शनिवार, 13 जून 2020

पेड़ काटने को लेकर हुआ विवाद सोलह घायल, दो की हालत गम्भीर

पेड़ काटने को लेकर हुआ विवाद सोलह घायल, दो की हालत गम्भीर
गिरिडीह : जिले के डुमरी थाना क्षेत्र के कुलगो में पेड़ की लकड़ी काटने को लेकर हुई दो परिवारों के बीच हिंसक झड़प में दोनों ओर से 16 लोग घायल हो गए। जिसमें दो की स्थिति काफी गम्भीर बतायी जाती है जिन्हें बेहतर इलाज हेतु धनबाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है।

 घटना के बाबत बताया जाता है कि डुमरी थाना क्षेत्र के कुलगो दक्षिणी पंचायत के छप्पर टांड़ गांव में एक खेत में पेड़ गिर गयी थी। जिसे एक परिवार के लोग काटने लगे। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ा और हिंसक रूप ले लिया। जिसमें दोनों पक्षों के 8-8 की संख्या में लोग घायल हो गए। घायलों में एक पक्ष से मोहन महतो, विश्वनाथ महतो, केसु महतो, महेश महतो, भागीरथ महतो, टेकलाल महतो, नरेश महतो शामिल है।  वहीं दूसरे पक्ष से गिरधारी, सुरेश महतो, संजय महतो, राजू महतो,मनोज महतो, महादेव महतो, नरेश महतो,राजेंद्र महतो घायल है।  गम्भीर रूप से घायलों में एक पक्ष का मोहन महतो एवं दूसरे पक्ष का सुरेश महतो शामिल है। जिन्हें बेहतर इलाज हेतु रेफर किया गया है। जबकि अन्य सभी घायलों की  स्थिति सामान्य बताया गया। जिन्हें इलाज के बाद घर भेज दिया गया है।

 घटना की सूचना पर डुमरी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले को शांत करवा मामले की जांच पड़ताल में जुट गयी है।

टैक्टर से हुई बाइक की टक्कर, सवार की हुई मौत

टैक्टर से हुई बाइक की टक्कर, सवार की हुई मौत
गिरिडीह : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के पटेल नगर में शनिवार की सुबह एक ट्रैक्टर से बाइक की टक्कर हो गई। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई।  

मृतक की पहचान देवरी प्रखंड के बिझोरा गांव निवासी 22 वर्षीय जीतराम मरांडी के रूप में की गई है। युवक पावर हाउस में रहकर पढ़ाई करता था।

बताया जाता है कि जीतन सिहोडीह स्थित भाड़े के मकान में अपने चाचा को बाइक से छोड़ने आया था। वापसी के क्रम में पटेल नगर के पास एक ट्रैक्टर से उसकी बाइक की टक्कर हो गई। जिसमें उसकी मौत हो गई।

 घटना की सूचना पर मुफ्फसिल थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया।

गिरिडीह की शशि शर्मा बनी विप्र फाउंडेशन की प्रदेश उपाध्यक्ष

गिरिडीह की शशि शर्मा बनी विप्र फाउंडेशन की प्रदेश उपाध्यक्ष
गिरिडीह :  विप्र फाउंडेशन झारखण्ड जोन-6 की प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार किया गया। जिसमें गिरिडीह की समाजसेवी महिला शशि शर्मा को प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर मनोनीत किया गया है।

विप्र फाउंडेशन झारखण्ड- 6 प्रान्तीय ईकाई के वर्ष 2020-22 के नव-मनोनीत अध्यक्ष पवन शर्मा ने कार्यकारिणी के विस्तार किया है। जिसके अनुसार
प्रदेश अध्यक्ष पवन शर्मा (रांची ), उपाध्यक्ष- निरंजन लाल शर्मा (रांची ), गणेश  दायमा (जमशेदपुर) महावीर प्र शर्मा (चिरकुंडा) श्याम शर्मा (सिमडेगा) एवं श्रीमती शशि शर्मा (गिरिडीह) बनायी गयी हैं। 
वंही जयप्रकाश शर्मा,प्रमोदसारस्वत,रांची एवं विनोद शर्मा(झरिया) को प्रदेश महामंत्री, तथा शशांक भारद्वाज (रांची), त्रिलोकी शर्मा(दुमका), अमित शर्मा (जमशेदपुर), प्रदीप शर्मा (रामगढ़) एवं राजेश कौशिक (रांची) को सचिव जबकि अजय दाधिच (रांची) को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इसके अलावा कार्यकारिणी में 25  और लोगों को शामिल किया गया है। जिनमे राँची, जमशेदपुर, चिरकुंडा, गिरिडीह, झरिया, सिमडेगा, दुमका, रामगढ़, धनबाद, चाइबासा, देवघर, हजारीबाग, चक्रधरपुर, कोडरमा, जामतारा व कतरास के प्रतिनिधि शामिल है।

विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व झारखण्ड प्रभारी भरत राम तिवारी ने आशा व्यक्त किया है कि पवन शर्मा व शशि शर्मा के नेतृत्व में झारखण्ड प्रदेश इकाई का यह कार्य काल काफी स्वर्णिम होगा। शशि शर्मा के प्रदेश उपाध्यक्ष मंनोनित होने पर कई लोगों ने उन्हें बधाई दिया है।

केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ रेलवे स्टेशन मास्टरों का तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन आज से शुरू

रेलवे स्टेशन मास्टरों का तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन आज से शुरू
      मनोज कुमार वर्णवाल,स्टेशन प्रबंधक,गिरिडीह

काला बिल्ला लगा कर रहे है काम, करेंगे 15 जून को एक दिवसीय उपवास

गिरिडीह : केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ और लिये गये अनैतिक फैसले के विरुद्ध ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन (एआईएसएमए) के बैनर तले रेलवे स्टेशन मास्टरों का तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन शनिवार से शुरू हुआ।

तीन सूत्री मांगों को लेकर आहूत यह तीन दिवसीय  विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम अगामी 15 जून तक जारी रहेगा। इस दौरान एसोसिएशन के सदस्य काला बिल्ला लगा कर अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं। वंही अगामी 15 जून को एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम आहूत होगा। जिसमें एसोसिएशन के सदस्य उपवास रख कर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करेंगे।

ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन (एआईएसएमए) के सदस्य सह गिरिडीह रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार वर्णवाल ने बताया कि तीन सूत्री मांगों को लेकर उनका यह विरोध कार्यक्रम शुरू हुआ है। जिसमे फ्रीज किया हुआ डीए जारी करने, भारतीय रेल से सभी ओपन लाइन कर्मचारियों को बीमा कवरेज प्रदान करने, और सभी श्रम और श्रमिक विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग शामिल हैं।

शुक्रवार, 12 जून 2020

पोल्ट्री व्यवसायी से 2.25 लाख लूटने वाले चार अपराधी गिरफ्तार

पोल्ट्री व्यवसायी से 2.25 लाख लूटने वाले चार अपराधी गिरफ्तार
अपराधियों के पास से एक पिस्टल, एक पल्सर बाइक, 4 मोबाइल समेत 55,500 रुपए नगदी बरामद

धनबाद ; बीते 6 जून को पोल्ट्री व्यवसायी से जीटी रोड पर गोविंदपुर के देवली के पास ₹2.25 लाख रुपए लूटने वाले 4 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अपराधियों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, लूटी गई रकम में से ₹55,500, चार मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

इस संबंध में सीटी एसपी श्री आर रामकुमार ने बताया कि 6 जून को सुबह 6:30 से 7:00 के बीच पोल्ट्री व्यवसायी रकम लेकर मुर्गा खरीदने के लिए पश्चिम बंगाल जा रहे थे।

गोविंदपुर देवली के पास वाहन में ईंधन भरा कर वे जैसे ही मुख्य सड़क पर पहुंचे वैसे ही पल्सर बाइक पर सवार अपराधियों ने उनके वाहन को रोका। हथियार का भय दिखाकर मारपीट शुरू की तथा 2 लाख 25 हजार रुपए गाड़ी से निकाल लिया।

कांड का उद्भेदन करने के लिए पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय - 1 सरिता मुर्मू के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर राजू सिंह, राजू कुमार, छोटू सिंह एवं रॉकी को गिरफ्तार कर लिया।

सिटी एसपी ने बताया कि घटना की योजना राजू सिंह ने बनाई थी। वहीं छोटू एवं रॉकी का पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है। बाकी दोनों अपराधियों का इतिहास खंगाला जा रहा है। सभी अपराधी मधुबन थाना के हैं। राजू सिंह के पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किया है।

