शनिवार, 30 मई 2020

अब फेसबुक लाइव से करें शिखर जी का दर्शन एवं पूजन

अब फेसबुक लाइव से करें शिखर जी का दर्शन एवं पूजन


पीरटांड़/ गिरिडीह : जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल मधुबन में संपूर्ण लोक डाउन का भरपूर प्रभाव पड़ा है । एक और जान सभी संस्थाएं एवं मंदिर बंद पड़े हैं वहीं दूसरी ओर हजारों मजदूरों के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है । देश दुनिया से मधुबन आने वाले जैन श्रद्धालु एवं पर्यटक लोक डाउन के कारण मधुबन नहीं आ पा रहे हैं। जिससे 10,000 परिवार प्रभावित हुआ है। संस्थाओं में काम करने वाले कर्मचारियों का वेतन कहां से दिया जाएगा ट्रस्टीयों के बीच समस्या उत्पन्न हो गयी है।


यहां यह बता दें कि मधुबन में देश दुनिया के तीर्थ यात्री दर्शन पूजन हेतु एवं पर्यटक पारसनाथ के आनंद उठाने हेतु आते हैं। सभी यात्री यंहा की कोठियों में ठहरते हैं। जिससे मंदिरो में आय, कोठियों में आय, संस्थाओं में आय, डोली मजदूरों के बीच रोजगार, डेली मजदूरों के बीच रोजगार, दुकानदारों के यहां बिक्री होने से आय होता था। जो लगभग ढाई महीने से बंद पड़ा है। जिससे मजदूरों के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। 


वहीं संस्थाओं में आय बंद है तो कर्मचारियों को वेतन कहां से दिया जाए यह एक समस्या बना हुआ है।  जिसको लेकर 20 पंथी कोठी ने एक तरकीब निकाली है देश दुनिया में अपने घरों में बैठे जैन श्रद्धालुओं को फेसबुक लाइव के माध्यम से दर्शन व पूजन का लाभ देने का तरीका ढूंढ निकाला है। कहा है कि अभिषेक एवं आरती करने का सौभाग्य प्राप्त घर बैठे करें।
20 पंथी कोठी के प्रबंधक सुधाकर अन्नदाते ने एक सूचना जारी कर कहां है कि 30 मई से प्रत्येक दिन फेसबुक लाइव प्रसारण प्रातः 8:00 बजे मधुबन शिखरजी से कराई जाएगी एवं संध्या 6:00 बजे आरती भी दिखलाया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा है कि आप सभी परिवार इस सांसद भूमि पर अपनी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराते हुए अपनी भावना प्रेषित कर जस के भागी बने ।


यहां यह बता दें की मधुबन में सभी चीजों की बोली लगाई जाती है। अभिषेक की बोली, आरती करने की बोली सहित सभी धार्मिक आयोजनों का बोली लगाया जाता है। जिससे आमदनी होता है। उस आमदनी को पुनः कायम करने के लिए फेसबुक पर अब बोली लगाई जाएगी ताकि कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया जा सके । इस तरकीब को सभी लोगों ने खूब सराहा है ।


सृजन शोध संस्थान द्वारा किया गया मास्क का वितरण

सृजन शोध संस्थान द्वारा किया गया मास्क का वितरण
गिरिडीह :  सृजन शोध संस्थान  द्वारा गिरिडीह में लॉकडाउन के दौरान जरूरमंद लोगो के बीच मुफ्त में मास्क का वितरण किया जा रहा है। इसी कड़ी में 
शनिवार को भी संस्थान के मनोज जालान के द्वारा गिरिडीह की एसडीएम कार्यालय और पुलिस कर्मियों के बीच फेस मास्क और फेस सील्ड का वितरण किया गया।

 मनोज जालान ने बताया कि मास्क और फेस सील्ड धनबाद की सृजन शोध संस्थान की आदिवासी महिलाओं द्वारा निर्मित किया गया। इस कार्य हेतु जंहा संस्था द्वारा एक ओर रोजगार का सृजन आदिवासी महिलाओं को रोजगार उपलब्ध करा उनके लिए आजीविका के साधन मुहैय्या कराया है वंही दूसरी ओर जरूरतमन्दों के बीच कोरोना जैसी महामारी से बचाव हेतु अत्यावश्यक व जरूरी वस्तु मास्क भी निशुल्क उपलब्ध करा रही है।

