शुक्रवार, 12 जून 2020

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद

बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ एनजीओ ने किया आवाज़ बुलंद 
गिरिडीह : स्वंय सेवी संस्था बनवासी विकास आश्रम एवं चाइल्ड लाइन बगोदर के सौजन्य से शुक्रवार को विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर बच्चों ने बाल मजदूरी प्रथा के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद किया। ग्राम तिरला में आयोजित उक्त कार्यक्रम में बच्चों को बाल श्रम की समस्या और उसके समाधान हेतु संवेदनशील किया गया।

चाइल्ड लाइन के टीम लीडर श्री विनय पाठक ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व बालश्रम निषेध दिवस पूरे विश्व मे बाल मजदूरी प्रथा के विरोध में मनाया जाता है। झारखंड सहित पूरे भारत में बाल मजदूरी बहुत बड़ी समस्या है। बच्चे भगवान का रूप होते हैं। फिर भी बच्चों से बाल मजदूरी कराया जाता है। गरीब बच्चे रोजी रोटी के लिए स्कूल न जाकर जोखिम भरे काम मे लग जाते हैं। बच्चो के अधिकार का हनन होता है। उन्होंने एक नारा दिया। 

बच्चों का है अधिकार : खेल कूद, पढ़ाई और प्यार। तुम सब बच्चे आज संकल्प लो कि पड़ोस का कोई बच्चा अगर पढ़ाई छोड़ बाल मजदूरी करता है तो तुरंत चाइल्ड लाइन निःशुल्क फोन सेवा 1098 में फोन करो। जहां तक सम्भव हो तुम बच्चे भी मदद करो ताकि वह भी तुम जैसों की तरह स्कूल में पढ़ सके। 

चाइल्ड लाइन टीम सदस्य अंजुम आरा ने कहा कि आज बाल मजदूरी हमारे समाज पर कलंक है। इसे खत्म करने के लिए समाज के हर तबके को आगे आना होगा। साथ ही सरकार को बाल मजदूरी उन्मूलन कानून को सख्ती से लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क लगाना बहुत जरूरी है। जब भी किसी वस्तु को छुवें तुरंत 30 सेकेंड तक साबून से हाथ धोएँ। हर व्यक्ति से चार मीटर की दूरी बनाकर रखें। घर मे ही खूब खेलें। बाहर कम निकले। 

बच्चोँ ने भी सावधानी बरतने हेतु लिया संकल्प 
चाइल्ड लाइन सब सेन्टर बगोदर के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम  में सामाजिक दूरी का पालन किया गया। इस कार्यक्रम में वे बच्चे जो अभी घर पर रहकर ऑनलाइन माध्यम से अपनी पढ़ाई को जारी रखे हैं तथा इस कोरोना महामारी में अपने अगल बगल के लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं वे बच्चे आज चाइल्ड लाइन के टीम के साथ अपना अनुभव को बांटा तथा बाल मजूदरी जैसी कठीन समस्या पर अपना विचार व्यक्त किया बैठक के दौरान बच्चों ने कहा कि बाल मजदूरी जैसी समस्या पर हम सब को एक होकर लड़ना होगा  बैठक में इन बच्चियों ने भाग लिया सपना कुमारी, काजल कुमारी, बिना कुमारी, भारती कुमारी, सुषमा, सुस्मिता, मीना, रीना, देवंती ,भूमिका कुमारी आदि।

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