शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019

ट्रेड लाइसेंस की अन्तिम तिथि 31 दिसम्बर तक

 बिना जुर्माना व्यापार अनुज्ञप्ति बनाने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर तक


उसके बाद देना होगा ट्रेंड लाइसेंस बनाने हेतु जुर्माना

गिरिडीह-  नगर निगम/ नगर निकाय क्षेत्रान्तर्गत व्यापार करने वाले व्यापारियों को व्यापार अनुज्ञप्ति (ट्रेड लाइसेंस) लेना अनिवार्य है। जिसकी अंतिम तिथि 31 दिसम्बर निर्धारित की गयी है।

झारखण्ड सरकार नगर विकास आवास विभाग राज्य शहरी विकास अभिकरण ने नगर निगम/ नगर निकाय क्षेत्रान्तर्गत अवस्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को झारखण्ड नगरपालिका अधिनियम की धारा 455 के तहत ट्रेड लाइसेंस (व्यापार अनुज्ञप्ति) लेना अनिवार्य किया है।

बिना किसी अर्थ दंड (जुर्माना राशि) के राज्य सरकार ने ट्रेड लाइसेंस बनाने का अंतिम मौका व्यासायिक प्रतिष्ठानों के स्वामियों को 31 दिसम्बर 19 तक दिया है।
उक्त निर्धारित अवधि के बाद ट्रेड लाइसेंस (व्यापार अनुज्ञप्ति)  बनाने पर निर्धारित जुर्माना देना होगा।

आर्म्स लाइसेंसी 5 नवम्बर तक आर्म्स जमा करें, विमुक्ति का अवेदन 4 को दें

शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी 5 नवम्बर तक अपने नजदीकी थाने में करें शस्त्र जमा : उपायुक्त

शस्त्र विमुक्ति का आवेदन 4 नवम्बर तक उपस्थापित करें


गिरिडीह-  उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने जिले के सभी शस्त्र अनुज्ञप्ति धारियों से अगामी 5 नवम्बर तक अपने अपने शस्त्र गोली सहित नजदीक के थाने अथवा शस्त्र बिक्रेता के पास जमा करने को कहा है। निर्धारित तिथि तक शस्त्र जमा नही करने वाले शस्त्र अनुज्ञप्ति धारकों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।


   आसन्न विधान सभा चुनाव को स्वच्छ शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न करने के निमित्त उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी ने शस्त्र अधिनियम 1959 की धारा 21 एवं 46 के उपधारा 21 के तहत यह निर्देश जिले के सभी शस्त्र अनुज्ञप्तिधारियों को दिया है। उन्होंने सभी आर्म लाइसेंस धारकों को गोली सहित अपने आर्म्स (शस्त्र) अपने नजदीकी थाने अथवा नजदीक के शस्त्र बिक्रेता के पास जमा कर उसकी पावती रसीद प्राप्त कर लेने को कहा है। इसके लिये शस्त्र जमा करने की अंतिम तिथि 5 नवम्बर निर्धारित की गयी है।  इस दौरान शस्त्र और गोली नहीं जमा करने वाले आर्म्स लायसेंस धारकों के विरुद्ध  शस्त्र अधिनियम की धारा 21 एवं 46 की उपधारा के तहत आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।

  वंही जिले के सभी शस्त्र अनुज्ञप्तिधारियों से 5 नवम्बर तक शस्त्र जमा करने का जारी निर्देश के आलोक में उपायुक्त ने चुनाव के दौरान भी शस्त्र विमुक्ति चाहने वाले शस्त्र अनुज्ञप्ति धारियों से अगामी 4 नवम्बर  के पूर्वाह्न 11 बजे  अपना आवेदन विस्तार विवरणी के साथ स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष उपस्थापित करने को कहा है।

     उन्होंने कहा कि उसी तिथि को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विमुक्ति पर निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि निर्धारित तिथि व समय के पश्चात शस्त्र विमुक्ति आवेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे।

     उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी ने कहा की उसके पश्चात शस्त्र जमा नहीं किये जाने की स्थिति में सम्बंधित शस्त्र अनुज्ञप्ति धारियों की अनुज्ञप्तियों को रद्द कर दी जायेगी।

चुनाव कइ मद्दे नजर कोषांगों में हुई प्रतिनियुक्ति

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गठित कोषांग के बनाये गये नोडल पदाधिकारी



गिरिडीह- आसन्न विधानसभा चुनाव निमित्त जिला प्रशासन की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन ने चुनाव के निमित्त सभी कोषांगों का गठन कर लिया है। जिसमे कई कोषांग विधिवत अपना कार्य भी शुरू कर दिया है।

कोषांग और उसके नोडल पदाधिकारी
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कार्मिक कोषांग  के वरीय/ नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता राकेश कुमार दुबे बनाये गये हैं। जबकि इस कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी जिला शिक्षा अधीक्षक अरविंद कुमार बनाये गये हैं।
इस कोषांग में चार सहयोगी पदाधिकारी भी शामिल हैं। यह कोषांग जिला स्थापना शाखा में संचालित है।

कम्प्यूटर कोषांग  कार्मिक कोषांग का सहयोगी यह कोषांग जिला सुचना विज्ञान केंद्र में संचालित है। इस कोषांग के भी वरीय नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता ही हैं। जबकि प्रभारी पदाधिकारी जिला सुचना विज्ञान पदाधिकारी एनआईसी मनीष मोहन हैं।

एसएमएस मोनेटरिंग कोषांग जिला सुचना केंद्र में संचालित इस कोषांग के नोडल पदाधिकारी जिला सुचना विज्ञान पदाधिकारी बनाये गए हैं।

सामग्री कोषांग  कृषि उत्पादन बाजार समिति में संचालित होने वाले इस कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी उपविकास आयुक्त मुकुंद दास और प्रभारी पदाधिकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी पवन कुमार मण्डल नियुक्त किये गए हैं।

ईवीएम एवं वीवीपीएटीएस कोषांग कृषि उत्पादन बाजार समिति में संचालित इस कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी उपविकास आयुक्त हैं जबकि प्रभारी पदाधिकारी के रूप में जिला योजना पदाधिकारी देवेश गौतम नियुक्त हैं।

प्रशिक्षण कोषांग सर जेसी बोस बालिका उच्च विधालय में संचालित इस कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी उपविकास आयुक्त हैं। जबकि प्रभारी पदाधिकारी अनुमण्डल पदाधिकारी राजेश प्रजापति और जिला शिक्षा पदाधिकारी पुष्पा कुजुर तथा सहयोगी पदाधिकारी सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा अभियान अभिनव कुमार सिन्हा हैं।

वाहन कोषांग भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्यालय में संचालित इस कोषांग वरीय नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता और प्रभारी पदाधिकारी के रूप में जिला परिवहन पदाधिकारी डॉ सुदेश कुमार प्रतिनियुक्त किये गये हैं।

स्वीप कोषांग जिला जनसम्पर्क कार्यालय में संचालित इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी उप विकास आयुक्त एवं नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता हैं। जबकि इस कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा एवं सहयोगी पदाधिकारी सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा सुचिता किरण भगत, जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी एवं सहायक सांखियकी पदाधिकारी राजेश कुमार पाठक की प्रतिनियुक्ति की गयी है।

विधि व्यवस्था कोषांग जिला गोपनिय शाखा में संचालित इस कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी अपर समाहर्ता बनाये गए हैं। जबकि प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा इस कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी प्रतिनियुक्त हैं।

आदर्श आचार संहिता कोषांग कार्यपालक दण्डाधिकारी गिरिडीह अनुमण्डल न्यायालय कक्ष में संचालित होने वाले इस कोषांग के वरीय पदाधिकारी निदेशक लेखा, प्रशासन एवं स्वनियोजन, डीआरडीए आलोक कुमार और नोडल पदाधिकारी अनुमण्डल पदाधिकारी गिरिडीह बनाये गए हैं। जबकि कार्यपालक दंडाधिकारी धीरेन्द्र कुमार को इस कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया गया है।