क्वारनटाइन सेंटरों में सूखे राशन के पैकेट्स का किया गया वितरण

क्वारनटाइन सेंटरों में सूखे राशन के पैकेट्स का  किया गया वितरण
गिरिडीह : शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा जिले के बगोदर, गांडेय एवं अन्य प्रखंडों के क्वारनटाइन सेंटरों में सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए सूखे राशन के पैकेट्स का वितरण किया गया। 

विदित हो कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए देशव्यापी तालाबंदी को 31 मई तक विस्तारित किया गया है। राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन के द्वारा बाहर के राज्यों में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों/व्यक्तियों को उनके गृह जिला लाया जा रहा है। तथा बाहर से आए सभी प्रवासी मजदूरों/व्यक्तियों का स्वास्थ्य जांच कर उन्हें क्वारनटाइन भेजा जा रहा है। बाहर से आ रहें प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन के द्वारा सूखे राशन के पैकेट्स जिसमें प्रति 10 किलो चावल, 2 किलो दाल,1 किलो तेल तथा 1 किलो नमक की व्यवस्था की गई है।

 जिला प्रशासन द्वारा सूखे राशन के पैकेट्स तैयार कर क्वारनटाइन किए गए व्यक्तियो के बीच वितरण किया जा रहा है। जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि जिले का कोई भी व्यक्ति भूखा न रहें। इसके अलावा सभी क्वारनटाइन किए गए मजदूरों, व्यक्तियों को क्वारनटाइन के नियमों का अनुपालन करने हेतु प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। ताकि इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकें।

पुलिस टीम पर महिलाओं ने किया ईंट-पत्थर से हमला,7 गिरफ्तार

विवादित भूमि पर निर्माण कार्य रुकवाने गई पुलिस टीम पर महिलाओं ने किया ईंट-पत्थर से हमला
पांच महिला आरक्षी समेत एक एसआई घायल

मामले में 6 महिलाओं समेत सात लोग गिरफ्तार

  गिरिडीह : जिले के तिसरी थाना क्षेत्र के कलवा गांव में एक विवादित जमीन पर हो रहे निर्माण कार्य को रुकवाने गई पुलिस टीम पर स्थानीय महिलाओं ने ईंट-पत्थर से हमला बोल दिया। इस हमले में पांच महिला आरक्षी समेत एसआई साधन कुमार घायल हो गये। घायल महिला आरक्षी में मिथिला कुमारी, पम्मी मंडल, सुष्मिता कुमारी और पिंकी शामिल हैं।  जिन सभी का इलाज तिसरी के स्वास्थ्य केंद्र में करवाया गया हैं।   

घटना के सम्बंध में बताया जा रहा है कि कलवा गांव स्थित नदी के पास एक विवादित जमीन पर एक पक्ष द्वारा चाहरदीवारी निर्माण का कार्य करवाया जा रहा था। दूसरे पक्ष के नीरज साह ने इसकी सूचना पुलिस को दी और विवादित भूमि पर निर्माण कार्य पर रोक लगाने की पुलिस से गुहार लगाया। सूचना मिलते ही तिसरी पुलिस की एक टीम सदलबल निर्माण कार्य पर रोक लगाने के उद्देश्य से निर्माण स्थल पर पहुंची। 

निर्माण स्जल पर पूर्व से मौजूद महिलाओं ने पहले पुलिस टीम के साथ नोंक-झोंक शुरू कर दी।  बाद में महिलाओं ने निर्माण कार्य को रोकने के लिए कलवा गांव पहुंची तिसरी थाने की पुलिस पर महिलाओं ने ईंट- पत्थर से हमला कर दिया और पुलिसकर्मियों को वहां से खदेड़ दिया। 

 इस घटना के बाद तिसरी थाना प्रभारी पुलिसबलों के गांव में पहुंचे। उन्होंने पुलिस कर्मियों पर हमला मामले में गांव की  6 महिलाओं सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर थाने ले गये। तिसरी पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।

शुक्रवार, 29 मई 2020

मृतक के कोरोनो पोजेटिव रिपोर्ट आने से पूरा गांव में दहशत, गांव सील कर किया गया सैनेटाइज