अपराधियों के पास से पुलिस ने एक पिस्टल, 55 हजार 500 रुपए नगद, एक पल्सर बाइक, लूट की रकम से खरीदा गया नया विवो कंपनी का मोबाइल फोन तथा तीन अन्य मोबाइल फोन भी बरामद किया है।

पत्रकार वार्ता में सिटी एसपी श्री आर रामकुमार,  सुरेंद्र कुमार, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय - 1 सरिता मुर्मू, गोविंदपुर इंस्पेक्टर सुरेन्दर कुमार उपस्थित थे।

झारखंड में अब नहीं बढ़ेगा लॉक डाउन,16 जून से खुल जायेंगे राज्‍य के जूता और कपड़ा दुकान

झारखंड में अब नहीं बढ़ेगा लॉक डाउन,16 जून से खुल जायेंगे राज्‍य के जूता और कपड़ा दुकान
रांची : झारखंड में लॉकडाउन बढ़ने के चर्चे पर झारखंड सरकार ने पूर्ण विराम लगा दिया है. लॉकडाउन बढ़ाने की खबरों के बीच सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. अब झारखंड में लॉकडाउन नहीं बढ़ेगा. वहीं मंगलवार से राज्‍य में जूता-चप्‍पल और कपड़े की दुकानें भी खुल जायेगी. 

सरकार ने लॉकडाउन के कारण चरमराई अर्थव्‍यवस्‍था को फिर से पटरी पर लाने की पहल शुरू कर दी है. इसी के तहत राज्‍य सरकार ने दुकानों को खोलने का निर्णय लिया है. मगर इस दौरान कोरोना महामारी को लेकर जारी गाइडलाइल का पालन करना होगा. मास्‍क और सैनिटाइजर का प्रयोग जरूरी होगा. वहीं सोशल डिस्‍टेंसिंग का भी पालन करना होगा.   

बता दें कि 2 जून राज्‍य में सरकार ने कई क्षेत्रों में छूट दी थी. मगर जूता-कपड़ा-सैलून-स्‍पा समेत कई दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं दी थी. इसको लेकर राज्‍यभर में कई जगह कपड़ा और जूता व्‍यवसायियों ने प्रदर्शन किया था और दुकानों को खोलने की मांग की थी. इस बावत झारखंड चैंबर ने भी विरोध जताया था. कई विधायकों ने भी व्‍यवसायियों की परेशानी को सरकार तक पहुंचाया था.

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद 
गिरिडीह : स्वंय सेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम एवं चाइल्ड लाइन बगोदर के सौजन्य से शुक्रवार को विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर बच्चों ने बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद किया। ग्राम तिरला में आयोजित उक्त कार्यक्रम में बच्चों को बाल श्रम की समस्या और उसके समाधान हेतु संवेदनशील किया गया।

चाइल्ड लाइन के टीम लीडर श्री विनय पाठक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व बालश्रम निषेध दिवस पूरे विश्व मे बाल मजदूरी प्रथा के विरोध में मनाया जाता है। झारखंड सहित पूरे भारत में बाल मजदूरी बहुत बड़ी समस्या है। बच्चे भगवान का रूप होते हैं। फिर भी बच्चों से बाल मजदूरी कराया जाता है। गरीब बच्चे रोजी रोटी के लिए स्कूल न जाकर जोखिम भरे काम मे लग जाते हैं। बच्चो के अधिकार का हनन होता है। उन्होंने एक नारा दिया। 

बच्चों का है अधिकार : खेल कूद, पढ़ाई और प्यार। तुम सब बच्चे आज संकल्प लो कि पड़ोस का कोई बच्चा अगर पढ़ाई छोड़ बाल मजदूरी करता है तो तुरंत चाइल्ड लाइन निःशुल्क फोन सेवा 1098 में फोन करो। जहां तक सम्भव हो तुम बच्चे भी मदद करो ताकि वह भी तुम जैसों की तरह स्कूल में पढ़ सके। 

चाइल्ड लाइन टीम सदस्य अंजुम आरा ने कहा कि आज बाल मजदूरी हमारे समाज पर कलंक है। इसे खत्म करने के लिए समाज के हर तबके को आगे आना होगा। साथ ही सरकार को बाल मजदूरी उन्मूलन कानून को सख्ती से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क लगाना बहुत जरूरी है। जब भी किसी वस्तु को छुवें तुरंत 30 सेकेंड तक साबून से हाथ धोएँ। हर व्यक्ति से चार मीटर की दूरी बनाकर रखें। घर मे ही खूब खेलें। बाहर कम निकले। 