मीडिया एवं सोशल मीडिया कोषांग जिला जनसम्पर्क कार्यालय में संचालित इस कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी निदेशक डीआरडीए आलोक कुमार बनाये गये हैं। जबकि जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा इस कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी और सोशल मीडिया स्पेशलिस्ट व अतिरिक्त जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सहयोगी पदाधिकारी बनाये गए हैं।

इन कोषांगों के अलावे सिंगल विंडो सिस्टम, प्रेक्षक कोषांग, डाक मतपत्र एवं इटीपीबीएस कोषांग, शराब निगरानी कोषांग, अभ्यर्थी व्यय लेखा कोषांग, पीडब्ल्यूडी (दिव्यांग) कोषांग, एवं लॉजिस्टिक कोषांग का भी गठन कर उसके वरीय/ नोडल बना लिए गए हैं तथा उन कोषांगों के प्रभारी पदाधिकारी और सहयोगी पदाधिकारी की भी प्रतिनियुक्ति कर ली गयी है।

क्यों मनाते हैं धनतेरस का त्यौहार, आइये जाने


धनतेरस
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कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। भारत सरकार ने धनतेरस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। 

 क्यों मनाते हैं धनतेरस

कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस कहते हैं। यह त्योहार दीपावली आने की पूर्व सूचना देता है। इस दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यमराज और भगवान धन्वंतरि की पूजा का महत्व है।

क्यों मनाया जाता है धनतेरस का त्योहार 

भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है कि
 'पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया' 
इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है। जो भारतीय संस्कृति के हिसाब से बिल्कुल अनुकूल है।

शास्त्रों में वर्णित कथाओं के अनुसार 

समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि विष्णु के अंशावतार हैं। संसार में चिकित्सा विज्ञान के विस्तार और प्रसार के लिए ही भगवान विष्णु ने धन्वंतरि का अवतार लिया था। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।


धनतेरस के दिन क्या करें 

धनतेरस के दिन अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी भी रूप में चांदी एवं अन्य धातु खरीदना अति शुभ है।

धन संपत्ति की प्राप्ति हेतु कुबेर देवता के लिए घर के पूजा स्थल पर दीप दान करें एवं मृत्यु देवता यमराज के लिए मुख्य द्वार पर भी दीप दान करें।

धनतेरस की पौराणिक एवं प्रामाणिक कथा

धनतेरस से जुड़ी कथा है कि कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन देवताओं के कार्य में बाधा डालने के कारण भगवान विष्णु ने असुरों के गुरु शुक्राचार्य की एक आंख फोड़ दी थी।

कथा के अनुसार, देवताओं को राजा बलि के भय से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया और राजा बलि के यज्ञ स्थल पर पहुंच गए। शुक्राचार्य ने वामन रूप में भी भगवान विष्णु को पहचान लिया और राजा बलि से आग्रह किया कि वामन कुछ भी मांगे उन्हें इंकार कर देना। वामन साक्षात भगवान विष्णु हैं जो देवताओं की सहायता के लिए तुमसे सब कुछ छीनने आए हैं।
बलि ने शुक्राचार्य की बात नहीं मानी। वामन भगवान द्वारा मांगी गई तीन पग भूमि, दान करने के लिए कमंडल से जल लेकर संकल्प लेने लगे। बलि को दान करने से रोकने के लिए शुक्राचार्य राजा बलि के कमंडल में लघु रूप धारण करके प्रवेश कर गए। इससे कमंडल से जल निकलने का मार्ग बंद हो गया।

वामन भगवान शुक्रचार्य की चाल को समझ गए। भगवान वामन ने अपने हाथ में रखे हुए कुशा को कमण्डल में ऐसे रखा कि शुक्राचार्य की एक आंख फूट गई। शुक्राचार्य छटपटाकर कमण्डल से निकल आए।

