ट से इश्तिहार निर्गत होने के तुंरत बाद बेंगाबाद पुलिस आगे की कार्रवाई शुरु करेंगी।

गौरतलब है कि बीते 25 अगस्त की रात राजद नेता कैलाश यादव की पीट पीट कर निर्मम हत्या कर दी गयी थी। उनके साथ ही उनके ही दुपहिया पर सवार भाजपा नेता इन्द्रलाल वर्मा पर भी जानलेवा हमला किया गया था। इन्द्रलाल वर्मा फिलवक्त धनबाद में इलाजरत है।  घटना के बाद मृतक के भाई ने बेंगाबाद थाने में मामला दर्ज कराया था। जिंसमे निलंबित मुखिया सुखदेव राय उनके पुत्रों समेत कईं को नामजद किया था। 

घटना के बाद से सभी आरोपी फरार थे। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद अब तक सुखदेव राय समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों आरोपी भाई अभी भी पुलिस के गिरफ्त से फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिये बेंगाबाद पुलिस ने कमर कस लिया है।