बच्चोँ ने भी सावधानी बरतने हेतु लिया संकल्प 
चाइल्ड लाइन सब सेन्टर बगोदर के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम  में सामाजिक दूरी का पालन किया गया। इस कार्यक्रम में वे बच्चे जो अभी घर पर रहकर ऑनलाइन माध्यम से अपनी पढ़ाई को जारी रखे हैं तथा इस कोरोना महामारी में अपने अगल बगल के लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं वे बच्चे आज चाइल्ड लाइन के टीम के साथ अपना अनुभव को बांटा तथा बाल मजूदरी जैसी कठीन समस्या पर अपना विचार व्यक्त किया बैठक के दौरान बच्चों ने कहा कि बाल मजदूरी जैसी समस्या पर हम सब को एक होकर लड़ना होगा  बैठक में इन बच्चियों ने भाग लिया सपना कुमारी, काजल कुमारी, बिना कुमारी, भारती कुमारी, सुषमा, सुस्मिता, मीना, रीना, देवंती ,भूमिका कुमारी आदि।

खुद को कोरोना संदिग्ध बता युवक ने बैंक में मचवाया हड़कम्प

खुद को कोरोना संदिग्ध बता युवक ने बैंक में मचवाया हड़कम्प
गिरिडीह : शहर के मकतपुर स्थित एसबीआई के मुख्य शाखा में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक युवक ने खुद को कोरोना संदिग्ध मरीज बता ब्लड सैम्पल अस्पताल में देकर बैंक पहुंचने की बात कही। 

युवक ने बैंक काउंटर में बैठे कर्मी से अपना बैंकिंग कार्य शीघ्र निष्पादन करने की बातें कही। इसके बाद बैंक में अफरा-तफरी मच गयी। घटना के बाद मुख्य प्रबंधक नवनीत कुमार के निर्देश पर पूरे बैंक को सैनिटाइज किया गया। 

जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे एक युवक एसबीआई की मुख्य शाखा में प्रवेश किया और लाइन में न लगकर सीधे काउंटर पर पहुंच पासबुक अपडेट करने की बात कहा। जब काउंटर पर बैठा बैंककर्मी लाइन में आने को कहा तो युवक बैंक कर्मी से कहा कि वह कोरोना का संदिग्ध मरीज है और सदर अस्पताल से सैंपल देकर आया है। ऐसे में वह अधिक देर तक खड़ा नहीं हो सकता। युवक के मुंह से यह सुनकर बैंक परिसर में  मौजूद लोगों के होश उड़ गये। पूरे बैंक में हड़कंप मच गया। 

अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।  इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने युवक को बैंक से बाहर निकलने को कहा। सुरक्षा कर्मियों के कहने पर युवक बैंक से बाहर निकल गया।बैंक के अंदर और बाहर करीब एक घंटे तक रहा अफरा तफरी का माहौल बना रहा। स्थिति जब सामान्य हुई, तो युवक को काफी तलाशा गया लेकिन वह नहीं मिला। 

इस दौरान पूरा बैंक परिसर सेनिटाइज्ड किया गया। तब बैंक में मौजूद अन्य ग्राहकों /लोगो को राहत मिली। घटना के बाबत जब सिविल सर्जन डॉ अवधेश कुमार सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने इस तरह किसी भी युवक का सैंपल लिए जाने की बात से साफ इनकार किया। 

महानगरों से लौट गांव में चला रहा कुदाल, आखिर गांव की मिट्टी ही काम आयी

महानगरों से लौट गांव में चला रहा कुदाल, आखिर गांव की मिट्टी ही काम आयी
गिरिडीह : गांव की मिट्टी में खेलकूद कर बड़े हुए युवाओं ने रोटी की तलाश में महानगरों और बड़े शहरों की राह पकड़ ली थी। वे बाहर में नौकरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे। गृहस्थी की गाड़ी आराम से चल रही थी। 