इसके बाद बलि ने तीन पग भूमि दान करने का संकल्प ले लिया। तब भगवान वामन ने अपने एक पैर से संपूर्ण पृथ्वी को नाप लिया और दूसरे पग से अंतरिक्ष को। तीसरा पग रखने के लिए कोई स्थान नहीं होने पर बलि ने अपना सिर वामन भगवान के चरणों में रख दिया। बलि दान में अपना सब कुछ गंवा बैठा।

इस तरह बलि के भय से देवताओं को मुक्ति मिली और बलि ने जो धन-संपत्ति देवताओं से छीन ली थी उससे कई गुना धन-संपत्ति देवताओं को मिल गई। इस उपलक्ष्य में भी धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है।

गुरुवार, 24 अक्टूबर 2019

सीएम ने अन्तिम जनसंवाद में सुने 13 फरियाद

सीएम रघुवर दास ने अंतिम जनसंवाद में सुनी फरियाद


  दिया अधिकारियों को संवेदनशील बनने की नसीहत

रांची :- वर्तमान सरकार के अंतिम जनसंवाद में मुख्यमंत्री रघुवर दास  ने लापरवाह अधिकारियों  को जमकर फटकार लगाई। साथ ही दरियादिली दिखाते हुए एक पीड़ित को मुख्यमंत्री राहत कोष से एक लाख रुपए देने का भी निर्देश दिया। 
बारिश के बीच सूचना भवन में आयोजित जनसंवाद में 13 शिकायतें सुनी गईं।

 सीएम ने सभी शिकायतों के त्वरीत निष्पादन के निर्देश दिए। सीधी बात कार्यक्रम में गुरुवार को गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, साहेबगंज, रांची, रामगढ़, गोड्डा और खूंटी के मामले सामने आए।

गव्य विकास पदाधिकारी को फटकार

रांची के सहकारिता विभाग के एक मामले में लाभुक पिको देवी को दो दुधारू गायों के लिए एक लाख 10 हजार रुपए के बदले मात्र 59,580 रुपए का भुगतान किया गया। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने गव्य विकास पदाधिकारी को फटकार लगाते हुए ईमानदारी से काम करने की नसीहत दी।
         एक अन्य मामले में मुख्यमंत्री ने दरियादिली दिखाते हुए पीड़ित को एक लाख रुपए सीएम राहत कोष से देने का निर्देश दिया। मामला धनबाद के टुंडी से जुड़ा हुआ था। 
       बाल विकास परियोजना की पर्यवेक्षिका रमावती देवी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। लेकिन परिजनों को मुआवजे की राशि नहीं मिली। 
      सीएम ने सभी उपायुक्तों को पूर्व में हुए सभी चुनावों की बकाया राशि लोगों को भुगतान करने का भी निर्देश दिया।

आवास योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न

आवास योजना की हुई समीक्षा बैठक

भीमराव अम्बेडकर आवास योजना का अभिलेख जिला स्वीकृति हेतु 25 को हरहाल में भेजने का निर्देश

भीमराव अम्बेडकर आवास योजना और प्रधानमन्त्री आवास योजना की समीक्षा बैठक सम्पन्न

गिरिडीह-  समाहरणालय सभाकक्ष में गुरुवार को भीमराव अम्बेडकर आवास योजना एवं प्रधानमन्त्री आवास योजना की समीक्षा बैठक उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।

       बैठक में जिले के सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को वर्ष 2019-20 के लक्ष्य के अनुरूप भीमराव अम्बेडकर आवास योजना का अभिलेख पंजीकरण करते हुये उसकी जिला स्वीकृति हेतु 25 अक्टूबर को हर हाल में भेजने का निर्देश दिया गया।
 
     वंही प्रधानमन्त्री आवास योजना के प्रायोरिटी जम्प होने की स्थिति में अयोग्य लाभुकों की अयोग्यता के कारणों का पूर्ण विवरण देते हुये लाभुकों के अयोग्यता की सूचि आगामी 5 नवम्बर तक भेजने का निर्देश दिया गया।

     बैठक में इस बात का स्पष्ट निर्देश दिया गया कि बिना स्पष्ट कारण के प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों की प्रायोरिटी जम्प न हो। ताकि लाभुकों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