मृतक के कोरोनो पोजेटिव रिपोर्ट आने से पूरा गांव में दहशत,  गांव सील कर किया गया सैनेटाइज
गिरिडीह : जमुआ के गोरो गांव के एक शख्स की रिम्स में इलाज के दौरान मौत होने के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से गिरिडीह जिला प्रशासन काफी सतर्क हो गयी है। प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए गोरों गांव को सील कर दिया है और, पूरे गांव को सैनेटाइज किया जा रहा है।

गौरतलब है कि मृतक 44 वर्षीय व्यक्ति बीते 9 मई को सूरत से वापस लौटा था।  उसे होम क्वारेंटाइन में भेज दिया गया था। तबीयत बिगड़ने पर उसे प्राइवेट वाहन से मेडिका ले जाया गया। जहां से 27 मई को उसे रिम्स रेफर कर दिया गया था। जंहा इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। 28 मई की सुबह परिजन शव को लेकर गांव पहुंचे जहां उसे दफना दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मौत की सूचना पर काफी संख्या में लोग जुटे थे। 28 मई को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया। फिलहाल 30 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। वहीं संपर्क में आए अन्य लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है।

शुक्रवार को उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा,एसपी सुरेंद्र कुमार झा गोरो गांव पहुंचे और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। उपायुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि प्राइमरी कांटेक्ट में आये सभी लोगों के सैंपल को कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया है। वहीं सम्पर्क में आये सभी लोगों को जांच रिपोर्ट आने तक सरकारी क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। उपायुक्त ने सभी से नियमों का पालन करते हुए घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।

जमीन विवाद में मारपीट, दो दर्जन लोग घायल

जमीन विवाद में मारपीट, दो दर्जन लोग घायल
गिरिडीह/ सरिया  : जमीन विवाद में  सरिया थाना क्षेत्र के केसवारी में शुक्रवार को दो पक्षों में हुई खूनी टकराव हुई। जिसमें बंसी साव, राजेन्द्र साव, प्रमिला देवी, महेंद्र साव, गीता देवी, घनश्याम साव, मोहन साव, करण नायक, कुंती देवी, शकुंतला देवी, खागो साव,मसोमात खेमिया, बालेश्वर साव समेत दोनों और से करीब 2 दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों में पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना की सूचना मिलते ही सरिया पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज हेतु बगोदर स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया। जंहा चिकित्सकों ने गम्भीर रूप से घायल पांच लोगों को स्थिति गम्भीर देखते हुये उन्हें बेहतर इलाज हेतु धनबाद पीएमसीएच रेफर कर दिया।

घटना के सम्बंध में बताया गया कि महेंद्र साव, राजेंद्र साव आदि का अपने गोतिया घनश्याम साव, खागो साव के साथ ज़मीन को लेकर विवाद चल रहा है। कई बार पंचायत कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया मगर दोनों के बीच बात नहीं बनीं। इसी बीच घनश्याम साव ने उक्त ज़मीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जिसके बाद विवाद बढ़ गया और फिर दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हो गई।

मारपीट के इस घटना को लेकर एक पक्ष के सितो साव तो दूसरे पक्ष के टीको साव ने सरिया थाने में लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज करवाया है।  पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों द्वाराआवेदन दी गयी है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

गिरिडीह प्रधान डाकघर धोखाधडी मामले की जांच हेतु मुख्यमंत्री ने दिया सीबीआई जांच की स्वीकृति

गिरिडीह प्रधान डाकघर धोखाधडी मामले की जांच हेतु मुख्यमंत्री ने दिया सीबीआई जांच की स्वीकृति
गिरिडीह :  गिरिडीह के प्रधान डाकघर और गिरिडीह टाउन उप डाकघर में जमा 11 करोड़, 64 लाख, 38 हजार , 635 रुपए की फर्जी निकासी के जरिए की गई धोखाधड़ी मामले को गहन अनुसंधान हेतु सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीबीआई को हस्तांतरित करने के प्रस्वाव को स्वीकृति दे दी है। विदित हो कि डाक महाध्यक्ष (सेल्स एवं व्यय विभाग) झारखंड परिमंडल, रांची के द्वारा  इस मामले की  जांच सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया गया था। फर्जी निकासी के इस मामले में गिरिडीह नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज है। 