गांववालों के लिए वे मोहन, श्याम, रामू, दीपू ..से परदेसी बाबू बन गए थे। महानगरों और बड़े शहरों में रहकर दो वक्त की रोटी के लिए इस कदर पसीना बहाने में मशगूल हुए कि गांव की मिट्टी और अपनों से दूर होते चले गए थे, लेकिन एक झटके में वे फिर गांव की मिट्टी से जुड़ गए हैं। अपनों के करीब भी आ गए हैं। हम बात कर रहे हैं उन प्रवासी मजदूरों की जो लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण को लेकर वापस अपने-अपने गांव लौट आए हैं। कोरोना के खौफ के बीच अब वे गांव में ही रोजी-रोजगार में जुट गए हैं। 

इनमें वैसे लोग भी हैं जो महानगरों में बड़ी-बड़ी कंपनियों में एसी रूम में बैठक कर काम करते थे, लेकिन गांव में वे भीषण गर्मी और तेज धूप के बीच मिट्टी काटने में भी कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। सदर प्रखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र बजटो पंचायत में वापस लौटे प्रवासी मजदूर भी अब गांव में ही मजदूरी करने लगे हैं। मनरेगा की योजनाओं में वे काम कर परिवार के लिए अर्थोपार्जन करने में जुटे हैं।

मनरेगा ने दिया सहारा : बजटो में मनरेगा के तहत हो रहे कूप निर्माण कार्य में कई मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें दूसरे प्रदेशों से वापस लौटे युवक भी शामिल थे। कोरोना संकट के कारण बाहर से काम धंधा छोड़कर बाहर आने के बाद हताश और निराश होकर घर में बैठ गए थे। उन्हें परिवार के भरण-पोषण की चिता सताने लगी थी, लेकिन इन परदेसी बाबुओं की चिता और परेशानी को दूर करने में मनरेगा ने अहम भूमिका निभाई है। परदेसी बाबू जॉब कार्ड बनवाकर मनरेगा की योजनाओं में काम करने लगे हैं।

पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव में 115 मामले चिन्हित

पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव में 115 मामले चिन्हित
गिरिडीह :   कोरोना वैश्विक महामारी के संकट काल में कुटुंब न्यायालय गिरिडीह द्वारा पारिवारिक मामलों से संबंधित वादों में पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव का आयोजन  8 से 12 जून  तक व्यवहार न्यायालय परिसर में किया गया। इस  स्पेशल ड्राइव में कुल 115 पारिवारिक मामलों को चिन्हित कर मध्यस्थता केंद्र जिला विधिक सेवा प्राधिकार में भेजा गया। 

 प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह  दीपक नाथ तिवारी के निर्देश पर ऑनलाइन मेडिएशन स्पेशल ड्राइव को सुचारू रूप से संचालित करने हेतु गिरिडीह न्याय मंडल के कुल 7 प्रशिक्षित मध्यस्थों को इस कार्य हेतु नामित किया गया था। जिनमे कामेश्वर प्रसाद यादव, गिरीश प्रसाद, श्यामदेव राय, राम रतन शर्मा, श्रीमती उर्मिला शर्मा, श्रीमती विभा रानी प्रसाद एवं श्रीमती रेनू वर्मा शामिल थीं। 

ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव के अंतिम दिन शुक्रवार को कुल 23 मामलों में पक्षकारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की गई, जिनमें से 15 मामलों में पक्षकारों ने सुलह- समझौता के आधार पर अपने वाद का निष्पादन करवाने में अपनी सहमति जताई। इस पांच दिवसीय ऑनलाइन मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम के दौरान कुल 115 चिन्हित मामलों में से 50 मामलों में  समझौते के आधार पर सुलह  किया गया। इनमें से 25 मामलों  में पति पत्नी ने अपना पारिवारिक जीवन एक साथ बिताने के लिए सहमत हुए और अपने मामले का निष्पादन किया। 

        समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधान जिला जज दीपक नाथ तिवारी ने कहा कि इस संक्रमण काल में पारिवारिक मामले में मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव का ऑनलाइन तकनीक से आयोजन काफी रहा। इसकी सफलता के लिये उन्होंने सभी जुड़े लोगों को बधाई दिया।

   इस मध्यस्थता स्पेशल ड्राइव कार्यक्रम में कुल निष्पादित 50 मामलों में से 25 मामलों में पति पत्नी ने  अपना पारिवारिक जीवन साथ बिताने का संकल्प लिया है, यह बहुत ही सराहनीय पहल है।
इस कार्यक्रम की सफलता में कुटुंब न्यायालय के कर्मी, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मचारियों तथा चिन्हित मामलों में प्रतिनियुक्त पारा लिगल वॉलिंटियर्स की भूमिका सराहनीय रही।