 इस समीक्षा बैठक में उपविकास आयुक्त मुकुंद दास के अलावे सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

सेक्टर ऑफिसरों का प्रशिक्षण सम्पन्न

सेक्टर ऑफिसर और सेक्टर पुलिस ऑफिसरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

गिरिडीह-  जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में गुरुवार को सेक्टर ऑफिसर और सेक्टर पुलिस ऑफिसरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण सह बैठक स्थानीय नगर भवन में सम्पन्न हुआ। 

  इस प्रशिक्षण सह बैठक में आसन्न विधानसभा चुनाव के निमित्त प्रतिनियुक्त सभी सेक्टर ऑफिसर और पुलिस सेक्टर ऑफिसरों को चुनाव के निमित्त आवश्यक पहलुओं से अवगत कराया गया। साथ ही उन्हें उनके दायित्वों एवं कर्तव्यों की भी जानकारी दी गयी।
 
 
     प्रशिक्षण के दौरान सेक्टर ऑफिसर और पुलिस सेक्टर ऑफिसर को कौन कौन से प्रपत्र किस किस समय भरना है। किस समय उन्हें किस प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध कराना है आदि
 चीजों का विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया।

    इस दौरान जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त श्री सिन्हा ने सेक्टर ऑफिसरों को उनसे  सम्बद्ध मतदान केन्दों में आवश्यक सुविधा मसलन बिजली, पानी, शौचालय, कमरे की उपलब्धता आदि का अवलोकन करने का भी निर्देश दिया।

     साथ ही उपायुक्त ने वैसे मतदान केंद्रों और क्लस्टर केंद्रों जिनमें शौचालय अनुपलब्ध हो तो उन क्लस्टर और मतदान केंद्र में 14 वें वित्त की योजना से शौचालय का निर्माण करने का निर्देश सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को दिया। 

  इस प्रशिक्षण सह बैठक में उपविकास आयुक्त, उपनिर्वाचन पदाधिकारी, सभी निर्वाची पदाधिकारी, सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी व विधानसभा चुनाव में मद्दे नजर नियुक्त किये गये सभी सेक्टर ऑफिसर और पुलिस सेक्टर ऑफिसर तथा जिला निर्वाचन कार्यालय के कर्मी मुख्य रूप से उपस्थित थे।

विधानसभा वार रिटनिंग ऑफिसर नियुक्त

 निर्वाची पदाधिकारी और सहायक निर्वाची पदाधिकारियों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी



गिरिडीह-  राज्य निर्वाचन आयोग ने विधान   सभा निर्वाचन के निमित्त विधानसभा वार रिटर्निंग ऑफिसर और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति कर दिया है।

      लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 21 में प्रद्दत शक्तियों एवं धारा 22 की उपधारा (1) में प्रद्दत शक्तियों का प्रयोग करते हुये राज्य निर्वाचन आयोग ने जिले के सभी छः विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के रिटनिंग और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को पदाभिहित किया है।

इन्हें बनाया गया है रिटर्निंग ऑफिसर

राज्य निर्वाचन आयोग ने 28 धनवार विधान सभा क्षेत्र के लिये अनुमण्डल पदाधिकारी खोरीमहुआ को निर्वाचन कार्य विधिवत सम्पन्न कराने हेतु रिटर्निंग ऑफिसर बनाया है। इसी प्रकार
29 बगोदर विधानसभा क्षेत्र के लिए अनुमण्डल पदाधिकारी बगोदर-सरिया को, 30 जमुआ (अ०जा०) विधानसभा क्षेत्र के लिये अपर समाहर्ता गिरिडीह को, 31 गांडेय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी को रिटर्निंग ऑफिसर बनाया है।
     वंही 32 गिरिडीह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए अनुमण्डल पदाधिकारी, गिरिडीह, और 33 डुमरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु अनुमण्डल पदाधिकारी, डुमरी को चुनाव कार्य  सम्पन्न कराने हेतु रिटर्निंग ऑफिसर बनाया गया है।

