जमुई में नाबालिग को अगवा कर हथियार के बल पर मनचलों ने किया गैंगरेप
जमुई : जमुई के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के अलीगंज पंचायत के एक गांव से कुछ असमाजिक मनचले युवक ने 10 जुलाई को सातवीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा को अगवा कर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मामले का खुलासा मंगलवार को देर शाम हुआ।
हैरत करने वाली बात तो यह है कि पीड़िता को लेकर परिजन एफआईआर के लिए चंद्रदीप थाने से लेकर महिला थाना का चक्कर लगाते रहे पर नहीं हुआ एफआईआर। बाद में जमुई एसडीपीओ के पहल पर महिला थाना में केश दर्ज हुआ।
पीड़िता के परिजनों ने बताया कि 10 जुलाई को घर के बाहर कपड़ा धोने गई थी। इसी बीच दो बाइक पर सवार मानपुर गांव निवासी चंदन महतो, रोहित महतो तथा बबलू महतो का साला गुलशन राज के साथ दो अन्य युवक ने उसे अगवा कर बाइक पर बैठाकर सिकंदरा के तरफ ले जाने लगे। लड़की ने जब विरोध किया तो लड़कों ने हथियार दिखाकर उसे जान से मारने की धमकी दी। लगभग 1 घंटे के बाद उसे शेखपुरा के कुरमुरी ले गए। जहां सुनसान स्थान पर झाड़ी में ले जाकर बारी-बारी से सभी युवकों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता ने कहा कि जिस जगह पर घटना को अंजाम दिया गया था। उस स्थान का नाम दुष्कर्मी कुरमुरी बता रहे थे। बताया जाता है कि हवस की आग बुझाने के बाद दुष्कर्मी पीड़िता को लखीसराय के रामगढ़ चौक के सुनसान जगह में छोड़कर फरार हो गए। बाद में पीड़िता को होश आया तो वहाँ से निकलकर सड़क पर आयी और किसी प्रकार पूछते हुए पैदल ही वह अपने ननिहाल कछियाना चली गई। जहां से उसके परिजन को लोगों के द्वारा सूचित किया गया। इसके बाद वह पिता के साथ एफआईआर दर्ज कराने चंद्रदीप थाना पहुंची जहां मामला दर्ज नहीं किया गया। थाना अध्यक्ष ने महिला थाना का मामला बताकर अपनी कन्नी कटा ली।
पीड़िता का मामला चंद्रदीप थाना में दर्ज करने से इनकार किए जाने के बाद पीड़िता चंद्रदीप से जमुई महिला थाना पहुंची यहां भी बताया गया कि थाना अध्यक्ष बीमार है, इसीलिए चंद्रदीप में ही मामला दर्ज होगा। हताश पीड़िता के परिजन पीड़िता को लेकर समर नाले के करीब पहुंचे। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए समर नाले का गेट सील किया हुआ नजर आया। तब पीड़िता के परिजन निराश हो गए। मौके पर कोई पुलिसकर्मी ने उनके मामले को जानकर उन्हें समर नाले के करीब एसडीओ कार्यालय जाने की सलाह दी । एचडीपीओ राम पुकार सिंह ने उसकी फरियाद सुनी और तत्काल महिला थाना को एफ आई आर दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके बाद महिला थाना में पीड़िता का फर्द बयान लिया गया एफ आई आर दर्ज कर मेडिकल जांच की कार्रवाई की गई।
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