बाइक से गिरी महिला, ट्रक के नीचे आने से दोनों पैर हुआ घायल

बाइक से गिरी महिला, ट्रक के नीचे आने से दोनों पैर हुआ घायल

गिरिडीह/सरिया : सरिया स्थित झंडा चौक के पास शुक्रवार की सुबह बगोदर से बिरनी की ओर जा रही एक बाइक पर सवार महिला असंतुलित होकर गिर गई। उसी दौरान पीछे से आ रही राजधनवार की ओर जा रही एक ट्रक की चपेट में आ गई। जिसमे उक्त महिला का दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गया।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि सुनील कुमार नामक एक युवक अपनी  40 वर्षीय पत्नी के साथ नावाडीह फुसरो से अपनी बाइक  जे एच 12 के 4149 से कोडरमा जा रहा था। इसी बीच प्लस टू उच्च विद्यालय सरिया के पास बाइक में सवार महिला असंतुलित होकर गिर पड़ी और धनवार की ओर जा रही ट्रक जे एच 02 ए एस 1133 की चपेट में आ गई। जिस कारण महिला का दोनों पैर पूरी तरह कुचल गया। 

वहीं मौका देखते ही ट्रक ड्राइवर ट्रक छोड़कर भाग गया। घटना की सूचना मिलते ही सरिया पुलिस वहां पहुंची तथा 108 एंबुलेंस के माध्यम से महिला को उचित इलाज हेतु बाहर भेज दिया गया।वहीं ट्रक तथा बाइक को सरिया पुलिस अपने कब्जे में कर ली है।

जरूरतमंदो की मदद मे जुटे हैं अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह"

जरूरतमंदो की मदद मे जुटे हैं अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह"
मुंबई l कोरोना वैश्वीक महामारी व लॉकडाउन के कारण पूरे देश भर में मजदूरो का पलायन जारी हैं l जिसके चलते देश भर से लोग अपने अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे हैंl विपत्ति के इस घड़ी में कुछ बड़े नाम सामने आ रहे हैं जो प्रवासीयो को उनके घर जाने मे मदद कर रहे हैं l उसी मे एक नाम भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार "सत्येन्द्र कुमार सिंह" का भी सुमार हैं।

 बता दें कि अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" मुंबई में फंसे प्रवासीयो को सही सलामत उनके घर भेजने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैंl अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" के पीआरओ "आर्यन पांडे" की माने तो अभिनेता सत्येन्द्र सिंह बिना किसी दिखावे के लोगों की मदद मे लगे हुए हैl उनका मानना है की मदद और दान गुप्त होना चाहिए न की सार्वजनिक l 

फिल्म "गाँव के लाल" से बतौर हीरो अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" अभी तक आधा दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे कर चुके हैंl जिसमे गाँव के लाल, पावर ऑफ दहसत, शुद्र द रक्षक, इश्क का रोग, वादा कर ले साजना, रांझणा आदि प्रमुख हैंl जबकी आधा दर्जन से ज्यादा फिल्मे वह इस साल करने वाले हैंl जिसमे पड़ोसन, रांझणा 2, सूर्या, राज तंत्र आदि प्रमुख हैं l अभी हाल ही में लॉकडाउन के पहले रिलिज हुई फिल्म "पावर ऑफ दहसत" सुपरहिट रही हैंl जिससे दर्शकों की नजरे इस यूथस्टार पर टिकी हुई है l 

पीआरओ "आर्यन पांडे" से एक खास बातचीत में अभिनेता "सत्येन्द्र कुमार सिंह" ने बताया की इन दिनों मुंबई में बाहर से आये प्रवासीयो की हालत गंभीर हैं! बड़ी संख्या में लोग यहाँ फंसे हुए हैं l बताया कि जैसे सोनू सूद बिना दिखावे के लोगों की मदद मे दिन रात लगे हुए हैं वैसे की हमारी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को भी मदद के लिए आगे आना चाहिए l खैर जितना मुझसे हो सके उतना मै सहयोग के लिए तत्पर हूँ l उम्मीद करता हूँ की जल्द् ही सभी प्रवासी अपने अपने घर सही सलामत पहुँच जाएंगे!