गौरतलब है कि गिरिडीह जिले के प्रधान डाकघर से 3 अक्टूबर 2016 से 30 अगस्त 2019 के बीच 11,64,38,635 रुपए की फर्जी तरीके से निकासी की गई थी। इसके अंतर्गत गिरिडीह  प्रधान डाकघर के अधीनस्थ विभिन्न डाकघरों में प्राप्त डिमांड ड्राफ्ट को सूनियोजित साजिश रचकर व धोखा देकर व्यक्तिगत खातों में जमा कर दिया जाता था। इस मामले में गिरिडीह प्रधान डाकघर के सहायक डाकपाल शशिभूषण कुमार और सहायक डाकपाल मो अलताफ की संलिप्पता सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।

क्षतिग्रस्त बिजली सेवा को बहाल करने की विधायक ने किया पहल

क्षतिग्रस्त बिजली सेवा को बहाल करने की विधायक ने किया पहल
गिरिडीह/ सरिया : सरिया में पिछले दिनों आये भीषण आंधी से क्षतिग्रस्त हुए बिजली पोल व तार से विभिन्न क्षेत्रों में बाधित बिजली सेवा को दुरुस्त करने हेतु बगोदर विधायक बिनोद सिंह ने पहल किया। 

उन्होंने सरिया पावर सब स्टेशन का मुआयना कर सम्बन्धित वरीय अधिकारी से फोन पर बात कर तत्काल बिजली सामाग्री, पोल, तार विधुतकर्मियों की संख्या बढाकर बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया।

इस दौरान विधायक श्री सिंह ने स्वयं सरिया के मुख्य मार्ग, केशवारी, नगर-केशवारी, धावैया, गरमुंडो, गरमुंडो खुर्द आदि क्षेत्रों का दौरा कर स्वयं कार्यस्थल पर पहुँचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और कार्य मे लगे विधुतकर्मियो का हौषला अफजाई किया।

साइबर अपराधियों का नया हथकंडा, अब 12वीं के छात्रों को बना रहे निशाना

साइबर अपराधियों का नया हथकंडा, अब 12वीं के छात्रों को बना रहे निशाना
*नम्बर बढ़ाने के लिये कर रहे पैसों की मांग

गिरीडीह:  सीबीएसई बोर्ड के 12वीं की परीक्षा अभी पुरी नही हुई है लेकिन गिरिडीह के कई परीक्षार्थियों को अज्ञात नंबरों से कॉल कर नंबर बढ़ाने की बात कहकर उनसे मोटी रकम की मांग की जा रही है।

कॉल करने वाला खुद को सीबीएसई का डाटा ऑपरेटर बताते हुए गणित, अंग्रेजी समेत कुछ विषयों में कम नंबर आये हैं। अगर नंबर बढ़ाना चाहते हैं तो उसके खाते में पैसे डाल दें। ऐसा कह रहे हैं।
इस बात की पुष्टि डीएवी स्कूल के एक शिक्षक ने करते हुए बताया कि उनके स्कूल की छात्रा सौम्या रानी, माही कश्यप, कुणाल आनंद समेत कई छात्रों को दो दिन पहले कॉल आया।

शिक्षक ने बताया कि 10 वीं की छात्रा सौम्या रानी ने कॉल करने वाले से पूछा कि नंबर बढ़ाने के लिए कितने पैसे देने पड़ेगें। इस पर कॉल करने वाले ने कहा कि चार हजार देने पर ही नंबर बढ़ाया जा सकता है। इस पर सौम्या रानी कॉल करने वाले को फोन पर फ्रॉड बताते हुए कहा कि अंग्रेजी विषय में वह हमेशा तेज रही है इसलिए वो उसकी चिंता करना बंद कर दे।

इसी प्रकार स्कूल के छात्र कुणाल आंनद को जब कॉल आया, तो कॉल करने वाले ने गणित विषय में कुणाल को कम नंबर आने की बात कही। कुणाल ने भी इसी अंदाज में बात करते हुए कहा कि कुछ कम पैसे लेकर नंबर बढ़ा दे लेकिन कुणाल की बात सुनकर कॉल करने वाले ने इंकार कर दिया।इस पर कुणाल ने भी उसे फोन पर जमकर फटकार लगायी।