विधानसभा वार बनाये गये तीन तीन सहायक रिटर्निंग ऑफिसर
 
       राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी अधिसूचना में यह स्पष्ट निर्देशित किया गया है कि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के रिटनिंग ऑफिसर के कृत्यों के पालन में सहायक रिटर्निंग ऑफिसर  सहायता करेंगे। इस निमित्त निर्वाचन आयोग ने विधानसभा वॉर तीन तीन सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को पदभिहित किया है।


 निर्वाचन आयोग ने 28 बगोदर विधानसभा क्षेत्र के लिये अंचलाधिकारी धनवार, अंचलाधिकारी गांवा और अंचलाधिकारी तीसरी को सहायक रिटनिंग ऑफिसर बनाया है। इसी प्रकार 29 बगोदर विधानसभा क्षेत्र के लिए अंचलाधिकारी बगोदर, अंचलाधिकारी बिरनी एवं अंचलाधिकारी सरिया को , 30 जमुआ (अ०जा०) विधानसभा क्षेत्र के लिये प्रखण्ड विकास पदाधिकारीकारी जमुआ, आंचलाधिकारी देवरी एवं अंचलाधिकारी जमुआ को तथा 31 गांडेय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी गाण्डेय, अंचलाधिकारी गाण्डेय व अंचलाधिकारी बेंगाबाद को  सहायक रिटनिंग ऑफिसर बनाया गया है।

 वंही 32 गिरिडीह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए बीडीओ गिरिडीह, सीओ गिरिडीह और सीओ पीरटांड़ को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर,  तथा  33 डुमरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु चुनाव कार्य  सम्पन्न कराने हेतु सीओ डुमरी, बीडीओ डुमरी और सीओ नावाडीह (बोकारो जिला) को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर के पद पर पदभिहित किया गया है।

बुधवार, 23 अक्टूबर 2019

विधानसभा चुनाव : खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख

चुनाव में अधिकतम 28 लाख खर्च कर सकेंगे प्रत्याशी : कृपानंद झा



मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में सहायक व्यय पदाधिकारियों का प्रशिक्षण

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही निर्वाचन की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। चुनाव में उम्मीदवार अधिकतम 28 लाख रुपए खर्च क्र सकेंगे। उक्त बातें अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कृपानंद झा ने कही।

श्री झा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में बुधवार को विधानसभा क्षेत्र 1 से 43 तक के लिए नियुक्त किए गए सहायक व्यय प्रेक्षकों के लिए आहूत प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खर्च के अनुश्रवण के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने कई प्रावधान किए हैं, लिहाजा इन प्रावधानों का अक्षरश: पालन सुनिश्चित किया जाना है। 

श्री झा ने कहा कि चुनाव प्रचार अवधि के दौरान अभ्यर्थियों के वैधानिक खर्च का संधारण भारत निर्वाचन आयोग के दिशा- निर्देश के अनुसार किया जाना है। यह स्वतंत्र, स्वच्छ, पारदर्शी और शांतिपूर्ण मतदान के लिए आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रायः जानकारी के अभाव में चुनाव व्यय से संबंधित प्रावधानों का उल्लंघन होता है, अतः सहायक व्यय प्रेक्षकों का दायित्व है कि वे राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों के साथ लगातार बैठक करते हुए उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान खर्च को लेकर भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा तय किए गए प्रावधानों की जानकारी दें।

सहायक व्यय प्रेक्षक निभाएंगे मास्टर ट्रेनर का रोल

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में कार्यरत संयुक्त सचिव हीरालाल मंडल ने कहा कि यहां से प्रशिक्षण लेने के उपरांत सभी सहायक व्यय प्रेक्षक अपने- अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनाव व्यय अनुश्रवण के लिए बनाई गई टीम के सदस्यों को प्रशिक्षत करेंगे।