डीएवी स्कूल के इस शिक्षक ने बताया कि अभी  सीबीएसई के 12वीं की परीक्षा भी पूरा कंप्लीट नहीं हुई है,फिर पेपर की जांच कहां से होगी। सीबीएसई की परीक्षा होने के बाद झारखंड-बिहार जोन के अंतर्गत पड़ने वाले सीबीएसई स्कूलों की पेपर जांच पटना के अलग-अलग केन्द्रों में की जाती है।

इसमें दिल्ली सीबीएसई बोर्ड का कोई हस्तक्षेप भी नहीं होता है। जाहिर है किसी ने छात्रों को बेवकूफ बनाने का प्रयास किया। वैसे शिक्षक का यह भी कहना है कि पटना जोन से परिणाम की भी घोषणा होती है। पेपर जांच की पूरी प्रकिया काफी गोपनीय रहती है।

बहरहाल लोग इसे साइबर अपराधियों का नया हथकंडा बता रहे है। साइबर अपराधी अब स्कूली छात्र छात्राओं को अपने झांसे में लेकर रुपयों की उगाही की फिराक में जुटे है। शिक्षक ने सभी छात्रों को ऐसे फोन कॉल्स से परहेज करने की अपील किया है और उन्हें उनके झांसे में नही आने की चेतावनी भी दिया है।

थाने में तांडव मचाने वाली महिला को पुलिस ने किया पति संग गिरफ्तार

 थाने में तांडव मचाने वाली महिला को पुलिस ने किया पति संग गिरफ्तार

* जांच में जुटी पुलिस

 

                   घायल महिला पुलिसकर्मी 


गिरिडीह : मुफ्फसिल थाना में गुरुवार को एक महिला ने जमकर हंगामा किया। उसने थाना में महिला पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की और एएसआइ राजेश्वरी कुमारी को दांत से काट कर उन्हें जख्मी कर दिया और थाना में रखे कुर्सी-टेबल तोड़ डाले।

महिला का नाम परीणीति भास्कर है। वह पचंबा थाना के हरिचक से ज़ामीन विबाद का केस सुलझाने अपने पति निशांत भास्कर के साथ कार नंबर जेएच 24बी- 8850 से थाने में आयी। महिला खुद को इंटरनेशनल ह्यूमन राइट संघ की जिलाध्यक्ष बता रही थी।  इस दौरान थाना महिला ने प्रभारी को ही आइपीसी का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया और उन्हें देख लेने की धमकी देते हुये थाना प्रभारी के चैम्बर के टेबल में रखे सारे कागजात इधर-उधर बिखेर दिये। इस बीच उक्त स्वंयभू इंटरनेशनल ह्यूमन राइट संघ की जिलाध्यक्ष महिला परिणीति भास्कर को जब एएसआइ राजेश्वरी ने काबू में करने की कोशिश की तो उसने उन्हें दांत से काट लिया। दूसरी एएसआइ  हेमा कुमारी जब उसे गिरफ्त में लेने आयी तो महिला ने उन्हें लोहे का रॉड लेकर मारने की कोशिश की।

मुफ्फसिल थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कार से उतरने के साथ ही वह महिला थाना प्रभारी से मिलने की बात कहकर उनके चैम्बर में घुस गयी और थाना प्रभारी रत्नमोहन ठाकुर से उलझ गयी उन्हें गाली-गलौज करने लगी। करीब 10 मिनट तक  थाने में हंगामा चला। जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।

पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही महिला जिस संगठन से जुड़े होने का दावा कर रही है उसको लेकर भी जानकारी हासिल की जा रही है। परिणीति का कहना है कि जमीन विवाद के निपटारे के लिए वह थाना आयी थी लेकिन उसके साथ सही बर्ताव नही किया गया। इस मामले में सदर एसडीपीओ  कुमार गौरव ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।

गिरिडीह में हुई दिनदहाड़े लूट, एक लुटेरा गिरफ्तार

गिरिडीह में दिनदहाड़े हुई लूट, एक लुटेरा गिरफ्तार

       

                    पुलिस गिरफ्त में लुटेरा
        

गिरिडीह : नगर थाना क्षेत्र के कुटिया रोड में संचालित एक दुकान से लुटेरों ने दिनदहाड़े गल्ला लेकर भागने की घटना को अंजाम दिया। हालांकि दुकानदार ने अपनी सूझ बूझ और हिम्मत के बूते लुटेरों का पीछा किया और एक लुटेरे को धर दबोचने में कामयाब रहा। इस दौरान दबोचे गये लुटेरे के हाथ से दुकान का गल्ला बीच सड़क पर गिर गया। जबकि उसके अन्य साथी इस मौके का फायदा उठाते हुये भागने में सफल रहे।


लूट की घटना को अंजाम दे भागने के क्रम में दबोचे गये लुटेरे ने अपना नाम अविनाश और घर गढ़ाटांड़ बताया है। उसका कहना है कि वह अपने साथी के साथ दुकान पर पैसा मांगने आया था। लेकिन उसके साथी ने उसे गल्ला लेकर भागने को बोला और वह गल्ला लेकर भागने लगा। 


इस बीच मामले की सूचना मिलते ही पीसीआर पुलिस मौके पर पहुंची और दबोचे गये युवक को अपने कब्जे में लेकर थाने ले गयी। इस घटना में कितने की लूट हुई इसका खुलासा नही हो पाया है। पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है।

माइका उधोगपतियों संग उपायुक्त ने की बैठक, ढिबरा खनन को बढ़ावा देने पर हुई चर्चा

माइका उधोगपतियों संग उपायुक्त ने की बैठक, ढिबरा खनन को बढ़ावा देने पर हुई चर्चा

                     बैठक में उपस्थित लोग

            

गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में शुक्रवार को माइका उद्योग से जुड़े जिले के उधोगपतियों और चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों के साथ बैठक की गई। इस दौरान माइका उद्योग से जुड़े रोजगार से सम्बंधित संभावनाओं समेत विभिन्न बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।  बैठक के दौरान गिरिडीह जिले में बंद पड़े माइका माइंस एवं ढिबरा उद्योगों को पुनर्जीवित करने पर भी विचार विमर्श किया गया।


गौरतलब है कि गिरिडीह जिले में काफी संख्या प्रवासी मजदूरों का आगमन हो चुका है। बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को उनके क्वॉरेंटाइन अवधि समाप्त होने के पश्चात उन्हें जिले में ही मनरेगा अंतर्गत रोजगार दिया जाना है। ताकि रोजगार के अभाव में उनके समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न न हो और उनकी जिंदगी प्रभावित ना हो सके। इसके साथ ही गांव में विकास का कार्य भी सुचारू रूप से किया जा सके।
जिला प्रशासन के समक्ष घर वापस लौटे सभी प्रवासी मजदूरों को जिले में ही रोजगार देना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अधिकांश लोगों को मनरेगा अंतर्गत विभिन्न योजनाओं में कार्य दिया गया है तथा अन्य योजनाओं मसलन उद्योग, खनन आदि में रोजगार देने को लेकर प्रशासन आगे की तैयारियां कर रहा है।

बैठक में यह बातें उभर कर सामने आयी कि माइका उधोग में काफी संभावनाएं है। लेकिन फिलवक्त काफी सारे एक्ट के अनुरूप माइका का खनन नहीं हो रहा है। परिणामतः काफी माइंस बंद पड़ी हुई है। जिससे व्यवसायियों को परेशानी हो रही है। ढीबरा खरीदने वाले व्यवसायियों को काफी परेशानी हो रही है।

उपायुक्त श्री सिन्हा ने कहा कि माइका उद्योग का मामला राज्य सरकार के हाथ में है। इस संबंध में पत्र प्रेषित कर सरकार का मार्गदर्शन प्राप्त किया जाएगा। सरकार द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने माइका एसोसिएशन को निर्देश दिया कि ढिबरा वाहन से संबंधित डंप, जीएसटी बिल, ई-वे बिल से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। ताकि इस दिशा में सरकार से प्राप्त आदेश के बाद कार्य शुरू किया जा सके।

बैठक में मुख्य रूप से जिला खनन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि, माइका एसोसिएशन के प्रतिनिधि तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।