वैधानिक व अवैधानिक खर्च से कराया गया अवगत

अवर सचिव देवदास दत्ता ने चुनाव व्यय अनुश्रवण को लेकर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद सहायक व्यय प्रेक्षकों को चुनाव प्रचार अभियान के दौरान राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों द्वारा किए जाने वाले वैधानिक और अवैधानिक खर्च के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
             उन्होंने जब्त की जानेवाली अवैध नकदी, मादक पदार्थ,आदि के निस्तार पर व्यापक प्रकाश डाला एवं की जानेवाली कार्रवाई के संबंध में जानकारी दी। सहायक व्यय प्रेक्षकों से कहा कि वे चुनाव प्रचार को लेकर किए जाने वाले खर्चे का अनुश्रवण कर उसकी रिपोर्ट देंगे।

सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्यौहार मनाये :- एसपी

सौहार्द बिगाड़ने वालों को बख्शा नही जायेगा-एसपी


शांति समिति की बैठक मेंभाईचारा बनाये रखने की अपील

पाकुड़  :- दीपावली एवं छठ पूजा शांतिपूर्ण वातावरण में मनाने को लेकर नगर थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता पुलिस कप्तान राजीव रंजन सिंह ने किया।

          बैठक में एसपी ने दुर्गापूजा समिति को  सौहार्दपूर्ण वातावरण में शांतिपूर्ण तरीके से दुर्गापूजा सम्पन्न कराने के लिये आभार व्यक्त किया। मौके पर उन्होंने कई फीडबैक भी लिया। मौके पर समिति के सदस्यों एवं पुलिस अधिकारियों ने अपनी बातों को प्रमुखता से रखा।

बैठक में कालीपूजा एवं महापर्व छठ को लेकर शांति समिति के सदस्यों ने अपने विचार रखे। जिसमे बिजली और साफ़ सफाई पर मुख्य रूप से चर्चा किया।

     एसपी ने कहा कि दोनों पर्व आस्था से जुड़ा है। आपसी भाईचारे का त्योहार है,इसे शांतिपूर्ण ढंग से मनाएं।  शरारती तत्वों द्वारा किसी प्रकार की अफवाह फैलाई गई तो उसे  चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। वंही उन्होंने कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग को त्यौहार के मद्दे नजर बिजली व्यवस्था बेहतर रखने और नगर परिषद को शहरी क्षेत्र में साफ सफाई एवं छठ घाटों की साफ सफाई हर हाल में करने का निर्देश दिया।  सुरक्षा व्यवस्था के बावत उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई कोताही बर्दाश्त नही की जायेगी।

     

     बैठक में एसडीपीओ अशोक कुमार, नगर परिषद अध्यक्ष संपा साह, नगर थाना प्रभारी रामचंद्र सिंह, महिला थाना प्रभारी बी के सिंह, नगर परिषद उपाध्यक्ष सुनील सिन्हा, मीरा प्रवीण सिंह,भाजपा नेता हिसाबी रॉय, संजीव कुमार खत्री, शंभुु नंदन भगत, मनोज डोकानिया, प्रकाश सिंह,  उदय लखमानी, रवि जायसवाल आदि
मौजूद थे।


मुख्यमंत्री ने किया ऑनलाइन योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास

  मुख्यमंत्रीने किया 81 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन

गिरिडीह-  मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को गिरिडीह स्टेडियम में जिले के विभिन्न विभागों की 81 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।


 मुख्यमंत्री ने जिन 20 योजनाओ का ऑनलाइन उद्घाटन किया। उनमे भवन प्रमण्डल की 2319.312 लाख की लागत से बनी चार योजनाओं, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल वन की 925.500 लाख की लागत से बनी एक योजना और पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल टू की 3189.434 लाख की लागत से बनी तीन जनोपयोगी योजनायें शामिल हैं। जिनका मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान ऑनलाइन उद्घाटन किया।
वंही उन्होंने लघु सिचाई की 4 योजना लागत 732. 650 लाख एवं शिक्षा विभाग की 1416.973 लाख की लागत से निर्मित 8 योजनाओं का भी उद्घाटन किया।

     इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 61 योजनाओं का शिलान्यास भी किया। जिसमे नगर निगम की 10, भवन प्रमण्डल की 12, पथ प्रमण्डल की 7, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल वन की 1 और पेयजल स्वच्छता प्रमण्डल टू की तीन योजनाएं शामिल है।  मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा विशेष प्रमण्डल की 18, लघु सिचाई की 4 एनआरईपी की 5, जिला परिषद की 13 और शिक्षा विभाग की 8 योजनाओं का शिलान्यास भी किया।  सभी 61 योजनाओं की कुल लागत 20855.229 लाख है।


सीएम ने किया लगभग 304 करोड़ की परिसम्पत्तियों का वितरण

मुख्यमंत्री ने किया 304 करोड़ रुपये की परिसम्पत्तियों का वितरण



52 हजार 652 लाभुक हुये लाभान्वित



गिरिडीह- मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गिरिडीह स्टेडियम में बुधवार को कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के 303 करोड़ 99 लाख 93 हजार 343 रुपये की परिसम्पत्तियों का वितरण किया। जिससे जिले के 52 हजार 652 लाभुक लाभान्वित हुये।

      मुख्यमंत्री श्री दास बुधवार को गिरिडीह स्टेडियम में आयोजित मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के लाभुकों का द्वितीय क़िस्त की राशि वितरण समारोह में भाग लेने गिरिडीह पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पुरे झारखण्ड प्रदेश के लाभुक कृषकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से ऑनलाइन  वितरण किया।

            वंही इस कार्यक्रम के दौरान गिरिडीह जिले के 51 हजार 654 लाभुक मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के द्वितीय क़िस्त से लाभान्वित हुये। जिनके खाते में 9 करोड़ 51 लाख 66 हजार 13 रुपये डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित किया गया।
               जबकि इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा गव्य विकास के तहत 340 लाभुकों को 188.1720 लाख, वेद व्यास मछुआ आवास योजना के अंतर्गत 140 लाभुकों को 168.0000लाख, भूमि संरक्षण विभाग के तहत 503 लाभुकों को पम्पसेट का वितरण किया गया। जिसकी कुल लागत 137.8723 लाख रुपये हैं। इसी अवसर पर संरक्षित फूलों की खेती के लिये 15 लाभुकों को 99.0000लाख रुपये प्रदान किये गये।

 लगभग 29 करोड़ की योजनाओं का किया ऑनलाइन उद्घाटन व शिलान्यास



        वंही मुख्यमंत्री ने इस दौरान 28 करोड़ 85 लाख 229 रूपये की योजनाओं का ऑनलाइन उद्घाटन व शिलान्यास किया। जिसमे उन्होंने 8583.869 लाख से निर्मित विभिन्न विभागों की 20 योजनाओ का ऑनलाइन उद्घाटन किया। जिसमे पुल पुलिया, चेकडैम, विद्यालय भवन, बालिका छात्रावास, ग्रामीण जलापूर्ति योजना, तहसील कचहरी आदि शामिल हैं।
              वंही उन्होंने 20271.360 लाख लागत से बनने वाले जिले के विभिन्न विभागों की 61 योजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने एनआरएलएम के तहत 3100 एसएचजी का 31 करोड़ रुपये का बैंक लिंकेज किया। जिसका समारोह के दौरान मुख्यमंत्री के हाथों डेमो चेक प्रदान किया गया।

मुख्यमंत्री ने दिया प्रशस्ति पत्र

मुख्यमंत्री ने समारोह के दौरान प्रभावती देवी, नित्यानंद राय, भगीरथ वर्मा, जानकी देवी एवं अखिलदेव सिंह को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की दूसरे क़िस्त की राशि प्राप्त होने उन्हे प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। वंही मुख्यमंत्री ने मत्स्य विभाग की योजना वेद व्यास मछुआ आवास पालगंज के राजीव मल्लाह को, मोतीलेदा के हिरामन वर्मा को पम्पसेट, चकरदाहा की पर्वती देवी को सांकेतिक रूप से गाय और सुनीता देवी को रसोई गैस सिलेंडर उज्ज्वला योजना के अंतर्गत प्रदान किया।